प्रीस्कूलर (3-5 वर्ष)

बच्चों में बिना डर पैदा किए कोरोनावायरस के बारे में कैसे बताए

चूंकि COVID-19 कोरोनावायरस दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है, इससे जुड़ी खबरें चारों ओर से आ रही है- अखबार के पहले पन्ने से लेकर, स्कूल की बस में और आपकी सोसाइटी के प्ले ग्राउंड तक, सब तरफ इसकी ही चर्चा है। इन सभी चीजों के चलते, अब तक आपके बच्चे को यह तो समझ आ गया होगा उसके आसपास का माहौल ठीक नहीं है, खासकर यदि आप ऑफिस जाने के बजाय अब पूरे दिन घर पर ही रहते हैं। डर पैदा करने वाली किसी भी गलत जानकारी को रोकने के लिए, आपके बच्चे को आपसे सही जानकारी मिलना बहुत जरूरी।

यहाँ बताया गया है कि आप अपने बच्चे से कोरोनावायरस के बारे में कैसे बता सकते हैं।

1. सबसे पहले, पता करें कि आपका बच्चा इसके बारे में क्या और कितना जानता है।

अगर आपका बच्चा कोरोनावायरस के बारे में जानता है, तो उनसे इस सब्जेक्ट पर बात करें। यदि वो इसके बारें में जानते हैं, तो पता करें कि उन्हें इसके बारे में क्या और कितना पता है। जब आपका बच्चा इसके बारे में बता रहा हो तो उन्हें धैर्य से सुनें, उन्होंने जो भी सुना होगा वो आपको बताएंगे। यदि वह गलत सूचना दे रहे हैं, तो उन्हें सही चीज बताएं। वो जितना ज्यादा फैक्ट जानेंगे उतना ज्यादा आश्वस्त होंगे। उन्हें इस प्रोसेस को समझने का समय दें और उन्हें सवाल पूछने दें। आप बच्चे के सवालों के जवाब उतनी ईमानदारी से देने की कोशिश करें जितनी उसकी उम्र के लिए उपयुक्त है।

2. यह जानने का प्रयास करें कि उन्हें क्या चीज परेशान कर रही है

यदि आपका बच्चा स्कूल जाता है, तो उसकी बड़ी चिंता यह होगी कि वह अपने दोस्तों से नहीं मिल पा रहा है और न ही बहुत ज्यादा बाहर जा पा रहा है। यदि आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है, तो उसे चिंता हो सकती है कि कहीं उसे भी यह इन्फेक्शन न हो जाए। सबको मास्क पहने देखना, स्कूल का बंद हो जाना प्ले ग्राउंड में या पार्क में जाकर न खेल पाना आदि चीजों से बच्चे के मन में डर बैठ सकता है । इसलिए माता-पिता को उन्हें बताना चाहिए कि सब कुछ जल्दी ही ठीक हो जाएगा। COVID-19 के बारे में अपने बच्चे से बात करें, उसे इसके लक्षणों के बारे में बताएं और उन्हें यह समझने में मदद करें कि यह बच्चों में बहुत कम होता है।

उसे बताएं कि आप हमेशा उनके पास हैं और वह अपने किसी भी डर को आपसे कभी भी साझा कर सकते हैं या कुछ भी बात करना चाहते हैं तो कर सकते हैं, इस प्रकार आप उन्हें शांत करने का प्रयास करें।

3. बच्चे के उम्र के अनुसार उन्हें जानकारी दें

यदि आपके बच्चे ने अभी तक कोरोनावायरस के बारे में नहीं सुना है या इसे समझने के लिए अभी वो बहुत छोटा है, तो उन्हें इसके बारे में न बताएं। बस उन्हें हाइजीन बनाए रखने के लिए बताएं। लेकिन अगर उसे इसके बारे में अपने दोस्तों से पता चला है, तो उन्हें इसके बारे में पूछने दें। जैसा कि पहले भी कहा गया है, अपने बच्चे के सवालों का ईमानदारी से स्पष्ट जवाब दें, लेकिन बहुत अधिक जानकारी शेयर न करें जो उनमें इसका डर पैदा कर सकता है।

