टॉडलर (1-3 वर्ष)

2 साल (24 महीने) के बच्चे के लिए फूड चार्ट

बच्चों के बड़े होने के साथ उनकी खाने की आदतें तेजी से बदलती हैं। पहले दो सालों के भीतर, आपके बच्चे के दाँत निकलने शुरू हो जाएंगे, वह ठोस आहार खाने लगेगा और लगभग उसी समय भोजन करने लगेगा जिस समय परिवार के बाकी लोग करते हैं।

बच्चे की खाने की आदतें कैसे बदलती हैं

जैसे ही बच्चे के दाँत निकलना शुरू होते हैं, वह ठोस आहार खाना शुरू कर देता है।

डेढ़ साल (18 महीने) की उम्र में, ज्यादातर बच्चे चम्मच का इस्तेमाल करके खुद से खाना खाने लगते हैं।

24 महीनों की आयु तक आते-आते बच्चे नियमित रूप में घर के बड़ों के साथ भोजन करने लगते हैं। हालांकि बच्चे बहुत चंचल होते हैं और खाने के समय अनमने होकर नखरे कर सकते हैं।

बच्चे में खाने की अच्छी आदतें डालने लिए उपयोगी टिप्स

एक बच्चे की खाने की आदतें और स्वाद तभी स्थापित होते हैं जब वह पहली बार ठोस खाद्य पदार्थ खाना शुरू करता है। यह वह समय है जब माता-पिता को बच्चे में खाने की स्वास्थ्यवर्धक आदतें डालने की कोशिश करनी चाहिए।

  • अपने बच्चे को फास्ट फूड और मीठे एयरेटेड ड्रिंक्स से परिचित कराने में जल्दी न करें, और उसके लिए ताजे, पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता दें।
  • भोजन के लिए निश्चित समय रखें। एक नियमित दिनचर्या बनाने से आपके बच्चे को रोज एक निश्चित समय पर भूख लगेगी और वह सही समय पर भोजन कर पाएगा।
  • भोजन से ठीक पहले अपने बच्चे को भारी स्नैक्स या बहुत सारे पेय पदार्थ न दें।
  • प्रत्येक बार भोजन की अवधि 20 मिनट से नहीं होनी चाहिए

2 साल के बच्चे के लिए आहार

जबकि हमारे लिए एक संतुलित आहार आवश्यक होता है, बच्चों के लिए ऐसे पोषणयुक्त आहार की आवश्यकता होती है जो उन्हें बढ़ने में मदद करता है।

1. डेयरी उत्पाद

दूध, दही और पनीर सभी कैल्शियम से भरपूर होते हैं। कैल्शियम मजबूत हड्डियों के निर्माण में मदद करता है। यदि आपका लैक्टोज इंटॉलरेंट है, तो उसे कैल्शियम की पूर्ति के लिए कैल्शियम सप्लीमेंट देने की आवश्यकता हो सकती है।

2. चिकन

चिकन और अन्य मांसाहारी खाद्य पदार्थों में आसानी से अवशोषित होने वाले आयरन की अच्छी मात्रा होती है। आयरन खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है और एनीमिया से बचाव करता है। शाकाहारी भोजन में पाया जाने वाला आयरन शरीर को अवशोषित करने के लिए कठिन होता है, और इसलिए आपके बच्चे को आवश्यक मात्रा प्राप्त करने के लिए कम से कम दो बार इसका सेवन करना होगा।

3. मछली

मछली एसेंशियल फैटी एसिड (ईएफए) का एक अच्छा स्रोत है। ईएफए इम्युनिटी बनाने में मदद करता है और हृदय प्रणाली (कार्डिओवैस्क्युलर) को मजबूत करता है। शाकाहारियों को ईएफए स्रोतों के उचित आहार की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह शरीर में स्वयं उत्पन्न नहीं होता है और केवल बाहरी चीजों से प्राप्त किया जा सकता है।

4. स्वास्थ्यवर्धक तेल

अलसी, अखरोट, सोयाबीन, और अन्य सूखे मेवे और उनके तेल में उचित मात्रा में ईएफए होते हैं।

5. गाजर

हम जानते हैं कि गाजर में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए होता है। पालक, केल, और अन्य सब्जियों में भी विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है। अपने बच्चे के आहार में विभिन्न विटामिनों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना आवश्यक है। विटामिन ए हड्डियों के विकास में मदद करता है।

