फेयरी टेल्स के बारे में सोचते समय दिमाग में सिर्फ परियां, मर्मेड, मैजिक और टॉकिंग एनिमल्स ही आते हैं। ये सभी सिर्फ कहानियां ही नहीं बल्कि बहुत कुछ हैं। ये कहानियां आपके बच्चे को वैल्यूज सिखाती हैं, जैसे दया भाव और धैर्य और साथ ही इससे बच्चों में कठिन चीजें समझने की क्षमता भी डेवलप होती है।
यहाँ कुछ शॉर्ट फेयरी टेल्स दी हुई हैं जिन्हें आप अपने बच्चों को सुना सकती हैं, आइए जानें;
सिंड्रेला, एक दयालु लड़की की कहानी है जिसके साथ उसकी सौतेली माँ और बहनें बहुत गंदा व्यवहार करती थीं पर उसने कभी भी अपना दया का भाव कम नहीं किया। एक बार एक राजकुमार ने बॉल पार्टी रखी और उस पार्टी में अपने राज्य की सभी लड़कियों को बुलाया।
वैसे तो सिंड्रेला की बहनों ने खुद तैयार होने के लिए उसकी मदद ली पर उसे एक बार भी पार्टी में चलने के लिए नहीं कहा। जब सभी लोग पार्टी में चले गए तो एक परी ने अपने जादू से सिंड्रेला को एक सुंदर राजकुमारी बनाया और उसे यह कहकर पार्टी में भेजा कि यह जादू रात को 12 बजे तक ही रहेगा। सिंड्रेला तो बहुत सुंदर लग रही थी और पार्टी में सभी लोग उसे देख रहे थे।
राजकुमार को भी सिंड्रेला बहुत अच्छी लगी और उसने सिंड्रेला को डांस के लिए पूछा और दोनों ने साथ में डांस भी किया। आधी रात होते ही सिंड्रेला जल्दी-जल्दी उस पार्टी से जाने लगी और जल्दबाजी में उसका शीशे का एक जूता पाँव से निकल गया।
राजकुमार उसी लड़की से शादी करना चाहता था जिसका वह जूता था और राजकुमार ने उसकी खोज करना शुरू कर दिया। उस राजकुमार ने घर-घर में उस लड़की को ढूंढ़ा जिसका वह जूता था और ऐसा करते-करते अंत में वह सिंड्रेला के घर तक पहुँच ही गया। यद्यपि सिंड्रेला की सौतेली माँ और बहनें उसे राजकुमार से मिलने नहीं दे रही थीं पर वह जूता सिंड्रेला के नाप का ही था और जैसे ही उसने वह जूता पहना तो राजकुमार समझ गया कि यह जूता उसी लड़की का है और उस राजकुमार ने सिंड्रेला से शादी कर ली।
यह अद्भुत कहानी समझाती है कि हमें हर स्थिति में धैर्य और अपना स्वाभाव विनम्र रखना चाहिए।
फ्रांस के एक लेखक द्वारा लिखी गई यह कहानी एक खूबसूरत लड़की की है जिसका नाम बेल है। बेल बहुत समझदार और साहसी लड़की थी और जब एक खूंखार राक्षस ने उसके पिता को जेल में बंद कर दिया था। तब बेल ने राक्षस से कहा कि वह उसके पिता को जेल में बंद करने के बजाय उसे जेल में बंद कर दे और उसके पिता को आजाद कर दे। राक्षस ने वैसा ही किया, उसने बेल को जेल में कैद कर दिया और उसके पिता को छोड़ दिया।
बेल के लिए वहाँ का माहौल और वहाँ की चीजें शुरुआत में थोड़ी अजीब व डरावनी थीं पर बाद में धीरे-धीरे उसे वह राक्षस अच्छा लगने लगा। क्योंकि वह बीस्ट यानि राक्षस बेल से अच्छा व्यवहार करता था और बेल के लिए वह बहुत दयालु हो चुका था। जब बेल को पता चला कि उसके पिता बहुत बीमार हैं तो उसने राक्षस से विनती से कहा कि वह अभी के लिए उसे जाने दे और कुछ दिन के बाद वह खुद वापस जरूर आएगी। राक्षस