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साधारण बिस्कुट, दूध या बिना स्वाद का बना कोई भी खाना अब आपके 18 महीने के बच्चे को पसंद नहीं आने वाला है। वह बड़ा हो रहा है और इसलिए उसका स्वाद और पसंद दोनों ही बदल रहे हैं। इसलिए, बच्चे के खाने में थोड़ी विविधता लाने से आप काफ़ी हद तक उसकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ उन्हें विभिन्न स्वादों से भी परिचित कराएंगी ।
यहाँ आपके 18 महीने के बच्चे के लिए ऐसे भोजन संबंधी सुझाव दिए गए हैं जो उनमें लगभग सभी पोषक तत्व की जरूरत को पूरा करते है ।
लौह तत्व: अपने बच्चे के आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से यह आगे चल कर उनके विकास में अहम भूमिका निभाता है । इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आपका बच्चा अपने भोजन में नियमित रूप से ब्रॉकोली और पालक जैसी सब्ज़ियों का सेवन करता हो ।
वसा: हो सकता है अब आपके बच्चे की भूख उतनी अधिक न हो जितनी पहले हुआ करती थी। इसलिए भले ही बच्चे की खुराक कम हो, लेकिन उसे दैनिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में वसा मिलना चाहिए । इसके लिए आप बच्चे को मक्खन के साथ नारियल या वसा युक्त फलों को दे सकती हैं जिससे उनमें वसा की उचित मात्रा बनी रहेगी ।
साबुत अनाज: साबुत अनाज के खाद्य पदार्थों का सेवन करने से लाभ तुरंत दिखाई नहीं देता है लेकिन समय के साथ इससे मिलने वाला लाभ जाहिर होता है। यहाँ तक कि अगर आप सफेद ब्रेड की जगह साबुत अनाज की ब्रेड देंगी तो भी यह बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए उपयोगी होगा ।
मांस: बढ़ती उम्र के साथ, आपका बच्चा मांस खाने लगेगा और समय के साथ उसका पाचन तंत्र भी मजबूत होने लगेगा। हालांकि अंडे के साथ, मांस की एक नियंत्रित मात्रा का सेवन, बच्चे की की प्रोटीन संबंधी आवश्यकताओं को अच्छी तरह से पूरा करता है।
फलियां: कुछ परिवार नियमित रूप से अपनी सब्जियों में फलियों वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग करते हैं, वहीं कुछ लोग कभी-कभार मेवों का सेवन भी करते हैं। यदि आपके बच्चे को मेवों से एलर्जी है, तो आप मटर के साथ-साथ अलसी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
दुग्ध उत्पाद: बच्चों के विकास के लिए दूध अभी भी एक प्रमुख मूलभूत तत्व है। यद्यपि बच्चे कोमलाई वाले दूध देने की भी सलाह दी जाती है, पनीर, केफिर जैसे उत्पाद भी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
सब्जियां: माता-पिता इस बात को लेकर परेशान हो सकते हैं कि लंबे समय तक सब्जियों में विविधता कैसे बना कर रखी जाए। लाद के साथ पत्तेदार सब्जियों का संतुलन बनाए रखते हुए, आप अपने बच्चे की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं, इसमें विविधता लाने के लिए सब्जियों को मिला-जुला नया व्यंजन तैयार कर सकती हैं ।
फल: अपने बच्चे के नाश्ते में ताज़े फलों को शामिल करना बेहद जरुरी है, क्योंकि बच्चे के शरीर में आवश्यक पोषण प्रदान करने का यह एक बेहतरीन जरिया है के। साथ ही बच्चों को मेवे भी देने चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए बहुत फायदेमंद होते है और वह इन्हे खाना भी पसंद करते हैं ।
इस उम्र में बच्चे के भोजन की मात्रा तुलनात्मक तौर पर उससे कम हो जाती है जितनी पहले हुआ करती थी। इसलिए, भोजन की मात्रा पर ध्यान देने के बजाय खाने से मिलने वाली कैलोरी पर अधिक ध्यान देना चाहिए। एक बच्चे को लगभग 1.2 किलो कैलोरी की आवश्यकता होती है।
जब आप अपने बच्चे के लिए सही खाद्य पदार्थों का चुनाव करती हैं तो इस दौरान आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि हो सकता है आप जो अपने बच्चे को खाने के लिए देने का सोच रही हैं वो उसकी आवश्यकताओं के अनुरूप ना हों। यहाँ कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिन्हें आप उनके भोजन में शामिल कर सकती हैं, इस प्रकार आपको भी इससे काफी मदद मिलेगी।
यदि आपका बच्चा अभी भी स्तनपान कर रहा है, तो यह अच्छी बात है यदि आप चाहे तो कभी-कभार उसके स्थान पर गाय या भैंस का दूध भी दे सकती हैं। इससे होने वाले पोषण संबंधी लाभ के अलावा, आप अपने बच्चे को दूध और पानी, बोतल की जगह कप से पिलाना सिखाए ।
बच्चों को फलों का रस निकाल कर या उसकी प्यूरी बनाकर देने से बचेंक्योंकि इससे आपके बच्चों को उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले रेशों का लाभ नहीं मिल पाता है । स्वाद का संतुलन बनाए रखने के लिए विभिन्न फलों को दें।
विभिन्न सब्जियों को मिलाकर दिलचस्प बनाने से बच्चे उन सब्जियों को भी खाने लगते हैं जो उन्हें पसंद नहीं है। रंगीन सब्जियों को कच्चा ही छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर ऐसे ही खाने को दिया जा सकता है।
