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बच्चों में वैक्सीनेशन के 5 कॉमन साइड इफेक्ट्स

माँ होने के नाते आप चाहती होंगी कि आपका बच्चा हेल्दी व सुरक्षित रहे। बच्चे की देखभाल का सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है उसे वैक्सीन लगवाना। जन्म के बाद बच्चे को कई गंभीर बीमारियों व इन्फेक्शन से बचाने के लिए उसे कुछ इंजेक्शन या वैक्सीन लगाने की जरूरत पड़ती है। हालांकि इंजेक्शन की वजह से बच्चे को समस्याएं नहीं होंगी पर कभी-कभी इससे कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। यद्यपि साइड इफेक्ट्स होना आम है और इससे बच्चे को कोई भी हानि नहीं होगी पर कभी-कभी यह गंभीर रूप से बढ़ते हैं और इससे बच्चे को असुविधाएं भी हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हमने बच्चे को वैक्सीन से होने वाले साइड-इफेक्ट्स के बारे में चर्चा की है, जानने के लिए पूरा पढ़ें। 

बच्चों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने के क्या कारण हैं?

बच्चों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से पेरेंट्स को चिंता होना बहुत आम है। हालांकि पेरेंट्स को यह भी समझना चाहिए कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ दवाओं से बच्चों में माइल्ड से लेकर गंभीर साइड इफेक्ट्स होते रहते हैं और यही वैक्सीनेशन के साथ भी होता है। ज्यादा साइड इफेक्ट्स माइल्ड होते हैं और ये बिना किसी इलाज के कुछ दिनों में गायब भी हो जाते हैं। 

बच्चे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं और कभी-कभी यह इंजेक्शन लगाने के बाद भी होता है। कुछ मामलों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स समझ पाना कठिन है। इसी प्रकार से कभी-कभी वैक्सीन लगाने का समय और बच्चों के विकास में देरी होना साथ-साथ होता है (जैसे 12 से 15 महीने में एमएमआर देना) तो इसका यह मतलब नहीं है कि कुछ वैक्सीन से बच्चे के विकास में देरी हो सकती है। 

कुछ बच्चों में विशेष वैक्सीनेशन देने से भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं पर यह बहुत माइल्ड होते हैं और जल्दी ठीक भी हो जाते हैं। यद्यपि कुछ दुर्लभ मामलों में बच्चे को गंभीर रूप से भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 

छोटे बच्चों में वैक्सीनेशन के कॉमन साइड इफेक्ट्स

बच्चों को वैक्सीन लगाने के कुछ साइड इफेक्ट्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

1. बुखार

बच्चे को वैक्सीन देने के बाद बुखार आना बहुत आम साइड इफेक्ट है। आपके बच्चे को लगभग 24 से 48 घंटों तक बुखार रह सकता है। बुखार कम करने के लिए पेरासिटामोल दी जा सकती है। 

2. त्वचा लाल होना

बच्चे को इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी त्वचा लाल हो जाती है। यह अक्सर 3-4 दिनों में ठीक हो जाता है। हालांकि गर्म सिकाई से त्वचा की रेडनेस को ठीक किया जा सकता है।

3. गांठ बनना

इंजेक्शन लगाने के बाद कभी-कभी उस जगह पर गांठ बन जाती है। यह त्वचा के भीतर खून जमा होने से होता है। यह भी कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। 

4. नींद आना

इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे को ज्यादा नींद आ सकती है या वह सुस्त हो सकता है। यह एक या दो दिन के लिए होता है। हालांकि इसमें आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि बच्चा दूध पीने के लिए बीच-बीच में उठता रहेगा। 

5. चिड़चिड़ापन

वैक्सीन के कारण दर्द व तकलीफ से बच्चे को इरिटेशन होती है और वह बहुत चिड़चिड़ाता है। चिंता न करें यह एक या दो दिन में ठीक हो जाएगा। 

बच्चे को इंजेक्शन लगाने के बाद ऊपर बताए हुए कुछ आम साइड इफेक्ट्स हो जाते हैं। हालांकि बताया हुआ कोई भी साइड इफेक्ट गंभीर हो जाता है तो इससे बच्चे को असुविधा और परेशानी होगी इसलिए ऐसा होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

यदि बच्चे को साइड इफेक्ट्स होते हैं तो आपको क्या करना चाहिए?

