शिशु

शिशु के लिए सेब की प्यूरी: विधि और संचयन के सुझाव

मातापिता हमेशा अपने बच्चे के पैदा होने के पल से ही उसे बढ़ते और विकसित होते देखकर खुश होते हैं! माताएँ हमेशा अपने लाडले की हर बात पर कड़ी नज़र रखती हैं, खासकर जब वह विभिन्न प्रकार का खाना खाने लगता है।

आपके बच्चे को शुरुआत में देने के लिए सेब एक बेहतरीन फल है। सेब बच्चे के विकसित होते पाचन तंत्र के लिए आदर्श आहार है क्योंकि रेशों की प्रचुरता के कारण वह पचाने में आसान होता है। इसके अलावा, आपका बच्चा सेब के गूदे के मीठे स्वाद को ज़रूर पसंद करेगा।

आप कब अपने बच्चे को सेब दे सकती हैं?

जैसा कि कहावत है, प्रतिदिन एक सेब खाएं डाक्टर के पास कभी न जाएं। यह सच है क्योंकि शिशुओं में खाने की शुरुआत के लिए यह सबसे अच्छा भोजन स्रोत है। प्यूरी के रूप में सेब न केवल पचाने में आसान है बल्कि वह विटामिन सी से भरपूर होता है जो कि एक अच्छा रोग प्रतिरक्षा वर्धक है।

छह महीने के बच्चों के लिए सेब का गूदा उपयुक्त है, क्योंकि शिशु ऐसे संकेत देने लगते हैं कि वे ठोस भोजन और अनाज के लिए तैयार हैं। हालांकि, याद रखें कि पहले के 6 महीनों में आपके बच्चे के लिए हमेशा स्तनपान की सलाह दी जाती है।

माताएँ अपने बच्चों को सेब की प्यूरी देना शुरू कर सकती हैं, लेकिन ध्यान रखें कि चूंकि शिशु नए खाद्य पदार्थ के अनुकूल खुद को ढाल रहा है, इसलिए उसके खाने कि मात्रा न्यूनतम रखें।

शिशुओं के लिए सेब की प्यूरी तैयार करने हेतु आवश्यक सामग्री

बच्चे के भोजन के रूप में सेब की प्यूरी हमेशा माँओं द्वारा उसके स्वाद और पोषण संबंधी लाभों के कारण पसंद की जाती है। एक बार जब आपका बच्चा पका हुआ सेब खाने में सहज हो जाता है, तो आप उसे अन्य फल देना भी शुरू कर सकती हैं या उन्हें और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए सेब की प्यूरी में मिला सकती हैं। जैसेजैसे बच्चा बड़ा होता जाता है, आप प्यूरी को एकदम नरम के बजाय थोड़ी दरदरी भी बना सकती हैं।

बच्चे के लिए सेब की प्यूरी की विधि में निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी :

  • 1 सेब
  • पकाने के लिए 2 कप पानी
  • दालचीनी एक चुटकी (वैकल्पिक)
  • माँ का दूध, एकरूपता के लिए
  • एक छोटा प्रेशर कुकर या स्टीमर
  • प्यूरी बनाने के लिए फ़ूड प्रोसेसर
  • संचयित करने के लिए डिब्बे

बच्चे के लिए सेब का गूदा कैसे बनाएं?

अपने नन्हेमुन्ने को देने के लिए ताजा और स्वादिष्ट सेब की प्यूरी तैयार करना इतना भी कठिन नहीं है! सुनिश्चित करें कि आप ताजे और परिरक्षक मुक्ति जैविक सेब खरीदें। यदि आप अधिक दिनों तक उपयोग करने के लिए सेब की प्यूरी तैयार करने के बारे में सोच रही हैं तो आपको पकाने के लिए अधिक संख्या में सेब चाहिए होंगे।

