प्रीस्कूलर (3-5 वर्ष)

बच्चों के स्कूल एडमिशन के लिए माता-पिता से पूछे जाने वाले टॉप 15 सवाल

आपका बच्चा शिक्षा की दुनिया में कदम रखने वाला है, जो आपके लिए खुशी की बात है और साथ ही यह आपके लिए चिंता का विषय भी है। जैसे कि आपने अपने बच्चे के जीवन में अब तक हर कदम साथ दिया है वैसे ही उसके इस पड़ाव में भी आपकी अहम भूमिका है, क्योंकि स्कूल आपके प्रदर्शन के आधार पर आपके बच्चे का एडमिशन करेगा।

बच्चों के स्कूल में एडमिशन के लिए माता-पिता से इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले आम सवाल और जवाब

स्कूल में बच्चे के एडमिशन के लिए माता-पिता से इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले आम सवाल-जवाब यहाँ दिए गए हैं, जो आप अपने बच्चे के एडमिशन के दौरान ध्यान में रख सकते हैं।

1. आपकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन क्या है?

माता-पिता से इंटरव्यू के दौरान पूछे जाने वाले सवाल यह पता लगाने के लिए किए जाते हैं कि वो अपने बच्चे की शिक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं । एडमिशन देने से पहले स्कूल वाले यह भी जानना चाहेंगे कि आप अपनी शिक्षा का उपयोग अपने बच्चे के भविष्य को बनाने में कैसे करना चाहेंग। 

2. आप नुक्लियर फैमिली में रहते हैं या जॉइंट फैमिली में?

आपका बच्चा नुक्लियर फैमिली में पल रहा है या जॉइंट फैमिली में, यह बात आपके बच्चे के एडमिशन में कोई बाधा नहीं डालती, इसलिए इस विषय को लेकर ज्यादा चिंता न करें। यह सवाल केवल इसलिए पूछा जाता है कि ताकि स्कूल यह जान सके कि आपके बच्चे कि परवरिश किस माहौल में हो रही है, यदि आप काम पर जाते हैं तो उनकी देखभाल कौन करेगा या पैरेंट टीचर मीटिंग में कौन आएगा। 

3. क्या माता-पिता दोनों काम करते हैं?

यह सवाल इस संदर्भ में पूछा जाता है कि अगर माता-पिता दोनों ही काम पर जाते हैं तो बच्चे के होम वर्क में कौन मदद करेगा? यदि आपकी नौकरी में ट्रांसफर होते रहते हैं, तो आपके बच्चे को आदर्श रूप से सीबीएससी बोर्ड में पढ़ना चाहिए, क्योंकि देश के ज्यादातर भागों में इससे जुड़े स्कूल हैं और यह बच्चे को दूसरे शिक्षा बोर्ड के साथ भी एडजस्ट होने देता है। 

4. क्या आपने स्कूल के लिए अपने बच्चे को तैयार किया है?

आप उन्हें यह दिखाने का प्रयास करें कि आपका बच्चा कितनी जल्दी चीजें सीखता है और वो कितनी जल्दी वो करंट ग्रेड लेवल तक पहुँच जाएगा। क्या आपका बच्चा रीडिंग और गिनती करने में भी सक्षम है? उसकी योग्यता का क्या स्तर है? यह बात आप उन्हें ईमानदारी से बताएं। आखिरकार, वहाँ आपका बच्चा सीखने और बढ़ने के लिए जाएगा। अभी बच्चों से परफेक्ट होने की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

5. स्कूल से आपका घर कितनी दूर है?

यदि कोई मेडिकल समस्या हो जाती है या आपको स्कूल आने की आवश्यकता पड़ती है, तो वे जानना चाहेंगे कि आप कितनी जल्दी वहाँ पहुँच सकते हैं। आपके घर से स्कूल की दूरी भी आपके बच्चे की पढ़ाई पर असर डालेगी। यदि उसे लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, तो बच्चे को इससे बहुत थकान हो सकती है जिसकी वजह से हो सकता है कि बच्चा स्कूल में अच्छा प्रदर्शन न दे सके।

6. क्या आपका बच्चा पॉटी ट्रेंड है?

