क्या आपका 7 से 9 महीने का बच्चा खुद से खाने में दिलचस्पी दिखा रहा है? क्या आप उसे अपने हाथों से चम्मच पकड़कर मुँह के पास ले जाते हुए देखती हैं? अगर आप इस बात का जवाब खुशी-खुशी हाँ में दे रही हैं, तो आप कुछ सरल तरकीबों के साथ अपने बच्चे को खुद से खाने पीने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं।
सात से नौ महीने के बहुत सारे बच्चे खुद से भोजन खाने में रुचि दिखाते हैं; हालांकि, उनका ये प्रयास ज्यादातर विफल होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपका बच्चा अभी खाने का निवाला या हाथ में चम्मच पकड़ कर खाना खाने के लिए बहुत छोटा है। लेकिन आप अपने बच्चे की कुछ आदतें से पहचान सकती हैं कि वह खुद से खाने की कोशिश कर रहा है:
अगर आप अपने बच्चे को ये एक्टिविटी करते हुए देखती हैं, तो आप यह मान के चले कि आपका बच्चा खुद से खाने का प्रयास कर रहा है। यही सही समय है कि जब आप अपने बच्चे को खुद से खाना खाने का सही तरीका सिखा सकती हैं और उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं, बस आपको यहाँ बताई गई इन सिंपल ट्रिक्स को अपनाना है।
यहाँ आपको आठ ऐसी हेल्पफुल टिप्स दी गई हैं, जो आपके बच्चे को खुद से खाना खाने के प्रयासों को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं।
अपने बच्चे के खुद से भोजन करने के इन प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें फिंगर फूड दें। इन खाद्य पदार्थों को खाना आसान है, ये बच्चे के मुँह में आसानी से घुल जाते हैं, और टूटते नहीं हैं जिसके कारण चोकिंग की समस्या पैदा हो जाए। कुछ पौष्टिक फिंगर फूड हैं, जो आप अपने 7 से 9 महीने के बच्चे को दे सकती हैं और उनमें शामिल हैं:
ध्यान रखें कि आप कच्ची सब्जियों को देने से बचें, क्योंकि बच्चे के लिए पचाने में मुश्किल होते हैं। इसके अलावा, शक्कर से बने स्नैक्स जैसे कि केक और बिस्कुट को भी देने से बचें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अभी आपका बच्चा ठीक से चबाना नहीं सीखा है इसलिए उस पर अपना ध्यान बनाएं रखे। इससे चोकिंग का खतरा नहीं होता है।
जब बच्चा 7 से 9 महीने का होता है, तो उसकी पकड़ अभी उतनी बेहतर रूप से विकसित नहीं हुई होती है, इसलिए हो सकता है कि आप देखें को वह अपनी मुट्ठी में या पूरी हथेलियों का उपयोग करके खाना खाने की कोशिश करे। थोड़ा प्रोत्साहन उसे बेहतर रूप से खाने में उसकी मदद कर सकता है। खेलते समय बच्चे की पकड़ को मजबूत करने की कोशिश करें। अपने बच्चे के आगे ढ़ेर सारे पकड़ने वाले खिलौने या प्लास्टिक के छल्ले फैलाएं और बच्चे को इसे अपने हाथों से पकड़ते हुए देखें कि वह कैसे इसे एक ही समय में अपने अंगूठे और अंगुलियों से उठाता है। आप अपने हाथ से बच्चे के अंगूठे और तर्जनी को पकड़ें और उसे रिंग उठाना सिखाएं। इससे उसकी पकड़ मजबूत हो जाएगा और इस तरह उसे भोजन को आसानी से खाने में मदद मिलेगी।
भले ही आप बाजार में अलग-अलग साइज के बेबी स्पून मार्केट में देखती हैं, मगर जिसमें बल्की रबर लगा होता है, जिससे बच्चे की ग्रिप बनी रहती है वो स्पून 7-9 महीने के बच्चे के लिए सबसे सही होते हैं। ये चम्मच सेल्फ-फीडिंग में बच्चों को सपोर्ट करते हैं और इसके जरिए बच्चे के मुँह में आसानी से खाना भी चला जाता है।
अपने 7-9 महीने के बच्चे को चम्मच से खाना स्कूप करना सिखाएं। अपने बच्चे को एक कांटे वाला चम्मच पकड़ना सिखाएं और बताएं कि उन्हें कैसे इन ग्रीन बीन को कैसे चम्मच से पकड़ना है। बच्चे को सेमि लिक्विड से भरा कप कैसे पकड़ना है और अपने मुँह तक ले जाना है, इसके लिए उसे गाइड करें। इन ट्रिक्स की प्रैक्टिस से आपके बच्चे के हाथों और आँखों के बीच के कोआर्डिनेशन बनाने में मदद मिलेंगी।
एक बच्चे के भोजन परोसने के लिए ऐसा कटोरा लें जिसमें एक सक्शन कप भी हो जो आपके बच्चे की मेज या ऊँची कुर्सी पर मजबूती से टिकने में मदद करता है जब आपका बच्चा कटोरे से खाना खा होता है। अपने बच्चे को इस तरह के कप में परोसने से उनका कंसंट्रेशन बेहतर होता है और कटोरे से भोजन निकालने की प्रक्रिया भी बेहतर होती है।
यहाँ तक कि अगर यह आपके बच्चे के भोजन के समय के अनुरूप न भी हो, तो आप बच्चे को फैमिली मील टाइम में कम से कम एक बार रोजाना शामिल करने की कोशिश करें, यानी कि आपके दोपहर या रात के खाने के दौरान। बच्चे चीजों को देख कर जल्दी सीखते है। इसलिए, आपका बच्चा भोजन के दौरान आपको और परिवार के अन्य सदस्यों को खाते हुए ऑब्जर्व करता है और फिर खुद भी वैसे ही करने का प्रयास करता है।
अपने बच्चे को खुद से खाना खाते समय इंडिपेंडेंट छोड़ दें। यहाँ तक कि अगर वह थोड़ा बहुत खाना गिरा रहा है या गंदगी कर रहा है, तब भी आप उन्हें खुद ही खाने का प्रयास करने दें और उसे खुद से खाना खाने के लिए बढ़ावा दें। आप अपने बच्चे को कप से दूध या पानी खुद ही पीने दें। पहले आप उसे बताएं कि वह खुद इससे कैसे पानी पिए और आप उन्हें खुद ये प्रयास करने दें। इसी तरह, अपनी सॉफ्ट कुकीज को कैसे पकड़ें, इसके लिए उन्हें गाइड करें। रोजाना कुछ समय बच्चे को इंडिपेंडेंट हो कर खाने पीने की प्रैक्टिस करने दें और फिर आप देखेंगी कि कैसे आपका बच्चा खुद से खाना खाने लगेगा।
और आखिर में धैर्य रखें। आप अपने बच्चे को खाने की ट्रे पटकते हुए, खाना फेकते हुए और मेस करते हुए पाएंगी। लेकिन आप धैर्य न खोएं। अपने बच्चे को आराम से समय दें, जब तक वह सफल न हो जाए और खुद से पूरी तरह खाना न शुरू कर दे, हो सकता बच्चे के खाना खतम करने के बाद आपको बहुत सफाई करनी पड़ जाए, मगर आप खुद को शांत रखें।
क्या आपने अपने 7-9 महीने के बच्चे को खुद से खाना सिखाया है? आपने अपने बच्चे की सेल्फ फीडिंग के इन प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए आपने कौन सी तरकीबें अपनाईं? यह बात हमसे जरूर शेयर करें, खासतौर पर न्यू मॉम्स।
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