In this Article
- बाढ़ पर 10 लाइन (10 Lines On Flood In Hindi)
- बाढ़ पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on Flood in Hindi 200-300 Words)
- बाढ़ पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Flood in 400-600 Words)
- बाढ़ के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Flood in Hindi)
- बाढ़ के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है? (What Will Your Child Learn From a Flood Essay?)
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रकृति द्वारा पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों के जीवन यापन के लिए कई संसाधन मौजूद हैं। जब प्रकृति से छेड़छाड़ करते हैं तो उसके कई दुष्परिणाम हम ही को झेलने पढ़ते हैं। ऐसी ही एक आपदा बाढ़ के रूप में हम जानते हैं। यह स्थिति मानवीय और प्राकृतिक दोनों कारणों से पैदा हो सकती है। लगातार कई दिनों तक वर्षा होने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है जिसमें भारी नुकसान होने की संभावना होती है। यहां तक की भूखमरी के हालात पैदा हो जाते हैं और लोगों को आर्थिक तंगी और नुकसान से गुजरना पड़ता है। बाढ़ एक भयंकर आपदा है, जब मॉनसून में अधिक बारिश होने के कारण पानी जगह-जगह जमा होने लगता है, साथ ही उसकी निकासी का कोई सही इंतजाम नहीं किया जाता, तब यह पानी बाढ़ का रूप ले लेता है। जो क्षेत्र नदी के किनारे बसते हैं उनपर इनका अधिक प्रभाव देखा जाता है। जब नदी का बांध अधिक पानी के दवाब से टूट जाता है तो देश को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ता है। नदी के आसपास मौजूद क्षेत्रों को बहुत नुकसान पहुंचता है और साथ ही कई लोगों की जान भी जाती है। अक्सर स्कूल, कॉलेज में निबंध प्रतियोगिता होती है और उसमें आपको बाढ़ के बारे में निबंध या भाषण लिखने के लिए कहा जाता है, तो उसके लिए आप इस लेख का सहारा ले सकते हैं।
बाढ़ पर 10 लाइन (10 Lines On Flood In Hindi)
बच्चों को बाढ़ के बारे में सामान्य जानकारी होगी लेकिन यदि उनको बाढ़ पर एक छोटा निबंध लिखना है तो वह इन 10 वाक्यों का उपयोग कर सकते हैं।
- बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है, जिससे जनजीवन प्रभावित होता है।
- अधिक बारिश की वजह से क्षेत्रों में पानी जमा होने लगता है तो वह बाढ़ की स्थिति उत्पन्न करता है।
- कई बार ये आपदा प्राकृतिक तथा मानव द्वारा निर्मित होती है।
- पेड़ों का कटना, प्रदूषण बढ़ना, ग्लोबल वार्मिंग आदि भी इसके अन्य कारण हैं।
- बाढ़ आने के कई कारण हैं जैसे अधिक बारिश, बादल फटना, नदी में जल का स्तर बढ़ना आदि।
- कई बार बाढ़ सुनामी और तूफान जैसा भयंकर रूप ले लेती है।
- नदी के किनारे बसे शहर, गांव आदि पर बाढ़ का खतरा अधिक होता है।
- बाढ़ के प्रकोप से जानवर, पक्षी, और लोगों की जानें भी जाती हैं।
- इससे न सिर्फ जानमाल का नुकसान होता है, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है।
- बाढ़ की चेतावनी देने वाली व्यवस्था हमेशा अच्छे से काम करने चाहिए ताकि लोगों को पहले से जागरूक किया जा सके।
बाढ़ पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on Flood in Hindi 200-300 Words)
बाढ़ के बारे में लिखने के लिए उसको बेहतर तरीके से जानने की जरूरत है और ऐसे में आप नीचे दिए गए निबंध की मदद ले सकते हैं।
