अगर आपका बच्चा बहुत शरारती है और कई बार आपको घर भर उसके पीछे-पीछे भागना पड़ता है, तो अब समय आ गया है कि आप थोड़ा स्ट्रिक्ट बनें, इससे पहले कि आपका बच्चा बिगड़ जाए। इसका मतलब है कि अब गलती करने पर कभी-कभार बच्चे को सजा दी जानी चाहिए, लेकिन सजा का मतलब यह नहीं है कि अगर वो कोई गलत काम करे तो आप उसे मारे-पीटें। बच्चों को मारना या उन पर चीखना-चिल्लाना गलत असर डाल सकता है। यह उनमें व्यावहारिक और मानसिक समस्याएं पैदा कर सकता है, जो आगे चल कर उनकी पर्सनालिटी के लिए बुरा होगा, इससे उनमें कम आत्मसम्मान और साथ ही गुस्सा और तनाव जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
माता-पिता होने के नाते बच्चे को सजा देते वक्त हम अक्सर भूल जाते हैं कि हमें उसे खुद से डराना नहीं है। दंड का एकमात्र उद्देश्य है बच्चे को अच्छे व्यवहार का महत्व सिखाना। तो, यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप अपने बच्चे को सजा दे सकती हैं लेकिन उसकी भलाई के लिए।
यदि आप सोच रही हैं कि बिना आपा खोए बच्चे को कैसे दंडित करें, तो यहां बच्चों के लिए टॉप 10 दंड दिए गए हैं जो कठोर नहीं हैं पर सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे नियमों का पालन करने के महत्व को जानें:
अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को बुरे व्यवहार के लिए टाइम आउट देते हैं, जिसमें बच्चे चुपचाप एक कोने में बैठ जाते हैं। हालांकि, कभी-कभी खाली बैठना बच्चों के लिए अच्छा नहीं होता है, क्योंकि वे अक्सर एक्टिव रहते हैं। ऐसे मामलों में, माता-पिता ‘टाइम-इन्स’ की कोशिश कर सकते हैं, जिसमें आप अपने शरारती बच्चे को कोने में भेजते हैं, जहाँ बैठने और कुछ न करने के बजाय, बच्चे को उम्र के हिसाब से काम मिल जाता है। जैसे कि कविता याद करना, वर्णमाला के अक्षर लिखना, चित्र को रंगना या मैथ्स की समस्याओं को हल करना। इससे सजा का उद्देश्य भी पूरा हो जाएगा, साथ ही बच्चा कुछ नया कर पाएगा।
यह एक ऐसी सजा है जो आपके बच्चे को नापसंद हो सकती है, खासकर तब जब उसे व्यायाम करना अच्छा न लगता हो। लेकिन यह निश्चित रूप से बच्चे को बुरे व्यवहार का क्या का क्या नतीजा हो सकता है सिखाएगा। उदाहरण के लिए, यदि बच्चा कई बार, मना करने के बाद भी मेज पर अपने खाने के बाद झूठी प्लेट छोड़ देता है, तो आप उसे 10 स्क्वाट्स या उठक-बैठक करवा सकती हैं। यदि, सार्वजनिक जगहों पर उसका व्यवहार खराब है, तो आप बच्चे से रस्सी कूद करवा सकती हैं। इससे, वे व्यायाम करना सीखेंगे, जो भविष्य में उनके लिए अच्छा साबित होगा। हालांकि, इसे ज्यादा न करवाएं क्योंकि इससे बच्चे की मांसपेशियों में थकान हो सकती है।
