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कोरोना वायरस का खतरा हर दिन बढ़ता जा रहा है और यह बात माता-पिता के लिए एक चिंता का विषय है कि इन हालातों में आप हर रोज अपने बच्चों को कैसे सुरक्षित रखें। चूंकि यह वायरस नया है इसलिए हर दिन आपको कुछ न कुछ नया सुनने की मिल रहा है और आप इसके बारे में हर दिन कुछ नया जान रहे हैं। जब तक यह स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में नहीं आ जाती है तब तक माता-पिता होने के नाते आपके मन में अपने बच्चे की सुरक्षा से जुड़े कई सवाल हो सकते हैं कि इस समय में आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इस लेख में कुछ ऐसे सवालों के जवाब दिए गए हैं जो ज्यादातर माता-पिता जानना चाहते हैं।
दो बेहद जरूरी चीजें जो आपके बच्चे को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखने और इन्फेक्शन से दूर रखने में आपकी मदद कर सकती हैं, पहली, जितना संभव हो उतना अलग रहें और नियमित रूप से अच्छी तरह हाथ धोएं। सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में आपने इस समय बहुत सुना होगा, यह वायरस को एक से दूसरे व्यक्ति में फैलने से रोकता है। इसके साथ-साथ अच्छी तरह से हैंड वॉश करने से हाथों पर लगे जर्म्स दूर हो जाते हैं। अपने बच्चे को बार बार हाथ धुलाना आपके लिए एक मुश्किल काम हो सकता है, लेकिन आपकी इस समस्या का भी हमारे पास समाधान हैं, आप 15 मजेदार तरीके से बच्चों में हैंडवॉश की आदत डाल सकते हैं। जानने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करिए।
ऐसे कुछ बच्चे हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन इसकी संख्या काफी कम है। अब तक, ये केवल बुजुर्गों और जिन लोगों को पहले से ही कोई मेडिकल प्रॉब्लम थी जैसे कि हृदय रोग, अस्थमा आदि इन लोगों को इन्फेक्शन होने का ज्यादा खतरा है। तो इस सवाल का जवाब- ‘नहीं’ है। कोरोना वायरस का खतरा सबसे ज्यादा बच्चों को नहीं है। कोरोना वायरस के मामले बच्चों में कम ही देखने को मिले हैं खासकर अगर बच्चा हेल्दी हो।
अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं और अच्छी तरह से साफ करें, विशेष रूप से अगर आपने किसी सार्वजनिक जगह को छुआ हो, आप जब भी बाहर जाएं तो मास्क पहन कर जाएं और अपने कपड़े और तौलिया परिवार के लोगों के साथ शेयर न करें। ये कुछ बेसिक हाइजीन हैं जिनका आपको खयाल रखना चाहिए और इस पर अमल करना चाहिए।
जिन बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है या उन्हें कोई रेस्पिरेटरी समस्या, हृदय संबंधी समस्याएं, मेटाबोलिज्म इशू , लो ब्लड प्रेशर या फिर इन्फेक्शन की गंभीर समस्या है तो उनमें कोरोना वायरस के होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि, वायरस और इसके प्रभावों को लेकर स्टडी जारी है, इसलिए नई जानकारी के आधार पर यह डेटा आसानी से बदल भी सकता है। अभी के लिए, माता-पिता को वैसे ही अपने बच्चे को प्रोटेक्ट करना चाहिए जैसे वो अभी तक करते आ रहे हैं ।
याद रखें कि किराने की दुकान और बाकी जरूरी चीजों के लिए सर्विस उपलब्ध हैं, इसलिए आपको कुछ भी स्टॉक करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, आप अपना समय बचाने के लिए एक से दो हफ्ते का सामान स्टॉक में ला कर रख सकते हैं। आप अपने बच्चे के खाने का सामान स्टॉक कर लें जैसे सीरियल, फॉर्मूला दूध (अगर बच्चा पीता हो) इसके अलावा स्नैक्स आदि खरीद कर रख लें। आपको यह सलाह दी जाती है कि हर 7-8 घंटों में अपने बच्चे के कपड़े बदले, इसलिए आपको एक्स्ट्रा कपड़ों के सेट की जरूरत पड़ेगी।
बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे को कम से कम बाहर ले जाएं और लोगों से दूर रखें। हालांकि, स्थिति हर दिन बदलती रहती है, इसलिए लोकल न्यूज और हेल्थ आउटलेट को चेक करें कि क्या बच्चे को बाहर ले जाना सुरक्षित है। यदि आपका बच्चा घर में रह कर परेशान हो रहा है, तो आप उसे ड्राइव के लिए ले जा सकते हैं या ऐसे समय में वॉक के लिए जा सकते हैं जब सड़कें खाली हों, आप ऐसा केवल तभी करें जब आप अच्छी तरह से सावधानी बरत रहे हों और मास्क और सैनिटाइटर के साथ बाहर जा रहे हों ।
यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है, यह जानते हुए कि आप हर दिन अलग-अलग लोगों के कांटेक्ट में आते हैं और फिर अपने घर चले जाते हैं। सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम यह कि आप खुद को प्रोटेक्ट रखने के लिए ट्रेवल करते समय या ऑफिस में हों तो मास्क लगाएं और किसी सार्वजनिक जगह या वस्तु को छूने के बाद अच्छी तरह से हैंड वॉश और सैनिटाइज करें। जब आप घर जाएं, तो सबसे पहले जा कर स्नान करें या अपने हाथों को कोहनी तक अच्छी तरह से धोएं। जब तक आप ऐसा न कर लें तब तक घर की किसी भी चीज को न छुएं। यही बात आपके घर में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति पर लागू होती है, चाहे वह परिवार का हो, दोस्त हो या मेड हो।
यदि परिवार के किसी भी सदस्य में कोरोनो वायरस के लक्षण दिखाई दें, तो बेहतर है कि आप अपने परिवार को उस व्यक्ति से तब तक अलग कर लें जब तक उनका टेस्ट न हो जाए और उसका रिजल्ट न आ जाए। यदि रिजल्ट पॉजिटिव है, तो सुनिश्चित करें कि घर पर सभी लोग अलग रहें और सबकी जाँच की गई हो। आप जितनी जल्दी मेडिकल हेल्प लेंगे उतनी ही जल्दी आपकी रिकवरी हो सकेगी।
बच्चे घर पर रह कर ऊब जाते हैं, खासकर यदि उन्हें घर के बाहर खेलने के लिए जाने न दिया जा रहा हो। आप बच्चों के लिए किताबें और बोर्ड गेम खरीद सकती हैं, ताकि कुछ घंटे उनका समय बीत सके, आप अपने और बच्चों के बीच के संबंध को मजबूत करने के लिए उनके साथ थोड़ा वक्त बिताएं। ऐसे कई सारे इंडोर गेम हैं जो आपका बच्चा घर के अंदर बैठ कर खेल सकता है।
आपके बच्चे ने भी पिछले दिन में हुए बदलाव को नोटिस किया होगा और आपसे पूछा भी होगा कि क्या हो रहा है अचानक से स्कूल क्यों बंद कर दिया गया या आप ऑफिस क्यों नहीं गए आदि। तो सबसे बेहतर यह है कि आप बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार कोरोना वायरस के बारे में बताएं ताकि उसके मन में कोरोना वायरस के प्रति डर न बैठे, बल्कि वो भी आपकी तरह सावधानी बरते।
बच्चे को समय पर टीका लगाना बहुत जरूरी होता है, इसलिए किसी भी तरह इसे मिस न करें। ऐसी हेल्थ सर्विस हैं जिन्हें आप घर पर बुला कर बच्चे को टीका लगवा सकते हैं। इस बात का खयाल रखें कि बच्चे को जो भी टीका लगाने आए, वो पहले घर में आते ही अपने हाथों को अच्छी तरह से धोए। यदि आप अपने बच्चे को डॉक्टर के क्लिनिक में ले जाना चाहते हैं, तो स्वच्छता संबंधी सावधानी बरतें और क्लिनिक से निकलने के बाद अपने और अपने बच्चे के हाथों को सैनिटाइज करें।
जब तक गर्भवती महिला सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करती है और हाइजीन पर ध्यान देती है तब तक वह कोरोना वायरस से खुद को सुरक्षित रख सकती हैं। हालांकि, अगर आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में COVID -19 के लक्षण दिखाई देते हैं, तो खुद की जांच करवा लें।
कोरोनो वायरस के दौरान होम डिलीवरी के जरिए कोई भी सामान मंगवाना गना एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इस प्रकार आप चीजों को स्टॉक करने के बजाए जरूरत पड़ने पर होम डिलीवरी करवा सकते हैं जिसमें जरूरी खाना, सब्जियां आदि शामिल हैं। ऐसे कई ऐप हैं जिनका उपयोग आप होम डिलीवरी के लिए कर सकते हैं। जहाँ आपको दवाएं, सब्जियां और बाकी का जरूरी सामान ठीक दाम में मिल जाएगा। यह बुजुर्गों के लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है जिनमें वायरस होने का खतरा अधिक होता है। हालांकि, कोई भी पार्सल लेने से पहले इस पर सैनिटाइजर को स्प्रे करें और लेने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं। इससे कोई भी हानिकारक जर्म्स आप तक नहीं पहुँच पाएगा।
अपने बच्चे की सुरक्षा के बारे में सोचना बिलकुल नॉर्मल है, खासकर जब उपलब्ध जानकारी को लेकर आप सशंकित हों। पहली बात यह है कि इस समय आपको रिलैक्स रहना है और बिलकुल भी घबराना नहीं है, क्योंकि इस समय आपको खुद की और अपने बच्चे की सुरक्षा के बारे में सोचना है और सावधानी बरतनी है। याद रखें, अगर आप घबराते हैं, तो आपका बच्चा भी आपको देख कर घबरा जाएगा। इसलिए खुद को इस परिस्थिति के लिए तैयार करें।
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