4 महीने के बच्चे में आने वाले विकास के पड़ाव

4 महीने के बच्चे में आने वाले विकास के पड़ाव

पहले के कुछ महीने अच्छे बीते है और चीजें सिर्फ बेहतर होती जाएंगी। हालांकि, एक बढ़ता हुआ बच्चा आश्चर्यचकित कारनामों से भरपूर होता है क्योंकि वे हमेशा तेज गति से अपने विकास की ओर बढ़ता रहता हैं।

पहले चार महीनों के दौरान, आपका बच्चा रेंगने से शुरू करके घुटनों पर चलने तक पहुँच जाता है तथा अपने परिवेश में और अधिक ढल जाता है, यहाँ तक कि वह माता-पिता को पहचानने और विभिन्न ध्वनियों की पहचान करने में सक्षम हो जाता है। जब आप अपने छोटे से दिल के टुकड़े को उसकी अनुरक्त आँखों से खुद को और आपके जीवनसाथी को देखते हुए पाती हैं, तब आप मातृत्व – पितृत्व के शिखर पर पहुँच जाते हैं।

4 महीने के शिशु का विकास क्रम

4 महीने के बच्चे के जीवन में विकास के रूप में बहुत कुछ चल रहा होता है। 4 महीने के शिशुओं में दिखाई देने वाले सबसे आम उभरते और प्राप्त किए जाने वाले पड़ाव

अब तक प्राप्त की गईं विकासात्मक उपलब्धियाँ आपके बच्चे के उभरते विकासात्मक उपलब्धियाँ
वह अपने पास की वस्तुओं का अपनी आँखों से अनुसरण करता है। चलती वस्तुओं का पीछा करने में सक्षम होता है।
विभिन्न भावनाओं के चलते रोने लगता है। विभिन्न भावनाओं को दर्शाने के लिए चेहरे के भाव बनाता है।
सहारे के साथ बैठने में सक्षम होता है। कुछ समय तक बिना सहारे के बैठ सकता है।
दोनों हाथों से खिलौने पकड़ने में सक्षम होता है। खिलौने को एक हाथ से दूसरे हाथ में पकड़ने में सक्षम होता है।
नए चेहरे और वस्तुओं को ध्यान से देखता है। विभिन्न चेहरों और वस्तुओं को दिखाए जाने पर जिज्ञासा अभिव्यक्त करते हैं।
विभिन्न ध्वनियों और शब्दों को पहचानता है। अपना नाम सुनकर उस पर प्रतिक्रिया देता है।
पेट के बल लेटाने पर थोड़ा हिल पाता है। पेट के बल पर लेटाये जाने पर आगे खिसक पातें हैं ।

विकास के पड़ाव – जो 4 महीने के बच्चे में देखे जा सकते हैं

विकास के प्रकार - जो 4 महीने के बच्चे में देखे जा सकते हैं

हर रोज एक बच्चे को संभालना कोई आसान काम नहीं है जिसे हम सब पहले अनुभव कर चुके हों । इसलिए, कभी-कभी यह अनुमान लगाना मुश्किल हो सकता है कि क्या वे विकास के सही पथ पर हैं। वो जितना रो रहें क्या उन्हे इतना रोना चाहिए? क्या मेरा शिशु बिना सहारे के अपने सिर को संतुलित कर पाएगा?

दूध पिलाने से लेकर संज्ञानात्मक और भावनात्मक विकास तक, आपका बच्चा जब 4 माह का हो जाएगा तब वह विभिन्न प्रकार के विकासात्मक पड़ावों तक पहुंच जाएगा। यहाँ आपको यह जानना आवश्यक है।

संज्ञानात्मक

आपका बच्चा वास्तविक दुनिया में संबंध बनाने और वस्तुओं, चेहरों और भावनाओं के बीच अंतर करने में सक्षम हो रहा है। यहाँ अपेक्षित संज्ञानात्मक विकास के पड़ाव दिए गए हैं:

विभिन्न प्रकार की आवाज़ों से रोना – चाहे आपका बच्चा डायपर खराब किया हो, दुखी हो या किसी को याद करता हो, अपनी प्रत्येक भावनाओं को वह रोने के एक अलग स्वर से व्यक्त करता है। उसका हर बार रोना एक समान नहीं होगा, और आप देखेंगी कि घटना के आधार पर उनका रोना विभिन्न प्रकार का होता है।

