बच्चे बहुत नाजुक होते हैं इसलिए उनमें त्वचा संबंधी समस्याएं अधिक होने की संभावना होती है। ऐसी ही एक त्वचा संबंधी समस्या को लेकर इस लेख में चर्चा की गई है जो है बच्चों के चेहरे पर रैशेज यानी लाल चकत्ते होना। जाहिर है, अगर आप अपने बच्चे के चेहरे पर रैशेज देखेंगी तो आपको चिंता होगी कि इसे कैसे ठीक किया जाए। हालांकि आपको अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रैशेज का इलाज किया जा सकता है। हम जानते हैं माता-पिता के रूप में आप बच्चों के चेहरे पर होने वाले रैशेज का इलाज करने के लिए उनके चेहरे पर किसी भी प्रकार की केमिकल आधारित क्रीम या लोशन का उपयोग करना पसंद नहीं करेंगी, यही कारण है कि हम आपके बच्चे की त्वचा की देखभाल और उपचार के लिए कुछ घरेलू कुछ नुस्खे लाए हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे के चेहरे पर होने वाले रैशेज का इलाज कर सकती हैं।
यहाँ कुछ चीजें बताई हैं जिनका आप सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करके अपने बच्चे के चेहरे पर होने वाले रैशेज को ठीक कर सकती हैं:
ओटमील, त्वचा पर होने वाली खुजली और जलन से राहत देने में मदद करता है। इसके पीछे कारण यह है कि ओटमील में एवेनैनथ्राम्रामाइड्स होते हैं जो एंटीइंफ्लेमेटरी के रूप में जाने जाते हैं। इसके लिए एक कटोरी ऑर्गेनिक ओटमील लें और उसमें पानी मिला लें। फिर, इसे ब्लेंडर में डालें और एक पेस्ट तैयार कर लें। इसे त्वचा पर लगाएं और सूख जाने पर हटा दें। हालांकि, इसे सीधे अपने बच्चे के चेहरे पर लगाने से पहले, यह जांच कर लें कि उसे इससे कोई एलर्जी तो नहीं है, इसके लिए आप इसे बच्चे के चेहरे पर लगाने से पहले उसके हाथ पर लगाकर देखें। यदि आपके बच्चे को ओट्स से एलर्जी नहीं होती है, तो आप इसे रैशेज का इलाज करने के लिए उपयोग कर सकती हैं।
इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो घावों को कीटाणुरहित करने और त्वचा पर रैशेज को कम करने में मदद करते हैं। रैशेज के आकार के हिसाब से आपको एक या अधिक टी बैग का उपयोग करने की आवश्यकता हो पड़ सकती है। गर्म पानी में टी बैग डालें और उबालने के बाद इसे ठंडा होने दें। जब पानी गुनगुना हो जाए तो पानी से टी बैग निकाल लें और इसे अपने बच्चे के चेहरे पर लगाएं। सुनिश्चित करें कि टी बैग बहुत गर्म नहीं होना चाहिए।
इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने के कारण त्वचा पर एक्जिमा जैसे रैशेज पड़ जाते हैं। दही में पाए जाने वाले बैक्टीरिया इम्युनिटी सिस्टम को बेहतर करने में मदद करते हैं और साथ ही रैशेज में होने वाली खुजली को कम करते हैं।
केले के छिलके का उपयोग कई कार्टूनों में मजे के लिए किया जाता है, लेकिन ये चेहरे के रैशेज के लिए एक बेहतरीन इलाज करता है। सबसे पहले, केले के छिलकों को लगभग एक घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा करें। फिर, बच्चे के चेहरे के प्रभावित क्षेत्र पर एक छोटा सा टुकड़ा लगाएं और फिर देखिए इसका कमाल! यह न केवल त्वचा को साफ करने और इसे अच्छी तरह से मॉइस्चराइज करने में मदद करता है, बल्कि इससे आपके बच्चे को तरोताजा महसूस होगा और कुछ समय के लिए रैशेज से होने वाली परेशानी से भी राहत महसूस होगी।
नीम का उपयोग भारत में सदियों से त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा के रैशेज का इलाज करने और उन्हें कम करने में मदद करते हैं। एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं में नीम का उपयोग बेहतरीन रूप से काम करता है और यह काफी असदार होता है। आप नीम के पत्तों को लें और इसे ब्लेंडर में डालें, थोड़ा पानी मिलाएं और एक पेस्ट तैयार कर लें। अपने बच्चे को रैशेज से राहत देने के लिए इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
एलोवेरा त्वचा संबंधी समस्याओं का उपचार करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, यही कारण है कि कई सारी क्रीम्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और इमोलिएंट गुण होते हैं। हालांकि क्रीम्स में मौजूद एलोवेरा तत्व एडिटिव्स और आर्टिफिशल कंपाउंड भी हो सकते हैं, जो आपके बच्चे की संवेदनशील त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। सबसे बेहतर विकल्प यह होगा कि एलोवेरा जेल को इनके पत्तों से ताजा निकाला जाए। इन पत्तों को किसी भी सुपरमार्केट से खरीदा जा सकता है।
ऑलिव ऑयल बहुत सारी चीजों के लिए फायदेमंद होता है जिनमें से एक त्वचा संबंधी समस्याओं का इलाज भी है। ऑलिव ऑयल एक प्राकृतिक क्लेन्जर है जो त्वचा को साफ करता और इससे टॉक्सिन्स और एलर्जी को हटाने के लिए प्रभावी रूप से काम करता है । इसमें ओलेओकैंथल नामक एक घटक होता है जो त्वचा को इन्फ्लेमेशन से राहत पहुँचाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ई भी मौजूद होता है जो नई त्वचा के आने में मदद करता ।
इसमें एंटीइनफ्लेमेटरी गुण होते है जो चेहरे पर रैशेज को कम करने में मदद करते हैं। यह नाजुक त्वचा पर भी बेहतरीन रूप से कार्य करते हैं, इसलिए इसे ज्यादातर माता-पिता इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए ओटमील के साथ खीरे को मिलाया जा सकता है। फिर इसे बच्चे के चेहरे के प्रभावित हिस्से पर लगाएं यह बच्चे को बहुत जल्दी रैशेज से राहत देने में मदद करेगा।
बच्चों की त्वचा संवेदनशील होती है इसलिए अपनी मर्जी से किसी भी क्रीम का उपयोग न करें, समझदारी इसी में है कि आप रसायन युक्त क्रीम का इस्तेमाल करने से बचें । हालांकि, यदि बताए गए उपायों में से कोई भी बच्चे को राहत प्रदान नहीं करता है, तो सुनिश्चित करें कि आप इसका जल्दी उपचार करने के लिए अपने बालरोग विशेषज्ञ से बात करें।
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