बच्चों के पेट में कीड़े – कारण, लक्षण व उपचार

बच्चों के पेट में कीड़े

बच्चों के पेट में कीड़े होना एक आम समस्या है । बढ़ते बच्चे में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं अक्सर होती हैं और पेट में कीड़े होना उनमें से एक है। पेट के कीड़े यानि आंतों में पनपने वाले परजीवी होते हैं जिन्हें पिनवर्म, थ्रेडवर्म या सीटवर्म भी कहा जाता है। यद्यपि पेट में उत्पन्न होने वाले कीड़े वयस्कों को भी प्रभावित करते हैं किंतु ये संक्रमण ज्यादातर बच्चों में होता है। इसे घरेलू उपचार की मदद से भी ठीक किया जा सकता है। इस लेख में हमने बच्चों के पेट में होने वाले कीड़ों के कारण व उपचार से संबंधित चर्चा की है, आइए जानते हैं।

पिनवर्म संक्रमण क्या होता है

पिनवर्म, पेट में सफेद रंग के छोटे-छोटे कीड़े होते हैं जिनकी लंबाई 2 मिमी. से लेकर 13 मिमी. तक हो सकती है। ये कीड़े दाँत साफ करने वाले धागे या बहुत पतले और सफेद सूती धागे जैसे दिखते हैं, इसलिए इन कीड़ों को थ्रेडवर्म भी कहा जाता है। ये कीड़े या इसके अंडे अत्यधिक संक्रामक होते हैं और किसी संक्रमित व्यक्ति या वस्तु के संपर्क में आने पर तेजी से फैलते हैं ।

पिनवर्म संक्रमण कैसे फैलता है

यदि आपका बच्चा पिनवर्म से संक्रमित है तो सोते समय बच्चे में मादा कीड़े अधिक सक्रिय होते हैं। ये कीड़े आंतों की प्रणाली में प्रवेश करते हैं और गुदा व मलाशय के आसपास की त्वचा पर चिपक जाते हैं।

पिनवर्म या पेट के कीड़े मानव शरीर के बाहर लगभग 3 सप्ताह तक जीवित रह सकते हैं। इसलिए यदि परिवार में किसी को यह समस्या है तो अन्य लोग भी सरलता से संक्रमित हो सकते हैं। पिनवर्म जैसी समस्या को रोकने के लिए उपचार की अत्यधिक आवश्यकता होती है। हालांकि परिवार में संक्रमित व्यक्ति से अलग रहना संभव नहीं है किंतु फिर भी प्रभावित व्यक्ति के किसी भी सामान का उपयोग और स्पर्श न करने की सलाह दी जाती है। संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करने के बाद आप अपने हाथों को अच्छी तरह से एंटीसेप्टिक साबुन से धोना सुनिश्चित करें।

बच्चों में पिनवर्म के कारण

यदि घर में किसी वयस्क को पिनवर्म का संक्रमण है, तो बच्चे भी सरलता से इस संक्रमण से ग्रसित हो सकते हैं। बच्चों में संक्रमण फैलने के निम्नलिखित कारण दिए गए हैं;

  • किसी दूषित वस्तु के सीधे संपर्क में होना।
  • दूषित भोजन को ग्रहण करना।
  • उस चादर व कपड़े का उपयोग, जिसमें पिनवर्म चिपके हो सकते हैं। यह संक्रमण कीड़ों का हवा के संपर्क में आने से होता है।
  • विशेष रूप से गुदा क्षेत्र के आसपास खुजली हो सकती है और आपका बच्चा अपने नाखूनों के माध्यम से पिनवर्म के अंडों को ग्रहण कर सकता है।

बच्चों में पिनवर्म के लक्षण

यदि आपको शंका है कि आपका बच्चा संक्रमित है तो निम्नलिखित संकेतों पर ध्यान दें;

