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बच्चों में एसिड रिफ्लक्स (जीईआरडी) – कारण, लक्षण और उपचार

बच्चों में सही विकास और वृद्धि के लिए उनके आहार में पर्याप्त न्यूट्रिशन होना बहुत जरूरी है। यदि आपका बच्चा खाना खाने से  मना कर देता है, वह अक्सर भोजन को मुंह से उगल देता है, बच्चे के पेट में दर्द होता है, उसके गले में खराश होती है या आपको अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं तो हो सकता है कि बच्चे को एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स की समस्या हो। बच्चों में एसिड रिफ्लक्स की समस्या और इसके उपचारों के बारे में जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें। 

एसिड रिफ्लक्स क्या है?

एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी पाचन से संबंधित एक समस्या है जो बच्चों और टॉडलर में समान रूप से होती है। ज्यादातर मामलों में जब बच्चा 3 साल का हो जाता है तो यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। हालांकि कुछ बच्चों में यह समस्या लंबे समय तक चलती है जो उनके विकास को प्रभावित कर सकती है और बच्चों के ओएसोफेगस में हानिकारक प्रभाव डाल सकती है। 

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स होने के कारण

आप सोच सकती हैं कि आपके बच्चे को एसिड रिफ्लक्स की समस्या क्यों हो रही है।ज्यादातर छोटे बच्चों में यह समस्या पाचन तंत्र का विकास न होने के कारण होती है और टॉडलर में यह ओएसोफेगल स्फिन्स्टर के कमजोर होने के कारण हो सकता है। बच्चों में ओएसोफेगल स्फिन्स्टर या एलइएस के कमजोर होने के निम्नलिखित कारण हैं, आइए जानते हैं; 

  • कुछ दवाओं के उपयोग के कारण, जैसे पेनकिलर, अस्थमा की दवा।
  • यदि बच्चे का वजन बहुत ज्यादा है या वह बहुत अधिक फिजिकल एक्टिविटीज में व्यस्त रहता है जिसके कारण उसके पेट पर अधिक दबाव पड़ता है।
  • यदि बच्चे में विकास संबंधी या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है।
  • यदि बच्चे के पेट में कोई समस्या है जिसके कारण पेट का एसिड ओएस्फेगस में वापस आ जाता है।
  • यदि बच्चा मसालेदार और ज्यादा भोजन खाने के बाद पीठ के बल लेटता है या झुककर बैठता है तो उसे यह समस्या हो सकती है।
  • यदि बच्चा ज्यादा एसिडिक भोजन खाता है।
  • यदि आप अपने बच्चे को देर रात में या रात को सोने से तुरंत पहले भोजन खिलाती हैं।

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स होने के लक्षण

यदि आपके बच्चे को निम्नलिखित समस्याएं होती हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें;

  • यदि बच्चे की सांस और मुंह से दुर्गंध आती है।
  • यदि बच्चे को खाने के बाद उल्टी जैसा महसूस होता है।
  • यदि बच्चा खाने से हर समय मना करता है।
  • यदि बच्चे को भोजन निगलने में समस्या होती है।
  • यदि भोजन निगलते समय बच्चे के गले से चोकिंग या व्हीजिंग की आवाज आती है।
  • यदि बच्चा सुबह उठने के बाद मुंह में कड़वा स्वाद आने जैसा बताता है।
  • यदि बच्चे को पेट में जलन होती है। यदि बच्चा सीने में दर्द की शिकायत करता है।

ऊपर दिए हुए सभी लक्षण यह दर्शाते हैं कि आपका बच्चा एसिड रिफ्लक्स से ग्रसित है। इसलिए बच्चे की इस समस्या को कम करने के लिए आपको डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए। 

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स का निदान कैसे करें?

