शिशु

बच्चों को मच्छरों से कैसे बचाएं – घरेलू उपचार, कारण, बचाव

वैसी रातें जब आपके बच्चे के चारों ओर मच्छर घूम रहें हों, भुलाई नहीं जा सकती। इन छोटे-छोटे खून चूसने वाले कीड़ों के लिए शिशु आसान लक्ष्य होते हैं और वे उन्हें पहले अपना शिकार बनाते हैं । लेकिन कभी-कभी हम मच्छर के काटने की पहचान नहीं कर पाते हैं। क्या आपके साथ भी ऐसा है? तो परेशान न हों, यहाँ मच्छर के काटने की पहचान करने के लिए कुछ तरीके बताएं गएं हैं जो काफी उपयोगी है। हमने इस लेख में कुछ घरेलु उपचार भी बताएं हैं जिससे मच्छर के काटने के बाद आप बच्चे से नाजुक शरीर में उपयोग कर सकती हैं। आइए जानें।

मच्छरों के काटने के कारण

1. गंदा वातावरण

जी हाँ, गंदा वातावरण, जमा हुआ पानी या जमा हुआ कचड़ा मच्छरों के आगमन का सबसे पहला कारण माना जा सकता है। वातावरण में बारिश के पानी या इकट्ठा किए हुए कचड़े से अत्यधिक मच्छर पैदा होते हैं। जाहिर सी बात है यदि आपके घर के इलाके में बारिश, नाले या अन्य कहीं का पानी जमा होता है या कचड़ा जमा होता है तो मच्छरों के काटने का खतरा आपके बच्चे को भी हो सकता है।

2. खुली त्वचा

बारिश के मौसम में, नमी में या गर्मी की शाम में, जिस दौरान अधिक मच्छर होने की संभावना होती है। यदि आप ऐसे खुले वातावरण में अपने बच्चे को हाफ पैंट, हाफ शर्ट या ढीले कपड़े पहनाती हैं तो ऐसे में आप मच्छरों को निमंत्रण देती हैं। मच्छर अक्सर बच्चों की खुली त्वचा में बहुत जल्द आकर्षित होते हैं इसलिए कोशिश करें ऐसे वातावरण में अपने बच्चे को पूरे कपड़े पहनाएं।

3. नमी

गीले कपड़े या गीला तौलिया, घरों में अधिक सीलन, घर की छत से टपकता हुआ पानी या नमी से भी मच्छर आते हैं। यह स्वाभाविक है घरों में ऐसी स्थिति के कारण मच्छरों का होना आपके और आपके बच्चे के लिए अधिक हानिकारक हो सकता है। अपने बच्चे को मच्छरों से सुरक्षित रखने के लिए घर को साफ रखें और नमी होने की संभावनाओं को खत्म करें।

4. खुले में रखे हुए खाद्य पदार्थ

भोजन सबकी जरूरत होती है और किसी-किसी को यह अत्यधिक प्रिय भी होता है। प्राथमिक रूप से इसकी जरूरत होने का यह तात्पर्य नहीं है कि इसे खुला ही छोड़ दिया जाए। बांसे या रखे हुए भोजन की गंध से मक्खियों, कीड़ों के साथ-साथ मच्छर भी आते हैं और घर में इन जीवों का आना आपके और आपके बच्चे के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। अपने घर को कीड़ों व मच्छरों से सुरक्षित रखने के लिए भोजन को ढक कर रखें, घर और किचन के कचड़े को बंद डिब्बे में ही डालें।

5. सुगंधित तेल अथवा क्रीम

आपको आश्चर्य हो सकता है किंतु जी हाँ, सुगंधित तेल अथवा क्रीम से भी मच्छरों की फौज बहुत जल्द आकर्षित होती है। यदि आपने अपने बच्चे के कमरे में सुगंधित क्रीम, तेल या अन्य उत्पादन रखें हुए हैं तो तुरंत हटा दें। इन्हें स्टोर करने से मच्छर आपके बच्चे के कमरे में भी आ सकते हैं जो उसके लिए एक खतरा हो सकता है। सुगंधित तेल, पाउडर या क्रीम अपने बच्चे से दूर रखें।