यह सवाल आपको थोड़ा अजीब लग सकता है, जो माता पिता से इंटरव्यू के दौरान पूछा जाता है। हालांकि, यह टीचर के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वो केयरटेकर की भूमिका निभाते हैं, इसलिए उन्हें यह जानना बहुत जरूरी होता है कि उन्हें किस बच्चे पर नजर रखनी होगी या पॉटी ट्रेनिंग देनी पड़ेगी। क्या आपके बच्चे को बार-बार पेशाब आता है? कुछ बच्चे अकेले वॉशरूम जाने से इनकार कर देते हैं तो क्या उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत होगी ताकि वो इस आदत को अपना सकें।

7. आप अपने बच्चे के स्वभाव को कैसे बयान करेंगे?

स्कूल बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करता है और जब वो स्कूल जाना शुरू करते हैं तो उन्हें उनके कम्फर्ट जोन से बाहर आने में मदद करता है। आपका बच्चा आपसे अलग होने का सामना कैसे करता है? क्या वह अजनबियों को देखकर बुरा व्यवहार करता है? कुछ बच्चे अन्य बच्चों के साथ मेल-जोल नहीं बना पाते हैं और इसलिए टीचर को उनके साथ एक निश्चित तरीके से पेश आना चाहिए। 

8. आपने यह स्कूल ही क्यों चुना?

इससे उन्हें यह समझने का मौका मिलेगा कि आप अपने बच्चे की शिक्षा और उसके भविष्य के लिए क्या करना चाहते हैं। क्या यह स्कूल के पाठ्यक्रम (करिकुलम) और शिक्षा की पद्धति से मेल खाता है?

9. बच्चे के खाने की आदतें क्या हैं?

यदि स्कूल में बच्चों को दिन का भोजन दिया जाता है तो यह एक सामान्य प्रश्न है। क्या आपका बच्चा भोजन के समय बहुत नखरे करता है या उसे कोई एलर्जी है? स्कूल सैकड़ों बच्चों की देखभाल करेगा और उनके डाइट पर सावधानीपूर्वक नजर बनाए रखेगा। यदि आप ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो वो आपके बच्चे की खाने की आदतों को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

10. क्या आपने कभी अपने बच्चे को सजा दी है? क्यों और कैसे?

यह इस बात का पता लगाने के लिए है कि अनुशासन के बारे में आपका क्या नजरिया है और क्या यह स्कूल के नजरिये से मेल खाता है।माता-पिता के रूप में, आपको शुरुआत से ही बच्चों में अनुशासन बनाए रखना चाहिए ताकि आगे चल कर आपको या बच्चे को परशानियों का सामना न करना पड़े। 

11. क्या आपके बच्चे को सभी टीके लग चुके हैं?

आपका बच्चा अन्य बच्चों से घुले-मिलेगा और यदि उसे टीके नहीं लगे होंगे, तो वह जर्म्स आदि के संपर्क में आ सकता है या उस्की वजह से यह दूसरों में फैल सकता है। क्या आपके बच्चे को कभी कोई गंभीर बीमारी भी हो चुकी है? टीचर ऐसे बच्चों पर नजर रखेंगे जिन्हें मॉनिटर करने की जरूरत होगी।

12.अपने बच्चे के भविष्य को लेकर आपके क्या सपने और इरादे हैं?

आपके उत्तर से पता चलेगा कि आपने अपने बच्चे को कितना समय दिया है और आप स्कूल से कितनी उम्मीद करते हैं। आपका जवाब उन्हें यह भी समझने में मदद करेगा कि आपके बच्चे का व्यवहार कैसे होगा, क्योंकि बच्चे अपने माता-पिता की परछाई होते हैं ।

13. आपकी घरेलू जिंदगी और शादीशुदा जीवन कैसा है?

हालांकि यह सवाल थोड़ा ज्यादा व्यक्तिगत लग सकता है और स्कूल को इसमें हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं होनी चाहिए, लेकिन आपके बच्चे की परवरिश किस माहौल में हो रही है यह जानना उनके लिए यह जरूरी होता है। आपके घर का माहौल बच्चे को परिभाषित करेगा । क्या आपके घर में बहुत ज्यादा अशांति है,  यदि हाँ, तो क्या आपने बच्चे को इसके बारे में बताया है? इसका सामना करें, तलाक होना आम है और पति-पत्नी के बीच झगड़े होना भी आम है। टीचर यह जानना चाहेंगे कि तनाव से निपटने में उनकी मदद कैसे की जाए या वे अजीब तरीके से व्यवहार क्यों कर रहे हैं।

14. होमवर्क के बारे में आपके विचार क्या हैं?

