मुँह के छाले सफेद रंग के फफोले होते हैं जो ज्यादातर होठों व मसूड़ों पर होते हैं। इन छालों में सूजन के साथ दर्द होता है और इसके चारों ओर लालिमा होती है। छाले होने पर बच्चों को कुछ भी चबाने या बात करने में कठिनाई होती है। मुँह के छाले संक्रामक नहीं होते हैं और इनका इलाज घर पर ही किया जा सकता है। इस लेख में हम बच्चों के मुँह में होने वाले छालों के उपाय बता रहे हैं ।
बच्चों के मुँह में छाले तनाव, चोट, विटामिन और मिनरल की कमी, शरीर में गर्मी या यहाँ तक कि भोजन से एलर्जी जैसे कई कारणों से हो सकते हैं। आप नीचे दिए हुए प्रभावी घरेलू उपचारों की मदद से अपने बच्चे के मुँह में हुए छालों का इलाज कर सकती हैं।
यदि आपका बच्चा एक वर्ष की आयु से अधिक का है, तो आप मुँह के छालों का उपचार करने के लिए शहद का उपयोग कर सकती हैं। इसे बच्चे के मुँह में हुए छालों पर थोड़ी-थोड़ी देर में लगाती रहें। शहद में बेहतरीन एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो घावों को जल्दी से ठीक करने में मदद करते हैं । एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद देना खतरनाक साबित हो सकता है इसलिए इसका उपयोग सिर्फ बड़े बच्चों या एक साल से अधिक आयु के बच्चों पर ही करें।
हल्दी जैसी सामग्री हर घर में आसानी से मिल सकती है। आप हल्दी का उपयोग अपने बच्चे के मुँह में हुए छालों का उपचार करने के लिए कर सकती हैं। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण, सभी तरह के घाव और चोटों को ठीक करते हैं। हल्दी का स्वाद हल्का मीठा करने के लिए आप इसमें कुछ बूंद शहद मिला सकती हैं।
नारियल भी एक ऐसी सामग्री है जो सरलता से मिल जाती है और यह खाद्य पदार्थ प्राकृतिक रूप से छालों को खत्म करने के लिए भी जाना जाता है। आप अपने बच्चे को नारियल का पानी पीने के लिए दे सकती हैं या उसे नारियल के दूध से कुल्ला या गरारा करने को कह सकती हैं। यदि घर में नारियल नहीं है तो बच्चे के छाले पर थोड़ा सा नारियल का तेल लगाएं। 6 माह तक के शिशुओं और बच्चों में नारियल का तेल विशेषकर मुँह के छालों के लिए फायदेमंद होता है।
बच्चों के मुँह में छाले का उपचार दही या छाछ से भी किया जा सकता है। बच्चे को दही या छाछ मुँह में भरकर कुल्ला करने को कहें। यदि दही खट्टा है, तो छाला जल्द से जल्द ठीक हो जाएगा। दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया कीटाणुओं को नष्ट और फंगस के संक्रमण को खत्म करने के लिए एक बेहतरीन उपचार हैं ।
तुलसी के पत्ते मुँह के छालों के लिए एक और बेहतरीन उपचार हैं। तुलसी में औषधीय गुण होते हैं जो आपके बच्चे के मुँह के छालों को खत्म करने में मदद करते हैं। उपचार के लिए अपने बच्चे को तुलसी के पत्ते गुनगुने पानी के साथ चबाने के लिए दें।
मिश्री को पीसकर इसे खसखस व कद्दूकस किए हुए नारियल के साथ एक बार और पीस लें। अब इस मिश्रण की गोली बनाकर अपने बच्चे को चूसने के लिए दें। यह गोली बच्चे के मुँह के छालों को तुरंत खत्म करने में मदद करती है और इसका कोई भी दुष्प्रभाव भी नहीं होता है। इसमें मौजूद खसखस व नारियल छालों पर ठंडक पहुँचाने में मदद करते हैं। यदि आपके बच्चे के मुंह में छाले होने का कारण शारीरिक गर्मी है तो यह गोली अत्यधिक प्रभावी रूप से इसे भी ठीक करती है।
