बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के 12 सबसे प्रभावी तरीके

बड़े होने के नाते, हम अपनी एकाग्रता का स्तर बेहतर करने के लिए अलग-अलग तकनीक का उपयोग कर सकते हैं और बच्चों की तुलना में यह हमारे लिए आसान होता है, लेकिन बच्चों के लिए कुछ मिनट से ज्यादा देर तक किसी काम पर अपना फोकस बनाए रखना मुश्किल होता है। यह मुख्य रूप से उनके अंदर की चंचलता और बहुत ज्यादा जिज्ञासा होने की वजह से होता है। लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होंगे, उन्हें अपनी पढ़ाई और अन्य आवश्यक कार्यों पर ध्यान देने की जरूरत होगी। अपने बच्चे को उसका कंसंट्रेशन बेहतर करने में मदद करने के लिए, आपको अलग-अलग तरीके अपनाने होंगे और देखना होगा कि कौन सा तरीका उसके लिए सबसे अच्छी तरह काम करता है।

बच्चे की एकाग्रता में कैसे सुधार करें?

यदि आप जानना चाहती हैं कि बच्चा अपनी पढ़ाई पर कैसे कंसंट्रेट और फोकस करे, तो यहाँ आपको इसके लिए 12 तरीके बताए गए हैं:

1. बड़े काम को छोटे-छोटे भागों में विभाजित करें

चूंकि एक बड़े काम के लिए बेहतर फोकस और अनुशासन की जरूरत होती है, इसलिए कोशिश करें कि आप इसे बच्चे के लिए छोटे-छोटे भागों में बांट लें। यह तरीका बच्चे को उसका होमवर्क करने, नई स्किल सीखने, घर का काम करने में मदद करेगा। छोटे प्रोजेक्ट को पूरा करने में ज्यादा समय नहीं लगता है और इससे बच्चे की प्रगति को लेकर संतुष्टि भी रहती है। इससे बच्चे का अपने काम पर फोकस करना बहुत आसान हो जाता है। वहीं अगर बात की जाए बच्चे को बड़ा काम देने की तो यह उसके लिए कठिन हो सकता है, क्योंकि बड़े काम को पूरा करने के लिए ज्यादा समय लगता है, इसलिए बच्चा अपनी रूचि खोने लगता है। छोटे-छोटे हिस्सों में काम करने से बच्चे का भी इंट्रेस्ट बना रहेगा ।

2. काम के साथ थोड़ी मस्ती भी करने दें

छोटे बच्चों को अगर एक ही समय में कई काम दे दिए जाएं, तो वे परेशान हो सकते हैं। ऐसा करना उनके छोटे से दिमाग को थका सकता है, इसलिए उन्हें अपना काम एन्जॉय करने दें और मस्ती करने दें, साथ ही छोटे काम दें जैसा कि पहले आपको बताया गया है। इस तरह, वे किसी भी काम को पूरा करने के लिए दबाव नहीं महसूस करेंगे और बिना परेशान किए अपने काम या पढ़ाई पर ध्यान दे सकेंगे। कोई भी ऐसी एक्टिविटी जो बच्चे को जल्दी थका दे या उसकी उम्र के हिसाब से ज्यादा रुचिकर न लग रही हो, उससे आपको बचना चाहिए।

3. ध्यान न भटकने दें

माता-पिता के रूप में, आपको बच्चे के लिए ऐसा माहौल बनाना जरूरी है, जहाँ उसे ध्यान भटकाए बिना, अपना काम पूरा करने को मिल सके। जब तक बच्चे अपनी पसंद की एक्टिविटी में शामिल नहीं होते, तब तक उनको छोटी-छोटी चीजों पर डिस्ट्रैक्ट होने से रोकना मुश्किल हो जाता है। टेलीविजन, तेज म्यूजिक, शोर और मोबाइल फोन आदि चीजें बच्चों का ध्यान भटकाती हैं। इसलिए पढ़ाई के दौरान उन्हें मैसेज पढ़ने या इंटरनेट ब्राउजिंग से दूर रखें। ये कुछ सावधानियां हैं, जो बच्चे के फोकस को बेहतर बनाने में मदद करती हैं और कंसंट्रेशन लेवल इम्प्रूव करती हैं।

4. लक्ष्य पूरा करने के लिए एक समय सीमा रखें

सुनिश्चित करें कि आप बच्चे को अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए एक टाइम लिमिट सेट करें, क्योंकि इससे वह दिए गए समय में अपना कार्य पूरा करने का प्रयास करेगा। हालांकि, ध्यान रहे कि आपने जो समय सीमा तय की है वह बहुत कम या बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए, वरना इससे बच्चा परेशान हो सकता है। हर हाल में अपनी टाइम लिमिट पूरा करने के लिए के लिए बच्चे पर जोर न डालें, इससे उसकी फोकस करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। 15 या 20 मिनट की सीमा उसे अपने काम पर आसानी से फोकस करने देती है। एक लंबा समय अंतराल बच्चे का ध्यान भटका सकता है।

5. फिजिकल एक्टिविटी कराएं

बच्चों में एनर्जी बहुत ज्यादा होती है। इस एनर्जी का सही तरह से उपयोग करना जरूरी है, इसलिए आप बच्चे के प्लेटाइम में दौड़ने और स्पोर्ट खेलने जैसी शारीरिक एक्टिविटी शामिल करें, इससे उसकी एनर्जी अच्छी जगह इस्तेमाल होती है। इतना ही नहीं यह बच्चे का फोकस बेहतर करने में मदद करता है, साथ ही उसमें बोरियत और बेचैनी को कम करता है।

