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समय पर टीकाकरण महत्वपूर्ण होता है, खासकर शिशु के जीवन के शुरुआती वर्षों में। छोटे बच्चों का वैक्सीनेशन उन्हें कई गंभीर बीमारियों से बचाता है और उनकी इम्युनिटी को भी मजबूत करता है ताकि वो गंभीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो सके।
विभिन्न बीमारियों का कारण बनने वाले वायरस या बैक्टीरिया के क्षीण या कमजोर रूप को टीकाकरण के माध्यम से ठीक किया जाता है। हमारा शरीर किसी भी बाहरी एंटीजन का मुकाबला करने के लिए एंटीबॉडी बनाने में सक्षम होता है। यदि भविष्य में इनमें से कोई भी वायरस या बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है, तो ये एंटीबॉडीज उन पर हमला करते हैं, जिससे उस व्यक्ति को बीमारियों से बचाया जा सकता है।
शिशुओं की इम्युनिटी अभी बन रही होती है इसलिए उनके पहले कुछ वर्षों में कई टीकाकरण दिए जाते हैं। सभी पेरेंट्स अपने शिशुओं को वैक्सीनेशन के दर्द से बचाना चाहते हैं। वैक्सीनोलॉजी में प्रगति के कारण, 6-इन-1 टीकाकरण जैसे कॉम्बिनेशन वैक्सीनेशन अब कई सुई लेने से बचाती है जिससे शि शुओं को राहत मिलती है।
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, 6 इन1 टीकाकरण एक एकल टीकाकरण है जो एक न्यूबॉर्न बेबी को छह गंभीर बीमारियों से बचाता है, जिसमें डिप्थीरिया, काली खांसी (पर्टुसिस), हेपेटाइटिस बी, हिब रोग (हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी), पोलियो और टेटनस शामिल हैं। कॉम्बिनेशन वैक्सीनेशन का मतलब डॉक्टर के साथ कम मुलाकातें, आपके शिशु के लिए कम इंजेक्शन और दर्द तथा निश्चित रूप से अधिक सुविधा होती है!
कॉम्बिनेशन वैक्सीनेशन छोटे शिशुओं को छह संक्रामक रोगों से बचाता है। वह हैं :
स्वच्छता की खराब स्थिति और दूषित जल और भोजन के कारण पोलियो होता हैं। यह पांच साल से कम उम्र के शिशुओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। उपचार ना कराने या खराब उपचार से लकवा जैसी स्थायी विकलांगता और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है। अच्छी सफ़ाई, उचित स्वच्छता और टीकाकरण द्वारा पोलियो को रोका जा सकता है।
इसे काली खांसी के रूप में भी जाना जाता है, पर्टुसिस एक सांस का रोग है जो संक्रामक ड्रॉप्लेट्स के माध्यम से फैलता है। चूंकि यह अत्यधिक संचारी है, इसलिए शिशुओं को इस संक्रमण वाले किसी भी व्यक्ति से दूर रखा जाना चाहिए। पर्टुसिस को संक्रमित व्यक्ति से अलग करके और टीकाकरण द्वारा रोका जा सकता है।
डिप्थीरिया एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है जो मुख्य रूप से शिशुओं में नाक और गले को प्रभावित करता है। इससे सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में संक्रमण, लकवा आदि जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। डिप्थीरिया को संक्रमित व्यक्ति से अलग कर और टीकाकरण द्वारा रोका जा सकता है।
हिब एक बैक्टीरियल रोग है जो पांच साल से कम उम्र के शिशुओं में निमोनिया, मेनिनजाइटिस और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। अच्छी सफ़ाई, उचित स्वच्छता और टीकाकरण द्वारा इन्फ्लुएंजा टाइप बी को रोका जा सकता है
हेपेटाइटिस बी एक वायरल बीमारी है जिसे लीवर को नुकसान पहुंचाने के लिए जाना जाता है। यह जीर्ण (क्रोनिक) और तीव्र (एक्यूट) दोनों प्रकार का हो सकता है। एक गर्भवती माँ भी जन्म के दौरान अपने शिशु को संक्रमण पारित कर सकती है। हेपेटाइटिस बी को संक्रमित व्यक्ति के साथ खून और शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क से बचने, अच्छी स्वच्छता और टीकाकरण के द्वारा रोका जा सकता है।
टेटनस एक बैक्टीरियल रोग है जो गर्दन, जबड़े और शरीर के अन्य हिस्सों में मांसपेशियों में अकड़न का कारण बनता है। यह अक्सर कटे क्षेत्रों और घावों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करता है, लेकिन घाव की उचित देखभाल और टीकाकरण टेटनस को रोक सकता है। टेटनस को घाव की सही देखभाल और रखरखाव और टीकाकरण से रोका जा सकता है।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) द्वारा अनुशंसित कार्यक्रम के अनुरूप, डीटीपी-आईपीवी-एचआईबी-हेपबी 6, 10 और 14 सप्ताह की उम्र के शिशुओं को दिया जाना चाहिए। 6-इन-1 टीकाकरण इन 6 रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। यदि आपके शिशु का नियमित टीकाकरण चूक गया है, तो इसमे कोई दिक्क़त नहीं है, आप कभी भी इसे लेने के बारे में अपने शिशु के बाल रोग विशेषज्ञ से जांच करा सकते है। अतिरिक्त जानकारी के लिए, कृपया अपने बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
6-इन-1 टीकाकरण शिशुओं और माता-पिता दोनों को कई तरह के लाभ प्रदान करता है।
शिशुओं के लिए लाभ:
माता-पिता के लिए लाभ:
4. अधिक सुविधा
5. बाल रोग विशेषज्ञ के पास कम जाना
6. काम या पारिवारिक गतिविधि से कम समय निकालना
6-इन-1 टीकाकरण से होने वाले दुष्प्रभाव एकल टीकाकरण के समान ही होते हैं। इंजेक्शन की जगह पर सूजन या दर्द कॉम्बि नेशन वैक्सीनेशन के साथ थोड़ा अधिक हो सकता है, हालांकि यह फिर भी कई इंजेक्शन लगाने के दर्द से कम ही होगा। अन्य दुष्प्रभाव, जो अधिकांश टीकों में सामान्य हैं, उनमें बुखार, चिड़चिड़ापन और भूख न लगना शामिल हैं।
ऐसे समय में जब स्वास्थ्य का महत्व सबसे ज्यादा है, 6 इन1 टीकाकरण नवजात शिशुओं के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी सुविधा प्रदान करता है। यदि आपके नवजात शिशु का टीकाकरण रह गया है, तो सुनिश्चित करें कि आप इसके बारे में अधिक जानने के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
6-इन-1 टीकाकरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें।
डिस्क्लेमर: ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा जनहित में जारी। डॉ. एनी बेसेंट रोड,वर्ली ,मंबुई 400 030,भारत।
इस लेख में बताई जाने वाली जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इस लेख में निहित जानकारी चिकित्सा के विकल्प में नहीं है। अपनी स्थिति के संबंध में किसी भी चिकित्सीय प्रश्न, किसी भी अन्य प्रश्न या चिंता के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें। टीकाकरण के लिए संकेतित रोग सूची पूर्ण नहीं है, पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम के लिए कृपया अपने शिशु के बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
CL code: NP-IN-INH-OGM-220087, April 2022
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