ने उसे जाने दिया और जब बेल अपने पिता के पास पहुँची तो गेस्टन नामक एक दुष्ट शिकारी ने बेल को पकड़ लिया क्योंकि वह उससे शादी करना चाहता था। जब सभी गाँव वालो को उस राक्षस के बारे में पता चला तो सभी ने उसे मारने के लिए एक योजना बनाई और उसके महल में एक साथ जा पहुँचे। यद्यपि वह राक्षस मरने की वाला था पर वह बच गया और बेल के प्यार की वजह से वह राक्षस एक खूबसूरत राजकुमार में बदल गया। तब उसने बताया कि वह एक राजकुमार था और चूंकि वह बहुत घमंडी था इसलिए एक चुड़ैल ने उसके पूरे घर के साथ उसे भी श्राप दिया था और इसी वजह से वह राक्षस बना। अंत में बेल और उस राजकुमार ने शादी कर ली और वो दोनों खुशी-खुशी रहने लगे।
उस राजकुमार के श्राप से बच्चों को यह समझ आ सकता है कि दयालु होना कितना जरूरी है और यदि वे घमंड करते हैं तो उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बेल से बच्चे यह सीख सकते हैं कि उन्हें ऊपरी सुंदरता के बजाय दूसरों की भावनाओं का आदर करना चाहिए।
यह कहानी औरोरा नामक एक राजकुमारी की है जिसने बहुत समय के बाद एक राजा के घर में जन्म लिया था। जन्म के कुछ दिनों बाद ही एक बुरी जादूगरनी ने उस राजकुमारी को श्राप दे दिया था कि जब वह 16 साल की होगी तो एक घूमते हुए पहिए से चोट लगने के कारण इसकी मृत्यु हो जाएगी और साथ ही राज्य के सभी लोग भी मर जाएंगे। उस बुरी जादूगरनी ने राजकुमारी को ऐसा निर्दयी श्राप सिर्फ इसलिए दिया था क्योंकि उस राजा ने अपनी बेटी के नामकरण उत्सव पर उसे नहीं बुलाया था।
खुशकिस्मती से उस उत्सव में 3 अच्छी परियां भी थी जो उस राजा की मदद कर सकीं। यद्यपि राजकुमारी का यह श्राप कोई भी नहीं बदल सकता था पर अच्छी परियों ने अपने जादू से यह जरूर बदल दिया कि राजकुमारी और राज्य के सभी लोगों की मृत्यु नहीं होगी और वे 100 सालों तक सो जाएंगे। अच्छी परियों ने राजकुमारी को सुंदर और दयावान होने का आशीर्वाद दिया था और उसी आशीर्वाद की वजह से वह बड़ी होकर बहुत सुंदर, दयालु और आज्ञाकारी बनी।
समय के चलते जैसा बुरी जादूगरनी ने कहा था बिलकुल वैसा ही हुआ और 16 साल की होने के बाद औरोरा को घूमते पहिए से चोट लगी और वह एक गहरी नींद में सो गई व साथ में राज्य के सभी लोग सो गए।
लगभग 100 सालों के बाद एक राजकुमार उस महल में पिछले बहुत अरसे से सोई प्रसिद्ध और खूबसूरत राजकुमारी को देखना चाहता था और इसलिए वह महल के अंदर चला गया। राजकुमार ने जब उस राजकुमारी को देखा तो वह उसकी खूबसूरती पर आकर्षित हो गया और उसे किस कर लिया। इसी किस की वजह से राजकुमारी का श्राप टूट गया व जल्द ही वह एक लंबी नींद से जाग गई और राजकुमारी के साथ ही राज्य के सभी लोग भी जाग गए। अंत में राजकुमार ने उस सुंदर राजकुमारी से शादी की और दोनों खुशी-खुशी रहने लगे। पूरे राज्य में शांति व खुशियां छा गईं।
स्लीपिंग ब्यूटी यह बताती है कि बुरी चीजें अक्सर हमारे जीवन में बहुत सारी कठिनाइयां उत्पन्न करती हैं पर जब अच्छा होना शुरू होता है तो समय बदलता है और बुराई खत्म हो जाती है।
एक बार एक बहुत गरीब कपल ने अपने पड़ोसी के गार्डन से एक फल चुराकर खुद को बड़ी मुसीबत में डाल दिया। वह पड़ोसी एक बुरी जादूगरनी थी और उसे इस चोरी के बारे में पता चल गया। अब क्या था बुरी जादूगरनी ने इस चोरी के बदले में उस कपल से कहा कि जब उनकी बेटी पैदा होगी तो वे उसे अपनी बेटी दे देंगे। डर की वजह से वह कपल मान गया।
जब उस कपल की एक नन्ही सी बच्ची हुई तो उसे वह जादूगरनी ले गई और उसने बच्चे का नाम रॅपुन्ज़ेल रखा। रॅपुन्ज़ेल जैसे-जैसे बड़ी होती जा रही थी वह बहुत ही खूबसूरत होती जा रही थी पर वह बुरी जादूगरनी उसे एक टॉवर में बंद करके रखती, जहाँ से बाहर जाने का कोई भी रास्ता नहीं था। जब वह बुरी जादूगरनी उस टॉवर के अंदर जाना चाहती थी तो वह रॅपुन्ज़ेल को आवाज लगाती और कहती कि वह अपने लंबे बाल टॉवर से नीचे डाले ताकि वह उसकी मदद से उस बड़े से टॉवर के अंदर जा सके।
एक दिन रॅपुन्ज़ेल अपना टाइम पास करने के लिए खिड़की पर खड़ी होकर गाना गा रही थी। उसकी आवाज सुनकर एक राजकुमार का ध्यान रॅपुन्ज़ेल की तरफ गया और वह उसकी ओर खिंचा चला आया। वह रॅपुन्ज़ेल की खूबसूरती से इतना आकर्षित था कि उसने उसे पाने का सीक्रेट जान लिया। पहले तो रॅपुन्ज़ेल उस राजकुमार को देखकर चौंक गई पर जल्द ही उसे भी राजकुमार से प्यार हो गया। एक दिन रॅपुन्ज़ेल ने गलती से उस बुरी जादूगरनी को कह दिया कि वह उसके राजकुमार से ज्यादा भारी है! जिसके बाद वह डायन बहुत गुस्सा हुई, उसने रॅपुन्ज़ेल के लंबे और जादुई बालों को काट दिया और उसे जंगल में फेंक दिया। उस राजकुमार को भी काटों से अंधा कर दिया गया था और अब वह अपनी प्रेमिका रॅपुन्ज़ेल की याद में इधर-उधर भटक रहा था।
एक बार वह राजकुमार जब इधर-उधर भटक रहा था तब उसने गाने की एक आवाज सुनी। उस आवाज को सुनकर राजकुमार ने पहचान लिया कि यह उसकी रॅपुन्ज़ेल है और दोनों दोबारा से मिल गए। एक दूसरे से मिलकर वे दोनों इतने खुश थे कि उनके आंसू निकलने लगे थे। रॅपुन्ज़ेल के इस प्यार की वजह से राजकुमार की आँखें ठीक हो गई थी और अब वह दोबारा से देख सकता था। फिर क्या था दोनों एक साथ खुशी-खुशी शांति से रहने लगे।
इस कहानी से सीखने वाली सबसे जरूरी बात यह है कि किसी को भी चोरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। रॅपुन्ज़ेल के पेरेंट्स के मामले में चोरी और लालच की वजह से ही उन्होंने अपनी बेटी खो दी थी।
एक बार बर्फ से भी ज्यादा सफेद रंगत वाली एक राजकुमारी थी और उसके रंग की वजह से ही उसका नाम स्नोवाइट रखा गया। इतना ही नहीं उसके बाल बहुत घने, काले और लंबे व उसके होंठ गुलाब की तरह लाल थे। स्नोवाइट की माँ के मरने के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली और इस नई रानी को अपनी सुंदरता पर बहुत ज्यादा घमंड था। उसके पास एक जादुई आइना था और वह बुरी रानी अक्सर अपने आईने से पूछती थी, ‘ऐ आईने! बता इस दुनिया में सबसे सुंदर कौन?’