प्रतिक्रिया और उत्तर देता है – जब आप अपने बच्चे को दूध पिलाने की स्थिति में लाती है, तो वह अपना मुँह खोल देगा। इसी तरह, जब आप उसे एक खिलौना दिखाएंगी, तो वह मुस्कुराएगा और समझ जाएगा कि यह खेलने का समय है। इन सभी संकेतों पर, वह अनायास प्रतिक्रिया देता है। वह उन लोगों से भी दूर भागता है जिन्हें वह नापसंद करता है। आपका नन्हा-मुन्ना विभिन्न भावनाओं पर प्रतिक्रिया भी देगा। जैसे आपके लिपटाने, स्नेह का प्रदर्शन करने या पुचकारने पर, वह उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देगा।

बेहतर स्मृति – आपका बच्चा अपने पसंदीदा खिलौने, लोगों, क्षणों और वस्तुओं को याद रखता है। यदि आप उसे कई सारे खिलौने देती हैं, तो वह हमेशा उनमें से अपने सबसे पसंदीदा खिलौने की ओर हाथ बढ़ाएगा । लोगों के लिए भी यही चीज़ लागू होती है, बच्चा केवल उन्ही लोगों के पास जाने के लिए हाथ आगे बढ़ाएगा जो उसे पसंद होंगे और जो उसे नापसंद हो उनके पास जाने से रोने लगेगा या उनसे दूर हट जाएगा ।

दुःख प्रदर्शित करता है – आपका बच्चा चेहरे के माध्यम से उदासी के लक्षण दिखाने में सक्षम होता है और सहानुभूति पाने के लिए खुद को भली भाती प्रदर्शित करता है।

शीरीरिक

4 महीने के बच्चों में ध्यान दिए जाने वाले शारीरिक पड़ाव:

चीजों की तरफ बढना और मुँह में चीजें डालना – आपका बच्चा वस्तुओं तक पहुँचने और उन्हें अपने हाथों से इधर-उधर करने में सक्षम हो जाता है । वह उन्हें अपने मुँह में डालने की कोशिश करेगा और किसी साफ कपड़े को चूसने या खुशी से झुनझुने हिलाने जैसे नई-नई चीजें करने के लिए खोज लाएगा ।

पलटना – घुटनों पर चलने की कोशिश करने के अलावा, वह पलटने का हुनर भी विकसित करेंगे । आप देखेंगी कि वह अपने सिर, कंधे और पैरों का उपयोग करके चीज़ों को देखने की कोशिश करेगा और आगे से पीछे या इसके विपरीत पलट जाएगा।

बैठना और खड़ा होना – आपके नन्हे-मुन्ने को कुछ समय के लिए बिना सहारे के बैठ जाना चाहिए और यहाँ तक कि जब आप उसे सहारा देती हैं तो उसे अपने पैरो पर भी खड़े हो जाना चाहिए।

सिर हिलाता है – आपका बच्चे का सिर अच्छे से संभल सकता और शुरुआती महीनों की तरह अब उसका सिर अस्थिर नहीं रहेगा। वह अलग-अलग दिशाओं में अपना सिर घुमा सकता और लोगों को भी देख सकता है ।

सोने के तरीकें

जहाँ तक सोने के तरीकों के विकास पड़ावों का संबंध हैं, आपको यह जानना आवश्यक है-

सोने का निर्धारित समय – आपके बच्चे की आंतरिक घड़ी अब चल चुकी है , और आप उसे हर दिन समय पर सोते और जागते हुए देखेंगीगे। आपका बच्चा हर दिन लगभग 14 घंटे तक सोएगा।

स्तनपान का समय कम हो जाएगा – आपका नन्हा-मुन्ना हर रात्रि आठ घंटे तक बिना स्तनपान के रह सकता है।

खतरनाक घंटे – शाम के समय (या शाम 5:30 बजे) आपका बच्चा परेशान हो सकता है इसलिए इससे पहले की वो परेशान होना शरू हो आप उसे पहले ही बिस्तर पर लिटा दें।