  • गुदा क्षेत्र के चारों ओर खुजली के कारण नींद खराब होना और घबराहट होना।
  • अत्यधिक खुजली के कारण गुदा क्षेत्र के आसपास की त्वचा में बैक्टीरियल इन्फेक्शन होना जो पिनवर्म की संभावना को बढ़ाता है।
  • लड़कियों में पिनवर्म योनि के क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है जिससे योनि में खुजली या योनि से स्राव होता है।
  • कई मामलों में आंतों में अत्यधिक संक्रमण होने के कारण उबकाई और उल्टी हो सकती है।
  • पिनवर्म द्वारा अपेंडिक्स को अवरुद्ध करने के कारण अपेंडिसाइटिस की संभावना भी हो सकती है।

यदि आपको कोई अन्य गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

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पिनवर्म का निदान कैसे किया जाता है

यदि आपको संदेह है कि आपके बच्चे के पेट में कीड़े हो सकते हैं तो यहाँ कुछ उपाय बताए गए हैं जिनसे आप अपने बच्चे का निरीक्षण कर सकती हैं:

  • टॉर्च से बच्चे के गुदा क्षेत्र के चारों ओर जांच करें। चूंकि कीड़े रात के समय में अंडे देते हैं इसलिए सुबह के समय पर जांच करना अधिक उपयुक्त हो सकता है।
  • बच्चे के मल की सतह या योनि के अग्रभाग की जांच करना मददगार साबित हो सकता है।
  • ट्रांस्परेंट टेप को बच्चे के गुदा में हल्का सा लगाकर देखें कि क्या आपका बच्चा संक्रमित है। चूंकि पिनवर्म आमतौर पर गुदा के आसपास ही अंडे देते हैं इसलिए इन कीड़ों की पहचान करना आसान होता है।

बच्चों में पिनवर्म का उपचार

यदि आपका बच्चा पिनवर्म के संक्रमण से ग्रसित है तो उसकी नींद टूटने व खुजली के लक्षणों पर अधिक ध्यान दें। गंभीर संक्रमण अत्यधिक गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है इसलिए इसे नियंत्रण में रखना मुख्य प्राथमिकता है।

डॉक्टर आपके बच्चे और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित प्रक्रियाओं का सुझाव दे सकते हैं, वे इस प्रकार हैं;

  1. दवाइयां: पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए मेबेंडाजोल, पाइरेंटेल या एल्बेंडाजोल दवाओं का सेवन आम है। हालांकि, उपयुक्त खुराक के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।
  2. पुनरावृत्ति: चूंकि दवा एक सप्ताह में इन कीड़ों को नष्ट कर देती है, इसलिए दो सप्ताह बाद पिनवर्म द्वारा पहले दिए हुए अंडों से निकले कीड़ों को नष्ट करने के लिए बच्चे को फिर से दवाई दें ।

बच्चों में पिनवर्म के उपचार के लिए सुझाव

बच्चों में पेट के कीड़ों को नष्ट करने के लिए एलोपैथी इलाज की सलाह नहीं दी जाती है। कुछ अन्य सुझाव भी नीचे बताए गए हैं जिनका उपयोग आप कर सकती हैं;

  • डॉक्टर द्वारा दिए हुए चिकित्सा उपचार के निर्देशों का पालन करें।
  • रातभर गुदा की त्वचा में चिपके अंडे व कीड़ों को हटाने के लिए बच्चे को रोज सुबह स्नान करवाएं।
  • डायपर बदलने के दौरान, सुनिश्चित करें कि आप हर बार अपने बच्चे को पोंछ कर साफ करें।
  • दोबारा संक्रमण होने से रोकने के लिए, अपने आसपास सफाई रखें। घर की सफाई और गर्म पानी में सभी कपड़ों, चादरों और तौलियों को धोने से पिनवर्म व इनके अंडों को नष्ट किया जा सकता है।
  • बच्चे के खिलौनों को साबुन और गर्म पानी से साफ करें।
  • चूंकि पिनवर्म और उनके अंडे, सूरज की रोशनी के प्रति संवेदनशील होते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके सभी पर्दे और खिड़कियां खुली हैं व पर्याप्त धूप घर के अंदर आती है।