स्नोवाइट बड़ी होने के साथ-साथ अधिक खूबसूरत भी हो रही थी और रानी का आईना भी इस बात को कहने लगा था। इस बात को सुनने के बाद रानी को बहुत गुस्सा आया और उसे जलन भी हुई। घमंडी रानी ने स्नोवाइट को मारने के लिए दो शिकारी भेजे और उसका दिल लाने के लिए कहा।
शिकारियों ने जब स्नोवाइट की मासूमियत देखी तो उन्हें उस पर दया आ गई और उन्होंने राजकुमारी को भाग जाने के लिए कहा। शिकारियों ने स्नोवाइट को मारने के बजाय एक जानवर को मारा और उसका दिल ले जाकर रानी के सामने पेश कर दिया। जलन में चूर रानी ने दिल देखकर यह समझा कि स्नोवाइट मर चुकी है और उसने अपने जादुई आईने से एक बार फिर पूछा, ‘ऐ आईने, बता सबसे सुंदर कौन?’ और उस आईने ने फिर से स्नोवाइट का ही नाम लिया। तब बुरी रानी को पता चल गया कि उसके धोखा हुआ है और उसने स्नोवाइट को मारने के लिए फिर से एक योजना बनाई और इस बार रानी ने एक सेब को जहरीला कर दिया।
स्नोवाइट जो अपने महल से जा चुकी थी उसे एक ऐसी जगह मिली जहाँ पर 7 बौने रहते थे और वह उनके साथ ही रहने लगी और उनकी देखभाल करने लगी। एक दिन जब वे बौने अपने काम पर गए हुए थे तो वह बुरी रानी एक बुढ़िया के रूप में सेब बेचने के बहाने से स्नोवाइट के पास गई। स्नोवाइट ने उस बुढ़िया से सेब खरीदकर वह जहरीला सेब खा लिया और वह इस प्रकार गिरी जैसे मर चुकी हो। जब वे बौने वापस आए और उन्होंने स्नोवाइट को देखा तो वे दुखी हुए और उन्होंने स्नोवाइट को एक शीशे के कॉफिन में रखा।
एक दिन वहाँ से एक राजकुमार गुजर रहा था और उसने देखा कि 7 बौने सोई हुई एक सुंदर सी लड़की के सामने बहुत रो रहे हैं और वह राजकुमार उसकी खूबसूरती देखकर आकर्षित हुआ। राजकुमार ने जैसे ही उस सुंदर सी लड़की को अलविदा कहने के लिए उसका हाथ चूमा वैसे ही रानी के दिए हुए जादुई जहर का असर खत्म हो गया और स्नोवाइट ने अपनी आँखें खोल दी। यह देखकर राजकुमार खुश हो गया और उसने स्नोवाइट से शादी करने के लिए पूछा व उसने भी हाँ कह दिया। फिर क्या था दोनों ने शादी की और साथ में खुशी-खुशी रहने लगे। इधर वह बुरी रानी अपने बुरे कर्मों से जूझती हुई बीमार पड़ गई और अंत में उसकी मौत हो गई।
बुरी रानी के अंत से हमें यह हमेशा याद रखना चाहिए कि यदि आप किसी की सुंदरता से जलेंगे तो आप अपनी शांति खो देंगे और हमेशा दुखी रहेंगे क्योंकि आप किसी को भी पसंद नहीं हैं। वहीं इसके विपरीत दया और सौम्यता सभी का दिल जीत लेती है।
पानी की गहराई में ऐटलांटिका नामक एक राज्य था जो पानी में रहनेवाले जीवों का घर था और वहाँ पर एक मर्मेड भी रहती थी जिसे पानी से बाहर की दुनिया देखना और यह ऑब्जर्व करना बहुत पसंद था कि इंसान कैसे रहते हैं। मर्मेड शुरू से ही एक इंसान बनना चाहती थी और उसकी यह इच्छा तब और भी ज्यादा प्रबल हो गई जब उसने एक सुंदर राजकुमार को डूबने से बचाया। मर्मेड ने सोच लिया था कि किसी भी हालत में उसे इंसान बनना है क्योंकि वह उस राजकुमार के साथ रहना चाहती थी। इसी वजह से वह एक समुद्री जादूगरनी के पास गई जिसने उसकी आवाज एक इंसान की आवाज में बदल दी और उसे इंसान इसी शर्त में बनाया कि यदि वह राजकुमार उससे शादी नहीं करता है तो मर्मेड को एक काम करनेवाली के रूप में वापस आना होगा। इंसान बनने के बाद मर्मेड उस राजकुमार के पास गई जहाँ उसने बहुत सारे चैलेंज का सामना किया। शुरूआत में तो राजकुमार उसे नहीं पहचान पा रहा था पर अंततः मर्मेड ने उसे शादी के लिए मना ही लिया। हालंकि मर्मेड और राजकुमार ने शादी कर ली और दोनों एक साथ खुशी से रहने लगे।