6. खट्टे फल

नींबू और संतरे विटामिन सी के बहुत अच्छे स्रोत होते हैं। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा विटामिन सी मसूड़ों और रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने और घावों से जल्दी उबरने में मदद करता है। अमरूद, आम, केला, टमाटर और पालक में भी विटामिन सी पाया जाता है।

7. सूर्य का प्रकाश

यद्यपि तकनीकी रूप से यह भोजन नहीं है, लेकिन यह कुछ ऐसा है जिसे शरीर अवशोषित करता है, इसलिए हमने इसे इस सूची में शामिल करने का निर्णय लिया है, क्योंकि यह विकास में अभिन्न भूमिका निभाता है। सूर्य के प्रकाश से हमें जो तत्व प्राप्त होता है वह विटामिन डी। एक बच्चे को अपनी अधिकतम वृद्धि क्षमता प्राप्त करने के लिए विटामिन डी बहुत आवश्यक है। मछली और डेयरी उत्पादों से भी विटामिन डी मिलता है।

8. केले

मैग्नीशियम और पोटेशियम, दोनों तत्व जो हृदय के स्वास्थ्य और मांसपेशियों के लिए आवश्यक हैं, केले में पाए जाते हैं। इस लाभकारी फल को बच्चे के लिए बनाए जाने वाले सीरियल्स और अन्य खाद्य पदार्थों में शामिल करें ताकि यह उसके रोज का आहार बन सके।

2 साल के बच्चे के लिए फूड चार्ट

सुबह का नाश्ता सुबह के नाश्ते के कुछ समय बाद दोपहर का खाना दोपहर के भोजन के बाद रात का खाना
रविवार ताजे फलों के साथ सीरियल एक कप दूध किसी भी दाल के साथ चावल और दही दूध के साथ पनीर कटलेट मिस्सी रोटी के साथ आलू मटर
सोमवार मूंग दाल चीला या डोसा मौसमी फल चपाती के साथ मिश्रित सब्जियों की करी फलों का मिल्कशेक सोया बड़ी फ्राई के साथ चपाती
मंगलवार टोस्ट के साथ उबला हुआ अंडा वेजिटबल सूप वेज बिरयानी के साथ खीरा स्टिक्स दूध और बिस्कुट सब्जी डालकर बनाई गई खिचड़ी
बुधवार इडली और सांभर चटनी के साथ 2 इडली दही के साथ आलू पराठा फल चावल के साथ उबला हुआ चिकन
गुरूवार सूखे मेवे युक्त रागी का दलिया फल चना दाल खिचड़ी उपमा 2 कटलेट (वेज या नॉन वेज) के साथ वेजिटेबल सूप
शुक्रवार दूध में पकाए हुए ओट्स पनीर भुर्जी चपाती के साथ रसेदार छोले ओट्स खिचड़ी सांभर के साथ चावल
शनिवार वेजिटेबल पराठा दूध और बिस्कुट पनीर पुलाव समोसा दही के साथ वेजिटेबल पुलाव

2 साल के बच्चे के लिए टेस्टी रेसिपीज

यहां फूड चार्ट से कुछ चुनिंदा रेसिपीज बताई जा रही हैं जिनके बारे में शायद आप नहीं जानती होंगी।

1. मूंग दाल चीला

दिन के लिए एक शक्तिवर्धक शुरुआत!

सामग्री

  • 1 कप मूंग दाल
  • 1/4 चम्मच हल्दी और लाल मिर्च पाउडर, 1/2 चम्मच भुना जीरा
  • नमक स्वादानुसार
  • 1/4 कप कटा हुआ प्याज
  • 1 चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक
  • 1 कटी हुई हरी मिर्च
  • चुटकी भर हींग (हींग)
  • मक्खन

विधि

  • मूंग दाल को रात भर पानी में भिगोएं।
  • पानी निकालकर और थोड़े पानी के साथ पीसकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं – डोसे के घोल के समान।
  • घोल में मसाले डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
  • इसमे एक चुटकी हींग डालें और फिर से मिलाएं।
  • घोल को 15-20 मिनट तक रख कर छोड़ दें।
  • एक नॉन-स्टिक पैन में मक्खन गरम करें और घोल को डोसे की तरह फैलाएं।

2. नारियल की चटनी

यह डोसे और इडली के साथ परंपरागत रूप से परोसी जाती है !

