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कटलरी और बर्तनों के लिए चाँदी का इस्तेमाल करना बहुत ही कॉमन है। यह रिवाज सदियों से भारत के में चला आ रहा है। चाँदी के बर्तन का इस्तेमाल करने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ऐसा माना जाता है कि चाँदी के बर्तन में खाना खाना बहुत हेल्दी होता है और बैक्टीरिया से फैलने वाली बिमारियों को रोकने में मदद मिलती है।
हालांकि, भले ही चाँदी के बर्तन में खाना खाने को लेकर इसके सही कारण के बारे में पता न लगाया जा सका हो, लेकिन इसके बावजूद भी चाँदी के बर्तन को बेहतरीन माना जाता है, जो खाने को गर्म बनाएं रखता है। भारत में चाँदी के बर्तन गिफ्ट करने का रिवाज कई सदियों से चला आ रहा है और लोग आज भी यह रिवाज निभाते हैं।
चाँदी के बर्तन में बच्चों को खाना देना अच्छा माना जाता है और सबसे अहम बात यह कि इसमें लेड और मरकरी नहीं होता है जिससे चाँदी के बर्तन में कुछ भी खाना सुरक्षित होता है। यहाँ आपको चाँदी के बर्तन का उपयोग करने की कुछ अन्य कारण दिए गए हैं:
चाँदी में इन्हेरेंट प्रॉपर्टी होती है जिसकी वजह से इसके केमिकल बांड में बैक्टीरिया सेल्स होते हैं पैदा नहीं होने पाते हैं। इसका मतलब यह है कि दूसरे मेटल की तरह बैक्टीरिया पनपने में सक्षम नहीं होते हैं। इसके अलावा इस प्रॉपर्टी के कारण चाँदी के बर्तन को प्लास्टिक और सिंथेटिक बर्तनों की तरह स्टेरलाइज्ड नहीं किया जाता है। यह एक मुख्य कारण है जिसकी वजह से बच्चों को दवाएं चाँदी के कटोरे या ट्रे में दी जाती है।
चाँदी के बर्तन लंबे समय तक चलते हैं और इन्हें मेन्टेन करना आसान होता है, साथ ही चाँदी के बर्तनों को अधिक स्क्रबिंग या सफाई की आवश्यकता नहीं होती है। जरा साबुन और पानी के साथ आप इसे साफ कर सकती हैं और आपको इसे स्टेरलाइज्ड करने की भी जरूरत होती है। लेकिन एक बात का खयाल रखें कि बच्चे सिलवर पॉलिश वाले बर्तन में खाना न दें, क्योंकि इसमें केमिकल मौजूद हो सकते हैं।
चाँदी प्लास्टिक और अन्य मेटल की तरह किसी भी प्रकार के कैंसर का कारण नहीं बनता है। यह रिप्रोडक्टिव सिस्टम या न्यूरोलॉजिकल डैमेज जैसी कोई भी समस्या का कारण नहीं बनता है, जो प्लास्टिक या अन्य मैटल का उपयोग करने से पैदा हो सकते हैं। इसमें कुछ ऐसे बेहतरीन गुण मौजूद हैं जिसकी वजह से बच्चों के लिए इसे उपयोग करना सुरक्षित माना जाता है।
क्योंकि चाँदी जर्म्स को मारते हैं, इसलिए इसे लंबे समय के लिए उपयोग करना हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसा काफी कहा जाता है कि बच्चे के खाने के साथ चाँदी के कुछ अंश के मिलने से उनकी इम्युनिटी कुछ बेहतर होती। हालांकि यह बात पूरी तरह से साबित नहीं होती है, फिर भी चाँदी के बर्तन में बच्चे को खाना खिलाना एक अच्छा विचार है क्योंकि यह बिल्कुल भी टॉक्सिक नहीं होता है।
चाँदी के बर्तन में खाना स्टोर करना एक अच्छा आइडिया है, क्योंकि इससे खाने में मौजूद वायरस, बैक्टीरिया और जर्म्स नष्ट हो जाते हैं। पुराने समय में, दूध में चाँदी के सिक्के को डाला जाता था ताकि यह लंबे समय फ्रेश रहे। ताजगी और स्वाद को लंबे समय तक बनाएं रखने के लिए आप चाँदी के बर्तन में पानी और वाइन रख सकती हैं।
