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बादशाह अकबर और बीरबल की कहानियां सदियों से बच्चों को लुभाती आई हैं। इनकी कहानियां मजेदार होने के साथ-साथ हर बार कोई न कोई नया संदेश देती हैं। ऐसे ही इस कहानी में अकबर बीरबल से पूछते हैं कि दुनिया का सबसे बड़े हथियार क्या है? बीरबल का जवाब सुनकर अकबर को संतुष्टि नहीं होती है कि सबसे बड़ा हथियार ‘आत्मविश्वास’ कैसे हो सकता है और वो यह तय करते हैं कि वक्त आने पर बीरबल की इस बात को परखा जाए। बीरबल हमेशा से होशियार थे, वे समझ गए थे की राजा उन्हें परख रहे हैं और फिर उन्होंने अपनी सूझबूझ से अपनी बात साबित कर दी।
बादशाह अकबर और बीरबल की जोड़ी बहुत प्रसिद्ध है, वह लोग आपस में काम की बात के अलावा भी अन्य बातें करते थे। ऐसे ही एक दिन अकबर और बीरबल साथ में बैठे थें कि तभी अकबर ने बीरबल से सवाल पूछा कि तुम्हारे हिसाब से इस दुनिया का सबसे बड़ा हथियार कौन सा होता है?
इस सवाल का जवाब देते हुए बीरबल ने बोला कि – “इस दुनिया में इंसान का आत्मविश्वास ही सबसे बड़ा हथियार है।” बादशाह अकबर को बीरबल के इस जवाब से संतुष्टि नहीं मिली, लेकिन फिर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने मन में विचार बनाया कि वक्त के साथ इस बात को परखा जाएगा।
कुछ समय के बाद बादशाह अकबर के राज्य में एक हाथी बेकाबू हो गया था और जब जानकारी मिली तो मालूम पड़ा कि वह पागल हो गया है। बेकाबू हाथी को काबू में करने के लिए उसे कर्मचारियों ने जंजीरों से बांध रखा था। इस बात की खबर जब महाराज अकबर तक पहुंची, तो उन्होंने अपने महावत से बोला कि जब भी तुम्हें बीरबल आता दिखे तो हाथी की जंजीरों को खोल देना।
बादशाह अकबर की बात को सुनकर महावत को हैरानी हुई, लेकिन उनके आदेश का पालन उसे सिर झुका कर करना था। ऐसे में अकबर ने बीरबल को महावत के पास जाने का आदेश दिया। जब बीरबल महावत के पास आ रहा था तभी महावत ने बादशाह का आदेश मानते हुए बेकाबू हाथी को जंजीरों से मुक्त कर दिया। बीरबल को इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी, इसलिए वह आराम से चल रहा था। तभी उन्होंने देखा कि एक बेकाबू हाथी चिंघाड़ते हुए उनकी तरफ बढ़ रहा है। उन्हें कुछ समझ नहीं आया।
कुछ ही देर में उनके दिमाग में विचार आया कि जरूर बादशाह अकबर उनकी आत्मविश्वास वाली बात को परखना चाहते होंगे, इसलिए उन्होंने हाथी को मेरे पीछे छोड़ने का आदेश दिया है। हाथी को अपनी ओर आता देख बीरबल ने इधर-उधर भागने का सोचा लेकिन आस-पास भागने की जगह नहीं थी। हाथी बीरबल के बहुत नजदीख पहुंच गया था तभी बीरबल ने अचानक से एक कुत्ते को अपने आगे देखा और उसे उठाकर हाथी की ओर फेंक दिया। कुत्ता चिल्लाते हुए हाथी से टकराया और हाथी कुत्ते की चीख सुनकर वापस लौटने लगा।
ऐसा दृश्य देखकर बादशाह अकबर को ये समझ में आ गया था कि अगर मन में आत्मविश्वास हो तो व्यक्ति कुछ भी कर सकता है और “आत्मविश्वास की संसार का सबसे बड़ा हथियार है।”
अकबर-बीरबल की इस कहानी से कि सबसे बड़ा हथियार क्या है? यह सीख मिलती है यदि आपके अंदर आत्मविश्वास हो तो आप मुश्किल से मुश्किल कार्यों को हल करने का प्रयास कर सकते हैं।
यह कहानी अकबर-बीरबल की कहानी के अंतर्गत आती है जिसमें यह बताया गया है कि यदि आत्मविश्वास हो तो आप दुनिया जीत सकते हैं और आपका आत्मविश्वास आपकी सबकी बड़ी ताकत है।
इस कहानी में हमें ये बताया गया है कि किसी भी बात को मानने से पहले उसे परखना जरूरी है और साथ में ये भी यदि आप खुद पर विश्वास करते हैं तो जिंदगी के हर इम्तेहान का आसानी से सामना कर सकते हैं।
दुनिया भर में लोग चाहे कुछ कहें, यदि आपक को खुद पर विश्वास है तो आप हर कठिन काम को आसानी से हल कर सकते हैं। आत्मविश्वास आपको एक अलग ऊर्जा देता है, जिसकी वजह से दुनिया की हर समस्या हल में अनोखी शक्ति मिलती है।
अकबर और बीरबल की कहानियों के अंत में हर बार आप सभी कुछ नया सीखने और अनुभव करने को मिलता है। इस बार भी आपको जानकारी मिली की आत्मविश्वास दुनिया का सबसे बड़ा हथियार कैसे है। ऐसी कहानियां बच्चों को बचपन से ही अच्छे अनुभव और सीख देती हैं।
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