घी मुँह के छालों के लिए अत्यधिक प्रभावी है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए अपने बच्चे के छालों पर घी को दिनभर में कम से कम 3 बार लगाएं। ऐसा करने से मुँह के छाले जल्द से जल्द ठीक होंगे और आपके बच्चे को आराम मिल सकेगा । यदि आपके बच्चे को घी पसंद नहीं है तो आप उसके छाले में बटर भी लगा सकती हैं।
एलोवेरा भी एक सर्वश्रेष्ठ घरेलू उपचारों में से है जो बच्चों के मुँह के छालों को प्राकृतिक रूप से ठीक कर सकता है। एलोवेरा की पत्तियों में मौजूद गुण आपके बच्चे को दर्द से राहत देने में मदद करती हैं और इसके एंटीबैक्टीरियल गुण बच्चे के मसूड़ों को स्वस्थ रखते हैं। आप चाहें तो अपने बच्चे के छाले पर एलोवेरा का जेल लगा सकती हैं या फिर तुरंत परिणामों के लिए आप इसे पानी में मिलाकर अपने बच्चे को कुल्ला करने के लिए दे सकती हैं। यदि आप दूसरा वाला विकल्प चुनती हैं तो जेल को मिलाने के लिए ठंडे पानी का उपयोग करें। इससे आपके बच्चे को दर्द से राहत मिलेगी और वह अच्छा भी महसूस करेगा।
आप 2 कप पानी में एक चम्मच मुलैठी की जड़ को थोड़ी देर के लिए भिगोकर रख दें।अब अपने बच्चे के मुँह के छाले को ठीक करने के लिए उसे यह पानी कुल्ला करने के लिए दिन में कई बार दें। यदि आपके पास मुलेठी का पाउडर है तो इसे और भी प्रभावी बनाने के लिए इसमें थोड़ा सा शहद व हल्दी मिलाकर बच्चे के छाले पर लगाएं। मुलेठी से तुरंत राहत मिलती है और इसके एंटीसेप्टिक गुण छाले के दर्द व आसपास की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
ठंडे खाद्य पदार्थ आपके बच्चे के मुँह के छाले को कम कर सकते हैं। छालों से तुरंत राहत पाने के लिए बच्चा आइसक्रीम खा सकता है। यह एक ऐसी दवा है जिसे आपका बच्चा भी कभी न नहीं कहेगा।
एक गिलास पानी के साथ नमक या बेकिंग सोडा मिलाएं और अपने बच्चे को इस मिश्रण से कुल्ला करके थूक देने को कहें। इस बात का खयाल रखें कि कुल्ला करते समय बच्चा इस मिश्रण को न पिए।
यदि आपके बच्चे के मुंह में छाले पेट की बीमारी के कारण हुए हैं तो इसमें मुलेठी का पाउडर अत्यधिक प्रभावी रूप से फायदा पहुँचा सकता है। पानी और शहद के साथ मिलाकर मुलैठी का पाउडर अपने बच्चे को सेवन करने के लिए दें। यह मिश्रण पेट को साफ करता है और साथ ही इससे मुँह के छाले भी ठीक हो जाते हैं।
मिश्री एक माउथ फ्रेशनर के रूप में कार्य करती है। यदि इसमें थोड़ा सा कपूर मिला दिया जाए तो यह मुँह की सूजन को भी खत्म करने में सक्षम है। 8 ग्राम मिश्री को 1 ग्राम कपूर के साथ पीस लें और इसके पाउडर को बच्चे के छाले पर लगाएं।
करी पत्ते में मौजूद एंटीबैक्टीरियल व एंटीफंगल गुण आपके बच्चे के मुँह में हुए छालों को प्रभावी रूप से ठीक कर सकते हैं। करी पत्ता चबाने से मुँह के छाले तुरंत ठीक हो सकते हैं।
ज्यादातर मामलों में मुँह के छाले बच्चों पर बिना किसी दुष्प्रभाव के अपने आप ही ठीक हो जाते हैं । हमारे द्वारा दिए गए उपायों से आपके बच्चे की सेहत में तेजी से सुधार आ सकता है और भविष्य में छाले होने की संभावना कम हो सकती है।यदि आपके बच्चे के मुँह में छालों की समस्या एक हफ्ते से ज्यादा दिन तक रहती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…