इससे बच्चे यह सीख सकते हैं कि उन्हें जीवन में बहुत ज्यादा बहादुर होना चाहिए क्योंकि यह हमेशा वैसी नहीं होती है जैसा वो चाहते हैं।
यह कहानी बच्चों को दूसरों का आदर करना और सावधान रहना सिखाती है क्योंकि यह कहानी उत्सुकता से भरी एक ऐसी लड़की की है जिसका नाम गोल्डीलॉक्स था और एक बार वह 3 भालुओं के घर में चली जाती है जो उस दिन अपने घर में नहीं थे। वास्तव में गोल्डीलॉक्स जंगल में खो जाती है और जंगल में चलते-चलते थक हार कर वह भालुओं के घर में जाती है। वह वहाँ पर देखती है कि टेबल में 3 कटोरों में पॉरिज रखा हुआ है और घर में भी कोई नहीं है। यदि गोल्डीलॉक्स में थोड़ी सी भी विनम्रता होती तो वह उन भालुओं के आने का इंतजार कर सकती थी पर नहीं। उस समय गोल्डीलॉक्स सिर्फ अपने बारे में ही सोच रही थी और वह सिर्फ उस घर के अंदर ही नहीं गई बल्कि उसने टेबल पर रखा पॉरिज खा लिया, घर की कुर्सी तोड़ दी और वह उनके बिस्तर पर सोई भी। जब भालू घर में आए तो वह जागी और उन्हें देखकर डर के मारे वहाँ से भाग गई।
यदि गोल्डीलॉक्स ने उन भालुओं का आदर किया होता तो उनका व्यवहार भी गोल्डीलॉक्स के प्रति अच्छा होता और वह भागने के बजाय नए दोस्त बना सकती थी।
एक बार एक राजकुमार था जो सिर्फ एक राजकुमारी से शादी करना चाहता था। यद्यपि उसने बहुत दूर तक सफर किया और कई जगहों पर एक सुंदर राजकुमारी की खोज की पर वह यह कभी नहीं समझ पाया कि क्या सच में खूबसूरत राजकुमारी होती भी है या सिर्फ ऐसा कहा जाता है। एक बार एक तूफानी रात में वो राजकुमार और उसकी माँ अपने घर में ही थे और तभी उन्होंने दरवाजे पर खटखटाने की आवाज सुनी। राजकुमार ने दरवाजा खोला और देखा कि वहाँ पर एक खूबसूरत लड़की खड़ी है जो पूरी तरह से भीग चुकी है और बारिश तेज होने के कारण घर में आना चाहती थी। राजकुमार की माँ यह जानना चाहती थी कि वह लड़की कोई राजकुमारी तो नहीं है इसलिए उन्होंने उस लड़की को परखना चाहा। राजकुमार की माँ ने 10 गद्दों के नीचे एक मटर रखा और उस लड़की को वहाँ सोने के लिए कहा। अगली सुबह वह लड़की जागी और कहने लगी कि इस मैट्रेस में असुविधा होती है और वह रातभर सो नहीं पाई। वह राजकुमार और उसकी माँ जानते थे कि वह राजकुमारी है नहीं तो उसे मैट्रेस के नीचे रखी मटर से कोई भी असुविधा नहीं होती। अंत में उस राजकुमार ने राजकुमारी से शादी कर ली और वे दोनों खुशी-खुशी रहने लगे।
इससे बच्चे कुछ अलग विचार रखने की कला सीख सकते हैं क्योंकि दिमाग में सिर्फ क्रिएटिव आइडियाज की वजह से ही राजकुमार की माँ ने मटर का टेस्ट लेकर ही पता किया कि वह एक राजकुमारी है या नहीं।
