टॉडलर (1-3 वर्ष)

20 महीने के बच्चे की वृद्धि और विकास

20 महीने की आयु में आपका बच्चा आपके द्वारा किए गए हर कार्य की अत्यधिक नकल करता है। वह आपके पसंदीदा इशारों से लेकर आपकी आवाज और उसकी पिच की भी नकल करता है। इस आयु में बच्चा अपनी नकल करने की कला से अपनी सुनने की कला और मोटर स्किल को और अधिक विकसित करता है।

20 महीने के बच्चे का विकास

इस उम्र के बच्चों के बीच अलगाव की चिंता के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। हालांकि, आपका बच्चा धीरे-धीरे आपकी दैनिक दिनचर्या का अभ्यस्त हो जाएगा जैसे आपका काम के लिए घर से जाना और शाम को घर वापस आना। घर से बाहर निकलने से पहले और घर वापस लौटने के बाद प्यार और स्नेह दिखाना जरूरी है ताकि वो सुरक्षित महसूस करे और समझ सके कि घर पर थोड़ा शांत या अकेला समय उसके लिए बुरा नहीं बल्कि अच्छा है।

शारीरिक विकास

20 महीने के बच्चों में शारीरिक विकास की शुरुआत उनके चलने से होती है, आइए जानते हैं उनके अन्य शारीरिक विकास;

  • इस उम्र में लड़कों के लिए आदर्श वजन 11.3 किलोग्राम है जबकि लड़कियों के लिए यह 10.7 किलोग्राम है। डब्ल्यू.एच.ओ. के मानकों के अनुसार, लड़कों की लंबाई 84.2 सेमी तक होना चाहिए, जबकि लड़कियों की लंबाई 82.8 सेमी होने की अपेक्षा होती है।
  • इस आयु में चलना सीखने वाले बच्चे का विजन अब तक 20/20 होना चाहिए और वो अपने आसपास की दुनिया का अवलोकन करने में सक्षम होना चाहिए ।
  • जब वह ब्लॉक्स के ढेर को जमाने में और सटीकता के साथ चीजों को फेंकने में कामयाब होने लगेगा, उसका हाथ से आँख का समन्वय उनकी दृष्टि के विकास के साथ-साथ चलेगा।
  • आपका बच्चा धीरे-धीरे ड्रॉइंग और आड़ी-तिरछी रेखाएं बनाने में रुचि दिखाएगा। ड्रॉइंग करना और आड़ी-तिरछी रेखाएं बनाना एक संकेत है कि बच्चे का मोटर स्किल विकसित हो रहा है। पूर्ण मोटर स्किल का विकास तब भी होता है जब वे अभ्यास करते हैं कि कैसे चलें, घुटनों के बल चलें, बैठें और अपने चारों ओर घूमें।

सामाजिक और भावनात्मक विकास

20 महीने के बच्चों में पाए जाने वाले विकास के सामाजिक और भावनात्मक पड़ाव निम्नानुसार हैं;

  • समानांतर खेल इस उम्र के बच्चों के बीच एक आम विशेषता है। आपका बच्चा दूसरों के साथ नहीं खेल सकता है, लेकिन कमरे में किसी और के साथ होने और फिर भी अपनी दुनिया में रहने में उसे कोई दिक्कत नहीं होगी।
  • इस उम्र में आपके बच्चे द्वारा दूसरों को काटना और धक्का देना आम है। बच्चे के आवेग पर नियंत्रण की भावना अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई है, इसलिए उसे साझा करने में मुश्किल हो सकती है।
  • बच्चा आपसे लगातार ‘न’ कहना पसंद करेगा। यह अवहेलना नहीं बल्कि पुष्टि है, क्योंकि इसका मतलब है कि वह आप पर भरोसा करता है और आपके धैर्य का परीक्षण कर रहा है।
  • बच्चा प्रतीकात्मक खेल गतिविधियों का आनंद लेगा जैसे कि गुड़िया या अन्य खिलौनों को नहलाना और दूसरों की नकल करना।
  • बच्चा दूसरों के साथ खेलने का आनंद ले सकता है और धीरे-धीरे अन्य बच्चों के साथ बातचीत करने के संकेत दे सकता है। यह समानांतर खेल से होने वाला विकास है, क्योंकि वह सीखता है कि दूसरों के साथ सामाजिक रूप से कैसे संबंध बनाएं।

संज्ञानात्मक और भाषा विकास

इस आयु में आपका बच्चा बौद्धिक और भाषा विकास के संकेत देना शुरू कर देगा। निम्नलिखित कुछ संकेत दिए हुए हैं, आइए जानते हैं;