6. पसीना

मच्छर शारीरिक गर्माहट से उत्पन्न होने वाले पसीने की गंध की ओर भी अधिक आकर्षित होते हैं। यदि आपके बच्चे को पसीना आता है तो मच्छर उसकी तरफ आकर्षित हो सकते हैं और उसे काट भी सकते हैं। अपने बच्चे को मच्छरों से दूर रखने के लिए उसके शरीर का पसीना पोंछ दें, प्रयास करें कि उसके शरीर में बिलकुल भी पसीना जमने न पाए।

7. कमरें में पानी वाले डेकोरेशन

सुन्दर डेकोरेशन आपमें उत्साह ला सकती है किंतु फैंसी लाइट, झरना या तेज आवाजों में गाने चलाना आपके घर में मच्छरों के आगमन का बड़ा कारण हो सकता है। घर की सजावट के लिए झरने, पेड़ और अन्य चीजों की सजावट से मच्छर बहुत जल्दी आकर्षित होते हैं। घर में मच्छरों के आने का मतलब है आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा। विशेषकर अपने बच्चे को मच्छरों से बचाने के लिए घर में इस प्रकार की सजावट न करें।

शरीर पर मच्छरों के काटने की पहचान कैसे करें

सामान्य दाने और मच्छरों के काटने में बहुत फर्क होता है। यदि आप अपने बच्चे में निम्नलिखित लक्षण देखती हैं तो समझ जाएं यह लक्षण मच्छरों के काटने से उत्पन्न हुए हैं।

  • त्वचा पर छोटे व लाल दाने
  • काटे हुए जगह पर सूजन या लालपन
  • काले धब्बे
  • यदि आपका बच्चा बिना कारण के रो रहा है या अधिक खुजली कर रहा है
  • हल्की फूली हुई त्वचा जिसका केंद्र सफेद हो और लाला धब्बे हो

मच्छरों के काटने पर तुरंत इलाज कैसे करें

यदि आपके बच्चे को मच्छरों ने अत्यधिक काटा है जिस कारण से उसके शरीर में अनेक लाल दाने और खुजली हो रही है तो इस समस्या को खत्म करने के लिए नीचे दिए हुए तरीकों को आजमाएं:

  • बर्फ लगाने से खुजली और सूजन में राहत मिलती है।
  • तत्काल राहत के लिए एल्युमीनियम क्लोराइड-युक्त रोल-ऑन डिओडोरेंट का उपयोग करें।
  • बच्चे को मच्छर के काटने पर उसे कैलेमाइन लोशन लगाएं, इससे तुरंत आराम मिलता है।
  • मच्छर द्वारा काटी हुई जगह पर बच्चे को खुजलाने से रोकें।

मच्छरों के काटने पर घरेलू उपचार

अक्सर खुले वातावरण में बच्चों को मच्छर काट ही लेते हैं जिस कारण से उनके शरीर में दाने, खुजली जैसे समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों में ऐसी समस्याओं से निजात पाने के लिए नीचे दिए हुए घरेलू उपचारों का उपयोग करें। यह साधारण से सामग्रियां आपके घर में ही उपलब्ध होंगी और इनसे आपके बच्चे पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव भी नहीं होंगे।

1. टूथपेस्ट

टूथपेस्ट में मौजूद तत्व बच्चे को त्वचा में ठंडक पहुँचाने में मदद करता है। बच्चे की त्वचा में मच्छर के काटने पर आप उसके छालों में टूथपेस्ट लगा सकती हैं। टूथपेस्ट की ठंडक बच्चे को खुजली और सूजन से निजात पाने में मदद करती है।

2. लहसुन

यदि आपके बच्चे की त्वचा पर मच्छरों के काटने से छाले और खुजली होती है तो उसके लिए लहसुन एक प्रभावी उपचार है। लहसुन सूजन को कम करने में मदद करता है और इसकी गंध से मच्छर दूर भागते हैं। इसके उपयोग के लिए आप सबसे पहले लहसुन को पीस लें और उसमें थोड़ा सा पानी मिला लें। पानी के गुण बच्चे को लहसुन की जलन से सुरक्षित रखते हैं। अब इस मिश्रण को आप अपने बच्चे की प्रभावी त्वचा पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। कुछ मिनटों के बाद लहसुन को त्वचा से पोंछ दें, यह आपके बच्चे को मच्छरों से होने वाली हानियों से बचाकर रखेगा।

