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सात महीने का होने पर आपका बच्चा कुछ महत्वपूर्ण शारीरिक गतिविधियों के लिए तैयार हो जाता है, जैसे कि उठना, बैठना, और किसी किसी बच्चे का दाँत निकलना भी शुरू हो जाता है। विकास की इस महत्वपूर्ण समय में सही पोषण मिलना बच्चे के लिए बहुत आवश्यक होता है। इस स्टेज में, बच्चे को माँ के दूध या फॉर्मूला दूध और सेमी-सॉलिड फूड जैसे दलिया या पॉरिज सभी से आवश्यक नुट्रिशन प्राप्त होते हैं। यहाँ 7 महीने के बच्चे के लिए सेहतमंद डाइट प्लान और रेसिपीज बताए गए हैं, जिन्हें आप अपने बच्चे के खाने में शामिल कर सकती हैं।
छठे महीने में अपने बच्चे को ठोस आहार देने की शुरुआत करने के बाद आप सातवें महीने में धीरे-धीरे उसके आहार के विकल्पों में विविधता लाकर उसके भोजन में विभिन्नता ला सकती हैं। यहाँ 7 महीने के बच्चे के लिए ठोस आहार के कुछ स्वादिष्ट विकल्प दिए गए हैं।
फल विटामिन, खनिज और रेशे का एक बड़ा स्रोत होते हैं। सेब, चीकू, पपीता, केला, तरबूज, एवोकैडो जैसे फलनाश्ते या भोजन में बच्चों को देने के लिए एक बढ़िया विकल्प है।
सब्जियों में आवश्यक मल्टी-विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। इसे भाप में पकाकर और प्यूरी बनाकर बच्चे को दिया जा सकता है । साथ ही भाप में पकी हुई सब्जी को एक बेहतरीन नाश्ते के रूप में भी दिया जा सकता है।
किसी एक अनाज से बना दलिया बच्चेओं के लिए एक अच्छा पोषक आहार है। चावल, गेहूँ, जई, जौ, बाजरा जैसे अनाजको पीसकर उसका चूर्ण बनाकर दलिया का मिश्र तैयार किया जा सकता है।
मांस और चिकन में उच्च मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं और इसकी प्यूरी बनाकर बच्चेओं को दिया जा सकता है।
अंडे में हेल्दी फैट और प्रोटीन मौजूद होता है। उबालने के बाद इसके छोटे टुकड़े कर दें ताकि बच्चे इसे आसानी से खा सकें।
पाश्चुरीकृत दूध से बना चीज़ बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है। यह वसा, प्रोटीन और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थ है।
चावल, गेहूँ या दाल से बनी खिचड़ी को हल्के मसाले में पकाया जाता है और यह बच्चों के लिए एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन होता है। खिचड़ी खाने से बच्चे बड़ों के द्वारा खाए जाने वाले भोजन का स्वाद का पहली बार अनुभव करते हैं।
आमतौर पर, सात महीने के बच्चे दिन में तीन बार मेन मील लेते हैं और उसके बीच में दो बार हल्का नाश्ता या स्नैक्स लेते हैं। सुबह, रात और दोपहर में माँ का दूध या फॉर्मूला भी उसके दिनभर के मील में शामिल होता है।
आमतौर पर, बच्चे एक बार के भोजन में लगभग एक चौथाई कप प्यूरी या दलिया का सेवन करते हैं। यदि बच्चे अपनी भूख के हिसाब से खाने की और मांग करे तो आप इसकी मात्रा बढ़ा भी सकती हैं। बच्चे औसतन 800-900 मिली दूध का भी सेवन करते हैं।
फूड चार्ट बनाने से बच्चे के लिए खाना बनाने और उसकी तैयारी करने में काफी मदद मिलती है। इस टेबल की मदद से आप विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को उनके आहार में शामिल कर सकती हैं जिससे बच्चे को संतुलित रूप में आवश्यक पोषण मिलेगा। यहाँ 7 महीने के बच्चे के लिए फूड चार्ट दिया गया है जिससे आप अपने बच्चे के पसंद के अनुसार अपना टेबल तैयार कर सकती हैं।
दिन | सुबह 4-5 बजे | सुबह का नाश्ता करीब 8-9 बजे | दिन में 11 बजे करीब | दोपहर का भोजन | शाम का नाश्ता करीब 4 बजे | देर शाम करीब 7 बजे | रात का भोजन करीब 8-9 बजे | सोने के पहले |
सोमवार | माँ का दूध या फार्मूला दूध
| रागी और सेब का पॉरिज | माँ का दूध या फार्मूला दूध | चावल में घी डालकर | दही (फल की प्यूरी मिलकर) | माँ का दूध या फार्मूला दूध | बाजरे का दलिया
| सोने से पहले माँ का दूध / फार्मूला दूध |
मंगलवार | नाशपाती की प्यूरी | गेहूँ का दलिया | दाल का सूप | दही चावल | ||||
बुधवार | खिचड़ी | दही चावल | कटोरी भर उबली हुई सब्जी | राइस पॉरिज या सेरेलेक | ||||
गुरूवार | आटे का पैनकेक | मछली की प्यूरी | गाजर और बादाम की खीर | रागी पॉरिज | ||||
शुक्रवार | इडली और दाल | खिचड़ी | केला | मूंग दाल की खिचड़ी |
कई बच्चों को सात महीने की उम्र में ही दाँत आने शुरू हो जाते हैं। अगर उनके दाँत अच्छी तरह से नहीं भी आए हैं, तब भी उनके मसूड़े निश्चित रूप से खाने के लिए मजबूत हो जाते हैं जिसके कारण वे खाना को अपने हाथों में पकड़ कर उन्हें देर तक चबाते रहते है।
यहाँ 7 महीने के बच्चे के लिए घर पर बनाने वाले कुछ रेसिपीज बताई गई हैं।
सामग्री
विधि
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यहाँ आपके सात महीने के बच्चे को खाना खिलाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं:
सात महीने के बच्चे को अपने बढ़ते शरीर और दिमाग के लिए हेल्दी और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। यह एक बदलते रहने वाला स्टेज है जहाँ वह सॉलिड फूड लेना और अपने स्वाद को विकसित करना शुरू कर देता है। अलग-अलग प्रकार की सब्जियों और फलों से उसे परिचित कराना, उसमें खानपान की अच्छी आदत विकसित करने में बहुत सहायक होगा।
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