एक माता-पिता के रूप में वह क्षण बहुत मुश्किल होता है जब आपके बच्चे की छाती में दर्द हो रहा हो और वह असहज महसूस कर रहा हो। वह छोटी सी जान अपनी परेशानी को व्यक्त नहीं कर पाती और माता-पिता के तौर उसे इस प्रकार देखना बेहद तकलीफदेह अनुभव हो जाता है। यह आपका कर्तव्य है कि जब आपका बच्चा बीमार पड़ता है तो आप संक्रमण के कारण या जिससे भी उसे परेशानी हो रही है, उस कारण से छुटकारा पाने का उपाय खोजें और उसकी अच्छी तरह से देखभाल करना सुनिश्चित करें।
बच्चे का सर्दी-जुकाम ठीक करने के लिए ऐसे बहुत सारे भारतीय घरेलू उपचार हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है। यहाँ कुछ आसान उपाय दिए गए हैं जिन्हें बच्चे के लिए इस्तेमाल करके आप उसकी तबियत जल्दी ठीक कर सकते हैं:
हमेशा से ही अजवाइन और लहसुन, प्रबल एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों के लिए जाने जाते रहे हैं। जब इन्हें एक साथ मिलाया जाता है, तो ये बहुत प्रभावशाली हो जाते हैं और आपके शिशु को जुकाम और छाती में जमे बलगम से राहत देने में मदद कर सकते हैं। इन दोनों चीजों को सरलता से मिलाया जा सकता है और एक खांसी से पीड़ित बच्चे को दिए जाने पर यह बेहद प्रभावी होते हैं। पोटली (थैली) बनाने के लिए, आपको थोड़ी अजवाइन, लहसुन की कुछ कलियां और एक मलमल के कपड़े की आवश्यकता होगी।
एक तवे या पैन पर 1 चम्मच अजवाइन के साथ लहसुन की 2 कलियां भून लें। इसे थोड़ा ठंडा होने दें। कपडे की एक छोटी सी पोटली बनाकर उसमें अजवाइन और लहसुन रख दें। ध्यान रहे कि पोटली ठीक से बंद की गई हो।
अब इस पोटली को वहाँ रखें जहाँ आपका बच्चा सो रहा है। थैली से निकलने वाली गर्मी, जिसमें लहसुन और अजवाइन का धुआं होता है, नाक के किसी भी अवरुद्ध मार्ग को खोलने में मदद करती है और छाती में बलगम के जमाव से राहत देती है।
2 साल के बच्चों की खांसी के लिए लोकप्रिय घरेलू उपचारों में से एक ताल मिश्री है, जिसे पाम शुगर (ताड़ की चीनी) के नाम से भी जाना जाता है। ताड़ की शक्कर बहुत सारी दुकानों में आसानी से उपलब्ध होती है। इस उपचार के लिए आपको जिन अन्य सामग्रियों की आवश्यकता होगी, उनमें तुलसी और अदरक शामिल है।
थोड़ा पानी उबालें और उसमें तुलसी के अलावा ताल मिश्री मिलाएं। आप इसे अदरक की चाय में मिला कर भी अपने बच्चे को दे सकते हैं।
इसे बच्चे को खिलाने का एक और तरीका यह है कि काली मिर्च, बादाम और ताल मिश्री की बराबर मात्रा लेकर उन्हें एक साथ मिलाएं। सर्दियों के दौरान, खिलाने के पहले आप इसे थोड़ा गर्म कर सकते हैं। इसे दूध के साथ मिलाकर भी बच्चे को पीने के लिए दिया जा सकता है।
यह एक बहुत ही सरल नुस्खा है। आपको बस इतना करना है कि एक कप पानी में एक चुटकी अजवाइन और करीब एक छोटा चम्मच गुड़ उबाल लें। इसे छान लें। मिश्रण की 1 चम्मच मात्रा बच्चे को पिलाएं।
थोड़ा सरसों का तेल गर्म करें और इसमें 1 चम्मच सेंधा नमक मिलाएं। एक बार जब मिश्रण बच्चे के शरीर पर लगाने के लिए पर्याप्त गर्म हो जाए, तो धीरे-धीरे आप इससे उसकी छाती पर मालिश करें।
