आपकी एक्साइटिंग और उत्सुकता से भरी प्रेगनेंसी का समय खत्म हुआ और अब आपका बच्चा दुनिया में आ चुका है! पूरे नौ महीनों में, आपने अपने बच्चे के आने का सपना देखा है, जो आपके जीवन को खुशियों से भर दे। लेकिन आप सिवाय प्रार्थना करने के और कुछ कर भी नहीं सकती कि आपका बच्चा सही सलामत दुनिया में आए। लेकिन ऐसी कुछ कंडीशन होती हैं जिनका सामना बच्चा पहले से ही कर रहा होता है! तो क्या ये उनके लिए नॉर्मल है या क्या इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है?
नवजात शिशु अपना ज्यादातर समय सोने में बिताते हैं। उनके जीवन कितना शानदार नजर आता है! लेकिन इस दौरान बच्चे बहुत सारी चीजों का सामना कर रहे होते हैं। वे धीरे-धीरे खुद को इस नई दुनिया में एडजस्ट कर रहे होते हैं। जबकि आप उनके आराम और अच्छी हेल्थ को बनाएं रखने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं, फिर भी उन्हें कई इंटरनल स्ट्रगल का सामना करना पड़ता है।
जन्म के बाद शुरुआती कुछ दिनों में एडजस्टमेंट के दौरान कई ऐसी कंडीशन सामने आती हैं, जो पैरेंट के रातों की नींद बर्बाद कर सकती हैं। लेकिन यकीन मानिए वक्त के साथ यह सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं, जब आपका बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाता है।
बच्चे के सिर का शेप ऐसा क्यों होता है? तो आपको बता दें कि बच्चे के सिर का शेप बर्थ कैनल से निकलने के दौरान ही ऐसा होता है! कई बच्चों का सिर नॉर्मल डिलीवरी के दौरान बढ़ जाता है। अच्छी बात ये है कि बच्चे का शेप भी बदलता रहता है! कुछ समय बाद उनका सिर नॉर्मल दिखने लगता है।
नहीं, यह किसी भी तरह से पिंपल्स के निकलने का संकेत नहीं है। बच्चे के नाक या गाल पर दिखने वाले सफेद निशान वास्तव में “मिलिया” होते हैं। ये इसलिए होते हैं क्योंकि आपके बच्चे की ऑयल ग्लैंड अभी भी डेवलप हो रही होती है और इससे त्वचा परतदार हो सकती है। परेशान न हो कुछ ही समय में मिलिया अपने आप गायब हो जाएगा।
अभी तो बच्चा बहुत छोटा होता है तो फिर उसके मुंहासे कैसे हो सकते हैं? खैर, ये जरूरी नहीं। कुछ बच्चों के शुरुआती दिनों में रेड पिंपल होने की संभावना होती है। बस आपको इतना करना है कि बच्चे की त्वचा को ड्राई रखें और पसीना न आने दें। बच्चे का चेहरे धोने के लिए एक माइल्ड सोप का उपयोग करें, ज्यादातर डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को किसी भी प्रकार की मुंहासे वाली दवाओं से दूर रखें!
आपका बच्चा सोते समय अजीब सी आवाजें निकाल सकता है और आप नोटिस कर सकती हैं कि वह ठीक से साँस नहीं ले पा रहा है। क्या उसे चोकिंग हो रही है या दर्द हो रहा है? नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। इस घटना को बच्चों में पीरियोडिक ब्रीदिंग कहा जाता है और यह इसलिए होता है क्योंकि नवजात शिशुओं को अपने ब्रीदिंग पैटर्न को रेगुलेट करने में कुछ समय लगता है। वे जल्द ही ठीक तरह से साँस लेना सीख जाएंगे, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।
क्या आपके बच्चे के पैर हमेशा के लिए ऐसे ही रहने वाले हैं? बिलकुल नहीं! बच्चे को थोड़ा समय दें, आखिरकार, वह नौ महीने तक आपके गर्भाशय में ऐसी ही मुड़े हुए थे! ये मुड़े हुए पैर अपने आप ही सीधे हो जाते हैं, खासकर जब आपका बच्चा चलना शुरू करता है।
ये कंडीशन आपको पैनिक कर सकती है कि कहीं आपका बच्चा भेंगा न रह जाए, लेकिन कई नवजात शिशु की आँखें तिरछी होती हैं। उनकी आँखें सिंक में मूव नहीं करती है। ऐसा कोआर्डिनेशन और मस्कुलर डेवलपमेंट होने के कारण होता है। जल्दी ही आपका बच्चा नॉर्मल तरीके से चीजों को देखना शुरू कर देगा, तो अब आपको फिक्र करने की जरूरत नहीं है।
हाँ, ऐसा हो सकता है। कुछ बच्चों के हाथों पर, कानों पर और पीठ पर काफी ज्यादा बाल मौजूद होते हैं मगर यह नॉर्मल है। ये बाल गर्भ में उन्हें अपने शरीर के तापमान को कंट्रोल में मदद करते हैं। लेकिन अब बाहरी दुनिया में हैं, इसलिए यह बाल अपने आप ही झड़ जाएगा।
