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बच्चों को साल भर में लगभग आठ बार आम सर्दी-जुकाम होता है। हालांकि इसमें कुछ भी गंभीर नहीं है, लेकिन यदि उचित देखभाल नहीं की जाती है तो कभी-कभी यह सर्दी निमोनिया बन जाती है, इसलिए इसे अनदेखा या सर्दी का एक फेज समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि हमेशा अच्छी तरह से बच्चे का ध्यान रखना चाहिए। बच्चों में सर्दी होने के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से बताया गया है, जानने के लिए ध्यान से पढ़ें।
सर्दी या जुकाम ऊपरी रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट का एक वायरल संक्रमण होता है जो कि राइनोवायरस की वजह से आपके बच्चे के नॉस्ट्रिल में प्रवेश करता है और शरीर के इम्यून रिस्पांस को उत्तेजित करता है, जिसके कारण उसको सर्दी हो जाती है। सीधे शब्दों में कहें, अगर आपका बच्चा खांस रहा है, उसकी नाक बह रही है और बहुत बार छींक आ रही है – तो उसे सर्दी है।
बच्चों में सामान्य सर्दी स्वाभाविक रूप से संक्रामक होती है और ये विभिन्न परिस्थितियों के कारण होती है जैसे-
बच्चों में सर्दी-जुकाम के सामान्य लक्षण हैं-
आपको बता दें कि हाँ, सामान्य सर्दी संक्रामक है और यदि आपका बच्चा किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आता है जिसे सर्दी है, तो वह उसे भी हो सकती है। यहां तक कि राइनोवायरस से संक्रमित किसी भी सतह को छूने से भी सर्दी फैल सकती है। अगर कोई भी इसे छूता है, इसके करीब जाता है या इसके संपर्क में आता है, तो उसे सर्दी-जुकाम होना बेहद ही आसान है।
बच्चों में सर्दी के लक्षण दो या तीन दिनों के अंदर दिखाई देने लगते हैं लेकिन आमतौर पर कहा जाए तो आम सर्दी बच्चों में लगभग एक सप्ताह तक ही रहती है पर कभी-कभी इससे ज्यादा भी हो सकती है।
आम जुकाम के निदान के लिए डॉक्टर बच्चे की नाक, गले की जांच करते हैं और एक रुई के स्वैब का उपयोग करके गले की जांच करते हैं।
5 साल से कम उम्र के बच्चों को साल में लगभग आठ बार सर्दी हो सकती है और जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, इसकी फ्रीक्वेंसी कम होती जाती है। कभी-कभी यह कम भी हो सकता है लेकिन सामान्य आंकड़े बताते हैं कि साल भर में सर्दी के मामलों की औसत संख्या यही है।
बच्चों को होने वाली सर्दी के कॉम्प्लिकेशन में शामिल हैं:
कुछ बच्चों को सामान्य सर्दी के साथ वायरल इयर इंफेक्शन हो जाता है। यदि सर्दी तीन दिनों से अधिक समय तक रहती है और आपके बच्चे को 100.4 डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार है, तो इससे यह पता चलता है कि यह कान का संक्रमण है।
जो बच्चे आम सर्दी से पीड़ित होते हैं, उनको अस्थमा की शिकायत बढ़ जाती है, अगर पहले से ही उनको घरघराहट और खांसी है।
10 दिनों से अधिक समय तक रहने वाली आम सर्दी नाक में जमाव का कारण बनती है जो कि बैक्टीरियल साइनस में विकसित होती है।
यदि आपका बच्चा बहुत तेजी से सांस ले रहा है, उसको खांसी है और 2-3 दिन उसमे सर्दी के लक्षण दिख रहे हैं, तो उसे निमोनिया हो सकता है।
जुकाम आमतौर पर कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन अगर आप अपने बच्चे को दवाई देना चाहती हैं, तो आप उसकी उम्र या वजन के आधार पर एसिटामिनोफेन दे सकती हैं। बच्चों को एस्पिरिन कभी न दें क्योंकि इसका उपयोग ‘रेई सिंड्रोम’ नामक सिंड्रोम से जुड़ा हुआ है। खांसी को कम करने और पोस्ट नेसल ड्रिप के लिए आप सर्दी खांसी की दवा का उपयोग कर सकती हैं।
बच्चों में सर्दी के इलाज के लिए दवाओं के उपयोग के बारे में जानकारी नीचे दी गई है-
सर्दी-जुकाम का इलाज घर से शुरू होता है और यहां बच्चों के लिए कुछ सर्दी के उपाय दिए गए हैं-
क्या आप चाहती हैं कि आपका बच्चा सर्दी से मुक्त हो जाए? तो उसे सोने दें – सच में! सोने से शरीर में फिर एनर्जी आती है और वह अपना काम करता है। शरीर अंदर से सर्दी से लड़ रहा होगा और इसमें उसकी मदद करने का सबसे अच्छा तरीका है कि बच्चे को झपकी और रात की नींद लेने दें।