  • आपका बच्चा धीरे-धीरे बड़बड़ाना बंद कर देगा और बोलना शुरू कर देगा। इसलिए यही समय है जब आप उसे बोलना व शब्दों का उच्चारण करना सीखा सकती हैं। उसे अलग-अलग चीजों से परिचित कराएं और उनके नाम बताएं।
  • आपका बच्चा समझ जाएगा कि आप क्या कह रहे हैं और 12 से 15 शब्द या उससे अधिक की शब्दावली विकसित करेगा।
  • आपका बच्चा रोजमर्रा के कामों के लिए बहुत उत्सुक होगा और आपकी मदद करना चाहेगा। उसे प्लेट पर चम्मच सेट करने या खिलौने को गिराने और उन्हें वापस एक साथ रखने की कोशिश जैसे सरल कार्य दें।
  • अपने बच्चे से कमरे में पजामा की एक जोड़ी लाने को कहें और वह वास्तव में यह करेगा। जैसे-जैसे उसकी शब्दावली का विस्तार होगा, वह सरल निर्देशों को समझेगा और अधिक जटिल निर्देशों को सीखेगा।

व्यवहार

इस आयु में आपका बच्चा आपसे भरपूर स्नेह की अपेक्षा रखता है और आपकी नकल कर सकता है। वह अपने स्टफ्ड टॉयज को केले और स्नैक्स खिलाने या आपके जूते पहनने की नकल कर सकता है। उसकी इस उम्र में आप उसके आदर्श हैं और यदि वह आपकी नकल करता है तो इसमें आश्चर्यचकित होने की बात नहीं है। आपका बच्चा अक्सर आपसे आलिंगन और गले लगाने के लिए कह सकता है और यह एक सामान्य बात है। उस पर पर्याप्त ध्यान दें और उसके साथ बातचीत करें। कुछ बच्चे जितने शांत दिखते हैं उतने नहीं होते और जल्दी गुस्सा हो सकते हैं। इसे ‘टेरिबल टूज’ के रूप में जाना जाता है जिसे नीचे वर्णित किया गया है।

टेरिबल टूज

टेरिबल टूज से अधिकांश माता-पिता का सामना होता है और यह मुखर और वर्चस्वपूर्ण व्यवहार के रूप में प्रकट होता है। उदाहरण के लिए, यदि आप अपने बच्चे को उसकी इच्छा अनुसार खिलौना नहीं खरीद कर देते हैं तो वह जिद करते हुए सीधे जमीन पर लेट सकता है या जो आप उसे देते हैं उसे खाने से इनकार करके आपको परेशान कर सकता है। वह आपसे उन चीजों के लिए पूछ सकता है, जिस पर वह अपना अधिकार जमा सके और आपकी उसमें कोई दखलंदाजी न हो।

आहार और पोषण

एक अभिभावक के रूप में, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपका बच्चा “नेचर डेफिसिट डिसऑर्डर” से पीड़ित न हो। घर के बाहर समय बिताना, कैम्पिंग और पिकनिक पर जाना या बाहर ग्रिलर में सब्जियों को ग्रिल करना मूड-ठीक करने और सीखने की एक अद्भुत गतिविधि है। अपने बच्चे को दिखाएं कि सब्जियां कहाँ से आती हैं और बीज कैसे लगाए जाते हैं।उसे खेती के गुण से परिचित कराएं और उसे मछली पकड़ना सिखाएं। अपने बच्चे को बताएं कि जो खाद्य पदार्थ वह खाता है, वो सब कहाँ से आता है। बच्चे को पानी की गुणवत्ता को जांचना भी सिखाएं और यह भी बताएं कि पानी कितना महत्वपूर्ण होता है। नल खोलने से लेकर प्लेट में खाना परोसने तक, स्वास्थ्यप्रद आहार का सेवन करने की आदत सामान्यतः भोजन और पोषण के मूल को समझने से ही पड़ती है। आपका 20 महीने का बच्चा जब यह समझ जाएगा तो भोजन करने में कभी भी नहीं हिचकिचाएगा।

नींद

20-महीने के बच्चों के लिए उचित शयन की आदत एक आधारशिला है। आपका बच्चा संभवतः सही नींद की दिनचर्या का पालन करना शुरू कर देगा। यदि ऐसा नहीं है, तो हमारा सुझाव है कि आप उससे ऐसी एक दिनचर्या का पालन कराना शुरू कर दें। सोते समय उसे गोद में उठाकर झुलाने की आदत को छुड़ाने की कोशिश करें। बच्चे को दिखाएं कि वो कैसे एक कंबल का उपयोग करके या लोरी सुनके आराम से सो सकता है। सोने से 30 मिनट पहले बच्चे को टीवी न देखने दें क्योंकि यह नींद को बाधित कर सकता है और एक आरामदायक नींद को खराब कर सकता है।

