टॉडलर (1-3 वर्ष)

19 महीने के बच्चे की वृद्धि और विकास

19 महीने की आयु में आपके बच्चे का विकास पूरी तरह से हो चुका है और यह पूरे घर में उसके द्वारा फैलाए हुए खिलौनों और अन्य सामान को देखकर समझा जा सकता है। इस उम्र में आपका बच्चा किसी भी चीज की ओर बहुत जल्दी ही आकर्षित हो सकता है और उतनी ही जल्दी वह उस चीज को छोड़ भी देता है। आपका बच्चा नई चीजों के लिए कैसा व्यवहार करता है, इस आयु में यह उसकी परिभाषित विशेषता है।

यह वह समय भी है, जब आपके बच्चे में ह्यूमर (विनोद) का भाव विकसित होना शुरू हो जाता है। अर्थात वह मजेदार चीजों को समझना शुरु करता है। आपके मुँह बनाने या कोई मजेदार गाना गाने पर आपके बच्चे का जोर से खिलखिलाकर हंसना आपको अच्छा लग सकता है। हालांकि वह छोटी-छोटी चीजों पर जल्दी रोना भी शुरू कर सकता है।

19 महीने के बच्चे के लिए आपको क्या करना चाहिए और विकास के मामले में वह कौन से पड़ाव में है, आइए इन बातों पर एक नजर डालते हैं।

19 महीने के बच्चे का विकास

19 महीने के बच्चों के लिए विकास के पड़ाव, नियम से ज्यादा एक सामान्य दिशानिर्देश होते हैं जो यह संदर्भित करते हैं कि बच्चे का विकास कितना हुआ है।इस दौरान बच्चा विभिन्न कार्यों को करने में सक्षम होगा और वह अपने आस-पास के वातावरण को और अच्छी तरह से समझेगा। इस समय बच्चा बोलने से ज्यादा कई शब्दों को समझने में सक्षम हो जाना चाहिए और वह बिना चीजों को फैलाए स्वयं चम्मच पकड़ कर खाना खाने में भी समर्थ होगा ।

कई मामलों में बच्चा अपने आस-पास हो रहे गलत व्यवहारों को भी समझ सकता है, जैसे यदि उसकी गुड़िया की एक आँख या एक कान निकल जाए, वह इस चीज को बहुत जल्दी ही समझ सकता है। कई छोटे-छोटे निर्णय भी वह खुद से ही लेगा और चलने- फिरने के मामले में वह बिना सहारे के दौड़ सकता है।

इस महीने में आपका बच्चा बहुत कुछ करने में सक्षम हो सकता है। वह अपने हाथों को धोने और सुखाने में सक्षम हो सकता है और आपको यह भी बता सकता है कि उसे कब टॉयलेट जाने की आवश्यकता है । वह पुस्तकों में देखे हुए चित्रों और वस्तुओं को अपनी तोतली भाषा में बोलकर इंगित कर सकता है।

19 महीने के बच्चे का विकास विभिन्न पहलुओं पर कितना हो सकता है आइए जानते हैं;

शारीरिक विकास

19 महीने के बच्चे का शारीरिक विकास उसके चलने की तीव्रता और उसके दौड़ने को संदर्भित करता है। नीचे कुछ शारीरिक विकास के बारे में चर्चा की हुई है, आइए जानते हैं;

  • 19 महीने का बच्चा बिना सहायता के विभिन्न दिशाओं में दौड़ सकता है। वह पीछे की ओर या एक तरफ से चलने में सक्षम हो सकता है और यहाँ तक कि अपने आप सीढ़ियां चढ़ सकता है।
  • बच्चा, योग्यता की तुलना में अधिक उत्साह के कारण दौड़ता है और दौड़ते समय उसका गिरना निश्चित है।
  • भले ही वह दौड़ सकता है लेकिन उसकी गतिविधियों पर उसका पूरा नियंत्रण नहीं है। दूरी को सटीक रूप से समझने में उसकी दूरदर्शिता नहीं होगी। इसलिए दौड़ते समय वह खुद को नियंत्रित करने और टकराने से बचाने में सक्षम नहीं होगा।

इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि आपके बच्चे के पास अपने दौड़ने के लिए सुरक्षित स्थान है। आपको कॉफी टेबल और कम ऊंचाई वाले फर्नीचर के किनारों पर स्पंज या पैड लगाना होगा ताकि टकराने पर बच्चे को चोट न लगे। आग के स्थान और अन्य किनारों को भी अच्छी तरह से ढक दें। सीढ़ियों के पास गेट भी गेट लगा दें ताकि आपका अत्यधिक उत्साहित बच्चा न गिरे। 

  • पहले की तुलना में 19 महीने के बच्चे का वजन उतना नहीं बढ़ता है।
  • इस आयु में बच्चा चीजों को सरलता से पकड़ सकता है। वह डिब्बों में भरी सामग्री को पकड़ने और यहाँ तक ​​कि फेंकने में भी सक्षम होगा और उसमें खेल के ब्लॉक्स को भी एक के ऊपर एक लगाने के लिए पर्याप्त निपुणता होगी।
  • आप उसकी उंगलियों का उपयोग बढ़ाने में मदद के लिए उपयुक्त खिलौने लाकर दे सकती हैं और उसे इसका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित भी कर सकती हैं। इससे वह और निपुण हो सकता है ।

सामाजिक और भावनात्मक विकास

भावनाओं के मामले में बच्चे का विकास शुरूआती महीनों में अधिक तेजी से होता है। उसकी मर्जी के अनुसार आपकी मदद करने के व्यवहार पर नजर रखना आवश्यक है। कुछ निम्नलिखित संकेत हैं जिन पर आप नजर रख सकती हैं, आइए जानें;

  • जब भी वह आपको कुछ करते हुए देखता है, तो आपकी मदद करने की कोशिश करता है। उसने कुछ महीनों तक आपको उत्सुकता से देखते हुए आपके द्वारा की हुई गतिविधियों के बारे में बहुत कुछ सीखा होगा और वह उस कार्य में आपकी नकल करने की कोशिश जरूर करेगा।
  • यदि वह आपको अपने कपड़े तह करते हुए या गाड़ी को धोते हुए देखता है, तो वह आपसे निश्चित रूप से उसे इसका हिस्सा बनाने के लिए कहेगा।
  • कोई भी कार्य करने के लिए उसका उत्साह उसकी क्षमता से अधिक होगा। फिर उसकी ख़ुशी के लिए आप उसे अपने साथ शामिल करने का तरीका ढूंढ़ें।

बच्चा जब आपकी मदद करना चाहता है तो उसे कार्यों में शामिल करने की कोशिश करें क्योंकि इससे बच्चे को प्रसन्नता होगी।19 महीने का आपका मासूम बच्चा आपसे बात नहीं करेगा। आप उससे सरल, हानिरहित गतिविधियां करवा सकती हैं, जैसे कार धोने के लिए पानी के पाइप को पीछे से पकड़े रखना, छोटी-छोटी चीजों की जिम्मेदारी देना जिन पर आपका भी ध्यान रहता है। 

  • भले ही उसे आकर्षण का केंद्र बनने में रस न हो किंतु कभी-कभी यह इच्छा उत्पन्न भी हो सकती है।
  • जब वह आपका ध्यान चाहता हो, तो उसे डांटे नहीं क्योंकि यह भविष्य में उसे हतोत्साहित कर सकता है।
  • आपके दूसरे बच्चे के जन्म के दौरान स्थितियां बच्चे के लिए कठिन हो सकती हैं। अपने बच्चे को ऐसी स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार करें, उसे उसके छोटे भाई या छोटी बहन का महत्व समझाएं।
  • इस बात के लिए बच्चे को तैयार करने के लिए आप उसे उसके कपड़ों को तह करने के लिए दे सकती हैं, उसकी वस्तुओं को दिखा सकती हैं और उसे अपनी बहन या भाई के लिए इन चीजों की आवश्यकता का महत्व भी समझा सकती हैं। इसके अलावा आप उसे एक गुड़िया भी दे सकती हैं ताकि वह एक बच्चे को प्यार करने का आदी हो जाए।