घर के 25 से 30 कामों की सूची बनाएं जैसे पौधों को पानी देना, शेल्फ को झाड़ना, बर्तन पोंछना आदि। हर एक काम को अंक दें। उदाहरण के लिए, पौधों को पानी देने के 20 अंक हो सकते हैं, बर्तन को पोंछने के 40 अंक हो सकते हैं। यदि आपका बच्चा बिगड़ैल बन रहा है और उसका बुरा व्यवहार आपके कंट्रोल से बाहर हो रहा है, तो उसे बताएं कि उसे अपनी सजा पूरी करके पॉइंट्स (और उसकी स्वतंत्रता) प्राप्त करना होगी। उदाहरण के लिए, यदि उसका दोस्तों के साथ झगड़ा हो जाता है, तो उसे अपने दोस्तों के साथ दोबारा खेलने से पहले 150 अंक कमाने होंगे। इस तरह, आप उसे अनुशासित कर सकती हैं, और वह अपना विशेषाधिकार को पाने के लिए घर के कामों में बेहतर होता जाएगा।
यदि आपका बच्चा किसी भी काम को पूरा करने में बहुत ज्यादा समय लेता है, जैसे होमवर्क पूरा करना या अपने कमरे की सफाई करना, तो टाइमर सेट करें। बच्चे को बताएं कि यदि टाइमर काम समाप्त होने से पहले बजता है, तो वह कुछ विशेषाधिकार खो देगा जैसे दो दिनों के लिए कार्टून देखने की अनुमति या एक दिन के लिए दोस्तों के साथ खेलने के लिए बाहर जाना। इससे बच्चे को समय पर काम पूरा करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और धीरे-धीरे यह उसकी नियमित आदत बन जाएगी।
यह विशेष रूप से उन बच्चों के लिए है जिन्हें स्कूल के काम में परेशानी होती है या जो स्कूल टेस्ट या एग्जाम में खराब प्रदर्शन कर रहे हैं। आप उन्हें घर पर प्रैक्टिस करने में मदद कर सकती हैं। वर्कशीट का प्रिंट आउट लें और अपने बच्चों से उन पर काम करवाएं। आप अपने बच्चे को समझा सकती हैं कि जब तक ग्रेड नहीं बढ़ जाते, उन्हें उस विषय का अभ्यास करने के लिए और समय देने की आवश्यकता होगी, भले ही इसके चलते खेलने के लिए कम समय मिले। इससे उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और साथ ही उन्हें खुशी होगी कि आप उन्हें डांटने के बजाय उनकी मदद कर रही हैं।
अपने बच्चे के साथ चर्चा करें और सजा के क्रिएटिव तरीकों की एक लिस्ट बनाएं। इसके बाद, इनको कागज के टुकड़ों पर लिख लें और एक जार में डाल दें। अगली बार जब आपका बच्चा बुरा व्यवहार करे, तो उसे पनिशमेंट जार से एक चिट लेने के लिए कहें और उस पर जो भी लिखा हो उसे करने को कहें । इससे बच्चों को कुछ नया सीखने को मिलेगा और साथ ही अपने समय का बेहतरीन उपयोग कर सकेंगे। इन दंडों के कुछ उदाहरणों में एक्टिविटीज शामिल हैं, जैसे कचरा बाहर निकालना, बर्तन साफ करना, कपड़े धोना, अपनी अलमारी को ठीक करना या बगीचे में खरपतवार निकालना।
अगर आपका बच्चा नखरे दिखा रहा है या फिर घर में उसने कुछ गलत किया है तो आप उसे शांत करने के लिए बाहर दौड़ने के लिए भेज सकती हैं या फिर घर पर कोई पालतू जानवर है तो आप उसे टहलाने के लिए साथ में बाहर भेज सकती हैं। इससे वह शांत हो जाएगा और उन्हें सोचने का वक्त मिलेगा कि उन्होंने किया क्या है जब वह घर वापस आ जाए तो आप उसे शांति से समझाएं कि उसने क्या गलत किया है और उसे कैसे सुधार सकते हैं। कूल-ऑफ समय माता-पिता को शांत करने में भी मदद करेगा ताकि वे बिना आपा खोए बच्चों को अनुशासित कर सकें।
यह एक प्रभावी तरीका है जिसमें बच्चा गंदगी फैलाने के बाद उसे खुद साफ करेंगे। उदाहरण स्वरूप, अगर आपका बच्चा कमरे में खिलौने और आर्ट सप्लाई को इधर-उधर बिखेर के छोड़ देता है तो आप उन खिलौनों को छुपा कर रख दें और बच्चे से कहें कि उसे उसके खिलौने तभी वापस मिलेंगे जब वह कमरे को अच्छे से साफ करेगा।