बीपीए प्लास्टिक में इस्तेमाल किया जाता है ताकि यह लंबे समय तक टिक सके और इसका उपयोग किया जा सके। यह कभी-कभी खाद्य पदार्थों में मिल कर मोटापा और हार्मोनल इम्बैलंस का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा इससे ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और बांझपन के जोखिम भी पैदा हो सकते हैं। हाई बीपीए या बीपीए फ्री प्लास्टिक्स की खोज करने के बजाय, आप चाँदी का प्रयोग कर सकती हैं।
प्लास्टिक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक और कॉमन इंग्रीडिएंट है, जो फर्टिलिटी और इम्युनिटी दोनों को ही प्रभावित करती है। आप खुद सोच सकती हैं कि जब यह बड़ों को इस प्रकार हानी पहुँचा सकता है तो बच्चे पर इसका कितना ज्यादा बुरा असर पड़ेगा। इसके बजाय, आप चाँदी के बर्तन का उपयोग करने का प्रयास करें क्योंकि इसमें कोई एडिटिव्स नहीं होते है जो बच्चे की हेल्थ को नुकसान पहुँचाए।
शिशुओं के लिए कई अलग-अलग प्रकार के सिल्वर आइटम उपलब्ध होते हैं जिसमें आप बच्चे को खाना सर्व कर सकती हैं। यहाँ आपको उन बर्तनों के बारे में बताया गया है:
बच्चों के लिए सबसे अच्छे चाँदी के बर्तनों में से एक है चाँदी का कटोरा। यह गर्म और ठंडे दोनों प्रकार के खानों के हिसाब से फिट बैठता है और यह बच्चे के लिए बिलकुल सुरक्षित होता है। चाँदी के कटोरे विभिन्न आकारों में उपलब्ध होते हैं और इनका उपयोग काफी लंबे समय तक किया जा सकता है।
चाँदी की थाली का उपयोग चाँदी के चम्मच के साथ खाना सर्व करने के लिए किया जा सकता है आप इसका उपयोग कांच या प्लास्टिक के बर्तन के बजाय कर सकती हैं।
स्टेनलेस स्टील के बजाय चाँदी के चम्मच का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर होता है, क्योंकि यह बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है।
बच्चों को पानी या कोई लिक्विड चीज देने के लिए या उसे लंबे समय के लिए स्टोर करने की खातिर आप चाँदी के गिलास का उपयोग कर सकती हैं।
बोंदला या संकु चाँदी की छोटी कटोरी जैसी होती हैं जिसका आकार शंख जैसा होता है, आप इसमें बच्चे को दूध दे सकती हैं।
बाकि मेटल की तरह ही आप चाँदी का उपयोग कर सकती हैं। आप इसका कई तरीकों से उपयोग कर सकती हैं जो नीचे आपको बताए गए हैं:
चाँदी के बर्तनों को साबुन और पानी के साथ बड़ी ही आसानी से साफ किया जा सकता है। आप हल्के गर्म पानी में डिशवॉशिंग साबुन के साथ बर्तन को धो सकती हैं। फिर चाँदी को एल्यूमीनियम फॉयल के पॉट में रखकर इसमें बॉयल वाटर और बेकिंग सोडा मिलाएं। इस हॉट सोल्युशन से चाँदी पर जमा कालापन साफ हो जाता है मदद करेगा, फिर इसे एक बार अच्छी तरह से धो लें।
हालांकि, चाँदी के बर्तन में कोई मेडिकल प्रॉपर्टी नहीं पाई गई है लेकिन इसके बावजूद भी चाँदी में पाए जाने वाले बैक्टीरियल गुणों के कारण यह खाना सर्व करने के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है। इसके अलावा इसे साफ करना भी आसान होता है और आपको अलग अलग तरह के चाँदी के बर्तन मार्किट में आसानी से मिल भी जाएंगे जो बच्चे के हिसाब से उपयुक्त हो। चाँदी में कोई भी जहरीला पदार्थ मौजूद नहीं होते जिससे आप बच्चे को इसमें सुरक्षित रूप से खाना दे सकती हैं।
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