तकिए या गद्दे को ऊपर उठाकर रखने से बच्चे का साइनस स्वाभाविक रूप से निकल जाएगा और उससे उसे राहत मिलेगी। रोल किया हुआ तौलिया और योगा मैट भी ऐसे में काम करते हैं।
कोल्ड-मिस्ट ह्यूमिडिफायर आपके बच्चे के कमरे में नमी को बढ़ाता है जो उन्हें सर्दी को मात देने या रोकने में मदद करता है। फिल्टर को नियमित रूप से साफ जरूर करें क्योंकि अगर उन्हें अनियंत्रित छोड़ दिया जाता है तो मोल्ड और फफूंदी लग सकती है।
इस बात का ध्यान रखें कि आपके बच्चे अपनी बॉडी से कीटाणुओं को बाहर निकालने के लिए खूब सारा पानी, ताजे फल और सब्जियों का जूस और हर्बल चाय पी रहे हैं। आम सर्दी-जुकाम के इलाज के लिए हाइड्रेशन बेहद महत्वपूर्ण है।
जिन्हें सर्दी-जुकाम है, उनके लिए चिकन सूप बेहद ही फायदेमंद घरेलू उपचार है। आप सभी की दादी का कहना बिलकुल सही था, यह एक अद्भुत घरेलू उपचार है। सूप एक बहुत अच्छा डीकन्जेस्टेंट होता है जबकि शोरबा हाइड्रेट करता है।
1/4 छोटा चम्मच नमक लें, इसे गर्म पानी में मिलाएं और अपने बच्चे को गरारे करने की कुछ जरूरी बातें सिखाएं। गरारे करने से गले की खराश दूर होती है और दर्द भी कम होता है।
स्टीम बाथ बलगम को बाहर निकालता है, बच्चों को बेहतर सांस लेने में मदद करता है, और अंत में उनके शरीर के बढ़े हुए तापमान को कम करता है, जिससे उनका बुखार कम होता है।
यदि आपका बच्चा 1 साल से अधिक का है, तो आप उसके पानी में एक चुटकी शहद मिला सकती हैं। यह 1 साल से कम उम्र के बच्चों को छोड़कर बाकी बच्चों पर अच्छी तरह से काम करता है, जिन्हें बोटुलिज़्म हो सकता है।
हालांकि आम सर्दी-जुकाम के लिए कोई विशेष वैक्सीन नहीं है, लेकिन ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने बच्चे को सर्दी-जुकाम से बचा सकती हैं –
हर खाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह से धोएं। इसे घर का नियम बना दें। बच्चों को छींकने और खांसने के लिए डिस्पोजेबल टिश्यू का उपयोग करने के लिए कहें। उन्हें साबुन और पानी से हाथ धोने के लिए कहें। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजर इस्तेमाल करें।
अपने बच्चे के खिलौनों को समय-समय पर धोएं और किचन काउंटर और टेबलटॉप को साफ करने के लिए कीटाणुनाशक का इस्तेमाल करें।
कप और प्लेट परिवार के सदस्यों के बीच शेयर नहीं किए जाने चाहिए। सभी को पीने और खाने के लिए अपने-अपने बर्तन का उपयोग करना चाहिए। यदि आवश्यक हो तो उन्हें लेबल करें और परिवार के किसी सदस्य के बीमार होने पर डिस्पोजेबल कप का उपयोग करें।
उन लोगों के करीब न जाने का नियम बना लें खासकर जहां बच्चों के लिए, जिन्हें सर्दी है।
जहां आप अपने बच्चे को उसकी शुरुआती स्कूली शिक्षा के लिए भेजती हैं, वह बहुत मायने रखता है। अच्छी साफ-सफाई के नियमों वाला चाइल्ड केयर या डे केयर चुनें और एक ऐसा सेंटर जो बीमार बच्चों को घर वापस जाने की अनुमति देता है।
अपने बच्चों को शारीरिक रूप से एक्टिव रखें, कुछ व्यायाम करवाएं और उनकी डाइट में उचित पोषण रखें। टेंशन फ्री और एक हेल्दी लाइफस्टाइल सर्दी को रोकने और इम्युनिटी को बढ़ाने में बहुत मदद करती है।
अगर सर्दी अपने आप खत्म हो भी जाती है, लेकिन बच्चे को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव होता है, तो पीडियाट्रिशन के पास जाना आवश्यक है-
बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है और यही आम सर्दी-जुकाम के मामले में भी किया जाना चाहिए। यदि आपको संदेह है कि आपके बच्चे को सर्दी है, तो उसे भरपूर आराम, स्वस्थ भोजन और सही होने के लिए पर्याप्त समय दें। स्कूल और घर में साफ सफाई रखें और अपने बच्चों को बाहर भेजते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।
यदि आप ऊपर बताई गई सावधानियों का पालन करती हैं, तो आपको सर्दी के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी और यदि सही उपायों के बावजूद आपके बच्चे के सर्दी के लक्षणों में सुधार नहीं हो रहा है, तो उसे पीडियाट्रिशन को दिखाना बेहतर है।
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