टॉडलर (1-3 वर्ष)

बच्चों में बुखार के लिए 8 प्रभावी घरेलू उपचार

बुखार जब तक बहुत ज्यादा न हो, अधिक चिंता का विषय नहीं होता है, क्योंकि यह बाहरी संक्रमण के खिलाफ शरीर के रक्षा तंत्र को सक्रिय करता है। आम तौर पर, एक टॉडलर यानि छोटा बच्चा 100 डिग्री तक के तापमान को आसानी से बर्दाश्त कर सकता है। ज्यादातर ऐसे हल्के बुखार के लिए घरेलू उपचार किए जा सकते हैं।

बच्चों के बुखार का इलाज करने के घरेलू उपचार

कई बार हल्के बुखार की स्थिति में आप दुविधा में पड़ सकते हैं कि अपने बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जाएं या नहीं। इसके अलावा, अगर आपका बच्चा बुखार के कारण सहज महसूस नहीं कर रहा है या रो रहा है तो उसे चुप कराने के लिए आपको रात में भी जागना पड़ सकता है। किसी भी स्थित में बेहतर यही है कि किसी भी अनपेक्षित बात के लिए तैयार रहा जाए और तभी घरेलू उपचार आपके काम आते हैं।

1 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों को बुखार में आराम देने हेतु कुछ घरेलू उपचार नीचे दिए गए हैं:

1. प्याज

प्याज भारतीय रसोई का एक अभिन्न अंग है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बुखार को कम करने के लिए इसमें चिकित्सीय गुण भी उपस्थित है? आपको केवल प्याज के कुछ टुकड़ों की आवश्यकता है और फिर देखिए क्या होता है।

क्या चाहिए

  • प्याज के कुछ पतले-पतले टुकड़े।

निर्देश

  • बच्चे के पैरों के तलवे पर प्याज के 2-3 पतले टुकड़े लेकर रगड़ें। बेहतर परिणाम के लिए इसे दिन में दो बार करें।

2. कैमोमाइल चाय

कैमोमाइल चाय बच्चों में बुखार के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक उपचारों में से एक है।

क्या चाहिए

  • इस प्राकृतिक उपचार का नुस्खा बहुत सरल है। आपको बस कैमोमाइल चाय की पत्ती और शहद की आवश्यकता है।

निर्देश

  • थोड़ा सा पानी उबालें और उसमें कैमोमाइल चाय की पत्तियों को एक मिनट के लिए भिगो दें। इसमें शहद मिलाएं और बच्चे को इसकी कुछ बूँदें दिन में दो बार पिलाएं।

3. किशमिश

किशमिश एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। यह संक्रमण से लड़ने में मदद करती है, जिससे बुखार कम होता है।

क्या चाहिए

  • आपको बस एक मुट्ठी किशमिश (20-25), एक बड़ा चम्मच नींबू का रस व आधा कप पानी चाहिए।

निर्देश

  • ½ कप पानी में लगभग एक घंटे के लिए किशमिश भिगोएं। एक बार जब वे नरम हो जाएं तो उन्हें पीस कर छान लें। बेहतर परिणाम के लिए इसमें नींबू का रस मिलाएं। इस टॉनिक को अपने बच्चे को दिन में दो बार पिलाएं और फिर परिवर्तन देखें।

4. गुनगुने पानी से स्पंज स्नान

तापमान कम करने के लिए अपने बच्चे को गुनगुने पानी से स्नान कराएं। स्पंज स्नान शरीर को राहत प्रदान करता है, जिससे आपके बच्चे को अच्छा महसूस करने में मदद मिलती है। हालांकि यह देखना जरूरी है कि पानी पर्याप्त गर्म किया गया हो ताकि बच्चे को ठंड न लगे। अगर लगे कि बच्चे को कंपकंपी आ रही है, तो उसे बाथटब से बाहर निकालें और तुरंत उसका शरीर पोंछ दें।

क्या चाहिए

  • एक टब में गर्म पानी और स्पंज।

निर्देश

  • ठंडे पानी का उपयोग न करें। अपने बच्चे को गर्म पानी से भरे एक टब में बिठाएं। जैसे ही पानी त्वचा के माध्यम से वाष्पित होने लगेगा, यह शरीर का तापमान कम कर देगा।

5. इलेक्ट्रोलाइट घोल

कभी-कभी बुखार के दौरान बच्चे को दस्त या उल्टी भी हो सकती है, जिससे आपका बच्चा अपने शरीर से आवश्यक लवणों, खनिज और पोषक तत्वों को खो सकता है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार शरीर से खोए हुए द्रव्यों को फिर से भरने के लिए इलेक्ट्रोलाइट घोल का उपयोग करना चाहिए। आप आसानी से पास की दवा की दुकान से ये इलेक्ट्रोलाइट घोल खरीद सकते हैं।