मालिश के बाद इसे एक सूती कपड़े से भी ढंकने की सलाह दी जाती है ताकि यह बच्चे को अच्छा महसूस कराने के लिए आवश्यक गर्मी प्रदान कर सके।
उत्तर भारत में कई लोकप्रिय नुस्खों में से एक सफेद प्याज है। यह आमतौर पर अप्रैल और मई के महीनों में उपलब्ध होता है। प्याज का रस निकालकर बच्चे को दिन में एक बार एक चम्मच पिलाएं। यह नाक के मार्ग को साफ करेगा और उसे किसी भी तरह के जुकाम या खांसी से राहत देगा।
बच्चे आमतौर पर औषधीय पेय पसंद नहीं करते हैं, लेकिन ऐसा हो ही नहीं सकता कि वे शहद से बना कोई स्वादिष्ट मिश्रण पीने से मना कर दें। एक कप में, आप शहद के साथ थोड़ा नींबू का रस मिला लें। फिर, इसमें गर्म पानी मिलाएं और अपने बच्चे को दें ताकि वे एक स्वादिष्ट औषधि पी सकें।
बहुत अधिक कफ से पीड़ित बच्चों को लौंग और शहद खिलाना सबसे बेहतर घरेलू उपायों में से एक है। यह एक असरदार कफोत्सारक (एक्सपेक्टरेंट) है और इस बात में मदद करता है कि बच्चे को खांसी से दोबारा कोई तकलीफ न हो।
इसे देने के लिए, लगभग 5 लौंग भूनें और ठंडा होने पर इसे अच्छी तरह से पीस लें। फिर, इसमें शहद मिलाएं और सोने से पहले बच्चे को यह मिश्रण चटाएं।
एक छोटा चम्मच घी और एक चुटकी ताजी पिसी हुई काली मिर्च बच्चों को जुकाम और छाती में जकड़न से छुटकारा पाने में मदद के लिए सबसे अच्छे उपायों में से एक है। दोनों को मिलाएं और ठंड के महीनों के दौरान इसे खिलाएं। इसका स्वाद भी बच्चे को अच्छा लगेगा।
बच्चों को सर्दी-जुकाम से छुटकारा पाने में मदद के लिए केसर युक्त दूध एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। एक कप उबले हुए दूध में केसर के कुछ रेशे मिलाएं। केसर को छानकर निकाल लें और बच्चे को सोने से पहले यह दूध पिलाएं।
एक कप में थोड़ा नींबू का रस, शहद और जरा सा दालचीनी पाउडर मिलाएं और इसे हल्का गर्म करें। फिर अपने बच्चे को यह मिश्रण पिलाएं और आप देखेंगे कि यह उसके साइनस को साफ करने में मदद करता है और जुकाम को फैलने से रोकता है।
छोटे बच्चों की सर्दी-खांसी के लिए लोकप्रिय घरेलू उपचारों में से एक नमक और अदरक का मिश्रण है। इसके लिए अदरक के कुछ टुकड़े बारीक काट लें। फिर उसमें थोड़ा नमक मिलाएं और इसे अपने बच्चे को खाने के लिए दें। यह मिश्रण बच्चे को जुकाम, खांसी और गले में खराश से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
गुड़ और काली मिर्च का मिश्रण एक अच्छा कफोत्सारक है। लगभग 1.5 बड़े चम्मच गुड़ को मसलें और इसे काली मिर्च के 3 या 4 दानों के चूर्ण के साथ मिलाएं। चूर्ण को एक हवाबंद डिब्बे में रखें और जब भी आपके बच्चे को जुकाम या खांसी की शुरुआत हो तो उसे एक चुटकी चूर्ण खिलाएं।
जब छोटे बच्चे बीमार पड़ते हैं तो ऐसे ढेर सारे घरेलू उपाय हैं जिनके उपयोग से उनकी परेशानी कम की जा सकती है। जुकाम या खांसी के मामूली संकेत भी दिखाई देने पर उनके लिए इनमें से किसी भी उपचार का इस्तेमाल करें जिससे उनकी तकलीफ को ज्यादा बढ़ने से पहले ही ठीक किया जा सके।
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