खेल और गतिविधियां

20 महीने के बच्चे के लिए कुछ खेल व गतिविधियां हैं, जिन्हें आप बच्चे के विकास के लिए आजमा सकती हैं।

  • यदि आप एक कलाकार हैं, तो आप अपने बच्चे को स्केच, पेंट या चित्र बनाना सिखा सकती हैं। आपका बच्चा अब तक एक सीधी रेखा खींचने में सक्षम होगा और ड्रॉइंग या पेंटिंग के माध्यम से अपनी मोटर स्किल्स में वृद्धि कर सकेगा ।
  • यदि आपका बच्चा दूसरों का साथ कुछ बांटने या खेलने से नफरत करता है, तो उसके साथ ‘किक द बॉल’ खेलें या दो भाई-बहनों को एक साथ खिलाएं। आपका बच्चा निश्चित रूप से खेल में भाग लेने के लाभों पर ध्यान देगा और मजे से शामिल होना चाहेगा।
  • अपने हाथ में एक वस्तु (या खिलौना) लें, धीरे-धीरे इसे बंद करें और अपने हाथों को अपनी पीठ के पीछे लाएं। अब हाथ को अपने सामने लाएं और उससे पूछें कि वस्तु किस हाथ में है।

माता-पिता के लिए सुझाव

यहाँ कुछ सुझाव दिए हुए हैं जिन्हें आप अपने बच्चे के विकास पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए शामिल कर सकती हैं;

  • सीमाएं और अवधि निर्धारित करें, यदि कोई बड़ा भाई एक बुरा काम करता है और छोटा उसे कॉपी करता है, तो बड़े को फिर से दोहराने से मना करें और समझाएं कि यह दूसरों को कैसे नुकसान पहुँचाता है। यदि कोई भाई-बहन नहीं है तो अपने बच्चे के साथ सौम्य रहें और बताएं कि आक्रामक व्यवहार सामान्य रूप से स्वीकार्य नहीं है, यह पीड़ादायक भी हो सकता है।
  • बच्चे के साथ खेलें, अपने बच्चे को घर के अंदर और बाहर दोनों जगह खेल खेलना सिखाएं। यह उसके मस्तिष्क को उत्तेजित करेगा, उसे एक नया अनुभव देगा और संज्ञानात्मक व भावनात्मक विकास को बढ़ावा देगा।
  • सुनिश्चित करें कि बच्चा समय पर भोजन करता है और साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि बच्चा प्लेट में भोजन नहीं छोड़ता है।
  • सही समय पर सोने की आदत डालें और सुनिश्चित करें कि अन्य दैनिक दिनचर्या भी (जैसे खेलने का समय, डे-केयर में जाना, पार्क जाना आदि) सही हों।
  • दिन के आखिर में जाकर सब तितर-बितर सामान और खिलौने ठीक करें। इससे आपको सफाई करने में आसानी होगी और आप कम थकेंगे ।
  • सकारात्मक व्यवहार को सुदृढ़ करने और नकारात्मक व्यवहारों को कम करने के लिए आवश्यकता पर बच्चे की प्रशंसा करें।

डॉक्टर से परामर्श कब करें

यदि आपके बच्चे में निम्नलिखित समस्याएं उत्पन्न होती हैं तो आप डॉक्टर से संपर्क करें;

  • यदि बच्चे के विकास विशेषकर शारीरिक विकास में देरी हो रही है।
  • बच्चा हर समय चुप रहता है और बात नहीं करता है।
  • बच्चा अन्य बच्चों के साथ नहीं खेलता है और खेल व मजेदार गतिविधियों में कम रुचि दिखाता है।
  • बच्चे को भूख की कमी है और जो भी आप देते हैं वह उसे खाने से मना करता है या उसे खाने में अधिक रूचि नहीं है।
  • आपका बच्चा अभी भी बड़बड़ाता है या आपके द्वारा दिए गए सरल निर्देशों को समझने में सक्षम नहीं है।
  • 20 महीने के बच्चे का वजन डब्ल्यू .एच.ओ. के मानकों / दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं है।

बच्चे का पालन पोषण करने का कोई निश्चित तरीका नहीं है, हर बच्चा अद्वितीय है और हर बच्चा अपनी गति से बढ़ता है। मुख्य बात यह है कि सकारात्मक रहें, धैर्य रखें और उसे पर्याप्त समय, प्यार और पोषण दें। बच्चे की स्वस्थ आदतें निर्धारित करें और उसके जीवन के हर पहलू में संयम व संतुलन का लक्ष्य रखें। आप निश्चित रूप से अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान देती हैं और यह अपने आप में, उसके जीवन के हर क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहित करेगा ।

सुरक्षा कटियार

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