यदि आपके बच्चे की आयु इतनी है कि वह डॉक्टर को अपनी समस्या खुद बता सकता है तो डॉक्टर आपके बच्चे से कई सवाल पूछ सकते हैं। सभी जानकारियों की मदद से डॉक्टर बच्चे के उचित उपचार कर पाएंगे। हालांकि यदि बच्चा बहुत छोटा है और उसे यह समस्या है तो डॉक्टर बच्चे की समस्या जानने के लिए निम्नलिखित जांच कर सकते हैं, आइए जानते हैं;

  1. मिल्क स्कैन: मिल्क स्कैन या गैस्ट्रिक एम्प्टिंग स्टडी के अनुसार बच्चे के पेट में तरल पदार्थ को मॉनिटर करने के लिए डॉक्टर एक्स-रे करते हैं। यह टेस्ट डॉक्टर को जानने में मदद करता है कि कहीं बच्चे के पेट का तरल पदार्थ लंग्स में तो नहीं चला गया है या उसके पेट का तरल पदार्थ धीरे-धीरे कम तो नहीं हो रहा है।
  2. अपर जी.आई. टेस्ट या बेरियम टेस्ट: इस टेस्ट में यह पता लगता है कि बच्चे का ओएसोफेगस बेरियम पर कैसा रिएक्ट करता है। यह टेस्ट बच्चे के ओएसोफेगस में किसी भी प्रकार की समस्या या रोग को जानने के लिए किया जाता है।
  3. पीएच प्रोब या 24-ऑवर इम्पीडेन्स-प्रोब स्टडी: यह एक गंभीर और इन्वेसिव तरीका है जिसमें डॉक्टर बच्चे में एसिड लेवल का पता करने के लिए उसकी नाक से ओएसोफेगस में एक पतला और फ्लेक्सिबल ट्यूब डालते हैं।
  4. अंडर जी.आई. एंडोस्कोपी: इस प्रक्रिया में डॉक्टर बच्चे के ओएसोफेगस, पेट और छोटी-छोटी आंतों में एसिड रिफ्लक्स के सही कारण की जांच के लिए एक छोटे से कमरे का उपयोग करते हैं।

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स होने से कॉम्प्लिकेशन

एसिड रिफ्लक्स बच्चों में कभी-कभी गंभीर समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है। जीईआरडी के कारण आपके बच्चे को निम्नलिखित कॉप्लिकेशन्स हो सकती हैं, आइए जानते हैं;

  • इससे बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। यह तब होता है जब पेट के सभी पदार्थ बच्चे की वायु-नली, नाक या लंग्स में चले जाते हैं।

  • कभी-कभी जीईआरडी के कारण बच्चे के ओएसोफेगस में ब्लीडिंग हो सकती है।
  • कई बच्चों में एसोफिगाइटिस होता है, यह वह समस्या है जो ओएसोफेगस में जलन और लालपन होने के कारण होती है।
  • कुछ बच्चों के ओएसोफेगस में स्कार टिश्यू की समस्या हो सकती है। इस वजह से आपके बच्चे को भोजन निगलने में बहुत ज्यादा समस्या हो सकती है।

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी का इलाज

यदि आपका बच्चा एसिड रिफ्लक्स बीमारी से ग्रसित है तो डॉक्टर इस समस्या को ठीक करने के लिए कई ट्रीटमेंट बता सकते हैं। यह सभी इलाज बच्चे में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स की गंभीरता और लक्षणों पर निर्भर करता है। बच्चों में गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स की समस्या के उपचार निम्नलिखित हैं, आइए जानते हैं:

  • एसिड बनने को रोकने के लिए डॉक्टर आपके बच्चे को एंटासिड दे सकते हैं।
  • डॉक्टर आपके बच्चे को प्रोटोन पंप इन्हीबिटर दे सकते हैं, जैसे प्रीवैसिड और नेक्सियम।
  • डॉक्टर हिस्टेमाइ-2 ब्लॉकर्स भी प्रिस्क्राइब कर सकते हैं, यह बच्चे के पेट में एसिड को कम करने में मदद करता है।

