प्रोवर्ब्स यानि मुहावरे या आप इन्हें नीतिवचन भी कह सकते हैं। यह प्रोवर्ब्स पुराने समय से चली आ रही बुद्दिमत्ता और कॉमन सेंस का एक कॉम्बिनेशन है जिसका उपयोग रोजमर्रा के जीवन में किसी भी स्थिति को बेहतर तरीके से स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। जिन फेमस प्रोवर्ब्स का उपयोग बड़े ज्यादातर करते हैं, बच्चे अक्सर उन्हें सुनकर याद रखते हैं और अपनी आम बोलचाल में उपयोग करना शुरू कर देते हैं।
मुहावरे, ज्ञान की कुछ अनमोल बातें होती हैं जिन्हें लोग अपने अतीत की सीख से जोड़ते हैं। किसी व्यक्ति को उसके कार्य के बारे में गहराई से सोचने पर विवश करने के लिए भी प्रोवर्ब का उपयोग किया जाता है। प्रोवर्ब्स का उपयोग बहुत ज्यादा होता है और कोई भी व्यक्ति इसे अपने जीवन से जोड़ सकता है।
मुहावरे अनुभवों या सच्चाई के अनुसार कॉमन सेंस पर आधारित होते हैं और इन्हें कभी-कभी रूपक अलंकार के तौर पर भी उपयोग किया जाता है। मुहावरों को नीतिवचन, लोकोक्ति या सूक्ति भी कहा जाता है। कुछ सरल और छोटी-छोटी लोकोक्तियां नैतिक सीख दे सकती हैं। बच्चों की अच्छी सीख के लिए यहाँ हिंदी के कुछ सरल मुहावरे अर्थ के साथ दिए हुए हैं, आइए जानते हैं;
अर्थ:
इस मुहावरे का अर्थ है कि चीजों की अपेक्षा करने के बजाय अपने पास उपलब्ध चीजों का उपयोग करना ही समझदारी है। किसी चीज की चाहत रखना और उसके लिए इंतजार करने की तुलना में उन चीजों का अधिक मूल्य है जो आज आपके हाथ में है।
अर्थ:
बड़े-बड़े वादे करना आसान है पर उन्हें निभा पाना कठिन होता है। इसलिए कहा जाता है कि व्यक्ति के कर्म उसकी परछाई होती है।
अर्थ:
यह कहावत युगों से बहुत सारे लोगों को प्रेरित करती आई है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति के लक्ष्य या गंतव्य को प्राप्त करने के बजाय छोटे कदमों से शुरूआत करना बेहतर है। हालांकि सफल होने के लिए शुरूआत में बड़े कार्य करना भी जरूरी है।
अर्थ:
इस प्रोवर्ब का उपयोग यह संदेश देने के लिए किया गया है कि यदि किसी कार्य का परिणाम अच्छा है तो उसे करने में कितनी भी कठिनाई आई हो वह ज्यादा मायने नहीं रखता है। चाहे कितनी भी समस्याएं हों परंतु व्यक्ति को अपना काम पूरा करना चाहिए।
अर्थ:
यह मुहावरा ज्यादातर कहा जाता है जिसका अर्थ है कि यदि बाहरी आकर्षण की वजह से कोई चीज आपको आकर्षित करती है तो इसका मतलब है यह नहीं है कि वह चीज भी उतनी ही उपयोगी है। हो सकता है जो चीज बाहर से आकर्षित करती है वह अंदर से उतनी अच्छी न हो।
अर्थ:
इस छोटे से मुहावरे का अर्थ है कि शारीरिक बल होने से ज्यादा बड़ी बुद्धि होती है। आपकी बुद्धि हर बड़े से बड़े पहलवान को भी हरा सकती है।
अर्थ:
इस मुहावरे का उपयोग उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो बिलकुल भी पढ़ा लिखा न हो या अनपढ़ हो।
अर्थ:
ऐसा कहा जाता है कि हर व्यक्ति को हमेशा अच्छे कामों में व्यस्त रहना चाहिए। यदि व्यक्ति किसी सही या सार्थक कार्य में व्यस्त नहीं रहता है तो उसके दिमाग में शैतानी सोच पैदा हो सकती है।
अर्थ:
इसका यह मतलब है कि यदि कोई समस्या है तो उसे बड़ा बनाने या ज्यादा गंभीर होने तक इंतजार करने के बजाय तुरंत ठीक कर देना चाहिए। समय रहते समाधान निकालने पर समस्या ज्यादा बड़ी व गंभीर नहीं होती है।
अर्थ:
किसी भी कार्य की प्रसंशा या सजा इस बात पर निर्भर करता है कि वह कर्म किस तरह का है। अच्छे कर्मों की प्रसंशा होती है और बुरे कर्मों में हमेशा सजा मिलती है।
अर्थ:
इस कहावत का यह अर्थ है कि जिस जगह का राजा ही मूर्ख है वहाँ पर न्याय नहीं हो सकता है और वहाँ किसी भी चीज का कोई मूल्य नहीं होगा।
अर्थ:
इसका उपयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी काम को समय से न खत्म कर पाए। ऐसा कहा जाता है कि किसी कार्य को कभी न करने से अच्छा है, ज्यादा समय लेकर देर से पूरा करना।
अर्थ:
किसी भी व्यक्ति को उसके कपड़ों या उसके बाहरी रूप से नहीं आंकना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के वास्तविक चरित्र को उसके गुणों से पहचानना चाहिए।
अर्थ:
यह उन लोगों के लिए एक प्रकार की वार्निंग है जो लोग बिना सोचे समझे पहले से ही अपने भविष्य की योजनाएं बनाने लगते हैं या झूठे सपनों में जीते हैं जबकि वास्तविकता कुछ और होती है।
अर्थ:
इस मुहावरे में मनुष्य के व्यक्तित्व की तुलना एक किताब से की गई है। ऐसा कहा जाता है कि जिस प्रकार से किसी किताब के बाहरी कवर को देखकर उसके बारे में राय नहीं दी जा सकती है। बिलकुल उसी प्रकार से बाहरी दिखावे को देखकर आप किसी व्यक्ति को पूरी तरह से नहीं जान सकते हैं।
अर्थ:
इस कहावत का अर्थ है कि छल, कपट या चीटिंग करके आप एक बार तो जीत सकते हैं पर ऐसे दोबारा जीत पाना संभव नहीं है।
अर्थ:
यह मुहावरा तब कहा जाता है जब आप किसी से लंबे समय के बाद मिलते हैं।
अर्थ:
इसका यह मतलब है कि जिस प्रकार से भले ही बादल सूर्य को कुछ देर के लिए ढक लें पर फिर भी बादलों के पीछे उसकी चमक बरकरार रहती है। उसी प्रकार से कोई भी नकारात्मक, कठिन या खराब स्थिति कुछ देर के लिए आपको प्रभावित कर सकती है पर बाद में उसका परिणाम फायदेमंद हो सकता है।
अर्थ:
यह कहावत तब कही जाती है जब आपको हर तरफ से लाभ होता है या आपको हर चीज से लाभ मिलता है।
अर्थ:
इस मुहावरे का यह अर्थ है कि भगवान हमेशा मदद करते हैं पर वो उन्हीं की मदद करते हैं जो प्रयास करते हैं। भगवान की कृपा से आपकी मेहनत ही आपको सफलता दिला सकती है।
यह स्पष्ट है कि ऊपर दिए हुए सभी प्रोवर्ब्स आपके बच्चे के लिए बहुत सरल व छोटे हैं और सुनने वाले पर इसका बहुत गहरा असर पड़ता है। यह जीवन के हर पहलू को छूकर परम सत्य से जुड़ते हैं।
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