बच्चों को अगर आप शुरू से कुछ सिखाएंगी तो वह जरूर आपकी बातों को सही समझ कर उसे फॉलो करेंगे। वैसे ही चाहे आपका बच्चा घर पर खाना खा रहा हो, स्कूल में खाना खा रहा हो, या फिर अपने दोस्तों के साथ बाहर खाना खा रहा हो, अच्छे टेबल मैनर्स उनके लिए बहुत जरूरी हैं। ये मैनर्स न सिर्फ किसी डिश को ज्यादा एन्जॉय करके खाने में मदद करता है, बल्कि ये उन्हें सामाजिक रूप से और भी ज्यादा स्मार्ट बनाते हैं। इसलिए बच्चों को टेबल मैनर्स सिखाना जरूरी होता है और जितनी जल्दी इसकी शुरुआत होगी उतना ही बेहतर रहेगा। जैसा कि आपको बताया गया है कि सोशल इंटरेक्शन के लिए अच्छे टेबल मैनर्स होना जरूरी है और जब आप इसके बारे में अच्छी तरह से शिक्षा देती हैं, तो आपको उसे उसके दोस्तों की बर्थडे पार्टी या फिर किसी भी सोशल फंक्शन में भेजते समय कोई झिझक नहीं रहेगी कि आपका बच्चा सबके सामने कैसे खाएगा या बर्ताव करेगा।
अब चाहे आपका बच्चा टॉडलर हो, प्रीस्कूलर हो या 5 से 8 साल का बड़ा बच्चा हो, अगर आप उसे टेबल मैनर्स सिखाना चाहती हैं, तो हमारे पास हर उम्र के बच्चों को टेबल मैनर्स सिखाने के लिए टिप्स हैं।
अपने बच्चे को टेबल मैनर्स कैसे सिखाएं
जब बच्चों को कुछ नया सिखाने की बात आती है, तो हमेशा उनके सामने एक अच्छा उदाहरण पेश करें। अपने बच्चे को लगातार समझाएं कि आप उसे जो सिखा रही हैं उसकी क्या जरूरत है। कहते हैं बच्चे अपने माता-पिता को देखकर और उनकी नकल करके ही चीजें सीखते हैं। इसलिए उनके सामने पेरेंट्स और परिवार वालों को टेबल मैनर्स का पालन करना चाहिए। जैसे कि टेबल पर अच्छी तरह से बात करना, एक दूसरे के साथ बातचीत करते समय ‘प्लीज’ और ‘थैंक्यू’ का उपयोग करना आदि।
हमेशा याद रखें, जब भी बच्चा टेबल पर खाना खाए उसके व्यवहार की तारीफ करें। बच्चे की प्रशंसा करते समय उसकी किस बात में तारीफ कर रही हैं उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। उसे बताएं कि आपको उसकी क्या-क्या आदतें अच्छी लगती हैं फिर चाहे वो यह हो कि वह ठीक से कैसे बैठता है या जब वह अच्छी तरह से चीजें मांगता है। माता-पिता का अपने बच्चों को मोटिवेट करने का यह फायदा होता है कि वे हर काम को और भी अच्छे से करने की कोशिश करते हैं और आगे बेहतर करने के लिए प्रेरित होते हैं।
बच्चों को अच्छे टेबल मैनर्स सिखाने के लिए लगातार उनके साथ बने रहना जरूरी है। अपने बच्चे को ‘थैंक्यू’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना सिखाते समय आप उसे अच्छे व्यवहार का परिचय देती हैं। अगर शुरुआती दिनों में बच्चा ऐसे शब्द कहना भूल जाए तो उसे तुरंत आराम से याद दिलाएं। धीरे-धीरे, जब भी जरूरत होगी बच्चे खुद ही ‘थैंक्यू’ बोलना सीख जाएंगे।
टेबल मैनर्स सिखाने का एक और तरीका यह भी हो सकता है कि हर हफ्ते डिनर थीम नाइट्स का आयोजन किया जाए। आप एक स्पेशल डिश चुन सकती हैं, जैसे कि चाइनीज। बच्चों को ये थीम अच्छी लगने के साथ इंटरेस्टिंग भी लगेगी। टेबल पर चॉपस्टिक के उपयोग के साथ बच्चे अलग-अलग देशों के कल्चर और उनके खाने की आदतों के बारे में भी जानेंगे।
टॉडलर
