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ज्यादातर लोगों को पनीर पसंद होता है, हालांकि इसे अपने बच्चे के आहार में शामिल करना एक बड़ा फैसला हो सकता है और आपको अपने बच्चे को इसे देने से पहले एहतियात बरतनी पड़ सकती है, खासकर जब बच्चा इसे पहली बार खाने जा रहा हो। आप घर पर बच्चे के लिए कैसे अलग-अलग तरह से पनीर के व्यंजन बना सकती हैं यह जानने के लिए नीचे दिए गए लेख को पढ़ें।
कई डॉक्टर और विशेषज्ञ किसी भी डेयरी उत्पादों या किसी अन्य दूध को बच्चे से दूर रखने की सलाह देते हैं, जब तक कि वह कम से कम एक वर्ष का न हो जाए । तब तक, बच्चे को एकमात्र माँ का दूध या फार्मूला दूध ही पीना चाहिए।
जब आपका बच्चा 8 या 9 महीने के करीब हो जाता है, तो आप उन्हें जरा सा पनीर देकर इससे परिचित करवा सकती हैं, बच्चे को पनीर देने के बाद देखें कि वह इसे खाने के बाद कैसी प्रतिक्रिया दे रहा है । कुछ महीने के बाद, आप पनीर की मात्रा को थोड़ा बढ़ाना शुरू सकती हैं और सप्ताह में चार बार दे सकती हैं ।
ये पोषण मूल्य आपको 100 ग्राम पनीर के हिसाब से बताए जा रहे हैं, इनमें शामिल हैं:
पनीर का सेवन करने के बहुत सारे फायदे है। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
बच्चे के आहार में पनीर शामिल करने से यह बच्चे की हड्डियों के बेहतर निर्माण में मदद करता है ।
पनीर में बहुत सारे विटामिन पाए जाते हैं, जो अलग-अलग मात्रा में मौजूद होते हैं। ये बच्चे को मजबूत इम्युनिटी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हड्डियों के कार्टिलेज के निर्माण में विटामिन ‘बी’ की अहम भूमिका होती है। चूंकि पनीर में इसकी काफी अच्छी मात्रा में पाई जाती है, इसलिए पनीर को बच्चे के आहार में शामिल करना उसके लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
पनीर में प्रोटीन और फैट की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। यह शरीर को लगभग सभी जरूरी पोषण प्रदान करने में मदद करता है, जो एक बच्चे के पूर्ण रूप से विकास करने के लिए बहुत जरूरी होता है ।
पनीर में लैक्टोज की मात्रा बहुत कम होने के कारण यह बच्चों में लैक्टोज से होने वाली एलर्जी से उनको बचाता है। इस प्रकार उन्हें लैक्टोज से होने वाले नुकसान से बचाया भी जा सकता है और इसके साथ-साथ वह पनीर से प्राप्त होने वाले पोषण का लाभ भी उठा सकते हैं ।
पनीर में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और प्रोटीन जैसे खनिजों की एक बड़ी संख्या मौजूद होती है, जिसकी वजह से यह बच्चों के आहार में शामिल करने के लिए बेहद पौष्टिक भोजन माना जाता है।
बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हुए पनीर का सेवन करने से यह विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं और शरीर के कार्यों को सीधे प्रभावित करता है, जो बच्चे के बेहतर विकास में मदद करता है।
पनीर में विटामिन बी, फैटी एसिड (ओमेगा 3 और ओमेगा 6) भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण भी होते हैं, जो त्वचा को मुलायम बनाए रखने और बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं व उनकी सुंदरता को बनाए रखने में बहुत सहायक होते हैं।
शुरूआत में, अपने बच्चे को केवल इसके दो छोटे टुकड़े देना काफी होगा। जब आपको यह लगने लगे कि बच्चा पनीर के स्वाद को पसंद कर रहा है और इससे उसके शरीर को कोई नुकसान नहीं हो रहा है, तो आप धीरे-धीरे पनीर की मात्रा को एक सीमा तक बढ़ा सकती हैं।
अगर आप दुकान से पनीर नहीं खरीदना चाहती हैं और घर पर ही पनीर तैयार करना चाहती हैं, तो नीचे दिया गया तरीका आजमाएं।
यहाँ आपके शिशुओं के लिए पनीर के कुछ सरल व्यंजन दिए गए हैं जिन्हें आप घर पर बना सकती है।
सामग्री
बनाने की विधि
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विधि
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ऐसे कई व्यंजन हैं जो आप पनीर का उपयोग करके बना सकती हैं। पनीर आपके बच्चे के लिए बहुत स्वास्थ्यवर्धक होता है और साथ ही यह स्वाद में भी अच्छा होता है। अपने बच्चे की उम्र को ध्यान में रखते हुए उसे पहले कम मात्रा में पनीर देने की शुरुआत करें। अगर बच्चे को इसके सेवन से किसी प्रकार कि कोई एलर्जी या परेशानी हो तो आप तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाएं, यहाँ तक कि बच्चे को पनीर देने से पहले भी एक बार अपने डॉक्टर की सलाह लें ।
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