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आपके बच्चे का पहला साल विकास के बहुत से पड़ावों के साथ आने वाला है जो उसकी शारीरिक प्रगति और मोटर स्किल से भी संबंधित है – जैसे जब वह पहली बार मुस्कुराएगा, जब वह पहली बार अंगूठा चूसेगा, जब वह पहली बार अपने नन्हे कदम उठाएगा और जब वह पहली बार बोलने की कोशिश करेगा। हालांकि इन सबके बीच यदि वह अपना सिर इधर-उधर हिलाता है तो यह आपके लिए सोच का विषय बन सकता है। शुरुआत में आप यह विचार कर सकते हैं कि अभी वह अपना सिर हिलाने के लिए बहुत छोटा है। यद्यपि कई बार बच्चा एक माह का होते ही अपना सिर खुद से थोड़ा–थोड़ा हिलाने लगता है। जैसे–जैसे बच्चा बड़ा होगा उसकी मोटर स्किल में भी वृद्धि होगी और उसकी गर्दन की मांसपेशियों का विकास भी होगा जिससे बच्चे को अपनी गर्दन घुमाने में मदद मिलेगी।
समय के साथ 9 महीने का होते ही एक बच्चा अपने सिर को एक तरफ से दूसरी तरफ हिलाने लगता है। यद्यपि ज्यादातर मामलों में यह सामान्य है किंतु कभी-कभी न्यूरोलॉजिकल या विकास संबंधी समस्या हो सकती है। इस लेख में बताया गया है कि बच्चे अक्सर अपना सिर क्यों हिलाते हैं और इसके बारे में कब चिंता करनी चाहिए।
बच्चे एक तरफ से दूसरी तरफ सिर क्यों हिलाते हैं?
जब आपका बच्चा सिर हिलाता है तो यह उसके खेलने व बात करने का सिर्फ एक संकेत है। यदि बच्चा ‘हाँ’ या ‘नहीं’ पर एक बार सिर हिलाता है तो यह उसके विकास का एक सामान्य संकेत है। बच्चे के जन्म के बाद के पहले सप्ताह में बच्चा हाथ-पैर हिलाते समय ज्यादातर झटके देता है क्योंकि इस दौरान वह अपनी मांसपेशियों पर नियंत्रण सीखता है। यदि आप देखते हैं कि अचानक से आपका बच्चा एक तरफ से दूसरी तरफ सिर हिलाने लगा है तो माता-पिता होने के नाते आपको निश्चित ही चिंता होगी। यहाँ कुछ कारण दिए हुए हैं कि आपके बच्चे का सिर हिलाना बिलकुल ही सामान्य है और इसमें चिंता की कोई बात नहीं होनी चाहिए, आइए जानते हैं वे क्या हैं;
1. शारीरिक नियंत्रण करना
कई बच्चों का शारीरिक नियंत्रण बढ़ता है जिसके रूप में वे सिर हिलाना शुरू कर देते हैं। बच्चे की मांसपेशियों का विकास धीरे-धीरे होना शुरू हो जाता है और जैसे-जैसे वे अपने शरीर को समझते हैं, वे अपने आस-पास के लोगों की नकल करने का प्रयास करना शुरू कर देते हैं। इसलिए यदि आप अपने बच्चे को सिर हिलाता हुआ देखें तो बिलकुल भी न घबराएं क्योंकि इस समय वह अपनी शारीरिक क्रियाओं को समझने व जानने का प्रयत्न कर रहा है।
2. थकान का संकेत देना
बच्चे बहुत अधिक थकने के बाद सिर हिलाकर खुद को शांत करते हैं और सो जाते हैं। बच्चों के लगातार सिर हिलाने का कारण है उनका थक जाना जिसके कुछ मिनटों के बाद ही वह सो जाएगा। इसलिए यदि आपका बच्चा सोते समय सिर हिलाता है तो हो सकता है कि वह सोने का प्रयास कर रहा हो।
3. कान में इन्फेक्शन होना
जब बच्चे के कान में इन्फेक्शन होता है या उसके मसूड़ों में दर्द होता है तो वह खुद को सहज करने के लिए सिर हिलाना शुरू कर देता है। बच्चों के दाँत निकलते समय उनका सिर हिलाना बहुत सामान्य है। यद्यपि बच्चों का सिर हिलना सामान्य है पर फिर भी यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे को बुखार है, जुकाम है या उसके दाँत निकल रहे हैं तो उसकी इन समस्याओं के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
4. माँ का दूध पीने का प्रयास करना
कई बच्चे माँ का दूध पीने के दौरान निप्पल को पकड़ते या चूसते समय अपना सिर हिलाते हैं। जब यह नियमित हो जाता है तो बच्चे उत्सुकता से भी अपना सिर हिलाना शुरू कर देते हैं। बच्चे के शुरूआती 3 महीने की आयु तक दूध पीते समय उसका सिर संभालने की सलाह दी जाती है। यह बच्चे की मांसपेशियों को नियंत्रित करने में मदद करता है ताकि वह दूध पीते समय निप्पल को सरलता से पकड़ना सीख सके।