क्या चाहिए

  • ओ.आर.एस. घोल का एक पाउच

निर्देश

  • 1 लीटर पानी में या उस पर जैसे निर्देश हो उसी समान मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट घोल की सामग्री डालें। सुनिश्चित करें कि आप लगातार कुछ समय के अंतराल पर यह घोल अपने बच्चे को देते रहें।

6. अदरक का स्नान

अदरक अपने औषधीय मूल्यों के लिए जाना जाता है और यह बुखार के कारक बुरे बैक्टीरिया को खत्म कर सकता है। अदरक युक्त पानी के स्नान से, पसीना आता है, जो गर्मी और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।

क्या चाहिए

  • 2 बड़े चम्मच अदरक पाउडर, एक नहाने का टब और गर्म पानी।

निर्देश

  • नहाने में टब में गर्म पानी लेकर उसमें अदरक पाउडर मिलाएं। पाउडर को पानी में अच्छी तरह से घोलें। अपने बच्चे को बाथटब में बिठा दें और उसे तब तक रहने दें जब तक पसीना न निकलने लगे। सुनिश्चित करें कि पानी बहुत गर्म न हो। पानी को गुनगुने तापमान पर रखें।

7. सरसों का तेल और लहसुन की मालिश

सरसों का तेल और लहसुन, ये दोनों अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। सरसों के तेल और लहसुन के मिश्रण से मालिश करना 2 साल तक के बच्चों के लिए बुखार का सबसे अच्छा घरेलू उपचार है।

क्या चाहिए

  • 2 चम्मच सरसों का तेल और 1 बड़ा चम्मच लहसुन का पेस्ट

निर्देश

  • 2 बड़े चम्मच सरसों के तेल में 1 बड़ा चम्मच लहसुन पेस्ट मिलाएं। दोनों चीजों को ठीक से एकत्र होने के लिए 2 मिनट प्रतीक्षा करें। फिर सोने से ठीक पहले अपने बच्चे के पैरों, हथेलियों, गर्दन, छाती और पीठ पर इस मिश्रण से मालिश करें।

8. नींबू का रस शहद के साथ

नींबू अपने प्रतिरक्षा वर्धक गुणों के लिए जाना जाता है, और शहद एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। शहद के साथ नींबू का रस फ्लू और बुखार के उपचार के लिए एक अच्छा उपाय है। यह उपाय केवल 12 महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए है। 1 साल की उम्र के शिशु को बुखार के घरेलू उपचार के रूप में शहद देने से बचें।

क्या चाहिए

  • 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस और 1 बड़ा चम्मच शहद

निर्देश

  • एक चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। अपने बच्चे को इसे खिलाने से पहले इसे अच्छी तरह से मिला लें।
  • छोटे बच्चों में बुखार एक सामान्य बात है, लेकिन यह कान के संक्रमण, दाँत निकलते समय की परेशानियां, टॉन्सिलाइटिस, खसरा, फ्लू आदि जैसी अंतर्निहित समस्याओं का लक्षण भी हो सकता है। आप बिना किसी भी परेशानी के, घरेलू उपचार की मदद से अपने टॉडलर के हल्के बुखार का निपटारा कर सकते हैं।
  • एलोपैथिक उपचार की तुलना में घरेलू उपचार अच्छे होते हैं, क्योंकि इनका किसी के शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। हालांकि यदि स्थिति 2 दिनों में नहीं सुधरती या तापमान 100.4 डिग्री से अधिक हो, तो हम आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह देते हैं।
श्रेयसी चाफेकर

Recent Posts

मेरी पसंदीदा जगह पर निबंध (Essay On My Favourite Place In Hindi)

हर किसी के जीवन में एक ऐसी जगह होती है जो शांति, खुशी और अपनापन…

21 hours ago

मुझे अपने परिवार से प्यार है पर निबंध ( Essay On I Love My Family In Hindi)

परिवार किसी के लिए भी सबसे अनमोल होता है। यही वह पहली जगह है जहाँ…

21 hours ago

बस की यात्रा पर निबंध (Essay On Journey By Bus In Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत मजेदार और सीखने वाला काम है। यह उन्हें अपनी…

22 hours ago

एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध (APJ Abdul Kalam Essay In Hindi)

ऐसी शख्सियत बहुत कम होती है जिनके होने से देश को उन पर गर्व हो,…

3 days ago

गाय पर निबंध (Essay On Cow In Hindi)

निबंध लेखन किसी भी भाषा को सीखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इससे…

3 days ago

मेरे पिता पर निबंध (Essay on My Father in Hindi)

माँ अगर परिवार का दिल है तो पिता उस दिल की धड़कन होते हैं। पिता…

3 days ago