बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

बच्चों की आँखों के नीचे काले घेरे होना

बच्चे के स्वास्थ्य और उसके विकास को लेकर हर माता-पिता को चिंता लगी रहती है। लेकिन कुछ संकेत ऐसे भी होते हैं जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं और वो हैं बच्चों की आँखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल्स होना। आइए जानें कि बच्चों को डार्क सर्कल क्यों हो जाते हैं और आप इसका इलाज कैसे कर सकती हैं।

बच्चों में डार्क सर्कल्स का क्या मतलब होता है?

आँखों के नीचे पिगमेंटेशन को आमतौर पर डार्क सर्कल्स या ‘रैकून आईज’ कहा जाता है। बच्चे की आँखों के नीचे दिखने वाले ये धब्बे या डिस्कलरेशन आमतौर पर दर्दनाक, असहज या हानिकारक नहीं होते हैं। हालांकि, ये बीमारी, थकान या एलर्जी के संकेत हो सकते हैं और अगर यह इनके बड़े होने के साथ बने रहते हैं, तो पेरेंट्स के लिए एक बड़ी चिंता का कारण हो सकते हैं।

बच्चों में डार्क सर्कल क्यों होते हैं?

काले घेरे बच्चों या बड़ों में तब होते हैं जब आँखों के नीचे की त्वचा पतली हो जाती है, इस क्षेत्र में ब्लड वेसल्स को उजागर करती है और अनियमित डिस्कलरेशन का कारण बनती है। इसके कारणों में शामिल हैं:

  • एक्जिमा
  • एनीमिया, विशेष रूप से आयरन की कमी
  • नींद की कमी
  • एक्सीडेंटल या नॉन एक्सीडेंटल ट्रामा
  • असामान्य रूप से स्किन पिगमेंटेशन होना
  • नाक बंद होना
  • कांटेक्ट डर्मेटाइटिस – यह एक त्वचा से संबंधित समस्या है, जो संक्रामक हो सकती है और इससे त्वचा के लाल, पैची, या रूखा होने की समस्या पैदा हो सकती है, जिससे बच्चे को खुजली महसूस होती और असहज भी लगता है।
  • थकान
  • एलर्जी
  • सूर्य के अत्यधिक संपर्क में आना

डार्क सर्कल्स की समस्या अन्य कारणों से भी हो सकती है:

  • खाने से लर्जी
  • लेटेक्स एलर्जी
  • रबर से रिएक्शन होने पर
  • इलास्टिक से रिएक्शन होने पर
  • डिटर्जेंट से एलर्जी
  • रंगों से होने वाली एलर्जी
  • कॉस्मेटिक रिएक्शन
  • कॉपर, मेटल या वायर से रिएक्शन होना

बच्चों की आँखों के नीचे होने वाले इन काले घेरों के कारणों को गहराई से जानने के लिए निदान की जरूरत होती है, इसलिए आपको विस्तार के इसके बारे में जानने और इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

बच्चों में डार्क सर्कल्स के लक्षण

बच्चों में डार्क सर्कल्स के सबसे आम लक्षणों में एक है आँखों के ठीक नीचे डिस्कलरेशन या अनियमित पिगमेंटेशन होना। दुर्लभ स्थितियों में, यह एक प्रकार का कैंसर हो सकता है जिसे न्यूरोब्लास्टोमा के रूप में जाना जाता है, जो एक घातक ट्यूमर होता है और यह सिम्पैथेटिक नर्वस को प्रभावित करता है।

यहाँ कुछ लक्षण दिए गए हैं, जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके बच्चे को भी काले घेरे की समस्या है, ताकि आप यह समझ सकें कि क्या उसे डॉक्टर के पास तुरंत ले जाने जरूरत है।

  • सूजन के साथ आँखों में खुजली होना कंजंक्टिवाइटिस का संकेत हो सकता है।
  • खांसी आना एलर्जी का संकेत हो सकती है।
  • सांस लेने में कठिनाई होना एलर्जी या इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है।
  • सिरदर्द की समस्या, आँखों की एलर्जी या इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है।
  • नाक बहना और आँखों के नीचे काले घेरे आना, फ्लू का संकेत हो सकता है।
  • गले में दर्द होना,जिसका मतलब यह भी हो सकता है कि आपके बच्चे को एलर्जी है।
  • नाक बंद होना फ्लू या एलर्जी का संकेत हो सकता है।
  • मतली और उल्टी गंभीर एलर्जी या इन्फेक्शन का संकेत दे सकते हैं।
  • दस्त आना, पेट के फ्लू का संकेत हो सकता है।
  • त्वचा में जलन एक्जिमा या एलर्जी का संकेत हो सकता है।
  • गले पर सफेद धब्बे होना या टॉन्सिल गंभीर एलर्जी और टॉन्सिलाइटिस का संकेत हो सकते हैं।
  • खांसी की अचानक से शुरुआत होना एनाफिलेक्सिस की समस्या का संकेत हो सकता है, जो एक जानलेवा एलर्जी रिएक्शन है।
  • धुंधली नजर की समस्या दृष्टि के कमजोर होने का संकेत हो सकती है।
  • पीठ और गले पर रैशेस होना एलर्जी का संकेत हो सकते हैं।