बाढ़ एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित होता है। इससे लोगों की जानें जाती है और देश के आर्थिक विकास पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। बाढ़ ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों को अधिक प्रभावित करती है क्योंकि वहां पानी की निकासी के लिए सही जगह नहीं होती है। बाढ़ के प्रकोप के कई कारण हैं, जैसे अधिक बारिश, किसी बांध का टूटना, बादल फटना आदि। वैसे बाढ़ के कई अप्रत्यक्ष कारण भी हैं जैसे ग्लोबल वार्मिंग, अनगिनत पेड़ों की कटाई, प्रदूषण का बढ़ना आदि। बाढ़ के आने के बाद कई क्षेत्रों में पानी भरा रहता है, जिसकी वजह से घरों की नींव कमजोर हो जाती है और सभी पक्के और कच्चे घर टूट जाते हैं। ऐसे में लोग अपने घरों से बेघर हो जाते हैं और जन-धन दोनों का नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में देश को भी इसका प्रभाव झेलना पड़ता है क्योंकि इसका सीधा असर उसके आर्थिक विकास पर पड़ता है। इसकी भयानक स्थिति से हर कोई सहम जाता है और पशु, पक्षी और इन्सान सब इसकी चपेट में आ जाते हैं। कई बार बाढ़ आने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है, जैसे डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड आदि। जो की बाद में और अधिक हानि पहुंचाती हैं। बाढ़ अक्सर नदी किनारे या पहाड़ी क्षेत्रों में आती है, इसलिए हमेशा वहां बसे लोगों को बारिश के मौसम में चेतावनी दी जाती है ताकि वह सचेत रहें और खुद को इसके प्रभाव से बचा सकें। इसलिए सरकार को बाढ़ अलर्ट सिस्टम को हमेशा सही से काम करना चाहिए ताकि आपदा से पहले लोग सचेत हो जाएं।
बाढ़ पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Flood in 400-600 Words)
दुनिया भर में बाढ़ एक भयंकर प्राकृतिक आपदा है, जिसके बारे में आपको सही जानकारी होना चाहिए। यदि आपको इस पर अच्छा निबंध लिखना है तो हमारे द्वारा लिखे गए निबंध को पढ़ें और अपने शब्दों में उसे लिखने का प्रयास करें।
बाढ़ क्या है? (What Is a Flood?)
जब किसी स्थान पर लगातार कम समय में अधिक मात्रा में बारिश होती है, तो वहां पर पानी जमा होने लगता है और पानी के अधिक दवाब के कारण वह बांध को तोड़ देता है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बाढ़ वैसे कई कारणों से उत्पन्न होता है जैसे एक जगह पर अधिक बरसात होना, बांध का टूटना, बारिश से नदी का जल स्तर बढ़ना आदि। इस दौरान समुद्र और नदियों के पानी का प्रवाह इतना अधिक होता है कि यह आसपास के शहरों, गांवों, जंगलों आदि सभी को प्रभावित करता है। बाढ़ के कारण लोगों में अफरा-तफरी मच जाती और तबाही का माहौल नजर आता है। इस आपदा में लोग अपना घर, संपत्ति, यहां तक की परिवार को भी खो देते हैं। ऐसी परिस्थिति किसी भी इंसान के लिए कल्पना से परे है। इन हालातों में सरकार पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाती है। लेकिन देश के आर्थिक विकास में इसका बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि प्रभावित क्षेत्र का पुनःनिर्माण में अधिक समय और पैसा लगता है।
बाढ़ के कारण (Causes Of Flood)
बाढ़ उत्पन्न होने के कई कारण हैं, उनके बारे में नीचे दिया गया है-
- बहुत अधिक बारिश- लगातर बारिश के कारण अगर पानी की निकासी सही से नहीं हुई तो वह बाढ़ की स्थिति उत्पन्न करता है।