टॉडलर वो बच्चे हैं जिनकी उम्र 1-3 साल होती है। इन बच्चों को टेबल मैनर्स सिखाने के लिए लगातार याद दिलाने की जरूरत पड़ती है। पेरेंट्स अपने बच्चों की जितनी जल्दी हो सके परवरिश करना शुरू कर दें। टॉडलर का अपना दिमाग होता है और उसके लिए सब कुछ एक खेल की तरह हो सकता है। इसलिए, आपको बार-बार नियमों को दोहराते रहना पड़ सकता है। उसे यह बताना होगा कि आप उससे किस तरह के व्यवहार की उम्मीद कर रही हैं। नियमों का पालन न करने पर आप उससे कोई विशेष अधिकार छीन सकती हैं और अच्छा बर्ताव करने पर उसे प्रोत्साहित कर सकती हैं, इससे उसे मालूम पड़ेगा कि आपकी बात मानने से उसे फायदा होगा।
बच्चे अक्सर खाना फेंकने और थूकने से लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश करते हैं। यदि उनकी इस हरकतों पर पेरेंट्स ध्यान देते हैं, तो वे इसे दोबारा करते हैं। इसलिए माँ-बाप को बच्चों की इन हरकतों को नजरअंदाज करना ही बेहतर है।
आप क्या सिखा सकती हैं
- जब से आपका बच्चा सॉलिड फूड खाना शुरू करता है, तब से ही आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि वह सही से बैठता है और ठीक से खाना खाता है। हर बार जब वे कुछ भी खाते हैं तो मेज पर बैठने के लिए काफी एक्साइटेड होते हैं। जब वह अपना पूरा खाना खा लें, तब ही उन्हें टेबल से उठने दें।
- कोशिश करें कि अपने बच्चे को पूरी फैमिली के साथ खाना खिलाएं और हर फैमिली मील में उसे शामिल करें। इससे उसे यह अहसास होगा कि वह भी परिवार का हिस्सा है और एक साथ खाने का मतलब है फैमिली टाइम।
- परिवार के खाने के लिए बैठने से पहले बच्चे को हैंड वाश कराएं। बड़े होने पर उसे ऐसा करने की खुद ही आदत पड़ जाएगी और आपको उसे याद नहीं दिलाना पड़ेगा।
- आप अपने बच्चे को यह सिखाने की कोशिश भी कर सकती हैं कि खाना फेंकना, बर्तन पीटना, खाना थूकना, भोजन के समय चिल्लाना एक बुरे व्यवहार में शामिल होता है।
क्या हो सकता है
कुछ चीजें जो आप इस खाने के समय के दौरान बच्चे में नोटिस करेंगी वो कुछ इस प्रकार हैं:
- खाना होते हुए बात करना
- दूसरों की थाली से खाना लेने की कोशिश करना
- कटलरी के साथ खेलना
प्रीस्कूलर
प्रीस्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को हम प्रीस्कूलर कहते हैं। ये बच्चें सबसे ज्यादा नखरे करने वाले होते हैं और अपना खाना भी बहुत धीमे खाते हैं। लेकिन एक प्रीस्कूलर आपकी बातों पर ध्यान ज्यादा देते हैं और वह आपके बनाए गए नियमों को और भी अच्छे से समझते हैं। किंडरगार्टनर्स के लिए टेबल मैनर्स सिखाने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें इसकी प्रैक्टिस करवाएं। जैसा कि आपको पहले भी बताया गया है कि जब बच्चा अच्छे से व्यवहार करता है तो उसकी तारीफ करें और उसे मोटिवेट करें और जब वह कुछ गलत करने जाए तो उसे मना करें। आपको बहुत ही धैर्य के साथ उसे बार-बार याद दिलाना पड़ सकता है।
एक बच्चे को लेबल न दें खासकर जब वो थोड़ा जिद्दी हो, जल्दी बात न सुनता हो या खाने के दौरान नियमों का पालन न कर रहा हो। इसके बजाय, उसे सही सलाह दें। उदाहरण के लिए, यदि आपका बच्चा भोजन करते समय अपने कपड़ों पर खाना गिराता है, तो उसे रुमाल दें और उसे इसका उपयोग करना सिखाएं, उसे अपनी गलती का अहसास खुद ही हो जाएगा।
आप क्या सिखा सकती हैं
आप प्रीस्कूलर को नीचे बताई गई ये जरूरी बातें सिखा सकती हैं:
- बिना फुसफुसाए, झुंझलाए या इधर-उधर भटके बिना मेज पर ठीक से बैठ जाएं।
- धैर्य रखे, जब तक कि सभी लोग मेज पर न बैठ जाएं और खाना शुरू करने से पहले अपनी मदद खुद करे।