बच्चों में डार्क सर्कल्स का निदान

बच्चों की आँखों के नीचे काले घेरे होने के पीछे मूल कारणों का निदान करने में ब्लड टेस्ट, स्लीप स्टडी और यूरिन टेस्ट किया जा सकता है। लेकिन, सबसे पहले, डॉक्टर इनके लक्षणों से जुड़े आपसे कुछ सवाल कर सकते हैं। अक्सर, बच्चों में एलर्जी के कारण आँखों के नीचे काले घेरे पड़ जाते हैं, लेकिन अपने बच्चे को तुंरत मेडिकल हेल्प प्रदान करने के लिए हर मेडिकल कंडीशन के बारे में पता करना हमेशा बेहतर होता है।

यहाँ कुछ ऐसे प्रश्न दिए गए हैं जो आपके बच्चे के डॉक्टर आपसे पूछ सकते हैं।

वो प्रश्न जो आपसे डॉक्टर द्वारा पूछे जा सकते हैं

जांच और निदान प्रक्रिया के दौरान, डॉक्टर आपसे कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • क्या बच्चे को खांसी है, ये कबसे है? कितनी बार खांसी आती है?
  • यदि रैशेस हैं, तो वे पहली बार कब हुए थे?
  • क्या आपके बच्चे को किसी ऐसी चीज से एलर्जी है जिसके बारे में आप जानती हैं?
  • आपके बच्चे की नींद का पैटर्न कैसा है?
  • क्या आपने अपने बच्चे के शरीर के तापमान को ट्रैक किया है? यदि हाँ, तो क्या उसका तापमान चेक किए जाने पर स्थिर रहता है या इसमें उतार-चढ़ाव होता रहता है? या, आपने अब तक का ज्यादा तापमान कितना ट्रैक किया है?

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, ये प्रश्न डॉक्टर बच्चे में एलर्जी की संभावनाओं का पता लगाने के लिए पूछते हैं ताकि उनको सही इलाज करने में मदद मिल सके।

ज्यादातर मामले में डार्क सर्कल्स की समस्या चिंता वाली बात नहीं होती है। हालांकि, ऊपर बताए गए कुछ लक्षण ऐसे हैं जो डार्क सर्कल्स के जरिए किसी गंभीर मेडिकल कॉम्प्लिकेशन की ओर इशारा करते हैं। कभी-कभी, डार्क सर्कल्स का इलाज न करने में भी कॉम्प्लिकेशन पैदा हो सकते हैं। आइए देखें कि वे कॉम्प्लिकेशन क्या हो सकते हैं।

बच्चों में डार्क सर्कल्स के संभावित मेडिकल कॉम्प्लिकेशन

डार्क सर्कल्स का यदि निदान नहीं किया गया और उनका इलाज नहीं किया गया तो आपको कुछ बड़े कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ सकता है जैसे:

  • मौजूदा इंफेक्शन फैल सकता है।
  • दृष्टि कमजोर होना।
  • एनाफिलेक्सिस की संभावना हो सकती है।
  • बच्चे के सुनने की क्षमता प्रभावित होना।
  • बच्चे के विकास में देरी।

आइए, अब बच्चों में काले घेरे के लिए उपलब्ध उपचारों पर भी एक नजर डालते हैं।

बच्चों में डार्क सर्कल्स का इलाज

यहाँ आपको कुछ उपचार दिए गए हैं जो डार्क सर्कल्स की समस्या को ठीक करने में मदद कर सकते हैं और डॉक्टर द्वारा निदान की गई मेडिकल स्थति के अनुसार इलाज करते हैं।

  • ज्यादातर एलर्जी संबंधी कारणों से डार्क सर्कल्स होते हैं – जैसे बहती नाक, सिरदर्द, गले में दर्द, खांसी, रैसेश जिसका इलाज एंटीहिस्टामाइन के माध्यम से किया जा सकता है।
  • थकान से निपटने के लिए आराम करने की सलाह दी जाती है।
  • यदि आपका बच्चा लंबे समय तक धूप में बाहर जाता है, तो उसे एसपीएफ वाली सनस्क्रीन का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। बच्चों के लिए, एसपीएफ 30 या इससे अधिक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
  • ट्रामा के मामले में, कृपया अपने नजदीकी डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें।
  • अपने बच्चे को ऐसे खाद्य पदार्थ खिलाने से बचें जिससे उसे एलर्जी हो सकती है। गंभीर रूप से एलर्जिक रिएक्शन होने के मामलों में इम्यूनो-थेरेपी की सिफारिश की जाती है जिसे टाला नहीं जा सकता है, लेकिन ऐसा तभी करना चाहिए जब आपके डॉक्टर ऐसा करने की सलाह दें।
  • एक्जिमा क्रीम और लोशन का उपयोग करने से एक्जिमा से लड़ने में मदद मिलती है।