कुछ नए जमाने के स्कूलों ने होमवर्क को त्याग दिया है, वहीं कुछ स्कूल अभी भी एप्लीकेशन बेस्ड, प्रैक्टिकल वर्क पर जोर देते हैं, तो कहीं आज भी पहले की तरह पेन और पेपर का तरीका अपनाया जा रहा है। यहाँ, आपको यह जरूर बताना चाहिए कि आपकी स्कूल से क्या उम्मीदें हैं और उन्हें बताना चाहिए कि क्या आपके विचार उनके दृष्टिकोण से मेल खाते हैं।

15. बच्चे की शिक्षा को लेकर आप किस तरह से अपनी भूमिका को देखते हैं?

कुछ माता-पिता हर कदम पर अपने बच्चों के साथ रहना चाहते हैं, जबकि कुछ लोग इसके विपरीत होते हैं। दोनों का कॉम्बिनेशन ठीक है, लेकिन टीचर यह जानना चाहेंगे कि घर पर बच्चे को कौन पढ़ाएगा और आप यह कैसे करेंगे।

इंटरव्यू में सफलता पाने के लिए कुछ टिप्स

1. अपने बारे में सच्चे रहें

इंटरव्यू के दौरान आप जैसे हैं वैसे ही बने रहें, बजाय इसके कि आप बातें बनाएं ताकि किसी तरह से बच्चे को स्कूल में एडमिशन मिल जाए। स्कूल अंततः सच्चाई का पता लगा ही लेगा, जो बाद में आपके लिए शर्मनाक साबित हो सकता है। आप जैसे भी हैं, अच्छे हैं और वैसे ही बने रहें। 

2. सवाल पूछने वाले को बीचे में टोके नहीं

इंटरव्यू लेने वाले या एडमिशन डायरेक्टर जो कह रहे हैं, उन्हें उनकी बात पूरा करने दें। सुनने से आपको स्कूल के माहौल को समझने में मदद मिलेगी कि आपको अपने बच्चे के लिए कैसा स्कूल चाहिए। इसके अलावा, आपके इंटरव्यू लेने वाले की बात को बीच में काटने से उन पर आपका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

3. बच्चे के सवालों के जवाब आप न दें

अपने बच्चे/बच्ची को ही उन सवालों के जवाब देने दें जो सीधे उनसे पूछे जा रहे हैं। इससे पता चलता है कि बच्चे स्वतंत्र हैं, उनमें आत्मविश्वास है और वे अपनी सहायता स्वयं कर सकते हैं।

4. जातीयता लाने से बचें

जब तक पूछा न जाए, जातीयता या धार्मिक विचारों का उल्लेख ना करें। यह कई लोगों के लिए एक सॉफ्ट टॉपिक हो सकता है और स्कूल उन बच्चों को नहीं लेना चाहेंगे जो उसी चीज को रिफ्लेक्ट करते हैं, जो घर पर उनके माता-पिता बोलते हैं।

5. सही प्रश्न पूछें

कई माता-पिता इंटरव्यू लेने वाले को प्रभावित करने के लिए कई सवाल पूछते हैं, लेकिन यह उनके लिए उलटा पड़ सकता है। रेलेवेंट सवाल पूछें जिनके बारे में आप वास्तव में उत्सुक हैं। 

इस पूरे अनुभव को उसी तरह देखें जैसा आप नौकरी के लिए इंटरव्यू की तैयारी करते हैं, पूरे जोश और योजना के साथ। यह आपके बच्चे की बेहतर शिक्षा के लिए उठाया जाने वाला एक छोटा सा कदम है, इसलिए घबराएं नहीं, क्योंकि उनके पास बड़े होने और जिम्मेदार एवं बुद्धिमान इंसान बनने के लिए बहुत समय है। अपने साथी के साथ इंटरव्यू की योजना बनाएं और अपने बच्चे की शिक्षा को लेकर आपस में बातचीत करें और एक दूसरे का नजरिया जानें। इस प्रकार आप निश्चित रूप से कामयाब रहेंगे। 

यह भी पढ़ें:

बच्चों की सूझबूझ बढ़ाने के लिए 50 मजेदार पहेलियाँ
बच्चों को स्वावलंबी बनाने के लिए 10 टिप्स

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

1 day ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

1 day ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

1 day ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago