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बच्चों के लिए नीलगिरी तेल – क्या यह सुरक्षित है?

लंबे समय से विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक तेलों का उपयोग किया जाता रहा है। वे अब व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं क्योंकि उनमें विभिन्न औषधीय गुण मौजूद हैं। नीलगिरी का तेल – एक ऐसा आवश्यक तेल है जो कई समस्याओं के घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है क्योंकि इसमें एन्‍टीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके विभिन्न लाभों के लिए आप अपने बच्चे पर इसका उपयोग कर सकते हैं यदि वह सर्दी या चेस्ट कंजेस्शन से पीड़ित है, लेकिन क्या आपको अपने बच्चे पर इसका उपयोग करना चाहिए? यह महत्वपूर्ण है कि आप समझें कि यह बच्चों के लिए सुरक्षित है या नहीं।

नीलगिरी तेल क्या है?

नीलगिरी का तेल नीलगिरी के पेड़ों की पत्तियों से प्राप्त होता है। नीलगिरी जिसे यूकलिप्टस भी कहा जाता है, इसके तेल का उपयोग दवाओं में, परफ्यूम में और कुछ औद्योगिक उपयोग में भी किया जाता है। यह बेरंग (कलरलेस) और तेज व मीठी लकड़ियों की सुगंध वाला होता है। दुनिया में नीलगिरी की 700 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से केवल 500 विषम प्रजातियों का उपयोग एसेंशियल ऑयल के उत्पादन के लिए किया जाता है।

नीलगिरी तेल के उपयोग के विभिन्न लाभ

नीलगिरी का तेल प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में न्युमोनिया, ब्रोंकाइटिस, खांसी, सर्दी, और अन्य सांस के रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह इम्युनिटी को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। यह श्वसन परिसंचरण में सुधार करता है और इसमें एन्‍टीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। नीलगिरी के तेल में मौजूद सिनेओल एक कार्बनिक कंपाउंड है जो दर्द और सूजन को कम करने जैसे कई लाभ प्रदान करता है।

नीलगिरी तेल निम्नलिखित समस्‍याओं के लिए इलाज के रूप में उपयोग किया जाता है:

  • सर्दी और फ्लू – एसेंशियल ऑयल हानिकारक सूक्ष्मजीवों और टॉक्सिन्स से हमारे शरीर को साफ करता है जो सर्दी और फ्लू का कारण बनते हैं।
  • बालों को नुकसान – नीलगिरी के तेल का उपयोग ऑलिव और नारियल के तेल के साथ किया जाता है ताकि बालों का पोषण किया जा सके और रूसी तथा खुजली का इलाज किया जा सके। नीलगिरी का तेल बालों को पोषण देने में मदद करता है।
  • एलर्जी – नीलगिरी का तेल साइनस और एलर्जी के इलाज में मदद करता है, और इसका उपयोग रूम फ्रेशनर के रूप में भी किया जाता है। नीलगिरी के तेल के एन्‍टी-माइक्रोबियल गुण कीटाणुओं को मारने में भी मदद करते हैं।

क्या नीलगिरी का तेल छोटे बच्चों के लिए सुरक्षित है?

माता-पिता के बीच यह एक आम प्रश्न है कि नीलगिरी का तेल बच्चों के लिए सुरक्षित है या नहीं। हालांकि यह सच है कि नीलगिरी के तेल में कई लाभकारी गुण होते हैं, लेकिन सर्दी से पीड़ित बच्चे में नीलगिरी के तेल का उपयोग करना निम्न कारणों से असुरक्षित हो सकता है:

  • नीलगिरी के तेल में बहुत अधिक मात्रा में सिनेओल हो सकती है जो छोटे बच्चों में साँस लेने की समस्या और नर्वस सिस्टम से जुड़े मुद्दों को जन्म दे सकती है। सिनेओल की मात्रा केमोटाइप या पौधे की प्रजातियों पर निर्भर करती है।
  • अगर आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले एसेंशियल ऑयल में उच्च सिनेओल मात्रा नहीं भी है, तो भी इसमें ऐसे कंपाउंड हो सकते हैं जो बच्चों को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इन कंपाउंड्स से आपके बच्चे की त्वचा पर जलन हो सकती है।
  • नीलगिरी का तेल, अगर पी लिया जाए, तो उल्टी, दस्त और पेट दर्द का कारण बन सकता है, और साँस लेने की समस्याओं और घरघराहट जैसे अन्य दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसे लगाने से कोमा और दौरे जैसे अत्यंत गंभीर मामले भी हो सकते हैं।
  • यह तेल कई शिशुओं में अस्थमा को भी प्रेरित कर सकता है।

सर्दी के लिए नीलगिरी के तेल का उपयोग करना

यदि आप बच्चे की बंद नाक पर नीलगिरी के तेल का उपयोग करना चाहते हैं, तो इसका उपयोग करने का सही और सुरक्षित तरीका जानना महत्वपूर्ण है। साथ ही, आपको यह भी पता होना चाहिए कि शिशुओं के लिए किस प्रकार का नीलगिरी का तेल सुरक्षित है। आपको यूकलिप्टस ग्लोब्युलस के इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि यह 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। यूकलिप्टस रेडियोटा इस्तेमाल किया जा सकता है, पर केवल बच्चों के डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

बच्चों के लिए नीलगिरी के तेल का उपयोग कैसे करें

आप कुछ सावधानियों का पालन करके अपने बच्चे की नाक के वायुमार्ग को आराम देने और खोलने के लिए नीलगिरी के तेल का उपयोग कर सकते हैं।

  • बच्चों को खांसी होने पर, एक कॉटन के टुकड़े पर नीलगिरी तेल की दो बूंदें डालें और इसे अपने बच्चे से कुछ दूरी पर रख दें।
  • बंद नाक के लिए, एक कटोरी उबलते पानी में तीन बूंद तेल डालें और इसे बच्चे के पालने के नीचे रखें। ऊपर उठती भाप एसेंशियल ऑयल छोड़ती है और आपके बच्चे को आराम दे सकती है।
  • बच्चे के मुँह या नाक के पास तेल नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे उसे साँस की समस्या हो सकती है।

हालांकि नीलगिरी के तेल का उपयोग कुछ सावधानियों के साथ किया जा सकता है, फिर भी इसके कुछ दुष्प्रभावों के कारण बच्चों के लिए इसकी सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए यहाँ कुछ वैकल्पिक तरीके दिए जा रहे हैं जो आप नीलगिरी के तेल का उपयोग करने के बजाय आजमा सकती हैं।

बच्चे के कंजेस्शन के इलाज के लिए नीलगिरी तेल के अन्य विकल्प

कंजेस्शन के इलाज के लिए किसी भी एसेंशियल ऑयल का उपयोग करने के बजाय, आप नीचे दिए गए तरीकों का इस्‍तेमाल करके अपने बच्चे को आराम पहुँचा सकते हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

1. नेसल एस्पिरेटर

नेसल एस्पिरेटर का उपयोग बच्चे की नाक के जमाव को साफ करने के लिए किया जा सकता है। इसका उपयोग बच्चे के वायुमार्ग को साफ करने के लिए भी किया जा सकता है जिससे बच्चा आसानी से साँस ले सके।

2. हल्के गर्म पानी का सेक

हलके गर्म पानी के सेक का उपयोग करके आपके बच्चे के नाक, गले या उसकी छाती के कंजेस्शन को कम करने में मदद कर सकते हैं। गर्म पानी में डूबा हुआ एक छोटा सूती का कपड़ा लें और उससे अतिरिक्त पानी को निचोड़ लें। इलाज के लिए प्रभावित क्षेत्र पर गर्म पानी के सेक को लगाएं। याद रखें, कि आप अपने बच्चे के सीने पर सीधे गर्म कपड़ा न डालें। कपड़ा हल्का गर्म ही होना चाहिए वरना आपके बच्चे को पीड़ा हो सकती है।

बच्चे पर नीलगिरी के तेल का उपयोग करने से पहले ध्यान रखने वाली बातें

इसमें कोई संदेह नहीं है कि नीलगिरी का तेल कई लाभ प्रदान करता है, लेकिन यह बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है, खासकर उन बच्चों के लिए जो 10 वर्ष से कम उम्र के हैं।छोटे बच्चों पर नीलगिरी के तेल का उपयोग करने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जो हल्के से लेकर गंभीर भी हो सकते हैं। यदि आप अपने बच्चे पर नीलगिरी के तेल का उपयोग करते हैं, और तेल लगाने के बाद यदि वह साँस लेने में किसी भी कठिनाई का अनुभव करता है, तो तुरन्‍त डॉक्टर से परामर्श लें। कुछ लोग सोचते हैं कि पानी मिलाकर नीलगिरी तेल का उपयोग बच्चे को नुकसान नहीं करेगा, लेकिन यह सही नहीं है। यहाँ तक कि पानी मिश्रित नीलगिरी का तेल भी बच्चे को नुकसान पहुँचा सकता है।

याद रखें: नीलगिरी का तेल छोटे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। इसलिए, आपको शिशुओं और बच्चों के लिए इस तेल का उपयोग करने से बचना चाहिए।

नीलगिरी के तेल की थोड़ी या कम मात्रा भी बच्चों में गंभीर प्रतिक्रिया का कारण बन सकती है, और इससे बचने की सलाह दी जाती है। अपने बच्चे का कंजेस्शन दूर करने के लिए बताए गए दूसरे उपचारों का उपयोग करें।

यह भी पढ़ें:

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जया कुमारी

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