शिशु

शिशुओं में गले के खराश (सोर थ्रोट) के लिए 10 सर्वश्रेष्ठ घरेलू उपचार

शिशुओं में गले के खराश का निवारण करना सभी माता-पिताओं के लिए एक कठिन चुनौती होती है। यह एक ऐसा इन्फेक्शन है जिसकी वजह से शिशुओं को निगलने में काफी मुश्किल होती है। चूंकि, हमेशा डॉक्टर को दिखाना संभव नहीं होता है तो ऐसे समय में पुराने जमाने के घरेलू उपचार ही काम आते हैं। यहाँ तक कि डॉक्टर भी इन उपचारों को प्रमाणित करते हैं और इनके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते हैं। घरेलु उपचार एक सस्ता विकल्प भी होता है और वैसे उत्पादों का उपयोग होता है, जो घर पर हमेशा उपलब्ध होते हैं।

शिशुओं में गले में खराश होने के सामान्य कारण

  • कॉमन कोल्ड
  • टॉन्सिल
  • हाथ, पैर और मुँह की बीमारी
  • स्ट्रेप थ्रोट

शिशुओं में गले की खराश होने पर घरेलु उपचार

शिशु के गले में खराश होने पर, कुछ मामलों में डॉक्टरों और दवाओं की आवश्यक हो सकती हैं, लेकिन ज्यादातर यह घरेलु उपचार से ठीक किया जा सकता है। गले के खराश को ठीक करने के लिए यहाँ 10 प्राकृतिक उपचार दिए गए हैं।

1. केले

केले, शिशुओं के गले में खराश के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक हैं। वे नर्म होने के कारण आसानी से मसले जा सकते है और निगलने में आसान हो जाते है। वे विटामिन बी6, विटामिन-सी और पोटैशियम में भी समृद्ध होते हैं।

2. सूप या शोरबा

शिशुओं में गले की खराश के लिए यह एक प्राकृतिक उपचार है, गर्म सूप या शोरबा देना काफी फायदेमंद है। यह गले में नमी बनाए रखेगा और उसके गले में खराश को भी कम करेगा। सुनिश्चित करें कि सूप या शोरबा हल्का गर्म हो, जयादा गर्म बच्चे नहीं पी सकेंगे।

3. घी

जब आपका शिशु 6 महीने का हो जाए, तो आप उसे एक चुटकी पिसी हुई काली मिर्च के साथ घी दे सकते हैं। इससे उसके गले की पीड़ा से राहत मिलगी। घी में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

4. शहद और नींबू का रस

गले में खराश का इलाज करने और सर्दी को दबाने के लिए शहद एक प्राचीन और गुणकारी उपाय है। दूसरी ओर, नींबू का रस विटामिन सी से समृद्ध होता है, जो एक इम्युनिटी वर्धक भी है। यह पेय एक कप गर्म पानी में कुछ बूंदे शहद और एक चम्मच नींबू के रस को मिलाकर बनाया जा सकता है। यह पेय शिशु को दिन में 3-4 बार देने से कुछ ही समय में उसके गले की खराश ठीक हो जाएगी। हालांकि, 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को शहद कभी न दें, क्योंकि इससे शिशु बोटुलिज़्म हो सकता है।

5. लहसुन

मोटी-मोटी लहसुन की कुछ कलियों को मसलकर थोड़े पानी में उबालें। जब यह ठंडा हो जाए, तो ड्रॉपर की मदद से बच्चे को इसकी कुछ बूंदें दें। लहसुन के जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधक गुण गले की खराश से तेजी से राहत देते हैं।

6. सरसों का तेल

थोड़ा-सा सरसों का तेल गर्म करें। आप कुछ मसली हुई लहसुन और कुछ मेथी के बीज भी मिला सकते हैं। तेल ठंडा होने के बाद, आप हल्के से शिशु के गले पर तेल से मालिश कर सकते हैं। तेल से गले की मालिश करने से गर्माहट मिलेगी और शिशु के गले की खराश को राहत मिलेगी।

7. भाप

एक बाल्टी या टब को गर्म पानी से भरें। बाथरूम का दरवाजा और खिड़की बंद कर दें। बाथरूम भाप से भर जाने पर, शिशु को अंदर ले जाएं। भाप उसके गले को स्वस्थ करेगी और उसे राहत देगी।

8. दही

दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स उन कीटाणुओं को मारने में मदद करते हैं जो गले में खराश पैदा करते हैं। इसके अलावा, यह नरम और निगलने में आसान है। उसे मसले हुए सेब, केला या ताजा जामुन जैसे फलों के साथ मिलाना भी एक बेहतरीन उपाय है। यह विटामिन सी  को बढ़ाता है जो गले में खराश को ठीक करने में मदद करता है।

9. स्तनपान

स्तन का दूध नवजात शिशुओं के लिए इम्युनिटी वर्धक का काम करता है। दूध में मौजूद एंटीबॉडी सभी प्रकार के कीटाणुओं, जीवाणु और विषाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं। इसलिए, 6 महीने से कम उम्र के शिशुओं को किसी अन्य दवा की आवश्यकता नहीं होती है। नवजात शिशुओं में गले के खराश के लिए माँ का दूध सबसे अच्छा उपाय है।

10. ह्यूमिडिफायर

शिशु के कमरे में एक ह्यूमिडिफायर शुष्क हवा को नम कर सकता है जिससे शिशु के गले में नमी पैदा होती है और उसे राहत मिलती है। लेकिन, नियमित रूप से ह्यूमिडिफायर को साफ करना और उसमें ताजा पानी डालना सुनिश्चित करें। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो यह कीटाणुओं के प्रजनन का कारण बन सकता है।

देर रात या ऐसी कोई स्थिति जब शिशु को हॉस्पिटल ले जाना मुश्किल होता है, उस समय घरेलू उपचार काफी मददगार साबित होता है।

जया कुमारी

Recent Posts

प्रिय शिक्षक पर निबंध (Essay On Favourite Teacher In Hindi)

शिक्षक हमारे जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वह केवल किताबों से ज्ञान नहीं…

2 weeks ago

मेरा देश पर निबंध (Essay On My Country For Classes 1, 2 And 3 In Hindi)

मेरा देश भारत बहुत सुंदर और प्यारा है। मेरे देश का इतिहास बहुत पुराना है…

2 weeks ago

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Essay On The Importance Of Education In Hindi)

शिक्षा यानी ज्ञान अर्जित करने और दिमाग को सोचने व तर्क लगाकर समस्याओं को हल…

2 weeks ago

अच्छी आदतों पर निबंध (Essay On Good Habits in Hindi)

छोटे बच्चों के लिए निबंध लिखना एक बहुत उपयोगी काम है। इससे बच्चों में सोचने…

3 weeks ago

कक्षा 1 के बच्चों के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध (My Best Friend Essay For Class 1 in Hindi)

बच्चों के लिए निबंध लिखना बहुत उपयोगी होता है क्योंकि इससे वे अपने विचारों को…

3 weeks ago

मेरा प्रिय खेल पर निबंध (Essay On My Favourite Game In Hindi)

खेल हमारे जीवन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। ये न सिर्फ मनोरंजन का साधन…

3 weeks ago