3. बेकिंग सोडा

बच्चे को मच्छर के काटने से प्रभावी त्वचा के लिए अनेक उपचारों में से यह एक लोकप्रिय उपचार है जिसका उपयोग ज्यादातर मांएं करती हैं। बेकिंग सोडा के गुण पीएच के स्तर को तेजी से सामान्य करते हैं जिससे त्वचा खुजली होने की तीव्रता कम हो जाती है। बेकिंग सोडा का उपयोग करने के लिए आप थोड़ा सा बेकिंग सोडा पानी में मिलाएं और उस पानी से तौलिया भिगो लें। गीले तौलिए को बच्चे की प्रभावी त्वचा पर लगभग 10 मिनट के लिए रखें।

4. बर्फ

बर्फ की ठंडक खुजली और सूजन को कम करने में अधिक मदद करती है। यदि आपके बच्चे को मच्छर के काटने से अधिक तकलीफ होती है तो उसकी प्रभावी त्वचा पर बर्फ लगाने से आराम मिलेगा। एक मुलायम कपड़े में बर्फ को पीस कर रखें और उसे अपने बच्चे की प्रभावी त्वचा पर सिकाई की तरह लगाएं। खयाल रहे इसे अपने बच्चे की त्वचा पर लंबे समय तक न रखें क्योंकि इससे उसे असुविधा हो सकती है।हालांकि बर्फ की ठंडक के कारण इससे सिकाई करने पर आपके बच्चे को तुरंत राहत मिलेगी।

5. नमक

बच्चे को मच्छर द्वारा काटी हुई प्रभावी जगह पर नमक और पानी के मिश्रण से तुरंत राहत मिल सकती है। नमक में मौजूद एंटी-इंफ्लामेट्री गुण के कारण यह घरेलू उपचार मच्छर के प्रभाव को कम करने में सक्षम है। इसका उपयोग करने के लिए पानी में नमक मिलाकर, उसमें एक कपड़ा भिगोएं और इससे अपने बच्चे की त्वचा को पोंछ लें। यह तरीका आपके बच्चे की प्रभावी त्वचा पर फायदा पहुँचा सकता है।

6. एलोवेरा

एलोवेरा के एंटीसेप्टिक गुण त्वचा की अनेक समस्याओं का समाधान निकालने में सक्षम है। यह बच्चों में मच्छर के प्रभाव को बहुत तेजी से कम कर सकता है। एलोवेरा का उपयोग करने के लिए इसके जेल को निकालकर कुछ देर तक फ्रिज में रखें और ठंडा होने के बाद इसे त्वचा की प्रभावी जगह पर लगाएं। एलोवेरा मच्छर के काटने से होने वाली खुजली, सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

7. शहद

एक बेहतरीन घरेलू उपचार के रूप में शहद का उपयोग अत्यधिक किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेट्री गुण त्वचा की सूजन व जलन को ठीक करने में सक्षम हैं। मच्छर के काटने से बच्चे की प्रभावी त्वचा पर शहद लगाने से काफी आराम मिल सकता है।

मच्छरों से बचाव के तरीके

हम सभी जानते हैं कि मच्छरों का आगमन किस कारण से होता है और अब हम यह भी जानते हैं कि इसके प्रभाव का उपचार कैसे किया जा सकता है। आप चाहें तो मच्छरों के काटने के प्रभाव से अपने बच्चे को बचा भी सकती हैं। आइए अब जानते हैं कि आप अपने बच्चे का बचाव मच्छरों से कैसे कर सकती हैं;

1. मच्छरदानी लगाएं

मच्छरदानी बच्चों को मच्छरों से बचाने का एक सामान्य तरीका है। आप अपने बच्चे के पालने में मच्छरदानी का उपयोग कर सकती हैं। यह आपके बच्चे को मच्छरों के संपर्क से दूर रखेगा।