6. किसी एक्टिविटी को एक ही समय पर दोहराएं

अपने बच्चे को पढ़ाई या उसका होमवर्क करने के लिए हर दिन एक ही समय चुनें। इससे हर चीज अपने समय पर करने की उसकी आदत पड़ जाएगी और फिर बच्चे को चीजों पर फोकस करने के लिए ज्यादा प्रयास करने की जरूरत नहीं होगी। बार-बार किसी भी बात के दोहराने से बच्चे का दिमाग उसी प्रकार से होमवर्क और पढ़ाई के लिए तैयार होने लगता है। इससे जब उसकी पढ़ाई का समय होगा उसका मन अपने आप पढ़ने का इच्छुक होने लगेगा।

7. हर एक्टिविटी के बीच टाइम गैप रखें

जब आपका बच्चा एक काम कर रहा हो, तो उसे बताएं कि दूसरा काम आने वाला है। हालांकि, अगली एक्टिविटी शुरू करने से पहले कुछ समय का अंतर रखें। आमतौर पर, अगर कोई बच्चा कुछ ऐसा कर रहा है, जो उसे करना पसंद है, तो हो सकता है कि वह अपने अगले काम को पूरा करने के लिए ज्यादा रूचि न दिखाए।

8. ऐसे खेल चुनें जिनमें फोकस करने की जरूरत हो

बाजार में ऐसे कई सारे गेम्स मौजूद हैं, जिनमें बच्चे के फोकस की जरूरत होती है और ये उसे सोचने की शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं। बच्चों के लिए ये कंसंट्रेशन गेम आगे चलकर उनकी एकाग्रता की क्षमता को मजबूत करने में कारगर होते हैं। ऐसे गेम्स के लिए आप ऑनलाइन या अपनी नजदीकी खिलौनों की दुकान में चेक कर सकती हैं। बच्चे को ऐसे खेल लाकर दें, जिसमें उसकी मेमोरी का पूरा उपयोग हो, इससे उसे ध्यान बढ़ाने में मदद मिलती है और बच्चा ऐसी एक्टिविटी को एन्जॉय करता है।

9. रेस्ट करने दें

ध्यान रहे आपका बच्चा वीक डेज पर देर तक न जागे और रात के समय में पर्याप्त नींद ले। यदि आप बच्चे की एकाग्रता में सुधार करना चाहती हैं, तो उसकी एनर्जेटिक बॉडी और दिमाग को आराम देना जरूरी है। दिन के दौरान भी बच्चे को कुछ समय के लिए रेस्ट करने दें, क्योंकि वह पूरे दिन कई एक्टिविटीज में व्यस्त रहता है और नैप लेने से उसका कंसंट्रेशन लेवल बेहतर होता है ।

10. ब्रीदिंग एक्सरसाइज

अगर दिमाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है, तो यह उसे अपने बेस्ट लेवल पर काम करने में मदद करता है। बच्चे के बेहतर ब्रेन फंक्शन के लिए उसे ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने के लिए कहें और अगर वह इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है, तो आप भी उसके साथ मिलकर यह एक्सरसाइज करें। सोप बबल उड़ाना हो या म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट जैसे हारमोनिका बजाने से बच्चों को मजा भी आता है और उनकी एक्सरसाइज भी हो जाती है।

11. रोजाना काम या जिम्मेदारी दें

अपने बच्चे के फोकस को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए उसे रोजाना कोई न कोई टास्क दें। माता-पिता अक्सर इस बात की चिंता करते हैं कि बच्चे का कंसंट्रेशन लेवल कैसे बढ़ाया जाए, लेकिन इसका जवाब डेली एक्टिविटीज में ही छुपा हुआ है। जैसे आप बच्चे को उसकी कहानियों की किताबें सही से लगाने के लिए कहें या उसके बुक कलेक्शन को अल्फाबेटिकल ऑर्डर में सेट करने के लिए कहें। उसकी अलमारी को छांटना, आइस लॉली बनाना या सैंडविच तैयार करने में आपकी मदद करना कुछ ऐसे उदाहरण हैं जो बच्चे का काम में ध्यान बढ़ाने में मदद करेंगे।

12. कहानियां पढ़ें

यह आपके बच्चे को एक समय में एक काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करने का एक शानदार तरीका है। उसकी उम्र के हिसाब से कुछ दिलचस्प स्टोरी बुक ले आएं और जब वह आराम कर रहा हो तो उसे कहानियां पढ़कर सुनाएं। जैसे-जैसे उसकी रुचि बढ़ती है, नई किताबें लाती रहें। इससे उसकी सुनने की क्षमता में वृद्धि होगी और उसे अपना ध्यान फोकस करने में हेल्प मिलेगी। हर स्टोरी के बाद आप उससे आसान सा प्रश्न पूछें ताकि यह पता चल सके कि वह ध्यान से सुन रहा है या नहीं लेकिन इस सेशन को बच्चे के लिए मजेदार बनाए। एक बात का ध्यान रखें कि रीडिंग करते समय अपनी आवाज धीमी रखें और धीरे-धीरे पढ़ें, क्योंकि इससे बच्चे को सुनने पर अपना ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है और उसकी एकाग्रता बढ़ती है।

कंसंट्रेशन कम होना, रूटीन न होना, और ध्यान भटकना कई समस्याओं का कारण हो सकता है, खासतौर पर जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है। अपने बच्चे की दिनचर्या में सिंपल एक्टिविटीज को शामिल करके, आप उसकी एकाग्रता की क्षमता बढ़ा सकती हैं। बच्चे की प्रशंसा करना जरूरी है ताकि वो इस तरह की एक्टिविटी को आगे भी करना जारी रखे, जिससे उसे स्कूल में और भविष्य में भी बहुत मदद मिलेगी।

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समर नक़वी

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