देशभक्ति के गीतों में देश के प्रति प्रेम और सम्मान झलकता है और भारत के लिए लिखे गए ऐसे कई देश प्रेम गीत हैं जिन्हें सुनकर आपको अपने भारतीय होने पर गर्व महसूस होता है। स्वतंत्रता के लिए भारत ने संघर्ष का एक लंबा सफर तय किया है। इस दौरान ऐसे कई महापुरुषों ने आगे आकर आजादी दिलाने में बड़ा योगदान दिया और भारत के इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गए, साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श बन गए। इस लेख में उन सभी प्यारे देशभक्ति के गीतों की एक सूची दी गई है, जिन्हें सुनकर आपके अंदर देश प्रेम जाग उठेगा। लोग इन गीतों को सुनकर आजादी का जश्न मनाते हैं और उस देश का शुक्र अदा करते हैं जहाँ वो शान से रह रहे हैं।
हिंदी में बच्चों के लिए कई ऐसे देशभक्ति गीत हैं जिन्हें आप उन्हें देश के बारे में बताने के लिए गाकर सुना सकते हैं।
यह गीत मातृभूमि के लिए प्यार और जुनून को अभिव्यक्त करता है।
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
सदियों से भारत भूमी दुनिया की शान है
भारत माँ की रक्षा में जीवन कुर्बान है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
उजड़े नहीं अपना चमन
टूटे नहीं अपना वतन
गुमराह ना कर दे कोई
बर्बाद ना कर दे कोई
मंदिर यहाँ, मस्जिद यहाँ
हिंदू यहाँ, मुस्लिम यहाँ
मिलते रहे हम प्यार से
जागो……
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
जन्मभूमी हैं हमारी शान से कहेंगे हम
सब ही तो भाई भाई प्यार से रहेंगे हम
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
आसाम से गुजरात तक
बंगाल से महाराष्ट्र तक
जाती कई -धुन एक हैं,
भाषा कई -सूर एक है
कश्मीर से मद्रास तक
कह दो सभी हम एक है
आवाज दो हम एक है
जागो…..
यह सच में एक बहुत ही शानदार गीत है, जो देश को सलाम करता है और बताता है कि हमारे देश जैसा कोई भी नहीं है।
यहाँ वहाँ सारा जहाँ देख लिया है
कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है
मैं अस्सी नहीं सौ दिन दुनिया घूमा है
नही कहे तेरे जैसा कोई नहीं
मैं गया जहाँ भी बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी
मुझको तड़पाती रुलाती
सब से प्यारी तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा प्यार है
माँ तुझे सलाम माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
तेरे पास ही मैं आ रहा हूँ
अपनी बाहें खोल दे
जोर से मुझको गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार दे
तू ही जिंदगी है तू ही मेरी मोहब्बत है
तेरे ही पैरो में जन्नत है
तू ही दिल तू जान अम्मा
माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
यह एक ऐसा गीत है जो पुरानी बातों को भूल कर देश को एक नई शुरुआत करने के लिए कहता है, हमें गर्व होना चाहिए की हम भारतीय हैं।
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
आज पुरानी जंजीरों को तोड़ चुके हैं
क्या देखें उस मंजिल को जो छोड़ चुके हैं
चाँद के दर पर जा पहुँचा है आज जमाना
नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं
नया खून हैं नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने
कितने हैं अजंता हम को और सजाने
अभी पलटना हैं रुख कितने दरियाओं का
कितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
आओ मेहनत को अपना ईमान बनाएं
अपने हाथों को अपना भगवान बनाएं
राम की इस धरती को गौतम की भूमी को
सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाएं
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
हर जर्रा है मोती आँख उठाकर देखो
माटी में सोना है हाथ बढ़ाकर देखो
सोने की ये गंगा है चाँदी की यमुना
चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
यह गीत पूरे देश में हर बच्चे का सबसे पसंदीदा गीत है।
नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग
जय हिंद, जय हिंद, जय हिंदरस्ते में चलूँगा न डर-डर के
चाहे मुझे जीना पड़े मर-मर के
मंजिल से पहले ना लूँगा कहीं दम
आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम
दाहिने-बाएँ, दाहिने-बाएँ, थम
नन्हा मुन्ना…धूप में पसीना बहाऊंगा जहाँ
हरे-हरे खेत लहराएंगे वहाँ
धरती पे फाके न पाएंगे जनम
आगे ही आगे… नया है जमाना मेरी नई है डगर
देश को बनाऊंगा मशीनों का नगर
भारत किसी से रहेगा नहीं कम
आगे ही आगे… बड़ा हो के देश का सहारा बनूंगा
दुनिया की आँखों का तारा बनूंगा
रखूंगा ऊँचा तिरंगा परचम
आगे ही आगे… शांति की नगरी है मेरा ये वतन
सबको सिखाऊंगा मैं प्यार का चलन
दुनिया में गिरने न दूंगा कहीं बम
आगे ही आगे…
इस में आपके बच्चे को यह जानने को मिलेगा कि देश को आजाद बनाए रखने के लिए किस तरह हमारे वीर सैनकों ने अपनी जान की कुर्बानी दी और देश की रक्षा की।
ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा..
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आए,
जो लौट के घर ना आए, ऐ मेरे वतन के लोगों,
जरा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी
ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी
तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में.. जब हम बैठे थे घरों में..