4. अपने बच्चे को बताएं कि वह सुरक्षित रहने के लिए क्या कर सकता है

अपने बच्चे को सहज महसूस कराने के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप उन्हें सेफ्टी और इससे बचाव  करने के बारें में बताएं और उन्हें इसके बारे में शिक्षित करें। अपने बच्चे को बेसिक हाइजीन सिखाएं, जैसे उसके हाथ धोना। अपने बच्चे को बताएं, चूंकि कोरोनावायरस ज्यादातर किसी भी छूने वाली चीज या खांसने से फैलता है, तो इसलिए  उसे अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोना चाहिए और खांसी या छींकते समय टिश्यू का इस्तेमाल करना चाहिए। उसे याद दिलाते रहें कि, खाने से पहले और बाद में, छींकने या खांसने के बाद, बाथरूम का उपयोग करने के बाद या बाहर से आने के बाद, 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं।

5. यदि आप कुछ नहीं जानते हैं, तो उनसे ‘न’ कहें

यदि आपके पास बच्चे के सभी सवालों के जवाब नहीं हैं, तो कोई बात नहीं, आप इसके लिए उन्हें ‘न’ कह सकते हैं। COVID-19 कोरोनावायरस का अभी तक कोई खास समाधान नहीं निकल पाया है, साइंटिस्ट और डॉक्टर इसका इलाज निकालने के लिए दिन-रात कोशिश कर रहे हैं। इस समय का क्या हो किसी को नहीं पता और किसी के पास इसका जवाब नहीं है। अपने बच्चे को बताएं कि आपके पास उसके सवाल का जवाब नहीं है, यहाँ तक आप बच्चे के साथ मिलाकर उसके सवाल का जवाब पाने का प्रयास करें।

6. उन सकारात्मक चीजों के बारे में बात करें जो लोगों को सुरक्षित रखने के लिए की जा रही है

COVID-19 के बारे में अपने बच्चे से पॉजिटिव हो कर बात करें। आपका बच्चा यह जानकर सहज महसूस करेगा कि डॉक्टर और हॉस्पिटल संक्रमित लोगों उपचार ठीक से कर रहा है। यदि आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है, तो आप उसे बता सकते हैं कि साइंटिस्ट इसके लिए वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

7. अपने बच्चे को जानकारी देते रहें

अपने बच्चे को आश्वस्त करें कि आप उसे इस विषय के बारे में आगे भी जानकरी देते रहेंगे। ऐसा करने के साथ से, आप उनसे कहें कि यदि उन्हें इसके बारे में कोई नई जानकारी मिलती है, तो वो आपको आकर बता सकते हैं और बिना किसी चिंता के इसे आपके साथ शेयर कर सकते हैं। आपके बच्चे को यह जानकर अच्छा लगेगा कि उनके माता पिता ने उन्हें ईमानदारी से सभी जानकरी दी है और अब वो बड़े हो गए है कि आप उनके साथ बातें शेयर कर सकते हैं।

किसी भी इमरजेंसी की हालत में, अपने बच्चे को सेफ रखें और उन्हें इन्फॉर्म करें। ध्यान रहे आप इस समय को पॉजिटिव लेते हुए अपने बच्चे के साथ अच्छा समय बिताने का प्रयास करें।

यह भी पढ़ें: कोरोनावायरस से आप खुद का (और अपने परिवार का) बचाव कैसे करें

समर नक़वी

Recent Posts

मेरी पसंदीदा जगह पर निबंध (Essay On My Favourite Place In Hindi)

हर किसी के जीवन में एक ऐसी जगह होती है जो शांति, खुशी और अपनापन…

13 hours ago

मुझे अपने परिवार से प्यार है पर निबंध ( Essay On I Love My Family In Hindi)

परिवार किसी के लिए भी सबसे अनमोल होता है। यही वह पहली जगह है जहाँ…

14 hours ago

बस की यात्रा पर निबंध (Essay On Journey By Bus In Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत मजेदार और सीखने वाला काम है। यह उन्हें अपनी…

15 hours ago

एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (APJ Abdul Kalam Essay In Hindi)

ऐसी शख्सियत बहुत कम होती है जिनके होने से देश को उन पर गर्व हो,…

3 days ago

गाय पर निबंध (Essay On Cow In Hindi)

निबंध लेखन किसी भी भाषा को सीखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इससे…

3 days ago

मेरे पिता पर निबंध (Essay on My Father in Hindi)

माँ अगर परिवार का दिल है तो पिता उस दिल की धड़कन होते हैं। पिता…

3 days ago