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यदि आपके घर में छोटा बच्चा है तो उसके डायपर और अन्य कपड़े धोना आपके डेली रूटीन का एक भाग होगा। कई पेरेंट्स अपने बच्चे के लिए कपड़े के रीयूजेबल डायपर यानी कपडे के डायपर का उपयोग करते हैं क्योंकि ये इकोफ्रेंडली होते हैं और इसमें खर्च भी कम होता है। पर कपड़े के डायपर को ठीक से धोना बहुत जरूरी है ताकि बच्चे को इन्फेक्शन न हो। बच्चों के कपड़े के डायपर को धोने के कुछ टिप्स यहाँ बताए गए हैं, जानने के लिए पूरा पढ़ें।
गंदे डायपर को धोने से पहले की तैयारी
यदि आप बच्चे के लिए वॉश किए जाने वाले कपड़े के डायपर का उपयोग करती हैं तो आपको इसे धोने से पहले तैयारी करना आना चाहिए। पहले आप डायपर पर लगी सॉलिड पॉटी को टॉयलेट में फ्लश कर दें और फिर डायपर को नल के नीचे या स्प्रेयर से धोएं। इसके बाद आप गीले डायपर को डायपर बैग में तब तक के लिए स्टोर कर दें जब तक मशीन में डालने योग्य कई सारे डायपर इकट्ठा न हो जाएं। आप कपड़े के गंदे डायपर को धोने से पहले एक घंटे के लिए डिटर्जेंट में भिगो कर भी रख सकती हैं। इससे दाग निकलने में आसानी होगी।
बेकिंग सोडा और विनेगर से डायपर की दुर्गंध कम करने का तरीका
गंदे और गीले डायपर के कपड़ों को बैग में रखने से इसमें दुर्गंध आने लगती है। डायपर से दुर्गंध कम करने के कुछ टिप्स यहाँ बताई गई हैं, आइए जानें;
- गंदे डायपर को पानी में भिगोएं और एक चम्मच बेकिंग सोडा डाल दें ताकि उसकी दुर्गंध खत्म हो जाए।
- आप इसमें दो बड़े चम्मच वाइट विनेगर भी मिला सकती हैं।
- इस बात का ध्यान रखें कि डायपर धोने से पहले आप इस लिक्विड को टॉयलेट में फेंक दें।
- डायपर धोते समय वॉशिंग मशीन में 1/2 चम्मच बेकिंग सोडा या 1 चम्मच सफेद विनेगर मिलाएं। इससे दुर्गंध खत्म हो जाएगी।
कपड़े के डायपर को कैसे साफ करें
वॉशिंग मशीन में रीयूजेबल डायपर धोने का तरीका
- गंदे डायपर्स को अलग से धोएं और इसे रेगुलर लॉन्ड्री में मिक्स न करें।
- डायपर धोने से पहले वॉशिंग मशीन के इंस्ट्रक्शन चेक कर लें।
- इस बात का ध्यान रखें कि मशीन में ज्यादा कपड़े न हों। इससे डायपर अच्छी तरह से साफ नहीं होगा।
- माइल्ड और बिना ऐडिटिव्स व बिना सुगंध वाले डिटर्जेंट का उपयोग करें। इससे आपके बच्चे की त्वचा में इरिटेशन से बचा जा सकता है।
- आप मशीन में बेकिंग सोडा या विनेगर भी डालें ताकि कपड़ों से दुर्गंध निकल जाए।
- चाहें तो आप इसमें एक ढक्कन एंटीसेप्टिक लिक्विड भी डाल सकती हैं जो बच्चों की त्वचा के लिए सेफ व सौम्य हो। यह सस्ता होता है और आसानी से बाजार में मिल जाता है।
- यदि डायपर में दाग लगा है तो पहले आप इसे पानी में ऑक्सी ब्लीच मिलाकर कुछ घंटों तक भिगो दें। ध्यान रहे कि यह ब्लीच बच्चे की त्वचा के लिए नुकसानदायक न हो और दाग हटाने में भी प्रभावी हो।
- पहले डायपर को ठंडे पानी से धोएं और फिर गुनगुने या गर्म पानी में अच्छी तरह से धो लें। हालांकि पानी बहुत ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए क्योंकि यह डायपर के कपड़े को खराब कर सकता है।
- इस बात का ध्यान रखें कि डायपर धोने के बाद इसमें डिटर्जेंट नहीं रहना चाहिए और एक बार बाहर निकालने के बाद इसकी गंध फ्रेश होनी चाहिए।
- यदि आप ड्रायर का उपयोग करती हैं तो तापमान को सेट करने के लिए ड्राइंग इंस्ट्रक्शंस जरूर पढ़ें।
- हालांकि क्लॉथ डायपर को सुखाने का सबसे बेस्ट तरीका है कि आप इसे धूप में सुखाएं जिससे इसकी दुर्गंध और बैक्टीरिया दोनों खत्म हो जाएंगे।
कपड़े के डायपर को हाथ से धोने के टिप्स
- पहले डायपर पर लगी पॉटी को टॉयलेट में गिराकर फ्लश करें और डायपर को नल के नीचे रखकर इस पर पानी स्प्रे करें।
- इसे नल के नीचे सिर्फ पानी से धोने के बाद एक बाल्टी में ठंडा पानी लें और उसमें डिटर्जेंट डालकर कपड़े के डायपर को एक घंटे के लिए भिगो कर रख दें।