यह संयोजन थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह दोनों ही जबरदस्त प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करते है। सप्ताह में वैकल्पिक रूप से चिकन और और मछली देने के साथ कभी-कभी सोया के टुकड़े और अंकुरित दालें भी बच्चों को दी जा सकती हैं।
जितना हो सके अपने बच्चे को सफेद ब्रेड न दें । बच्चे को सैंडविच देने के लिए हमेशा गेहूं की ब्रेड का ही इस्तेमाल करें । अनाज की आवश्यकता को पूरा करने के लिए, आप ब्रेड के बजाय आटे या सूजी के रस्क (सूखा टोस्ट) भी दे सकती हैं।
सैंडविच बनाते समय, ब्रेड पर खूब सारा मक्खन लगाकर बच्चे को दें। खिचड़ी या परांठे के साथ भी उन्हें घी डालकर दें । ये छोटे-छोटे उपाय आपके बच्चे में अच्छे और स्वस्थ वसा को बनाए रखेगा ।
बाजार में मिलने वाली ज्यादातर परिष्कृत और परिशोधित चीनी कोई खास फायदा नहीं पहुँचाती है, इसके बजाय मीठे के लिए गुड़ का उपयोग करने की सलाह पुराने ज़माने से दी जाती रही है। न केवल यह अधिक प्राकृतिक और स्वस्थ है, बल्कि इसकी मिठास भी काफी नियंत्रित रहती है।
चाहे आपका बच्चा रोजाना दूध का सेवन कर भी रहा हो, फिर उन्हें दूध युक्त अन्य उत्पाद देने आवश्यक है। दही के साथ विभिन्न प्रकार के चीज़ प्रोबायोटिक्स और अन्य पोषक तत्व प्रदान करते हैं जो केवल दूध अकेला प्रदान नहीं कर सकता ।
कच्चे सब्जियों को शामिल करके आप सलाद को स्वादिष्ट और आकर्षक बना सकती हैं ताकि बच्चा उन्हें चाव से खाए।या फिर उन्हें उनके आहार के मुताबिक सब्जियों को भाप में पका कर दें।
इससे पहले कि आप यह सोचें भी कि आपका बच्चा पर्याप्त पानी पी रहा है, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि रस और तरल खाद्य पदार्थ सादा पानी पीने के बराबर नहीं है। यदि आपका बच्चा पर्याप्त रूप से पानी नहीं पीता है तो उसे पाचन संबंधी समस्याओं और स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होने की संभावना है ।
यह भोजन सारणी, आपको अपने हिसाब से बच्चे के लिए आहार सारणी तैयार करने में सहायता कर सकती है।
दिवस | सुबह का नाश्ता | नाश्ता | दोपहर का भोजन | नाश्ता | रात का भोजन |
सोमवार | इडली और चटनी | केले के टुकड़े | सब्जियों वाली खिचड़ी और दही | एक गिलास दूध | पनीर का पराठा |
मंगलवार | उपमा | संतरे की फांकें | चावल के साथ मटर और गोभी की सब्जी | बादाम के साथ दूध का गिलास | आलू मसाला डोसा |
बुधवार | पीनट बटर और जैम सैंडविच | अमरूद के टुकड़े | मसूर दाल के साथ खिचड़ी | संतरे की स्मूदी | सब्जियों वाली खिचड़ी और दही |
गुरूवार | सेब के टुकड़ों के साथ ओट्स का दलिया | कीवी के टुकड़े | रोटी, दाल और खीर | सोयाबीन के कटलेट | सेवई |
शुक्रवार | पैनकेक और मिल्कशेक | स्ट्रॉबेरी के टुकड़े | मेथी का पराठा | छोटा पिज़्ज़ा | रोटी और मटर पनीर |
शनिवार | बेसन का पराठा | तरबूज के टुकड़े | मसाला भिंडी, चावल,दाल, सलाद | चीकू का मिल्कशेक | रोटी और चिकन करी |
रविवार | अंडा या पनीर भुर्जी सैंडविच | पपीते के टुकड़े | पालक और मूंग की खिचड़ी | बादाम के साथ एक गिलास दूध | केले का डोसा |
आपके बच्चे को हर रोज़ कम से कम आधा गिलास दूध पीना चाहिए।
बच्चे के लिए नए-नए नाश्ते बनाना और रात लिए भोजन तैयार करना आपके लिए बहुत आसान हो सकता है अगर आप बताई गई इन व्यंजन विधियों का पालन करेंगी तो ।
सोया से बने इस स्वादिष्ट कटलेट को आजमा कर देखें, इसका स्वाद बच्चे को इसे खाने से नहीं रोक पाएगा ।
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विधि
इस व्यंजन की परिवर्तनशीलता ही इसे बच्चों और बड़ों, दोनों का पसंदीदा बनाती है।
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केले का डोसा ! जी हाँ हम जानते हैं कि आप इसे सुनकर हैरान हो गई होंगी लेकिन यह जितना सुनने में अद्भुत लग रहा है उससे कहीं ज्यादा स्वाद में लाजवाब है । इसलिए बगैर देरी करे इसे तुरंत आजमाइए ।
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यह नाश्ते का व्यंजन पूरे परिवार का पेट भर सकता है ।
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विधि
SS: 257660257 (ALT:<पालक और मूंग की खिचड़ी>)
भोजन को लोकप्रिय बनाने के लिए उसमें कई ऐसी चीजें डालें, जो पोषण से भरपूर हों और जिनका हमें संयुक्त लाभ मिलें।
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विधि
ऊपर उल्लेखित व्यंजनों और भोजन सारणी के साथ, उम्मीद है आपको अपने सभी सवालों का उत्तर मिल गया होगा कि आपको अपने 18 महीने के बच्चे को उसके भोजन में क्या खिलाना है और क्या नहीं । साथ ही साथ उनके खाने में आने वाले बदलाव पर नजर भी रखें ।
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