जाहिर है कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चे में तकलीफ या दर्द को नहीं देख पाते हैं। सबसे पहले आप बच्चे को शांत करने का प्रयास करें। बच्चे को दर्द हो सकता है और ऐसे में गर्म सिकाई से इन्फेक्शन की सूजन व रेडनेस खत्म हो सकती है। बच्चे के दर्द व तकलीफ को दूर करने के लिए आप डॉक्टर से पूछ सकती हैं कि उसे एंटीइंफ्लेमेटरी दवा देनी चाहिए या नहीं। यद्यपि यह मार्केट में मिलने वाली ओटीसी दवा है पर फिर भी इसके लिए पहले आप डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चे को सावधानी से गोद में लें और वैक्सीन लगाई हुई जगह को गलती से भी न छुएं। कभी कभी हाथ या पैर हिलाने से भी वैक्सीन लगाई हुई जगह पर दर्द कम हो जाता है। 

बच्चों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स कब तक रहते हैं?

इंजेक्शन लगाने के बाद कई बच्चों को साइड इफेक्ट्स का अनुभव होता है। ये साइड इफेक्ट्स आसानी से ठीक किए जा सकते हैं और इंजेक्शन लगाने के लगभग 48 से 72 घंटों के बाद तक गायब हो जाते हैं। कभी-कभी साइड इफेक्ट्स वैक्सीन लगाने के लगभग 5 से 12 दिन के बाद दिखाई देते हैं (जैसे एमएमआर वैक्सीन)। कई मामलों में साइड इफेक्ट्स 2 से 3 दिन में भी कम हो जाते हैं। हालांकि यदि आपको इतने समय के बाद भी साइड इफेक्ट्स दिखाई देते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

डॉक्टर से कब मिलें

बच्चों को वैक्सीन लगवाने से कोई घातक साइड इफेक्ट शायद ही कभी देखने को मिलते हैं। हालांकि यदि आपको बच्चे में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें;

  • यदि बच्चा 3 घंटे से लगातार रो रहा है (इस पर ध्यान दें कि बच्चा कोलिक की वजह से तो नहीं रोता है)।
  • यदि बच्चे को 104 डिग्री से भी ज्यादा तेज बुखार है।
  • यदि बच्चा सुस्त है, किसी बात पर प्रतिक्रिया नहीं देता है या थका हुआ है।
  • यदि बच्चे को दौरा पड़ता है या वह बीमार है (यह अक्सर बुखार की वजह से हो सकता है)।
  • यदि बच्चे के व्यवहार में बदलाव आता है और वह नॉर्मल नहीं लगता है।
  • यदि बच्चे को गंभीर रूप से व लगातार दौरा पड़ता है।
  • यदि बच्चे में एलर्जिक रिएक्शन होते हैं, जैसे रैशेज, सूजन, सांस लेने में दिक्कत होना आदि।

आपको जैसे ही बच्चे में वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय से इसका इलाज करने से बच्चे को कोई भी गंभीर समस्या नहीं होगी। यह भी संभव है कि साइड इफेक्ट्स वैक्सीन की वजह से न हों पर अन्य कुछ कारणों की वजह से बच्चों को मेडिकल समस्याएं हो सकती हैं। किसी भी स्थिति में यह सलाह दी जाती है कि बच्चे को वैक्सीन लगवाने के बाद समस्या होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

यह भी पढ़ें:

बच्चों को वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आना
शिशुओं के लिए हेपेटाइटिस ए वैक्सीन
शिशुओं और बच्चों के लिए फ्लू वैक्सीन

सुरक्षा कटियार

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