जीईआरडी के लक्षणों को कम करने के लिए ऊपर लिखी हुई दवाओं के अलावा डॉक्टर आपके बच्चे के आहार और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव भी कर सकते हैं, वह बदलाव इस प्रकार हैं; 

  • एसिड रिफ्लक्स के असर को कम करने के लिए डॉक्टर आपके बच्चे को फैटी, स्टार्ची या फ्राइड खाद्य पदार्थ देने से मना कर सकते हैं।
  • बच्चे को एसिडिक फल और सब्जियों, कार्बोनेटेड पेय पदार्थ और अन्य खाद्य पदार्थ जो पेट को हानि पहुँचा सकते हैं जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करने की भी सलाह दी जाती है।
  • डॉक्टर बच्चे को बार-बार और कम मात्रा में भोजन खिलाने की सलाह दे सकते हैं।
  • यदि बच्चा मोटापे से ग्रसित है तो डॉक्टर उसका वजन कम करने की सलाह दे सकते हैं।
  • इस समस्या में सोते या लेटते समय बच्चे का सिर ऊपर की ओर रखने की भी सलाह दी जाती है।
  • यदि आपके बच्चे को एसिड रिफ्लक्स है तो उसे टाइट और असुविधाजनक कपड़े पहनाने से बचें।

बच्चों में एसिड रिफ्लक्स के लिए घरेलू उपचार

ऊपर दिए हुए इलाज के अलावा भी आप अपने बच्चे को एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपचारों की मदद ले सकती हैं। निम्नलिखित घरेलू उपचार आपकी मदद कर सकते हैं, आइए जानें; 

1. दही

आप अपने बच्चे में एसिड रिफ्लक्स की समस्या को कम करने के लिए उसे दही दे सकती हैं। दही में एल्कलाइन के गुण होते हैं जो ओएसोफेगस को आराम देने और शरीर के पीएच बैलेंस को बनाए रखने में मदद करते हैं। दही एक सुरक्षित खाद्य पदार्थ है और कई एंटासिड के विपरीत यह शरीर द्वारा प्रोटीन को एब्सॉर्ब करने में समस्या उत्पन्न नहीं करता है।

2. सौंफ

सौंफ में मौजूद एंजाइम को एथनॉल कहते हैं और यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्पाज्म को नियंत्रित करता है। यह बच्चों में  जीईआरडी को ठीक करने के लिए भी बहुत अच्छा है। 

3. नारियल तेल

रोजाना नारियल तेल खाने में उपयोग करने से जीईआरडी के लक्षण काफी हद तक कम हो सकते हैं। यह इसलिए है क्योंकि नारियल के तेल में एंटी-इंफ्लेमटरी गुण होते हैं जो पेट को आराम देते हैं और एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद करते हैं। 

4. एप्पल साइडर विनेगर

एप्पल साइडर विनेगर शरीर के पीएच बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है। एक गिलास पानी में थोड़ा सा एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर बच्चे को रोजाना पिलाएं। इससे बच्चे में एसिड रिफ्लक्स की समस्या जल्दी ही ठीक हो सकती है।

5. तुलसी के पत्ते

जीईआरडी के प्रभाव को कम करने के लिए तुलसी के पत्ते भी बहुत लाभकारी होते हैं। एक गिलास पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां डालें और उसे थोड़ी देर तक उबाल लें। फिर यह मिश्रण ठंडा करके बच्चे को सुबह-सुबह दें।

6. एलोवेरा

एलोवेरा से भी बच्चों में एसिड रिफ्लक्स की समस्या कम हो सकती है।आप ताजी एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकाल कर थोड़े से पानी में उबाल लें।एसिड रिफ्लक्स के प्रभाव को कम करने के लिए यह मिश्रण थोड़ा ठंडा करके बच्चे को पीने के लिए दें।

7. अदरक

अदरक के रस को थोड़े से गुनगुने पानी में मिलाएं और अपने बच्चे को पीने के लिए दें, इससे भी एसिड रिफ्लक्स की समस्या कम हो सकती है। बच्चे को खाली पेट यह मिश्रण पीने के लिए दें।

8. बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा के एल्कलाइन गुण शरीर के पीएच बैलेंस को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। आप एक गिलास पानी में बेकिंग सोडा मिलाएं और बच्चे को पीने के लिए दें। इस उपचार से भी बच्चे की समस्या कम हो सकती है।

9. छोटी सौंफ

छोटी सौंफ के गुण पेट की समस्याओं को दूर रखते हैं। बच्चे को खाने के बाद एक चम्मच सौंफ खाने के लिए दें। इसके अलावा आप सौंफ को 3-4 घंटों तक भिगोकर फिर छानकर सौंफ का पानी बच्चे को दे सकते हैं। आप स्वाद के लिए इस पानी में थोड़ी सी चीनी भी मिला सकती हैं।

10. च्युइंग गम

बच्चों में गंभीर एसिड रिफ्लक्स को ठीक करने के लिए च्युइंग गम भी कई प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। ज्यादा चबाने से सलाइवा उत्पन्न होता है और यह पेट में एसिड के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। 

खाद्य पदार्थ जो एसिड रिफ्लक्स से दौरान बच्चे को न दें

बहुत सारे खाद्य पदार्थ पेट में एसिड बनाते हैं और उनकी जानकारी रखने से आप अपने बच्चे की इस समस्या को कम कर सकती हैं। बच्चों को निम्नलिखित खाद्य पदार्थ न दें क्योंकि इससे उनमें एसिड रिफ्लक्स बढ़ सकता है। वे कौन से खाद्य पदार्थ हैं, आइए जानते हैं;

  • बच्चों को तैलीय, मसालेदार और फैटी खाद्य पदार्थ न दें।
  • बच्चों को चॉकलेट या शुगर की चीजें न खिलाएं।
  • उसे मिंट या पेपरमिंट न दें।
  • अपने बच्चे को साइट्रस फल, जैसे संतरे, नींबू, मौसंबी और इत्यादि न दें।
  • बच्चे को टमाटर या इससे बनी चीजें भी न खिलाएं।
  • बच्चे को कैफीनेटेड पेय पदार्थ न दें।
  • उसे प्याज और लहसुन से बनी चीजें भी न खिलाएं।

डॉक्टर से कब मिलें?

वैसे आप अच्छी देखभाल और मेडिकल की मदद से बच्चे में एसिड रिफ्लक्स की समस्या को नियंत्रित कर सकती हैं पर कभी-कभी कुछ ऐसी कॉम्प्लीकेशन्स भी हो सकती हैं जिसके लिए आपको बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाना पड़ सकता है। यदि आपको बच्चे में निम्नलिखित कॉम्प्लिकेशन के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें; 

  • यदि बच्चा डिहाइड्रेटेड दिखता है।
  • यदि बच्चे का वजन कम हो रहा है।
  • यदि बच्चे को हरे या पीले रंग की उल्टी होती है या उल्टी में खून दिखाई देता है।
  • यदि बच्चे को उल्टी के बाद सांस लेने में तकलीफ होती है।

यदि आप बच्चे में ऊपर दिए हुए लक्षण या अन्य लक्षण भी देखती हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है। समय से उपचार करने पर बड़ी से बड़ी कॉम्प्लिकेशन भी ठीक हो सकती है। 

इस दौरान ध्यान रखें कि आप अपने बच्चे को समय-समय पर घर का बना हुआ खाना ही खिलाएं। यदि आप अपने बच्चे में एसिड रिफ्लक्स की समस्या देखती हैं तो घर में ही उसका उपचार कर सकती हैं। हालांकि यदि आपके बच्चे में ऐसी समस्या होती है तो घरेलू उपचार का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। 

यह भी पढ़ें:

बच्चों के पेट में गैस बनना – कारण और उपचार
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सुरक्षा कटियार

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