नो-फाइट एरिया वास्तव में उन माता-पिता के लिए हैं जो बच्चों के लगातार बहस करने से परेशान रहते हैं । घर के कुछ एरिया को नो-फाइट जोन के रूप में नामित करें। बच्चे को उन जगहों पर अपने पसंदीदा पोस्टर या कार्टून चिपकाने दें और साथ ही उसे बताएं कि रूल यह है कि वे उन पोस्टर के सामने झगड़ा नहीं कर सकते। जिससे झगड़े कम होंगे और उन्हें बेहतर तरीके से साथ आने में मदद करेगा। यदि वे इस नियम को तोड़ते हैं, तो उनके लिए दंड निर्धारित करें। बच्चों को दंडित करने के कुछ उदाहरण यहाँ दिए गए हैं – 5 मिनट के लिए अपने भाई को गले लगाएं, या अपने भाई के काम को 2 दिनों तक करें। यह उन्हें बेहतर तरीके से बांड मजबूत करने में मदद करेगा और उन लगातार झगड़ों के कारण आपको सिरदर्द नहीं होगा।
यह छोटे और बड़े बच्चों दोनों के लिए बहुत होता है। बच्चे खेलना पसंद करते हैं और सोना नहीं चाहते हैं। इसलिए, यदि वे दुर्व्यवहार करते हैं, तो उन्हें बताएं कि उनके खेलने का समय कम हो जाएगा और उन्हें जल्दी सोना होगा। जिस दिन वे अच्छा व्यवहार करते हैं, उन्हें इसके बदले खेलने का समय ज्यादा दिया जाएगा।
आपको मनोरंजन के लिए खेले जाने वाले रोल-रिवर्सल गेम के बारे में पता होना चाहिए, लेकिन इस काम को सजा के रूप में करते समय, आप अपने बच्चे को अपना एक ऐसा काम करवाएंगे जो उसे उबाऊ लगता है, जैसे सफाई, कपड़े धोना, पोछा लगाना, वैक्यूम करना आदि। कुछ ग्राउंड और टाइम-ऑफ नियम पहले से निर्धारित किए जा सकते हैं ताकि बच्चे रोले बदलने पर पूरी तरह से काम न करें। उन्हें पता होना चाहिए कि अगर उन्हें बड़े होना है तो उनसे क्या उम्मीद की जाती है।
आप एक कांच की बोतल या पसंदीदा आकार का एक जार रख सकती हैं जिसका मुंह इतना चौड़ा हो कि कंचे या मार्बल डाले जा सकें। परमानेंट मार्कर और मेजरिंग स्केल का उपयोग करके, प्रत्येक 2 से 3 इंच के बाद एक निशान बनाएं। प्रत्येक निशान पर, एक विशेषाधिकार होगा जिसे बच्चा खो देगा अगर उसमें कोई गलती की तो। अब, आपके बच्चे के बुरे व्यवहार की हिस्ट्री के आधार पर, बच्चे द्वारा गलती किए जाने पर उस कितने कंचे बोतल में डालने होंगे यह तय होगा। और, जब जब वो मार्क को पार करेगा, उससे एक विशेषाधिकार ले लिया जाएगा। लेकिन आप बच्चे को सुधरने का मौका दें ताकि वह अपने विशेषाधिकारों को खोने से बच सके।
बच्चों को उन तरीकों से अनुशासित करने की आवश्यकता होती है जो बहुत कठोर न हों, साथ ही वो उनके व्यवहार को सुधारें और बच्चे अपने माता-पिता की बात सुनें। आपको ये ख्याल रखना है कि बच्चों के लिए दंड अपमानजनक नहीं होना चाहिए, इसके बजाय, उन्हें समय का बेहतर उपयोग करना सिखाना चाहिए और अच्छे व्यवहार के मूल्य को सीखते हुए अच्छी चीजें सीखना चाहिए। तो, इस लेख में बताए गए पनिशमेंट आइडियाज से आप अपने बच्चे में गलत आदतों को सुधार सकती हैं।
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