सामग्री

  • ½ कप ताजा कसा हुआ नारियल
  • 2 बड़े चम्मच तला हुआ पीला चना
  • ½ चम्मच जीरा
  • 1 हरी मिर्च
  • 1 लहसुन की कली
  • ½ चम्मच सरसों
  • ½ चम्मच उड़द दाल
  • हींग
  • करी पत्‍ता

विधि

  • तड़के वाले मसालों को छोड़कर सभी अवयवों को एक साथ पीस लें।
  • पीसते समय पानी और नमक (स्वादानुसार) डालें।
  • एक पैन में थोड़ा तेल गर्म करें, उसमें बाकी मसालों को भून लें।
  • इस मसाले में पीसी हुई चटनी डालें और आंच बंद कर दें । इडली या डोसे के साथ परोसें।

3. चना दाल खिचड़ी

यह एक सरल रेसिपी है जिसमें कम मसालों का उपयोग होता है और यह चने के प्राकृतिक स्वाद से भरपूर होती है।

सामग्री

  • 1/2 कप चावल
  • 1/2 कप चना दाल
  • 1 चुटकी हींग
  • 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • तेल, पानी, नमक

विधि

  • बनाने से 30 मिनट पहले चावल भिगो लें।
  • चना दाल को बनाने से 4-5 घंटे पहले भिगोया जाना चाहिए। (यदि आपके पास अधिक समय नहीं है, तो आप इसे लगभग 30 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगो सकते हैं)
  • प्रेशर कुकर में 1 बड़ा चम्मच तेल गरम करें और हींग डालें।
  • पानी निकाल के चना दाल डालें स्वादानुसार नमक मिलाएं।
  • 1 कप पानी डालें और 6 मिनट या 2 सीटी देकर पकाएं।
  • इसके ठंडा होने के बाद, चावल डालें, आवश्यकता हो तो पानी मिलाएं और 1 या 2 सीटी आने तक फिर पकाएं ।

4. पनीर कटलेट

सब्जियों से बनने वाले आम कटलेट में पनीर डालने से उसमें प्रोटीन और कैल्शियम की बढ़ोत्तरी हो जाती है और वह कटलेट को विशिष्ट रूप से नरम बनावट भी देता है।

सामग्री

  • 200 ग्राम पनीर
  • 150 ग्राम आलू
  • 100 ग्राम गाजर
  • 1/3 कप मटर
  • 2 चुटकी हल्दी पाउडर
  • 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • आधा चम्मच धनिया पाउडर
  • आधा चम्मच जीरा पाउडर
  • ¼ चम्मच गरम मसाला
  • 1 हरी मिर्च
  • लहसुन की 2 कलियां
  • अदरक का 1 इंच का टुकड़ा
  • 3 बड़े चम्मच चावल का आटा
  • 3 बड़े चम्मच रवा
  • 3 बड़े चम्मच तेल

विधि

  • हरी मिर्च, लहसुन और अदरक को काट लें और पीस कर एक पेस्ट बना लें।
  • सब्जियों को छीलें और काटें और प्रेशर कुकर में 2 कप पानी के साथ 4 सीटी तक पकाएं।
  • ठंडा होने पर उनका पानी निकाल लें और पकी हुई सब्जियों को किसी बर्तन में निकाल लें ।
  • सब्जियों में, पेस्ट और मसाला डालें और अच्छी तरह से मिलाएं।
  • इसमें पनीर मिलाएं (पनीर चूर चूर किया हुआ या कसा हुआ होना चाहिए)।
  • चावल के आटे के 3 बड़े चम्मच और स्वादानुसार नमक डालें, और फिर से मिलाएं ।
  • मिश्रण के छोटे हिस्से करें और टिक्की के आकार में बना लें।
  • इन पर रवा की परत लगाएं और दोनों तरफ सुनहरा भूरा होने तक एक उथले पैन में भूनें। केचप या चटनी के साथ परोसें।

5. सोया चंक्स फ्राई

एक स्वास्थ्यप्रद व्यंजन जो बनाने में सरल है। यह चपाती और चावल दोनों के साथ बहुत स्वादिष्ट लगता है!