5. खेलते समय सिर हिलाना
बच्चे अक्सर खेलते समय भी अपना सिर हिलाते हैं। आप अपने बच्चे को पेट के बल या पीठ के बल लेटकर सिर हिलाते हुए देख सकती हैं। बच्चा आपसे बातचीत करने के प्रयास में भी अपना सिर हिला-डुला या उठा सकता है। 6-8 महीनों के अंदर-अंदर आप बच्चे को उसके बड़े भाई-बहन या अन्य सदस्यों की नकल करते हुए भी सिर को हिलाते देख सकती हैं।
6. खुद की गतिविधियों को परखना
बच्चे थोड़े से साहसी होते हैं और वे हमेशा यह देखने के लिए उत्सुक रहते हैं कि उनका शरीर कितनी कुशलता से कार्य करता है। जब बच्चा 5-6 महीने का होता है तो वह अपने सिर और शरीर को हिलाना डुलाना शुरू कर देता है। यद्यपि जब आपका बच्चा अधिक सिर हिलाता है तो यह चिंताजनक लग सकता है पर यह बिलकुल सामान्य है क्योंकि इस समय आपका बच्चा उठकर बैठने का प्रयास कर सकता है। बच्चों का इतना हिलना–डुलना कुछ क्षणों की बात होती है।
क्या यह ऑटिज्म का संकेत है?
यदि बच्चा बार–बार हिलता है या कुछ अन्य लक्षणों के साथ उसका सिर भी अधिक बार हिलता है तो हो सकता है कि आपका बच्चा ऑटिज्म स्पेक्ट्रम से ग्रसित हो। सामान्य तौर पर यदि बच्चा एक तरफ से दूसरी तरफ सिर हिलाता है तो यह ऑटिज्म का संकेत नहीं है, हालांकि बच्चे में अन्य असामान्य संकेतों पर ध्यान देना बेहतर है। बच्चे की 18 महीने की आयु के दौरान उसका यह अजीब व्यवहार अक्सर दिखाई दे सकता है। ज्यादातर बच्चे जो ऑटिस्टिक (अपने में खोया हुआ) नहीं होते हैं उनमें इस प्रकार का व्यवहार 3 साल की आयु में विकसित होता है। यदि आपका बच्चा इस स्पेक्ट्रम से ग्रसित है तो उसमें कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिख सकते हैं, वे इस प्रकार हैं;
1. सामाजिक ताल–मेल का अभाव
जो बच्चे अपने माता–पिता या अपने भाई–बहन से अधिक बातचीत नहीं करते हैं, किसी आवाज या अपने नाम पर कम प्रतिक्रिया देते हैं, असामान्य व्यवहार करते हैं, किसी भी चीज पर रुचि नहीं दिखाते हैं या किसी बात पर सिर्फ मुस्कुरा देते हैं – ऐसे बच्चों के लिए डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता पड़ सकती है।
2. कम्युनिकेशन के संकेत खराब होना
एक स्वस्थ बच्चे के हाव–भाव सक्रिय होते हैं और वह बात करते समय अपने हाथों का उपयोग करता है। 7-8 महीने के ज्यादातर बच्चे चीजों पर उंगली से इशारा करते हैं और बोलकर उसके बारे में बताने का प्रयास भी करते हैं। ऑटिज्म से ग्रसित बच्चे अपने हाव–भाव का उपयोग ठीक से नहीं कर पाते हैं और उनकी आवाज भी सही से नहीं निकल पाती है।
3. मुख्य स्किल्स में कमी होना
जो बच्चे ऑटिज्म से ग्रसित होते हैं उनके विकास के साथ–साथ उनमें भाषा और समझने की स्किल्स में कमी होती है। ऐसे बच्चे लोगों से कम आई कॉन्टैक्ट करते हैं और बहुत कम ही लोगों से बात करना पसंद करते हैं। 9 से 12 महीने के बच्चों में यह लक्षण ज्यादातर देखा गया है।
4. एक व्यवहार या एक गतिविधि को बार–बार करना
जो बच्चे ऑटिज्म से ग्रसित होते हैं वे बार–बार हिलते–डुलते हैं या उनका व्यवहार बहुत अजीब होने के साथ–साथ उनमें कुछ नया सीखने के लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। यदि आपके बच्चे में इस प्रकार के संकेत दिखाई देते हैं तो यह चिंता की बात हो सकती है।
5. सिर पटकना
यदि आपका बच्चा चोट लगने के बावजूद भी दीवार पर सिर मारता है या दीवार पर मुट्ठी मारता है तो यह निश्चित ही चिंता का कारण है। बच्चा एंग्जायटी के कारण या अक्सर लंबे समय के लिए अपना सिर बहुत तेज–तेज हिलाना शुरू कर सकता है।
6. विकास पड़ावों का न होना
यदि आयु के अनुसार समय पर आपका बच्चा किसी भी विकास पड़ाव को पूर्ण नहीं कर पाता है तो यह भी ऑटिज्म स्पेक्ट्रम से ग्रसित होने का संकेत हो सकता है।
बच्चे को सिर हिलाने से कैसे रोकें?