लंबी झपकियां – आदर्श रूप से, चार महीने की उम्र के शिशुओं को 90 मिनट या उससे अधिक समय तक झपकी लेनी चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा पालने में अच्छे से झपकियां लेता है।

सामाजिक और भावनात्मक

चार महीने के शिशुओं में सामाजिक और भावनात्मक विकास पड़ाव

अलग-अलग संकेतों पर प्रतिक्रिया और जवाब देना – उदाहरण के लिए, यदि आप मुस्कुराती हैं या उस पर स्नेह बरसाती हैं, तो वह आपको उल्लासपूर्वक उत्तर देगा और अगली बार फिर आपके बात करने का इंतजार करेगा। जब आप उसके पेट में गुदगुदी करेंगी या उसे कंधे की सवारी करवाएंगी तब वो मुस्कुराएगा आत्म-सुखदायक – भूख लगने पर अगर वह अपना अंगूठा चूँसे तो यह आत्म-सुखदायक का संकेत है।

उत्साह -जब भी माता-पिता या रिश्तेदार उसके पास जाते हैं, तो आपका बच्चा उत्साहित हो जाएगा और अगली बार उनसे मिलने के लिए उत्सुक रहेगा।

सामाजिक संपर्क – आपका बच्चा अपनी उम्र के बच्चों से मिलने के लिए उत्सुक होगा और साथियों और दोस्तों के साथ बातचीत करते समय उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देगा।

डॉक्टर से परामर्श कब करें

आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए अगर :

  • आपका बच्चा अचानक बड़बड़ाना बंद कर देता है।
  • जब कोई उनसे संपर्क करता है तो प्रतिक्रिया नहीं देते है।
  • भावनात्मक संकेतों का जवाब नहीं देता है।
  • खिलौने को देखकर लपकने या उनसे खेलने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं।

आपके चार महीने के बच्चे के लिए विकास पड़ाव हासिल करने में मदद करने के तरीके

आपके चार महीने के बच्चे के लिए विकास पड़ाव हासिल करने में मदद करने के लिए यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं-

  • आप इस उम्र में उसके मस्तिष्क को जरूरत से ज़्यादा ज़ोर नहीं देना चाहती हैं, इसलिए उसके टेलीविज़न और स्क्रीन के समय को सीमित रखें। उसे चौकस और व्यस्त रखने के लिए आवाज़ और ध्वनियों का उपयोग करें।
  • उसे तरह-तरह के खिलौने दें जिससे वह समझने की कोशिश करे। मुड़ा-तुड़ा कागज और सिलोफ़न इस उम्र के सबसे पसंदीदा खिलौने में से एक हैं।
  • सुनिश्चित करें कि वह रोगों और गंभीर बीमारियों के संपर्क से बचने के लिए समय पर अपनी प्रतिरक्षीकरण प्राप्त करे ।
  • अपने घर को साफ और स्वच्छ रखें। अति-स्वच्छ न करें, क्योंकि धूल- मिट्टी के थोड़े संपर्क से उसकी विकसित होती हुई प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी।
  • अपने घर में कम से कम चीजें रखें और नुकीली या धारदार वस्तुओं को हटा दें, विशेष रूप से ऐसी चीजें जो टेबल आदि से गिर सकती हैं । चीज़ो को व्यवस्थित करने से बच्चे को चारो ओर घूमने के लिए जगह मिलेगी जिससे उसकी जांघ और पैर की मांसपेशियों का व्यायाम होगा, इससे उसे घुटनों के बल पर चलते रहने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

और बस! एक बहुत अच्छे माता-पिता बनने के लिए कोई जादुई सामग्री मौजूद नहीं है। बस अपने बच्चे को ध्यान से देखा करें, उसके संकेतों, प्रतिक्रियाओं, उत्तरों पर ध्यान दें और उसे समय पर खिलाएं, सुलाएं। आपका नन्हा अपनी झपकियों के मज़े उठाएगा और इस उम्र में उसके विकास की बढ़ेगा इसलिए इस उम्र में बच्चे लिए एक शब्द जो जादू जैसे काम करता है ‘रूटीन’ और यह बहुत महत्वपूर्ण है।