बच्चों में पिनवर्म के लिए घरेलू उपाय

यदि आपका बच्चा पिनवर्म से ग्रसित है तो निम्नलिखित घरेलू उपचार इस संक्रमण को नष्ट करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इनका उपयोग करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को इस संक्रमण से एलर्जी न हो।

  1. लहसुन: लहसुन, आपके बच्चे के आंत्र पथ में पिनवर्म को नष्ट करने में सक्षम है।
  2. चकोतरे (ग्रेपफ्रूट) के बीज का अर्क: यह अर्क मल को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है, जो बच्चे के शरीर से पिनवर्म को ठीक से बाहर निकालने में सहायता करता है।
  3. नारियल तेल: नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो आपके बच्चे में पिनवर्म के संक्रमण को नष्ट करने में मदद करते हैं।

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पिनवर्म संक्रमण दोबारा हो सकता है, इसे नष्ट करने के लिए आप घरेलू उपाय भी अपना सकती हैं। तथापि यह भी सलाह दी जाती है कि बच्चे को पूरी तरह से स्वच्छ व साफ रखें और जांच के लिए डॉक्टर के पास ले जाएं।

यदि बच्चे में पिनवर्म का इलाज नहीं किया जाता है तो क्या होगा

चूंकि विशेषकर बच्चों के पेट में कीड़े होना एक गंभीर संक्रमण है, इसका तुरंत इलाज किया जाना चाहिए। यदि आप समय पर अपने बच्चे का इलाज नहीं करती हैं तो;

  • बच्चे के गुदा क्षेत्र के आसपास खुजली और चकत्ते हो सकते हैं।
  • आपकी बेटी की योनि में खुजली और स्राव हो सकता है।
  • बच्चे को दस्त होने की संभावना होती है।
  • बच्चा बार-बार बिस्तर गीला करता है।

बच्चों में पिनवर्म को कैसे रोकें

  1. बच्चों में पिनवर्म को रोकने के लिए अत्यधिक स्वच्छता की आवश्यकता है। इस स्थिति में अपने बच्चे के नाखूनों को छोटा व साफ रखें।
  2. यदि आप अपने बच्चे को सुबह स्नान करवाती हैं तो रात में पिनवर्म द्वारा दिए हुए अंडों से निजात मिल सकती है।
  3. बच्चे के डायपर और अंतर्वस्त्र की जांच करती रहें। नियमित अंतराल पर बच्चे का डायपर बदलें और प्रतिदिन अंतर्वस्त्रों का बदलना भी आवश्यक है।
  4. अपने बच्चे के कमरे में और घर के आस-पास धूप आने दें, सूर्य की किरणें पिनवर्म को खत्म करने में मदद करती हैं।
  5. प्रयास करें कि आपका बच्चा नाखून न चबाए व उंगलियां न चूसे।
  6. अपने हाथों को साफ रखें क्योंकि पिनवर्म एक फैलने वाला संक्रमण है इसलिए हाथों को हमेशा साफ पानी से धोती रहें।
  7. सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे के हाथ खाने से पहले और टॉयलेट का उपयोग करने के बाद धोए जाएं ।
  8. स्वास्थ्य लाभ की अवधि के दौरान, आप सभी कपड़ों, चादरों और तौलियों को गर्म पानी में धोना सुनिश्चित करें।
  9. पिनवर्म संक्रमण को और फैलने से बचाने के लिए शौचालय को प्रतिदिन साफ करें।
  10. सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा किसी अन्य बच्चे के साथ बातचीत करने से पहले संक्रमण मुक्त हो और साथ ही अन्य बच्चों का संक्रमण-मुक्त होना भी अनिवार्य है।

बच्चे को कई संक्रमण हो सकते हैं और पिनवर्म आपके बच्चे में अत्यधिक समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए इस समस्या का जल्द से जल्द इलाज करवाना आवश्यक है और याद रखें रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होती है!