शिशु

बच्चों के लिए चुकंदर – स्वस्थ आहार का एक विकल्प

आपका बच्चा जैसे ही 6 महीने का हो जाता है, यह सुझाव दिया जाता है कि आप उसे धीरे-धीरे ठोस खाद्य पदार्थ देना शुरू कर दें ताकि उसे अच्छी मात्रा में पोषक तत्व मिल सके। यह आपके बच्चे को सर्वोत्तम पोषण देने के लिए स्तनपान या फार्मूला दूध का एक सप्लीमेंट बन सकता है। चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व होने के वजह से यह बच्चों के लिए एक अच्छा प्रारंभिक ठोस खाद्य पदार्थ बन सकता है।  हालांकि, अपने शिशु को कोई नया खाद्य पदार्थ देने से पहले अपने शिशु के डॉक्टर से परामर्श करें, इस बात की पुष्टि करने के लिए कि क्या उसे चुकंदर दिया जा सकता है।

क्या बच्चों को चुकंदर देना सुरक्षित है?

अधिकांश सब्जियों की तरह, चुकंदर भी शिशुओं के लिए सुरक्षित है और ठोस खाद्य पदार्थ शुरू करने के बाद धीरे-धीरे आपके बच्चे को दिया जा सकता है। पोषक तत्वों से भरपूर, यह शिशुओं के विकास में सहायता करने के लिए जाना जाता है और यह उनके लिए स्वादिष्ट भी हो सकता है। हमेशा थोड़ी मात्रा में देने से शुरूआत करें और चुकंदर को इस रूप में दें कि आपका शिशु उसे आसानी से पचा सके।

चुकंदर का पोषण मान

चुकंदर कई पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। चुकंदर के सभी पोषकीय गुण का चार्ट नीचे दिया गया है।

पोषक तत्व प्रति 100 ग्राम पोषकीय गुण
पानी 87.58 ग्राम
प्रोटीन 1.61 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 9.56 ग्राम
चीनी 6.76 ग्राम
ऊर्जा 43 किलो कैलोरी
आयरन 0.80 मिलीग्राम
कुल लिपिड 0.17 ग्राम
फाइबर 2.8 ग्राम
फॉस्फोरस 40 मिग्रा
सोडियम 78 मिग्रा
कैल्शियम 16 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 23 मिग्रा
जिंक 0.35 मिग्रा
थायमिन 0.031 मिग्रा
नियासिन 0.334 मिग्रा
फोलेट 109 माइक्रोग्राम
विटामिन सी 4.9 मिग्रा
विटामिन ए 0.0099 मिग्रा
विटामिन के 0.2 माइक्रोग्राम
विटामिन ई 0.04 ग्राम

बच्चे को चुकंदर कब दें

क्या आप इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि बच्चे चुकंदर कब खा सकते हैं? अधिकांश बाल रोग विशेषज्ञों का सुझाव है कि बच्चों को 8 से 10 महीने के बाद चुकंदर दिया जा सकता है। अपने बच्चे के आहार में चुकंदर शामिल करने से पहले आप अपने डॉक्टर से चर्चा जरूर करें। चुकंदर की मात्रा 1 या 2 चम्मच तक ही सीमित रखें, क्योंकि यह नाइट्रेट से भरा होता है जिसे पचाना आपके बच्चे के लिए थोड़ा कठिन हो सकता है। नाइट्रेट की मात्रा कम करने के लिए आप चुकंदर को पका या उबाल सकते हैं।

बच्चों के लिए चुकंदर के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

चुकंदर पोषण और खनिजों का एक अच्छा स्रोत हैं, जिसके कारण वे बच्चों को कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। आइए, जानते हैं इसमें और क्या-क्या पाएं जाते हैं।

1. विभिन्न विटामिन और खनिजों से भरपूर

चुकंदर विटामिन और खनिजों की प्रचुरता से भरे होते हैं जिनमें विटामिन ए, बी, सी, के और ई, और पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन आदि शामिल हैं। ये बच्चों में कई बीमारियों के जोखिम को रोकने और कम करने के लिए जाने जाते हैं जिनमें दस्त, रतौंधी, बेरीबेरी, रिकेट्स, जीभ में सूजन, ओस्टोमैलेशिया आदि शामिल हैं।

2. एनीमिया के जोखिम को कम करता है

आयरन की मात्रा से भरपूर, चुकंदर आपके बच्चे में एनीमिया के जोखिम को कम करता है। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है, शरीर के विभिन्न हिस्सों को ऑक्सीजन प्रदान करता है और आपके बच्चे में मस्तिष्क के विकास में सहायता करता है। ये मस्तिष्क की गतिविधि को भी बढ़ावा देता है।