सामग्री

  • 1/2 कप सोया चंक्स
  • 2 प्याज, कटे हुए
  • 1 हरी मिर्च, कटी हुई
  • अदरक का 1 लंबा टुकड़ा
  • 4 लहसुन की कलियां, कटी हुई
  • आधा छोटा चम्मच गरम मसाला
  • आधा छोटा चम्मच चाट मसाला
  • 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 2 टमाटर, बारीक कटे हुए
  • धनिया के पत्ते
  • 2 बड़े चम्मच तेल

विधि

  • लगभग 20 मिनट के लिए गर्म पानी में सोया चंक्स को डुबोएं।
  • एक बर्तन में तेल डालकर प्याज भून लें।
  • जब प्याज सुनहरा-भूरा हो जाए, तो लहसुन और अदरक डालें।
  • टमाटर डालें।
  • जैसे जैसे मिश्रण पकने लगे उसमें मसाले डालें और अच्छी तरह मिलाएं। आंच बंद कर दें।
  • अब, सोया चंक्स से पानी निकाले लें (आप को उन्हें निचोड़ने और पानी को छलनी द्वारा निकालने की आवश्यकता हो सकती है)।
  • सोया चंक्स को मिश्रण में डालें और फिर से पकाना शुरू करें।
  • स्वादानुसार नमक डालें और बर्तन की सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं ताकि सोया चंक्स में मसाले की परत लग जाए, (आप थोड़े चटपटे स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा नींबू का रस भी मिला सकती हैं)।
  • एक बर्तन में सोया चंक्स तब तक पकाएं जब तक कि भुन न जाए।
  • आंच को बंद कर दें और बारीक कटी हुई धनिया पत्ती से सजाएं । गरमागरम परोसें।

2 साल के बच्चे को कैसे खिलाएं

  • 2 साल के बच्चे को स्वास्थ्यवर्धक भोजन खिलाते समय, खाई जाने वाली मात्रा को लेकर ज्यादा परेशान न हो। ये हर बच्चे में अलग-अलग दिनों व आहार के अनुसार बदल जाता है ।
  • 2 साल के बच्चे के भोजन में आर्टिफिशियल सप्लीमेंट्स शामिल करने की आवश्यकता नहीं है।
  • 2 साल के बच्चे के लिए भारतीय विधि से बनाया गया आहार मसालेदार हो सकता है। यदि आपका बच्चा इसमें आनाकानी करता है, तो आप मसालों की मात्रा को कम कर सकती हैं, विशेष रूप से लाल और हरी मिर्च को।
  • हर भोजन से पहले अपने बच्चे को उसके बारे में बताएं। यह उन्हें भोजन के बारे में सोचने और भूख पैदा करने में मदद करता है।
  • अपने बच्चे के आने से पहले भोजन तैयार और परोस कर रखें।
  • अपने बच्चे की खाने की आदतों को दंडित या पुरस्कृत न करें क्योंकि यह भोजन के प्रति समस्यात्मक रवैया पैदा कर सकता है और भोजन के प्रति आपके बच्चे की रुचि को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • अपने बच्चे को खाने के साथ टीवी देखने की अनुमति न दें। क्योंकि खाना खाने के दौरान उसे भोजन पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। इसके बजाय उससे बात करें और उसे परिवार के सभी सदस्यों के साथ बातचीत में शामिल करें।

बहुत से लोगों को लगता है कि ताजा पौष्टिक खाना जिसमें प्रिजर्वेटिव्स नहीं होते हैं, उसे बनाने में बहुत मेहनत लगती है, लेकिन थोड़ा सा उत्साह और जोश रखने से, यह आपकी आदत बन जाएगा, और आपको बोझ नहीं लगेगा!

डिस्क्लेमर

  • एलर्जी का ध्यान रखें। आपके बच्चे को किसी सूखे मेवे, अनाज या डेयरी उत्पादों से एलर्जी हो सकती है। सुनिश्चित करें कि आप इन खाद्य पदार्थों से बचें और एलर्जी के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
  • अपने बच्चे को नए खाद्य पदार्थों से परिचित कराते समय, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप उसे एक समय पर एक नया खाद्य पदार्थ खिलाएं क्योंकि इससे आपको एलर्जी का पता आसानी से चल पाएगा और अपने बच्चे की पसंद को समझने में भी मदद मिलेगी।
  • यदि आपका बच्चा डायरिया से पीड़ित है, तो उसे खिलाना न बंद करें। डॉक्टर से परामर्श करें और उसे ऐसे खाद्य पदार्थ खिलाएं जो पौष्टिक हों और दस्त को नियंत्रित कर सकें।

अपने बच्चे को जबरदस्ती खाना न खिलाएं। बच्चे खाने में नखरैल हो सकते हैं, धैर्य रखें और ध्यान रखें कि वे कब पर्याप्त मात्रा में खाते हैं।

संसाधन और संदर्भ:

स्रोत १
स्रोत २
स्रोत ३

यह भी पढ़ें:

बच्चों में अपच के लिए 10 प्रभावी घरेलू उपचार
शिशुओं में पेट दर्द (कोलिक) के लिए घरेलू उपचार

श्रेयसी चाफेकर

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