हैंस क्रिस्चियन एंडरसन द्वारा लिखी गई यह कहानी दिल को छू लेनेवाली है। यह कहानी एक नन्हे डकलिंग की है जिसे सभी लोग अग्ली कहते थे। चूंकि सभी उस डकलिंग का मजाक उड़ाया करते और दुर्व्यवहार करते थे इसलिए एक दिन वह न चाहते हुए भी अपना घर छोड़ कर चला जाता है। वह डकलिंग जिनसे भी मिलता, वे सब उसका मजाक उड़ाते थे और उसे खुद से दूर रखते थे। सर्दियों के मौसम में एक दिन बहुत ज्यादा ठंड पड़ रही थी और वह डकलिंग बिलकुल अकेला और उदास था। ऐसे ही उड़ते हुए वह एक तालाब में गया जहाँ पर उसे 3 खूबसूरत हंस मिले और हंसों ने डकलिंग से बहुत अच्छी तरह बात की व अच्छा व्यवहार किया। वह डकलिंग उनका फ्रेंडली व्यवहार देखकर हैरान हुआ क्योंकि अब तक लोग उसे अग्ली कहते थे और उसका मजाक उड़ाया करते थे। तालाब में जब उसने पानी में अपना रिफ्लेक्शन देखा तो उसे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि वह एक सुंदर हंस है। वहाँ पर एक लड़की हंसों को ब्रेड के टुकड़े खिला रही थी उसने भी डकलिंग से कहा कि वह सबसे अधिक सुंदर हंस है।
हमें कभी भी लोगों की सूरत से उन्हें जज करना नहीं चाहिए क्योंकि सूरत महत्वपूर्ण नहीं होती है। खूबसूरती वह नहीं होती है जो समय के साथ बदल जाए, खूबसूरती तो हमारे अंदर ही होती है। इसलिए यदि हम जीवन में आगे बढ़ते रहते हैं तो एक दिन हमें अपनी सच्ची खूबसूरती का एहसास जरूर होता है जैसे उस डकलिंग को हुआ था।
एक बार एक राजा था जिसकी बेटियां बहुत सुंदर थी। राजा की सबसे छोटी बेटी को सोने की गेंद से खेलने का बड़ा शौक था। एक दिन वह तालाब के किनारे अपनी गेंद से खेल रही थी और अचानक से उसकी गेंद तालाब में गिर गई। तालाब बहुत गहरा होने के कारण राजकुमारी उस गेंद को नहीं निकाल पा रही थी और वह रोने लगी। राजकुमारी के रोने की आवाज सुन कर एक मेंढक उसके पास आया और बोला कि यदि तुम मुझे अपनी प्लेट में खाना खिलाओगी, अपने गिलास में पानी पिलाओगी और अपने पास ही रहने दोगी तो मैं तालाब से तुम्हारी गेंद निकाल दूंगा। राजकुमारी उस मेंढक की बात मान गई। मेंढक ने गेंद तालाब से निकालकर राजकुमारी को दे दी। गेंद मिलते ही राजकुमारी मेंढक को छोड़कर दौड़ते हुए महल में चली गई।
अगले दिन मेंढक राजकुमारी के घर पहुँच गया और उसके साथ रहने की जिद करने लगा। यह बात जब राजा को पता लगी तो उसने राजकुमारी को आदेश दिया कि तुम अपना वादा निभाओ। तब न चाहते हुए भी राजकुमारी ने मेंढक को अपने साथ रहने दिया, उसे अपनी प्लेट में खाना खिलाया और अपने गिलास में पानी भी पिलाया।
अगले दिन मेंढक ने राजकुमारी से कहा कि यदि तुम मुझे एक बार किस करोगी तो मैं तुम्हें हमेशा के लिए छोड़ कर चला जाऊंगा। राजकुमारी तो पहले से ही उस मेंढक से पीछा छुड़ाना चाहती थी इसलिए वह मान भी गई और उसने मेंढक को तुरंत किस कर लिया। ऐसा करते ही वह मेंढक एक सुंदर राजकुमार में बदल गया और उसने बताया कि उसे श्राप मिला था और एक राजकुमारी किस करके ही उसे इस श्राप से मुक्ति दिला सकती है।
इस कहानी के अनुसार हमें कभी भी किसी को उसके रूप से जज नहीं करना चाहिए और अपना किया हुआ वादा हमेशा निभाना चाहिए।
यहाँ पर बच्चों को फेयरी टेल्स सुनाने के कुछ फायदे दिए हैं, आइए जानें;
फेयरी टेल्स बच्चों को विचारशील बनाती हैं क्योंकि ये कहानियां उन्हें एक अलग सी दुनिया में ले जाती हैं जो हमारी दुनिया से बिलकुल अलग है और वहाँ पर परियां, मर्मेड और जादू है।
ऐब्स्ट्रैक्ट आइडियाज या विचारों का कॉन्सेप्ट है, जैसे स्वतंत्र इच्छा एक एब्स्ट्रैक्ट कॉन्सेप्ट है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन फेयरी टेल्स में अक्सर वो होता है जो असल जिंदगी में नहीं होता है। ये कहानियां सिर्फ बच्चों को कॉन्क्रीट के बजाय चीजों का कॉसेप्ट समझने में मदद करती हैं।