- आप इसमें एंटीसेप्टिक, विनेगर या बेकिंग सोडा भी मिला सकती हैं ताकि इसकी दुर्गंध या बैक्टीरिया खत्म हो जाए।
- डायपर भीगने के बाद आप इसे ब्रश से अच्छी तरह से साफ करें।
- फिर इसे सादे पानी से तब तक धोएं जब तक डिटर्जेंट साफ न हो जाए।
- अंत में कपड़े के डायपर को धूप में सुखा लें।
डायपर को सुखाना
डायपर धुल जाने के बाद इसे सुखाने की जरूरत होगी। कपड़े के डायपर को सुखाने के कुछ टिप्स यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
- कपड़े के डायपर सुखाने के इंस्ट्रक्टशंस को ध्यान से पढ़ें ताकि इसे सही तापमान में सुखाया जा सके।
- डायपर के कपड़े से बैक्टीरिया और दुर्गंध को खत्म करने के लिए इसे धूप में सुखाएं। सूरज की रोशनी से भी कपड़े साफ हो जाते हैं और यह इको-फ्रेंडली भी है।
- यदि धूप बहुत तेज है तो इससे डायपर कड़क हो सकता है। इसलिए आप इसे सुबह या शाम की हल्की धूप में ही सुखाएं।
कपड़े के डायपर साफ करते समय ध्यान देने योग्य बातें
कपड़े के डायपर धोते समय क्या न करें, इस बारे में आइए जानें;
- डायपर पर लगी पॉटी को टॉयलेट में फ्लश किए बगैर इसे वॉशिंग मशीन में न डालें।
- ब्लीच, फैब्रिक कंडीशनर, वाइटनिंग एजेंट्स या स्ट्रॉन्ग डिटर्जेंट का उपयोग न करें। यह कपड़े से निकलता नहीं है और इससे बच्चे की स्किन भी इरिटेट होती है।
- यदि आप बच्चे के डायपर को ड्रायर से सुखाना चाहती हैं तो ड्रायर शीट का उपयोग न करें। ड्रायर शेयर क्लॉथ डायपर की अब्सॉर्ब करने की क्षमता को कम कर देता है और इसमें मौजूद केमिकल्स की वजह से बच्चे को डायपर रैशेज हो सकते हैं।
- इसे धूप में सुखाना बिलकुल भी न भूलें। डायपर को धूप में सुखाने से इसके दाग व बदबू खत्म हो जाती है और इससे बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं।
- इस बात का ध्यान रखें कि डायपर अच्छी तरह से धुल जाना चाहिए और धोने के बाद इसमें साबुन बिलकुल नहीं बचना चाहिए। इससे बच्चे के बॉटम में रैशेज हो सकते हैं।
- वॉशिंग मशीन में बहुत सारे कपड़ों के साथ न धोएं क्योंकि इससे डायपर अच्छी तरह से साफ नहीं होगा।
- गंदे डायपर को रोज के कपड़ों में भी मिक्स न करें। इसे अलग-अलग करके धोएं।
किस प्रोडक्ट का उपयोग करें
कपड़े के डायपर धोने के लिए डिटर्जेंट चुनते समय आप पहले इसके इंग्रेडिएंट्स जरूर चेक कर लें। माइल्ड डिटर्जेंट चुनें जिसमें कोई सुगंध न हो। आप जर्म्स खत्म करने के लिए बेकिंग सोडा, विनेगर और एंटीसेप्टिक के साथ डिटर्जेंट का उपयोग कर सकती हैं।
किस प्रोडक्ट का उपयोग न करें
ऐसे डिटर्जेंट का उपयोग न करें जिसमें केमिकल्स, डाई, एन्जाइम्स और लाइटिंग एजेंट होते हैं क्योंकि इससे बच्चे को एलर्जी हो सकती है। फैब्रिक सॉफ्टनर या कंडीशनर का उपयोग करने से बचें क्योंकि इससे कपड़े के डायपर में पार्ट्स रह सकते हैं जिससे बच्चे की त्वचा को इरिटेशन होगी। आप स्ट्रॉन्ग ब्लीच का भी उपयोग न करें क्योंकि यह डायपर में उपयोग किए गए फाइबर को डैमेज कर सकता है।
कपड़े का डायपर कितनी जल्दी-जल्दी धोना चाहिए
कपड़े के डायपर को हर दूसरे दिन धोना चाहिए। पहले महीने में एक बच्चे को रोजाना लगभग 10 से 12 डायपर की जरूरत पड़ती है। 2 से 5 महीने के बच्चे के एक दिन में लगभग 8 से 10 डायपर बदलने पड़ते हैं और 6 से 12 महीने की उम्र के बच्चों के एक दिन में लगभग 8 डायपर इस्तेमाल होते हैं। इसका यह अर्थ है कि आपके पास लगभग 20 से 24 कपड़े के डायपर होने चाहिए जिन्हें हर दूसरे दिन धोना जरूरी है।
बच्चों के लिए कपड़े के डायपर फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह त्वचा को मुलायम रखते हैं और इसमें से हवा का आदान-प्रदान होता है। इससे बच्चे के रैशेज भी कम हो जाते हैं। ऊपर बताए गए टिप्स की मदद से कपड़े के डायपर धोना बहुत आसान है। इससे बच्चे की त्वचा हेल्दी रहेगी, खर्च कम होगा और यह इको फ्रेंडली भी है।
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