संज्ञानात्मक और भाषा विकास

इस उम्र में, यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि बच्चे का संज्ञानात्मक विकास लगभग कितना होना चाहिए। नीचे अनुमानतः कुछ बिंदु दिए गए हैं, आइए जानें;

  • बच्चा 10 से 50 शब्दों को समझ सकता है।
  • वह क्रियाओं की अपनी समझ का उपयोग करते हुए, सरल वाक्यांशों का निर्माण करने में सक्षम हो सकता है। सर्वनामों का उपयोग करते हुए वह आपको समझाने के लिए अपने विचार को प्रकट करने में सक्षम हो सकता है।
  • दिशा और शब्दों की समझ इसको पहचानने में मदद करने के लिए भी उसकी शब्दावली में होगी।
  • उसे और आगे विकास करने में मदद करने के लिए आप उसकी पुस्तकों पर विभिन्न चित्रों को इंगित कर सकती हैं और सरल वाक्यांशों व शब्दों का उपयोग करके उनका वर्णन कर सकती हैं। इसके अलावा, उसे रंगों के लिए शब्दों को समझाने की कोशिश करें।
  • खोज करना भी उसकी सीखने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वह अपने आस-पास की विभिन्न वस्तुओं की आकृतियों और अन्य भौतिक विशेषताओं को समझने व अनुभव करने की कोशिश करता है। एक ऐसा बॉक्स जिसमें वह सही स्थानों में सही वस्तुओं को रख सके, यह उसके लिए एक अच्छा खिलौना होगा ।

व्यवहार

19 महीने की आयु में आपका बच्चा स्वतंत्र व आत्मनिर्भर होने का प्रयास करता है और इसी प्रयास में वह आपकी बातों को अनसुना भी कर सकता है। ऐसी स्थिति में आप बच्चे पर नाराज होने के बजाय उसे प्यार से समझाएं कि आपकी बात उसके लिए कितनी सही है और अनुशासन योग्य व्यवहार की कुछ सीमा है। 

बच्चे के लिए अधिक कठोर न बनें और समझें कि वह अभी भी विकसित हो रहा है। यह सुनिश्चित करें, कि आप अपने बच्चे पर गुस्सा न हों और उसे अनुशासन का महत्व समझाते समय प्यार व स्वीकृति का एहसास कराएं।

आहार और पोषण

इस उम्र में आपका बच्चा आस-पास की सभी चीजों पर शक करता है। यदि आप चाहती हैं कि वह नए खाद्य पदार्थ खाने का प्रयास करे तो उसे खिलाने से पहले नए खाद्य पदार्थ बार-बार दिखाएं। चूंकि बच्चे का ध्यान जल्द ही भटक सकता है इसलिए भोजन करने में उसकी रूचि जल्दी ही खत्म हो सकती है।  भोजन के समय को 20 मिनट और हल्के स्नैक्स का सेवन लगभग दस मिनट तक ही सीमित करें।

यदि बच्चा अब भी ज्यादा से ज्यादा माँ का दूध पी रहा है, तो वह शायद ज्यादा भोजन न करे और उसे पर्याप्त मात्रा में आयरन व मिनरल नहीं प्राप्त हो रहे हों।  अपने 19 महीने के बच्चे के लिए भोजन के बारे में डॉक्टर से सलाह लें, ताकि उसका विकास स्वस्थ रूप से हो सके।

नींद

सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को एक दिन में कुल मिलाकर 12 से 14 घंटे की नींद मिले – उसकी ज्यादातर वृद्धि सोते समय होती है। इसलिए उसकी नींद का समय निश्चित करें और सर्वोत्तम परिणामों के लिए यह समय निरंतर व नियमित होना चाहिए। बच्चे की सोने जगह उपयुक्त होनी चाहिए और यदि उसकी नींद में किसी भी प्रकार की बाधा आती है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