हम अक्सर देखते हैं कि एक बुरा व्यक्ति अपनी दुष्टता, घमंड और लालच की वजह से बनता है। गोल्डीलॉक्स की कहानी एक बेहतरीन उदाहरण है जो यह बताती है कि हमें दूसरों का आदर क्यों करना चाहिए। फेयरी टेल्स में बुराई पर अच्छाई की जीत का कांसेप्ट होता है जो हर बच्चे को पता होना जरूरी है।
कहानी में ज्यादातर किरदारों के साथ कुछ न कुछ होता है और वे अपनी तीव्र सोच व क्षमता की वजह से नियंत्रण ला पाते हैं। छोटे बच्चों को यह सब सीखना चाहिए क्योंकि वे भी इन उदाहरणों को फॉलो करेंगे और सीखेंगे कि उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान कैसे निकालना चाहिए।
बच्चों को कहानी सुनाते समय आप हमेशा उनके साथ व्यस्त रहते हैं और उनसे पूछ सकते हैं कि कुछ लोग ऐसा व्यवहार क्यों करते हैं। उदाहरण के लिए; ब्यूटी एंड द बीस्ट में बीस्ट यानि राक्षस बहुत ज्यादा क्रूर था इसलिए उसे शाप मिला था पर बाद में वह एक सुंदर राजकुमार बन गया। इससे बच्चे सोचते हैं और इस बारे में चर्चा भी करते हैं कि बेले की भावनाओं की वजह से उसमें क्या-क्या बदलाव होते हैं और अंत में वह शाप-मुक्त हो जाता है।
बच्चा कहानी में पढ़े हुए हर नए शब्द, वाक्यांश और जीवन के अन्य पहलुओं को सीखता है। यह इन्सिडेंटल लर्निंग का एक प्रकार है जिसमें बच्चे खेल-खेल में सीखते हैं। उदाहरण के लिए, अग्ली डकलिंग पढ़ते समय बच्चे को पक्षियों के जीवन के बारे में पता चलता है और उसे यह भी पता चलता है कि किस प्रकार हंस सर्दियों में माइग्रेट करते हैं जबकि कहानी पढ़ने का मकसद यह नहीं था।
बच्चे अक्सर फेयरी टेल्स से ही सीखते हैं कि आपको एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए अपना व्यवहार और विचार सकारात्मक रखने की जरूरत है। हर पेरेंट्स अपने बच्चों को कहानियों से ही सही और गलत के बारे में समझाने का प्रयास करते हैं ताकि वे अपने जीवन की किसी भी मुश्किल परिस्थिति में स्ट्रॉन्ग बन सकें।
बच्चों को अलग-अलग कहानियों से विभिन्न संस्कृति और लाइफस्टाइल के बारे में पता चलता है क्योंकि इन कहानियों के लेखक अलग-अलग जगह और अलग-अलग संस्कृति और परंपराओं को फॉलो करते हैं। ब्यूटी एंड द बीस्ट एक फ्रेंच कहानी है और अग्ली डकलिंग एक डैनिश कहानी है।
जब आप अपने बच्चे को कहानी सुनाते हैं तो उसकी सुनने की क्षमता और भाषा जल्दी विकसित होना शुरू हो जाती है। शुरू से ही बच्चे की वोकैब्युलरी अच्छी होती है। आपके उत्सुक बच्चे के लिए यह दिलचस्प कहानियां बेहतरीन हैं जिससे उसे वर्ड स्मार्ट बनने में मदद मिलती है। आपके बच्चे में और कौन-कौन से स्मार्ट्स डेवलप हो सकते हैं यह जानने के लिए आप फर्स्टक्राई इंटेलीकिट एक्टिविटी बॉक्स ले सकते हैं। इसमें बच्चों में विभिन्न प्रकार के विकास के लिए कई सारी एक्टिविटीज दी हुई हैं।
यदि आप अपने बच्चे के लिए या उसके साथ एक फेयरी टेल पढ़ेंगे तो यह उसके लिए एक प्यारा सा गिफ्ट होगा। आप कहानी सुनाना शुरू करें इससे पहले ही बच्चे इसे सुनने के लिए उत्साहित होंगे।
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