2. अपने बच्चे को ढक कर रखें

विशेषकर बारिश के दिनों में बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं, इन दिनों में बच्चों के हाथ और पैर ढके रहने चाहिए। बच्चे के सोने के समय उसे एक पतले कपड़े से ओढ़ा दें ऐसा करने से उसे मच्छर नहीं काटेंगे।

3. रेपेलेंट्स का प्रयोग करें

रेपेलेंट्स आपके बच्चे से मच्छरों को रखने में मदद करता है। इसका उपयोग आप अपने बच्चे के कपड़ों पर करें, इसका उपयोग बच्चे की त्वचा पर सीधे कभी न करें। इसमें डी.ई.ई.टी. होता है जो 2 साल से छोटे बच्चों के लिए बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है, इसलिए इसका उपयोग 2 साल से कम आयु के बच्चों पर बिलकुल भी न करें।

4. बच्चों को जल निकायों से दूर रखें

इकठ्ठा पानी और अधिक पेड़ पौधों के पास अधिक मच्छर रहते हैं। शाम के समय बच्चे को मच्छरों से बचाने के लिए उसे किसी नाली या अधिक पेड़ों के पास न लेकर जाएं और साथ ही आप अपने घर में भी जल निकायों को ढककर रखें।

5. घर की खिड़कियों को बंद रखें

आप मच्छरों से बचाव के लिए घर की खिड़कियों पर जाली के दरवाजे लगवा सकती हैं। ऐसा करने से मच्छर आपके घर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। घर से मच्छरों को भगाने के लिए आप टेबल फैन का प्रयोग भी कर सकती हैं।

6. दरवाजे बंद रखें

अक्सर शाम के समय अंधेरे में अधिक मच्छर व कीड़े आते हैं। आप मच्छरों से बचाव के लिए रात या शाम के समय अपने घर के दरवाजे बंद रखें। इससे आपके घर में मच्छर या किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं जा पाएंगे।

7. रंगों पर ध्यान दें

चूंकि मच्छर गहरे रंगों जैसे नेवी ब्लू और काले रंग की ओर आकर्षित होते हैं इसलिए अपने बच्चे को हल्के रंग के कपड़े पहनाएं। साथ ही इस बात का खयाल भी रखें कि आपके बच्चे के कमरे में पैराबैंगनी, नीले या फ्लोरोसेंट बल्ब न लगाएं। ऐसे बल्ब के कारण भी मच्छर आते हैं।

डॉक्टर से सलाह कब लें

मच्छरों से अत्यधिक रोग उत्पन्न हो सकते हैं और बच्चों में अत्यधिक तेजी से होता है इसलिए अपने बच्चे को मच्छरों से जितना हो सके उतना दूर रखें। यदि निम्नलिखित लक्षणों में से आपको अपने बच्चे में कोई भी लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

  • बच्चे की त्वचा पर घाव, सूजन और लाल धब्बे होना ।
  • बच्चे को घरघराहट या उसके गले में सूजन, एनाफिलेक्सिस का संकेत है जिससे आपके बच्चे को अधिक खतरा हो सकता है।
  • बच्चे में चकत्ते, बुखार, उल्टी और मतली के लक्षण दिखाई देना।
  • बच्चे का तेज सांसें लेना और शरीर के अन्य हिस्सों में बदलाव होना।
  • प्रभावित क्षेत्र पर या उसके आसपास दर्द होना।
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता में कमी होना।
  • बच्चे के होंठों में सूजन पड़ जाना।
  • बच्चे की गर्दन के चारों ओर सूजन होना।
  • मच्छर के काटे हुए क्षेत्र पर मवाद या घाव होना।

मच्छरों के काटने की संभावना को कम किया जा सकता है किंतु इन्हें हर समय दूर रख पाना संभव नहीं है।बच्चे के सोते या खेलते समय आस-पास की जगहों पर नजर रखें। आपको अपने घर से मच्छरों को दूर रखने के लिए सिर्फ थोड़ी सी सावधानी की आवश्यकता है।

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

4 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

4 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

4 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

6 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

6 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

6 days ago