3. पाचन को ठीक करता है

चुकंदर फाइबर से भरपूर होते हैं और पाचन तंत्र को ठीक करते हैं और बच्चों में कब्ज का भी निवारण करते हैं।

4. इम्युनिटी को बढ़ाता है

उनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होने के कारण वे आपके बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए भी जाने जाते हैं।

5. शरीर को अंदर से साफ करता है

खीरे और गाजर के रस के साथ चुकंदर का रस शरीर को अंदर से साफ करने के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से पित्ताशय और किडनी को साफ करने के लिए।

बच्चों को चुकंदर खिलाते समय बरती जाने वाली सावधानियां

अपने बच्चे के आहार में धीरे-धीरे चुकंदर को शामिल करें और एक वर्ष का होने से पहले उसे 1 या 2 चम्मच से अधिक न दें। उसके बाद, आप मात्रा को थोड़ा बढ़ा सकते हैं, लेकिन फिर भी, इसे कुछ चम्मच तक ही सीमित रखें। अपने बच्चे को अन्य खाद्य पदार्थ दें जैसे कि गाजर, आलू जो उसे सुखद लगेगा। हो सकता है कि आपका बच्चा चुकंदर के स्वाद को पसंद ना करे और उसे इसकी आदत होने में कुछ समय लग सकता है।

इसके अलावा, एक समय में केवल एक ही सब्जी या फल दें। चार दिनों तक इस बात पर नजर रखें कि आपका बच्चा चुकंदर के प्रति कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया तो नहीं व्यक्त कर रहा है। किसी प्रकार की एलर्जी होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

बच्चों के लिए चुकंदर कैसे पकाएं

आप जब अपने बच्चे के लिए चुकंदर पका रही होती हैं, तो इसका सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे भाप में पकाएं या उबाल लें। इससे चुकंदर को मैश करना आसान हो जाता है जिसे आपका बच्चा आसानी से पचा सकता है। भाप देकर पकाने से विटामिन ए बीटा-कैरोटीन जैव-उपलब्धता भी प्राप्त होती है, जिसका मतलब यह है कि इसे खाने के बाद आपके बच्चे का शरीर इसका उपयोग आसानी से कर सकता है।

ताजा मध्यम आकार के चुकंदर लाएं (क्योंकि वे ज्यादा मुलायम होते हैं) और उन्हें अच्छी तरह से धोएं । चुकंदर की पत्तियों को काट कर अलग करने के बाद उसे छील लें। आपको चुकंदर हमेशा ही छील लेना चाहिए क्योंकि इसके छिलके को पचाना बड़ों के लिए भी मुश्किल होता है। उन्हें पकाने के लिए आपको ये करने की आवश्यकता होगी:

  • सॉस पैन में पानी उबालें।
  • चुकंदर को पतला काट लें और उन्हें पानी में डाल दें।
  • उन्हें 15 मिनट तक या जब तक कि वे मुलायम नहीं हो जाते, तब तक पकाएं।
  • चुकंदर को छान कर निकाल लें और उन्हें ठंडे पानी से धोएं ताकि पकने की प्रक्रिया को रोका जा सके।
  • ब्लेंडर में रख उन्हें तब तक घुमाएं जब तक कि उनका प्यूरी ना बन जाए।

बच्चों के लिए चुकंदर की लाजवाब रेसिपीज

यहाँ चुकंदर के कुछ सरल व्यंजन दिए गए हैं जो आपके बच्चे के लिए इस सब्जी का स्वाद बढ़ा सकते हैं।

1. बैंगनी आलू

आपके द्वारा इस व्यंजन को बनाना और आपके बच्चे द्वारा इसका आनंद लेना, दोनों ही सरल और मजेदार है।

आवश्यक सामग्री 

  • 2 मध्यम चुकंदर
  • 1 गाजर
  • 2 आलू
  • पानी

विधि 

  • सभी सब्जियों को धो लें, उन्हें छीलें और उन्हें पतला करके काट लें।
  • एक सॉस पैन में थोड़ा पानी उबालें और पतला करके काटे गए चुकंदर को इसमें मिला दें।
  • मुलायम होने तक इन्हें पकाएं।
  • पानी को बहा दें और ब्लेंडर से उनका प्यूरी बना लें।
  • आप स्वाद के लिए नमक मिला सकते हैं।

2. चुकंदर का सूप

आप अपने बच्चे को पहली बार चुकंदर से परिचय करने चुकंदर का स्वादिष्ट सूप भी बना सकती हैं।

