शिशु

4 महीने के शिशु के लिए वैक्सीनेशन की लिस्ट

4 महीने की उम्र में बच्चे को पहले से ही वैक्सीन के कुछ डोज लग चुके होते हैं। पर क्या आपको आगे के डोज के बारे में पता है?

4 महीने के बच्चे के लिए आवश्यक डोज शेड्यूल करना बहुत जरूरी है क्योंकि वैक्सीन समय से लगवाने से बच्चे का स्वास्थ्य कई सालों तक बेहतर बना रहता है। 4 महीने के बच्चे के लिए निम्नलिखित वैक्सीन बहुत जरूरी हैं, आइए जानें;

1. डीटीएपी/डीटीडब्ल्यूपी

इस दौरान बच्चे को डीटीएपी/डीटीडब्ल्यूपी का तीसरा डोज दिया जाएगा। इस इंजेक्शन से बच्चे को डिप्थीरिया, टिटनेस और पर्टुसिस नहीं होता है। इस समय तक आपने बच्चे को इस वैक्सीन का पहला व दूसरा डोज लगवा दिया होगा और बच्चे के शरीर में इससे संबंधित एंटीबॉडी उत्पन्न होना शुरू हो गए होंगे। 

2. हेपेटाइटिस बी

यदि बच्चे को हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन जन्म के बाद न लगवाकर दो महीने का होने पर लगवाया गया है तो अब उसे इस वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने की जरूरत है। यदि जन्म के दौरान बच्चे को पहला डोज लगा दिया गया है तो इस वैक्सीन के सभी डोज पूरी हो चुके होंगे। 

3. एचआईबी

बच्चे को सिर में दर्द, बुखार, खांसी और गले में जकड़न से बचाने के लिए एचआईबी वैक्सीन लगाने की सलाह दी जाती है। इस वैक्सीन से हेमोफायलस इन्फ्लुएंजा वायरस पर प्रभाव पड़ता है जो रेस्पिरेटरी से संबंधित समस्याएं पैदा करने के लिए जिम्मेदार होता है और कभी-कभी इससे जीवन को भी खतरा हो सकता है। 

4. पीसीवी (न्यूमोकोकल कोंजूगेट वैक्सीन)

बच्चों को मेनिन्जाइटिस और निमोनिया की समस्याएं बहुत ज्यादा प्रभावित करती हैं इसलिए डॉक्टर पीसीवी वैक्सीन लगाने की सलाह देते हैं। हालांकि सभी पेडिअट्रिशन इसकी सलाह नहीं देते हैं इसलिए इस वैक्सीन को अपनी लिस्ट में शामिल करने से पहले अपने बेबी के डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

5. रोटावायरस

बच्चों में डायरिया एक आम समस्या है। वैसे तो डायरिया बहुत ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है पर फिर भी बच्चे का शरीर डिहाइड्रेशन की समस्याओं को आसानी से हैंडल नहीं कर सकता है। आपने अब तक बच्चे को इस वैक्सीन के एक या दो डोज लगवा दिए होंगे और इसका तीसरा व अंतिम डोज लगवाना बाकी होगा। यह एक बेहद जरूरी वैक्सीन है ताकि सभी डोज पूरे हो सकें। 

6. पोलियो

पोलियो एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से बच्चे के पैर अपाहिज हो सकते हैं। बच्चे को पोलियो के प्रभाव से बचाने के लिए उसे समय पर पोलियो की वैक्सीन के 4 डोज जरूर लगवाएं। इसके लिए आप पेडिअट्रिशन से बात करके पहले से ही अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर लें। 

वैक्सीन लगाने से बच्चे को दर्द या परेशानी हो सकती है पर इससे कई समस्याएं ठीक होती हैं। इसलिए आप बच्चे को समय पर वैक्सीन के सभी शॉट्स लगवाना न भूलें और इसके बाद बच्चा हेल्दी व खुश रहेगा और उसे कोई बीमारी भी नहीं होगी। 

यह भी पढ़ें:

शिशुओं के लिए हेपेटाइटिस ए वैक्सीन
बच्चों को वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आना
बच्चों के टीकाकरण से जुड़े 15 आम सवाल और जवाब

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

कुतुब मीनार पर निबंध (Essay On Qutub Minar In Hindi)

कुतुब मीनार निबंध लेखन के लिए एक ऐसा विषय है जिसे लिखने के बारे में…

1 week ago

प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध (Essay On Plastic Pollution In Hindi)

इस समय प्रदूषण विश्व स्तर पर एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहा है, जिसके…

1 week ago

चांदीपुरा वायरस – अपने बच्चे की सुरक्षा कैसे करें!

इन दिनों चांदीपुरा वायरस भारत में काफी चर्चा में बना हुआ है। ये संक्रमण छोटे…

1 week ago

मेरा परिचय पर निबंध (Essay On Myself In Hindi)

हर व्यक्ति की अपनी नजर में एक अलग पहचान होती है। खुद के बारे में…

1 week ago

मोबाइल फोन पर निबंध (Essay On Mobile Phone In Hindi)

दुनिया समय के साथ आधुनिक हो रही है और हर चीज में कई तरह के…

1 week ago

प्रकृति पर निबंध (Essay On Nature In Hindi)

प्रकृति हम मनुष्यों को दिया हुआ वो कीमती उपहार है जिसके अनेक फायदे हैं। जिस…

1 week ago