- रुमाल का इस्तेमाल करने का सही तरीका, खाना शुरू करने से पहले उसे गोद में कैसे रखें, मुंह को पोंछने के लिए इसे कैसे इस्तेमाल करें आदि।
- छोटे-छोटे कौर खाना और मुंह बंद करके खाना चाहिए और खाते समय बात नहीं करनी चाहिए।
- टेबल पर लोगों के साथ संवाद करते समय ‘प्लीज’ और ‘थैंक्यू’ जैसे शब्दों का प्रयोग करे।
क्या हो सकता है
आप अपने प्रीस्कूलर से खाने के दौरान इन चीजों की अपेक्षा कर सकती हैं:
- वह खाना खाते समय गंदा कर सकता है
- हो सकता है कि वह मेज पर बैठकर अपने मैनर्स भूल जाए
बड़े बच्चे
बड़े बच्चे टेबल मैनर्स के नियमों को बेहतर ढंग से समझते हैं। वे अब जानने लगते हैं कि उनका काम दूसरों को कैसे प्रभावित कर सकता है और टेबल मैनर्स उनके लिए क्यों जरूरी है। आप अपने बच्चे को इसकी वजह बता सकती हैं जो उसे समझ भी आएगी। अगर वह उनका पालन करने से इंकार करते हैं तो उसको इसकी सजा भी बताएं, ध्यान रहे आप जो चीज बच्चे को प्यार से समझ सकती है वो जोर जबर्दस्ती से नहीं समझा सकती हैं। उदहारण के लिए, आप उसे सिखा सकती हैं कि जब तक वह अच्छे से बात नहीं करता है या टेबल मैनर्स का पालन नहीं करता है, तब तक उसे अपनी पसंदीदा मिठाई नहीं मिलेगी।
आप क्या सिखा सकती हैं
बड़े बच्चे बचपन से ही टेबल मैनर्स जानते हैं। लेकिन कुछ चीजें हैं जो आप उन्हें सिखा सकती हैं। जैसे कि:
- कटलरी का का ढंग से इस्तेमाल करना, कांटे और छुरी को कैसे उपयोग करे, खाते वक्त वह कटलरी का सही चुनाव जैसे मिठाई के लिए एक छोटा चम्मच, सूप के लिए सूप वाला चम्मच आदि।
- टेबल पर सही से बातचीत करने का तरीका। उसे खाने की तारीफ करना सिखाएं, यदि उसे खाना पसंद नहीं है तो वह कुछ रिएक्ट न करे।
- कटलरी की उचित जगह के साथ टेबल लगाना और खाना खाने के बाद मेज को साफ करना बताएं।
- बिना किसी के चेहरे के सामने आए टेबल पर ठीक से खाना सर्व करना सिखाएं।
- टैब, सेल फोन या अन्य गैजेट्स को टेबल पर नहीं ले जाना चाहिए।
क्या हो सकता है
- हालांकि इस लेवल पर बच्चों को अच्छे टेबल मैनर्स का सही अंदाजा हो जाता है, लेकिन आप उनसे परफेक्ट होने की उम्मीद नहीं कर सकती हैं। ऐसे समय हो सकता है जब आपका बच्चा अपने मैनर्स को भूल जाए या नियमों का पालन करने से इंकार कर दे।
- कभी कभी बच्चे को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है जिसके लिए वो तैयार न हो, जैसे कि कोई ऑफिशल पार्टी, फैंसी रिसेप्शन डिनर या फिर कॉम्प्लिकेटेड टेबलवेयर।
- आप ऐसे में उसे समय समय पर सही टेबल मैनर्स के बारे में बताना बंद न करें। बल्कि हमेशा अच्छी आदतों के लिए प्रेरित करती रहें।
एक अच्छे फैमिली डिनर को टेबल मैनर्स की वजह से किसी लेक्चर में बदलना नहीं चाहिए। बच्चों के लिए खाने के समय को टेंशन फ्री रखना पेरेंट्स की जिम्मेदारी है। खाने का समय परिवार के लिए एक साथ अच्छा समय होना चाहिए जहां सभी सदस्य रिलैक्स होकर एक दूसरे से बात कर सकें और अपनी दिन भर की आप बीती को शेयर कर सकें और अन्य विषयों पर चर्चा कर सकें। बच्चों को टेबल मैनर्स सिखाने और उनके लिए खाने के समय को मजेदार बनाने के बीच संतुलन बनाए रखें।
यह भी पढ़ें:
गुड मैनर्स जो बच्चों को जरूर सिखाना चाहिए
बच्चों में बुरी आदतें और उनसे निपटने के तरीके
अच्छी आदतें – जो माता-पिता को अपने बच्चों को सिखानी चाहिएं