बच्चों में डार्क सर्कल्स के लिए घरेलू उपचार

यहाँ आपको कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं जिनके बहुत कम या कोई भी साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं और साथ ही डार्क सर्कल्स की समस्या में सुधार करते हैं:

  • अपने बच्चे की आँखों पर ठंडे टी बैग्स का उपयोग करने से आँखों के आस-पास की मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद मिलती है और थकान से कुछ राहत मिलती है।
  • आँखों पर खीरे के टुकड़े लगाने से आँखों के नीचे के काले घेरे से निपटने में मदद मिलती है और यह तरीका काफी प्रसिद्ध भी है।

  • अपने बच्चे की आँखों के ऊपर ठंडा चम्मच रखने से थकान दूर करने में मदद मिलती है।
  • ठंडे पानी में भिगोए हुए कॉटन बॉल्स भी डार्क सर्कल्स की समस्या से निपटने में अच्छा काम करते हैं।
  • बच्चे की पलकों की धीरे से मसाज करने से तनाव को अस्थाई रूप से दूर करने में मदद मिल सकती है।
  • आयरन से भरपूर भोजन जैसे पालक शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है और समय के साथ आयरन की कमी से होने वाले डार्क सर्कल्स से भी लड़ सकता है।

आइए, अब जानते हैं बच्चों में काले घेरों से बचने के उपायों के बारे में।

डार्क सर्कल्स से बचने के टिप्स

डार्क सर्कल्स से बचने के कई तरीके हैं। यहाँ आपकी सहायता करने के लिए कुछ टिप्स दी गई हैं:

  • एक स्वस्थ और पौष्टिक संतुलित आहार बनाए रखें।
  • सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को उसकी उम्र के हिसाब से पर्याप्त नींद मिले।
  • एक्सरसाइज करना महत्वपूर्ण है। आपके बच्चे की एक एक्टिव लाइफस्टाइल होनी चाहिए।
  • आयरन सप्लीमेंट और विटामिन सप्लीमेंट आदि पोषण संतुलन सुनिश्चित करने में सहायता करते हैं, जो काले घेरे से की समस्या को दूर कर सकते हैं। यदि आपके बच्चे को इनमें से किसी भी सप्लीमेंट की आवश्यकता है तो आपको अपने डॉक्टर से जांच करानी चाहिए और फिर इसे बच्चों को देना चाहिए।
  • स्क्रीन समय को कंट्रोल करें। मोबाइल फोन, टैब और टीवी के अत्यधिक संपर्क में आने से आपके बच्चे की आँखों  पर दबाव पड़ सकता है।
  • उन्हें धूप में ज्यादा न रखें। सुनिश्चित करें कि जब वे बाहर हों तो उनकी त्वचा पर सही एसपीएफ का इस्तेमाल किया गया हो।

यहाँ तक ​​​​कि छोटे से छोटे लक्षण भी अनुपचारित छोड़ दिए जाने पर गंभीर परिणाम दे सकते हैं। काले घेरे पूरी तरह से हानिरहित हो सकते हैं, लेकिन यह गंभीर मेडिकल कंडीशन का भी संकेत हो सकता है। इसलिए, यह आपको यह सुझाव दिया जाता है कि, यदि आपके बच्चे की ‘रैकून आई’ हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

यह भी पढ़ें:

बच्चों के सीने में दर्द होना
बच्चों की नाक से खून आना
बच्चों में खाज (स्केबीज) की समस्या – कारण, लक्षण और इलाज

समर नक़वी

Recent Posts

अं अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | Am Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

बच्चों को कोई भी भाषा सिखाते समय शुरुआत उसके अक्षरों यानी स्वर और व्यंजन की…

6 days ago

बच्चों में अपोजीशनल डिफाएंट डिसऑर्डर (ओडीडी) – Bacchon Mein Oppositional Defiant Disorder (ODD)

बच्चों का बुरा व्यवहार करना किसी न किसी कारण से होता है। ये कारण बच्चे…

6 days ago

ओ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | O Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है, अंग्रेजी का उपयोग आज लगभग हर क्षेत्र…

1 week ago

ऐ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | Ai Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी भाषा में हर अक्षर से कई महत्वपूर्ण और उपयोगी शब्द बनते हैं। ऐ अक्षर…

1 week ago

ए अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | Ee Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी भाषा में प्रत्येक अक्षर से कई प्रकार के शब्द बनते हैं, जो हमारे दैनिक…

1 week ago

ऊ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | Oo Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी की वर्णमाला में "ऊ" अक्षर का अपना एक अनोखा महत्व है। यह अक्षर न…

1 week ago