वो झेल रहे थे गोली
संगीन पे धर कर माथा, सो गए अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लडे वो.. जब तक थी साँस लडे वो,
फिर अपनी जान बिछा दी
जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मद्रासी
सरहद पर मरनेवाला.. सरहद पर मरनेवाला,
हर वीर था भारतवासी
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदुक उठाके
दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गए होश गँवा के
जब अंत समय आया तो, कह गए के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, अब हम तो सफर करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, जय हिंद, जय हिंद की सेना जय हिंद, जय हिंद की सेना
यह एक क्लासिक देशभक्ति गीत है जो भारत की सुंदरता और विविधता का वर्णन करता है।
वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्
शस्य शामलां मातरम्।
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीं
फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीं
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीं
सुखदां वरदां मातरम् ।।१।। वन्दे मातरम् ।
कोटि-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-करले
कोटि-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,
अबला केन मा एत बले।
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं
रिपुदलवारिणीं मातरम् ।।२।। वन्दे मातरम्।
तुमि विद्या, तुमि धर्म
तुमि हृदि, तुमि मर्म
त्वं हि प्राणा: शरीरे
बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारई प्रतिमा गडि
मन्दिरे-मन्दिरे मातरम् ।।३।। वन्दे मातरम्।
त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्
नमामि कमलां अमलां अतुलां
सुजलां सुफलां मातरम् ।।४।। वन्दे मातरम्।
श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषितां
धरणीं भरणीं मातरम् ।।५।। वन्दे मातरम्।।
इस गीत से बेहतर देशभक्ति के बारे में कोई और नहीं बता सकता है।
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, वो गुलसितां हमारा
पर्वत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा, सारे…
गोदी में खेलती हैं, जिसकी हजारों नदियां
गुलशन है जिसके दम से, रश्क-ए-जिनां हमारा
सारे….
मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा, सारे…
इस गीत में बताया गया है कि कैसे भारत सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है और इसका हिस्सा होना हमारे लिए कितने गर्व की बात है।
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती…
आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ..
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं
जीवन का राग सुनाते हैं
गम कोसों दूर हो जाता है खुशियों के कँवल मुसकाते है
खुशियों के कँवल मुसकाते है
ओ ओ..
सुन के राहत की आवाजें
सुन के राहत की आवाजें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे आते ही मस्त बहारों के
दुल्हन की तरह हर खेत सजे
दुल्हन की तरह हर खेत सजे
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती…
जब चलते हैं इस धरती पे हल
ममता अंगड़ाइयां लेती है
ममता अंगड़ाइयां लेती है
क्यों ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
जो जीवन का सुख देती है
ओ ओ..
इस धरती पे जिसने जन्म लिया
इस धरती पे जिसने जन्म लिया
उसने ही पाया प्यार तेरा
उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोइ नहीं यहाँ अपना पराया कोइ नहीं
है सब पे माँ, उपकार तेरा – है सब पे माँ, उपकार तेरा
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
ये बाग है गौतम नानक का
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरी सिंह नलवे से
रंग लाल है लाल बहादूर से
रंग लाल है लाल बहादूर से
रंग बना बसन्ती भगत सिंह
रंग बना बसन्ती भगत सिंह
रंग अमन का वीर जवाहर से
रंग अमन का वीर जवाहर से
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती……
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती….
यह एक ऐसा गीत है जो भारत के इतिहास की याद दिलाता है।
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम…
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट-बाट में हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से…ये है
अपना राजपूताना नाज इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी तीर कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आजादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हजारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण कण से कुरबानी राजस्थान की
इस मिट्टी से…
देखो मुल्क मराठों का ये यहाँ शिवाजी डोला था
मुगलों की ताकत को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग लगी थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
घेर शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से…
जलियाँवाला बाग ये देखो यहीं चली थी गोलियां
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ खून की होलियां
एक तरफ बंदूकें दन दन, एक तरफ थी टोलियां
मरनेवाले बोल रहे थे इनकलाब की बोलियां
यहाँ लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की
इस मिट्टी से…
ये देखो बंगाल, यहाँ का हर चप्पा हरियाला है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसको बिजली ने, भूचालों ने पाला है
मुट्ठी में तूफान बंधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से…
इस गीत ने लोगों के दिलों को जीत लिया, जिसमें भारत के गौरव और सम्मान का बहुत खूबसूरती से वर्णन किया है।
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकता
ये जो देस है तेरा…
मिट्टी की है जो खुश्बू, तू कैसे भुलाएगा
तू चाहे कहीं जाए, तू लौट के आएगा
नई-नई राहों में, दबी-दबी आहों में
खोए-खोए दिल से तेरे कोई ये कहेगा
ये जो देस है तेरा…
तुझसे जिदगी, है ये कह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमी
यूँ तो सारे सुख हैं बरसे
पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दिवाने
जहाँ कोई तो तुझे अपना माने
आवाज दे तुझे बुलाने
वही देस
ये जो देस है तेरा…
ये पल हैं वही, जिसमें हैं छुपी
पूरी इक सदी, सारी जिंदगी
तू न पूछ रास्ते में का है
आए हैं इस तरह दो राह है
तू ही तो है राह जो सुझाए
तू ही तो है अब जो ये बताए
जाएं तो किस दिशा में जाएं
वही देस
ये जो देस है तेरा…
अपने बच्चों को यह गीत जरूर सुनाएं ,ताकि उन्हें भी अपने भारतीय होने पर गर्व महसूस हो और देशभक्ति के साथ उनमें अपने राष्ट्रीय के लिए गौरव की भावना पैदा हो।
यह भी पढ़ें : बच्चों के लिए भारत के बारे में 100 रोचक तथ्य
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…
8 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित का एक अहम हिस्सा है, जो उनकी गणना…
गणित में पहाड़े याद करना बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण और उपयोगी अभ्यास है, क्योंकि…
3 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के मूलभूत पाठों में से एक है। यह…