- हिमनद का पिघलना – गर्मियों के मौसम में तापमान अधिक हो जाता है, जिसकी वजह से ठंडी जगहों पर जमी हुई बर्फ पिघलने लगती औ हिमनद (ग्लेशियर) पिघलने लगता है तो उसका पानी महासागर के प्रवाह को और बढ़ा देता है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ता है।
- बांध का टूटना – बांध का उपयोग ऊपर से गिरने वाले पानी को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है लेकिन अगर उसमें क्षमता से अधिक पानी की मात्रा बढ़ती है तो वह टूट जाता है जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ आ जाती है।
- तटीय क्षेत्र में हवाएं – जो हवाएं तेज और मजबूत होती हैं उनके अंदर समुद्र के जल को सूखे तट पर ले जाने की क्षमता बढ़ जाती है, ऐसे हालात में बाढ़ उत्पन्न होती है।
- ग्लोबल वार्मिंग – ग्लोबल वार्मिंग भी बाढ़ उत्पन्न करने का एक मुख्य कारण है। इसकी वजह से वातावरण का तापमान अधिक हो जाता है जिससे ग्लेशियर पिघलने लगते हैं। इसके कारण पिघला हुआ पानी महासागर में जाकर पानी के स्तर को बढ़ा देता है और बाढ़ की स्थिति बढ़ जाती है।
बाढ़ के प्रभाव (Effects of Flood)
बाढ़ हमारे जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है, आइए जानते हैं कैसे –
- बाढ़ के कारण जन-जीवन और संपत्ति पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- लोग अपने घरों से बेघर और परिवार वालों से बिछड़ जाते हैं।
- बाढ़ का जमा हुआ पानी कई इलाकों की इमारतें, घर, स्कूल, कॉलेज आदि सब नष्ट कर देता है।
- इंसान ही नहीं बल्कि पशु, पक्षी भी इसका शिकार हो जाते हैं।
- बाढ़ का पानी अपने साथ कई तरह की बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड आदि लेकर आता है।
- कई इलाकों में पीने वाला पानी पीने लायक नहीं बचता है।
- यह जंगलों, खेतों को भी पूरी तरह से तबाह कर देता है।
- इसकी वजह से पर्यावरण में भी परिवर्तन होता है।
बाढ़ के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Flood in Hindi)
- बाढ़ को पृथ्वी पर होने वाली खतरनाक आपदा में पहला स्थान मिला है।
- हर साल बाढ़ के कारण अरबों डॉलर का नुकसान होता है।
- अचानक से आई बाढ़ करीब 10 से 20 फीट ऊंची पानी की दीवारें बना सकती हैं।
- बाढ़ का सिर्फ 1 इंच पानी पूरा घर नष्ट कर सकता है।
- अमेरिका की लगभग 99% प्रदेशों में बाढ़ का अनुभव हुआ है।
बाढ़ के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है? (What Will Your Child Learn From a Flood Essay?)
इस निबंध से आपके बच्चे को प्राकृतिक आपदा के बारे जानने को मिलता है और ऐसे आपदा के समय में क्या करना चाहिए वो इस निबंध के जरिए जान सकेंगे। वह इस निबंध की मदद से बाढ़ पर एक बेहतरीन निबंध लिख सकेंगे और लोगों को इसके बारे में जागरूक कर सकेंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. बाढ़ कितने प्रकार की होती हैं?
बाढ़ तीन प्रकार ही होती हैं तटीय बाढ़, नदी बाढ़ और आकस्मिक बाढ़।
2. भारत में आयी सबसे बड़ी बाढ़ कौन सी है?
6 सितंबर 1970 को नर्मदा नदी पर आयी और 11 अगस्त 1979 को मच्छू नदी पर आयी बाढ़ को दुनिया में रिकॉर्ड तोड़ने वाली सबसे बड़ी बाढ़ माना गया है।
3. भारत के किस राज्य में अक्सर बाढ़ आती है?
भारत के असम राज्य में अक्सर बाढ़ का अनुभव होता है।
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