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घर में नवजात शिशु का आगमन अधिक उत्साह और खुशियों के साथ-साथ एक नई भाषा भी लेकर आता है। जी हाँ, वही भाषा जिसके माध्यम से आपका बच्चा आपसे बात करता है, मुस्कुराकर और इशारों से अपनी बात को कहने का प्रयास करता है। कभी खिलखिलाकर तो कभी घुरघुर की आवाज से आपको अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाता है। किंतु यदि उसकी यही आवाज सामान्य से अधिक होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है। बच्चे में घरघराने की आवाज उसके स्वास्थ्य से संबंधित समस्या का संकेत भी हो सकता है। शिशु की घरघराहट के संकेत को समझने के लिए इस लेख के माध्यम से अधिक जानकारी प्राप्त करें।
बच्चों में घरघराहट की समस्या तब होती है जब उन्हें पाचन, शारीरिक विकास या स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या हो। बच्चों में घरघराहट का कारण उसके मल त्याग की प्रक्रिया का नया अनुभव भी हो सकता है। एक माँ के लिए उसके बच्चे की घरघराहट उसके द्वारा दिया हुआ संकेत भी हो सकता है जिससे वह अपने बच्चे के प्राकृतिक गतिविधियों का समझने का प्रयास करती हैं।
बच्चो में ज्यादातर घरघराहट उनके शारीरिक विकास के कारण होती है। वास्तव में बच्चे का शरीर उसकी कंठनली को बंद कर देती है और साथ ही मध्यपट (डाइफारगम) नीचे की ओर चला जाता है। ऐसी स्थिति में घरघराहट की आवाज होना बहुत सामान्य है। कभी-कभी बच्चा कब्ज के कारण भी घरघराने की आवाज करता है। यदि बच्चे को यह समस्या है तो आपको उसका चेहरा लाल होता हुआ दिखेगा। आप उसकी शारीरिक गतिविधियों में असुविधाएं देख सकती हैं। यदि आपके बच्चे को अधिक असुविधा होती है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।
आपका बच्चा घुरघुर करके आपको बुलाने का प्रयास भी कर सकता है या सिर्फ खेलने और शोर मचाने के लिए भी वह घुरघुर कर सकता है। ऐसे में आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, आपका नन्हा शैतान सिर्फ आपके साथ खेलने का प्रयास करता है।
कभी-कभी बच्चा कब्ज या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी घरघराने की आवाज कर सकता है, इसे बच्चों में घरघराने की समस्या (ग्रन्टिंग बेबी सिंड्रोम) कहा जाता है। आपका बच्चा सोते समय भी घरघराने की आवाज कर सकता है। आपके बच्चे की श्वसन प्रणाली विकसित होने के कारण भी उनमें यह आवाज होती है जो किसी भी प्रकार की चिंता का कारण नहीं है। बच्चे के जागने से ज्यादा सोते समय उसकी सासें धीमी होती हैं। इसी कारण से आपके बच्चे की गहरी सांसों के साथ घरघराने की आवाज भी तेज होती है।
बच्चे अलग-अलग परिस्थितियों में घरघराने की आवाज करते हैं, जैसे उनके पाचन से संबंधित समस्याओं में या अन्य किसी कारण से। बच्चों में घरघराने की आवाज उनके शारीरिक गतिविधि, स्वास्थ्य समस्या या आपसे बात करने की उत्सुकता के कारण भी हो सकती है। इसमें से कुछ कारणों को विस्तार से बताया गया है, आइए जानते हैं।
कभी-कभी प्री-मैच्योर बच्चों में कुछ अंगों के विकसित न होने के कारण भी उनमें यह समस्या हो सकती है। घरघराहट बच्चे के शारीरिक तंत्र को व्यवस्थित होने का संकेत भी हो सकती है।
नवजात शिशु में श्वसन संबंधित समस्याएं (निओनेटल रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस) तब होती हैं जब बच्चे में श्वसन के अंग पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं। यह समस्या ज्यादातर प्री-मैच्योर बच्चों में होती है परंतु यह साधारण स्थिति में जन्में बच्चों के साथ भी हो सकता है। बच्चों में घरघराहट होना एक बड़ा संकेत हो सकता है जिसके साथ कई अन्य संकेत भी होते हैं, जैसे बच्चे की त्वचा का रंग नीला होना, असामान्य सांसों की गतिविधियां और नाक फूलना।
कभी-कभी घरघराहट हृदय की गंभीर समस्याओं के कारण हो सकती है। यह समस्या बच्चों के फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा होने से सांस लेने में कठिनाई के कारण होती है।
सेप्सिस एक गंभीर समस्या है जिसमें बच्चा रक्त के संक्रमण से प्रभावित होता है। बच्चों में इस समस्या के अन्य संकेत भी दिखते हैं, जैसे आपके बच्चे को सांस लेने में कठिनाई होने के कारण उसके घरघराने की तेज आवाज।
यदि आपका शिशु कब्ज के कारण घरघराने की आवाज करता है तो आप सामान्यतः घरेलू उपचारों से उसकी इस समस्या का उपचार कर सकती हैं। परंतु फिर भी यदि बच्चे में घरघराने की आवाज लगातार आती है तो जरूर ध्यान दें और उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
आपके बच्चे में घरघराने की आवाज सांसों से संबंधित या हृदय रोग जैसी गंभीर समस्याओं के कारण भी हो सकती है। यदि आपको अपने शिशु में घरघराने को लेकर निम्नलिखित संकेत मिलते हैं तो उसे डॉक्टर के पास जरूर लेकर जाएं।
कभी-कभी शिशु का घरघराना, माता-पिता के लिए एक डरावना संकेत हो सकता है। हालांकि, इस बात का खयाल रखें कि जब तक किसी गंभीर समस्या के कारण यह नहीं होता है तब तक बच्चों में घरघराहट होना एक आम बात है। बच्चों में घरघराहट की आवाज के निम्नलिखित कुछ उपचार दिए हुए हैं, आइए जानते हैं;
शिशुओं में घरघराहट की आवाज अक्सर मांओं को डरा भी सकती है, परंतु आप बिलकुल भी चिंता न करें यह बहुत आम है। हालांकि फिर भी इस बात का पूरी तरह से खयाल रखें कि अगर आपका बच्चा घरघराने की आवाज अधिक निकालता है या साथ ही उसमें अनेक समस्याओं के संकेत भी नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ही एक बेहतर विकल्प है।
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