यदि आपका बच्चा लगतार सिर हिलाता है तो यह उसे नींद आने का कारण है।अपने बच्चे को सिर हिलाने से रोकने के लिए इन टिप्स का पालन करें, आइए जानते हैं;
1. ध्यान न दें
जब आपका बच्चा सिर हिलाता है तो उस पर ध्यान या कोई प्रतिक्रिया न दें इससे वह अगली बार अपना सिर नहीं हिलाएगा।
2. बच्चा सिर कितनी बार और कितनी देर तक हिलाता है इसे ट्रैक करें
आपका बच्चा कितनी देर में और कितनी तेजी से सिर हिलाता है उस पर ध्यान दें या ट्रैक करें। इससे अपनी समझ के अनुसार आप यह पता लगा सकती हैं कि आपके बच्चे का सिर हिलाना कोई समस्या है या आप इसे नजरअंदाज कर सकती हैं।
3. वातवरण बदलें
कभी–कभी वातावरण में हो रही चीजों के कारण भी बच्चे का सिर हिलना शुरू हो सकता है। यदि आप देखती हैं कि आपका बच्चा किसी क्रिया को बार–बार करता है तो उसके वातावरण को बदलने का प्रयास करें। यदि यह कार्य नहीं करता है तो उसे किसी शांत और तनाव–मुक्त जगह पर ले जाना बेहतर है।
4. बच्चे को आराम दें
तेल से बच्चे की मालिश करें इससे उसकी मांसपेशियों को आराम और शांति मिलती है।
डॉक्टर से कब मिलें
यदि आपका बच्चा अपने सिर को लगातार हिलाने के साथ–साथ उसमें निम्नलिखित लक्षण और संकेत दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना ही बेहतर है।
- यदि बच्चा माता–पिता और भाई–बहनों के साथ ज्यादा बातचीत नहीं करता है
- यदि बच्चा आई कॉन्टैक्ट नहीं करता है या उसकी आँखें असामान्य तरीके से हिलती हैं।
- यदि सिर पटकने पर बच्चे को चोट लगती है।
- यदि वह बार–बार और लगातार सिर हिलाता है।
- यदि बच्चा खुद को चोट पहुँचाने का प्रयास करता है।
- यदि वह किसी की आवाज पर कम प्रतिक्रिया देता है।
- यदि बच्चा 2 वर्ष की आयु के बाद भी इस तरह का असामान्य व्यवहार करता है।
बच्चे खुद को शांत करने के लिए अक्सर अजीब चीजें करते हैं। यदि वे सो नहीं पाते हैं तो सिर पटकने लगते हैं, अपने या आपके बालों से खेलते हैं, अपने कान को खींचते हैं या शरीर के अन्य अंगों को छूते हैं। यदि आपका बच्चे अपना सिर बार–बार एक तरफ से दूसरी तरफ हिलाता है तो यह एक सामान्य बात है। हालांकि सुरक्षित रहना ही सर्वोत्तम है इसलिए यदि आप अपने बच्चे को बहुत ज्यादा सिर हिलाते हुए देखें या उसमें ऊपर दिए हुए अन्य लक्षण देखें तो तुरंत डॉक्टर से चर्चा करें। यह भी हो सकता है कि आपका बच्चा यह सब सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए तब तक करता हो जब तक उसे खेलने के लिए कोई नई चीज नहीं मिल जाती।
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