  1. सेब को अच्छी तरह से धोकर, उनका बीज वाला हिस्सा निकालकर चौकोर टुकड़ो में काट लें।
  2. पानी से भरे छोटे प्रेशर कुकर या स्टीमर में सेब के टुकड़े रखें ।
  3. लगभग 20 मिनट तक पकाएं।
  4. यह जाँचे कि क्या सेब नर्म और मुलायम हो गए हैं।
  5. सेब को निकाल लें और ठंडा होने दें।
  6. फ़ूड प्रोसेसर में ठंडे हुए सेब के टुकड़े डालें और एकसा होने तक पीसते रहें। थोड़े दरदरेपन के लिए आप एक स्टरलाइज़ किए गए कटोरे में सेब के मुलायम टुकड़ों को डाल कर उन्हें एक चम्मच द्वारा मसल भी सकती हैं ।
  7. आप बेहतर और मुलायम एकरूपता के लिए गूदे में माँ का दूध डाल सकती हैं।
  8. स्वाद के लिए थोड़ी दालचीनी डालें।
  9. सेब की प्यूरी को एक वायुरुद्ध डिब्बे में रखें ।

सेब की प्यूरी को कैसे संचयित करें?

माएँ जब सेब का गूदा बना रही होती हैं, तो चाहती हैं कि इसे बाद के लिए संचयित करने पर भी इसकी ताजगी बनी रहे। इसके अलावा, रोज सेब का गूदा बनाना भी संभव विकल्प है, और इसलिए आप सोच में पड जाती हैं कि थोड़ी लंबी अवधि के लिए इसे आप कैसे संरक्षित करेंगी।

  • प्यूरी को एक वायुरुद्ध डिब्बे में संचयित करें।
  • आप इसे तीन दिनों तक रेफ्रिजरेट करके रख सकती हैं।
  • सॉस को बर्फ वाली ट्रे में डाल कर भी पूरी तरह से जमने के लिए रखा जा सकता है।
  • यह तीस दिनों तक बिल्कुल ताजा रहता है।
  • हालांकि, इन ट्रे को फ्रीजर बैग में डालकर संग्रहीत करना चाहिए।

सेब की प्यूरी तैयार करते समय एहतियाती उपाय

  • केवल सेब की ताज़ी प्यूरी को सरंक्षित करने की सलाह दी जाती है। बची हुई प्यूरी का संचय न करें।
  • याद रखें, अगर गूदा फ्रिज में जमाया हुआ न हो तो तीन दिन से ज़्यादा पुरानी प्यूरी अपने बच्चे को न दें।
  • अपने बच्चे के लिए धीरेधीरे सेब की प्यूरी की शुरुआत करें क्योंकि उन्हें इसका आदी होने के लिए समय की आवश्यकता होती है। आपके बच्चे की प्रगति धीमी गति से होगी, इसलिए दिन में एक बार ही दें ।
  • प्यूरी बनाने में इस्तेमाल होने वाले सेब ताजे होने चाहिए।
  • प्यूरी बनाते और संग्रहीत करते समय साफ डिब्बों और बर्तनों का उपयोग अनिवार्य है।

अब आप अपने बच्चे को एक स्वस्थ बच्चे के रूप में विकसित होते देखने की खुशी महसूस कर सकती हैं, क्योंकि आप उसके आहार में फल शामिल कर रही हैं। उपरोक्त युक्तियाँ आपको सेब की बढ़िया प्यूरी बनाने में मदद कर सकती हैं जिसे खाने का आनंद आपका नन्हामुन्ना उठाएगा।

श्रेयसी चाफेकर

Recent Posts

अलीजा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aliza Name Meaning in Hindi

हर माँ-बाप की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे का नाम कुछ खास और मतलब…

1 day ago

समीक्षा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Sameeksha Name Meaning in Hindi

अगर आप अपनी बेटी के लिए ऐसा नाम ढूंढ रहे हैं जो उसमें एक आदर्श…

1 day ago

विनीता नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Vinita Name Meaning in Hindi

हम सब जानते हैं कि जब किसी घर में बेटी जन्म लेती है, तो वो…

1 day ago

डॉली नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Dolly Name Meaning in Hindi

आजकल माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखने का फैसला बहुत सोच-समझकर करते हैं। वे चाहते…

1 day ago

रेशमा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Reshma Name Meaning In Hindi

जब माता-पिता अपने बच्चों के लिए नाम चुनते हैं तो वे बहुत सारी बातों को…

1 day ago

अक्ष नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aksh Name Meaning in Hindi

बच्चे का नाम रखना हर माता-पिता के लिए बहुत खास होता है। जब बात बेटे…

2 days ago