पॉटी ट्रेनिंग

इस आयु में बच्चा अपने गंदे डायपर की ओर इशारा करना शुरू कर देता है। इसका मतलब है कि उसको डायपर में असहज महसूस होता है और अब उसके पॉटी परीक्षण का समय भी शुरू हो चुका है। खयाल रहे इस प्रक्रिया में बच्चे को पूरी सावधानी और प्रोत्साहन के साथ संभालें।

खेल और गतिविधियां

19 महीने के बच्चे के लिए कुछ ऐसी गतिविधियां होती हैं जो आगे चलकर उसकी स्किल और मानसिक विकास को उजागर करने में मदद करती हैं। कुछ गतिविधियां इस प्रकार हैं;

  • बच्चे को सुबह उठने के बाद से ही ऐसी गतिविधियों में व्यस्त रखें जो उसके विकास में मदद करती हैं। कुछ विचारशील खिलौने, जैसे चौकोर आकर के छोटे-छोटे क्यूब या किचन के बर्तनों वाले खिलौने उसे दें। इनमें वह लंबे समय तक व्यस्त रहेगा और उसकी संज्ञानात्मक व मानसिक क्षमताओं में भी वृद्धि होगी।
  • हमेशा उस पर नजर रखें क्योंकि यदि आप लंबे समय तक अपने बच्चे की आवाज नहीं सुनती हैं तो वह निश्चित रूप से कुछ शरारत भी कर सकता है।
  • उसे आपके वाक्यों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करें – ऐसा करते समय आप पुस्तक पर एक छवि को इंगित करते हुए एक वाक्य कह सकती हैं और अंत में रूक कर बच्चे को वाक्य पूरा करने का समय दें।

माता-पिता के लिए सुझाव

  • बच्चे को कब्ज से बचाने के लिए ज्यादातर तरल पदार्थ और फाइबर उसके आहार में शामिल करें।
  • पैदल घूमने के लिए आप बच्चे को वॉकर दे सकती हैं। शारीरिक गतिविधियों से न सिर्फ उसकी मांसपेशियां मजबूत होगी बल्कि उसकी भूख भी बढ़ेगी ।
  • बच्चे को उसकी आयु के अनुसार खिलौने दें क्योंकि इस उम्र में उसे हर चीज चबाने या काटने की आदत होती है।
  • बच्चे की गतिविधियों के लिए अपने घर को सुरक्षित करें।

डॉक्टर से परामर्श कब करें

19 महीने की आयु में आपके बच्चे का अधिक सक्रिय होना निश्चित है इसलिए दुर्घटनाएं होने की संभावना हो सकती है- यदि आप बच्चे के शरीर में छोटा सा कट या चोट देखती हैं और उसे बिना किसी कारण से रोते हुए देखती हैं तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। तर्क से ज्यादा अपनी मातृ प्रवृत्ति पर भरोसा करें – पछताने से हमेशा सुरक्षित रहना बेहतर होता है, इसलिए यदि आपको थोड़ी सी भी शंका हो तो उसे दूर करने के लिए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

19 महीने की आयु में आपका बच्चा पूरी तरह से स्वतंत्र रहने की कोशिश करता है, भले ही उसे आपकी कितनी भी आवश्यकता क्यों न हो और यही इस आयु की विशेषता मानी जाती है।

तथापि हमेशा उस पर नजर रखें क्योंकि आप अंदाजा नहीं लगा सकती हैं कि वह क्या कर रहा है। अक्सर बच्चों में पहली यादें 19 महीने में बनना शुरू हो जाती हैं इसलिए सुनिश्चित करें कि वह ज्यादातर हंसता-मुस्कुराता रहे और आप उसकी अनेक तस्वीरें क्लिक करके रखें ।

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

3 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

3 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

3 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

5 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

5 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

5 days ago