आवश्यक सामग्री 

  • 3 चुकंदर
  • 1 आलू
  • 1 छोटा प्याज
  • सब्जी का सूप, 2 कप
  • दही, ¼ कप

विधि 

  • चुकंदर और आलू को छीलकर पीस लें और प्याज को काटें।
  • एक सॉस पैन में दही को छोड़कर सभी चीजों को डालें फिर इसमें पानी डालकर उबाल लें।
  • जब सब्जियां पक जाएं, तो उनका पानी बहा दें और मैश कर लें।
  • फिर उसमे ताजा दही मिलाएं।

3. चुकंदर की प्यूरी

बच्चे के लिए चुकंदर की प्यूरी आपके छोटू को चुकंदर से परिचित कराने का सबसे आसान तरीका है।

आवश्यक सामग्री 

  • 2 पकाए गए चुकंदर
  • ½ छोटे प्याज (या गाजर)
  • जायफल पाउडर एक चुटकी
  • 2 बड़ा चम्मच घर का बना एप्पलसॉस

विधि 

  • प्याज को काट लें।
  • एक बर्तन में, थोड़ा सा तेल डालें और कटे हुए प्याज को हल्का तलें।
  • ब्लेंडर में एप्पलसॉस के साथ चुकंदर, तले हुए प्याज और जायफल पाउडर को एकसाथ ब्लेंड कर लें।

4. सेब और चुकंदर का हलवा

बच्चे के लिए सेब और चुकंदर का यह स्वादिष्ट हलवा एक मजेदार व्यंजन बन सकता है।

आवश्यक सामग्री 

  • 1 चुकंदर
  • 1 सेब
  • अदरक
  • ¼ कप ओट्स
  • ½ कप दूध

विधि 

  • चुकंदर, सेब और अदरक को छीलकर कद्दूकस कर लें।
  • एक बर्तन में सभी सामग्री डालकर पाँच मिनट तक पकाएं।
  • मिश्रण को तब तक हिलाएं जब तक कि सब्जियां पक कर नरम न हो जाएं।
  • यदि आवश्यक हो, तो हलवा को नरम करने के लिए आप उसमें और दूध डाल सकते हैं।

5.  मैश किया हुआ चुकंदर

आपके बच्चे को चुकंदर देने का सबसे सरल तरीका यह है कि इसे मसल कर दिया जाए।

आवश्यक सामग्री 

  • 2 चुकंदर
  • 1 सेब
  • 1 आलू

विधि 

  • छिलका उतार लें और सभी सामग्री को काट लें।
  • नर्म होने तक उन्हें भाप दें। अंत में आप सेब डाल सकती हैं।
  • नर्म हो जाने पर, उन्हें एक साथ मैश कर लें व उसकी प्यूरी बना लें।

आपका बच्चा जब ठोस भोजन खाने के लिए तैयार हो जाए, तब उसे डॉक्टर के परामर्श के बाद चुकंदर जैसे नए खाद्य पदार्थ दिया जा सकता है। और ध्यान रहे एक बार में केवल एक ही सब्जी दें और अपने बच्चे के शरीर को इसकी आदत डालने का इंतजार करें। यदि बच्चे में किसी भोजन के प्रति कोई एलर्जी प्रतिक्रिया दिखाई दे तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श करना न भूलें।

जया कुमारी

Recent Posts

अच्छी आदतों पर निबंध (Essay On Good Habits in Hindi)

छोटे बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत उपयोगी काम है। इससे बच्चों में सोचने…

17 hours ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध (My Best Friend Essay For Class 1 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत उपयोगी होता है क्योंकि इससे वे अपने विचारों को…

20 hours ago

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay On My Favourite Game In Hindi)

खेल हमारे जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये न सिर्फ मनोरंजन का साधन…

3 days ago

पुस्तकों के महत्व पर निबंध (Essay On Importance Of Books In Hindi)

पुस्तकें सीखने, जानने, समझने और आत्मविश्वास बढ़ाने का सबसे आदर्श पर्याय मानी जाती हैं। ये…

4 days ago

कक्षा 2 के बच्चों के लिए मेरी माँ पर निबंध (My Mother Essay For Class 2 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत ही मजेदार और सीखने वाली गतिविधि होती है।…

4 days ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा परिचय पर निबंध (Essay On Myself For Class 1 In Hindi )

निबंध लेखन बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण एक्टिविटी होती है। इससे बच्चों की रचनात्मक लेखन…

5 days ago