बच्चे कभी-कभी खुद को ही चोट पहुँचा देते हैं और हम इल्जाम उनके नाखूनों को देते हैं। आमतौर पर गर्भ में बच्चे के नाखून काफी बड़े हो जाते हैं जिससे वह खुद को चोट पहुँचाते हैं, ऐसा करना नेचुरल है, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।बस आपको इतना करना है कि बच्चे को आराम से पकड़ कर उनके नाखूनों को काट दें ताकि वो खुद को ज्यादा चोट न पहुँचाएं।
क्या आप जानते हैं कि उन्हें अक्सर क्या कहा जाता है? स्टोर्क बाईट! नवजात शिशुओं में अक्सर ये लाल धब्बे जैसा दिखाई देता है, यह एक टेम्पररी बर्थ मार्क होता है। ये गहरे लाल या बैंगनी रंग के दिखाई दे सकते हैं, और अक्सर तब ही दिखाई देते हैं जब आपका बच्चा रोने से बिल्कुल लाल पड़ जाता है। हालांकि आप इसे देख कर डर सकती है कि कहीं कोई चिंता वाली बात तो नहीं है, मगर यह हानिरहित होते हैं और पहले साल के अंदर गायब भी हो जाएंगे।
अपने नोटिस किया होगा कि अचानक से आपका बच्चा अपने हाथों को उठा देता है या चौंक जाता है, तो क्या यह जर्क ऐसे मोमेंट है जिन्हें कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। शांत हो जाएं गहरी साँस लें, ऐसा होना पूरी तरह से नॉर्मल है। बच्चों को बहुत सारी चीजें डील करना पड़ता है, जिनमें से एक “मोरो रिफ्लेक्स” (स्टार्ट रिफ्लेक्स) भी शामिल होता है। डेवलपमेंट चेंजेस जारी रहने के कारण ऐसा होता जो खुद ही ठीक हो जाएगा। इस बीच, अपने बच्चे को अच्छी नींद लेने के लिए स्वैडलिंग की प्रक्रिया अपनाएं।
क्या आपके बच्चे को क्रोनिक कोल्ड है? हम दावे के साथ कह सकते हैं कि यह एक्सेस एमनियोटिक फ्लूइड के कारण है! बच्चों में अक्सर एक्स्ट्रा फ्लूइड होता है, जिन्हें उनके सिस्टम को चलाने के लिए आवश्यकता होती है। ऐसा में, एयर पार्टिकल उनके नासिका मार्ग में जलन पैदा करते हैं, जिससे बच्चे को छींक आने लगती है। चिंता न करें। यह बस कुछ समय के लिए ही है।
आप ये देखकर हैरान होंगी कि आपका बच्चा तो इतना छोटा है फिर कैसे झुर्रियां पड़ सकती हैं! हाँ, ऐसा होना कॉमन है खासकर प्रीमैच्योर बच्चों में, आप उनके हाथों और पैरों में रिंकल नोटिस कर सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी त्वचा में एक प्रोटेक्टिव कोटिंग होती है जिसे वर्निक्स केसोसा कहा जाता है। अगर आपको यह देखकर चिंता नहीं होती है, तो रिलैक्स हो जाए। वह जल्द ही उनकी स्किन सुंदर दिखने लगेगी!
नहीं ऐसा नहीं है। आपके बच्चे के ब्रेस्ट डेवलपमेंट में अभी काफी समय है। लेकिन अगर आपको लगता है कि उसके पहले से ही सॉलिड ए या बी कप होते है, तो यह प्रेगनेंसी हार्मोन के कारण होता है। गर्भ में, आपका बच्चा उन हार्मोन से अवगत होता है जो ब्रेस्ट टिश्यू के विकास में मदद करता है। इसलिए अगर आप ऐसी किसी कंडीशन को बच्चे में देखे तो हैरान न हों।
ब्रेस्ट टिश्यू की तरह ही, गर्भावस्था के हार्मोन भी आपके बच्चे के जेनिटल एरिया में सूजन हो जाती है। जन्म के तुरंत बाद उनके जेनिटल एरिया में सूजन दिखना नॉर्मल है। यह हार्मोन का असर कम पड़ने के बाद कम होने लगता है।
बालों में रूसी होने की समस्या जो अक्सर बड़ों में देखी जाती है वो नवजात शिशु में भी नजर आ सकती है। बच्चे में क्रैडल कैप या रूसी होने का कारण है उनकी सुखी परतदार त्वचा। लेकिन इसमें कोई पैनिक होने वाली बात नहीं है ये रूसी छेह महीने के बाद खुद ब खुद ठीक हो जाती है, इसके लिए आपको ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है, आप बच्चे के लिए माइल्ड शैम्पू का उपयोग करें।
जब आप बच्चे के सिर को छूती हैं, तो उसके बाद तालु में धमक महसूस करती हैं? बच्चे को यह चीज बर्थ कैनाल के जरिए बाहर आने में मदद करती है । इस स्पॉट को साइंटिफिकली फॉन्टानेल कहा जाता है, जो समय के साथ बंद हो जाता है। आप सबसे सावधानी बरतने के लिए कहें जो आपके बच्चे को संभाले, खासकर कर सॉफ्ट स्पॉट के आसपास वाली जगह के करीब।
जब भी कोई माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखते हैं, तो वो सिर्फ एक नाम…
हर धर्म के अपने रीति-रिवाज होते हैं। हिन्दू हों या मुस्लिम, नाम रखने का तरीका…
जब घर में बच्चे की किलकारी गूंजती है, तो हर तरफ खुशियों का माहौल बन…
हमारे देश में कई धर्म हैं और हर धर्म के लोग अपने-अपने तरीके से बच्चों…
माता-पिता बच्चे के जन्म से पहले ही उसके लिए कई सपने देखने लगते हैं, जिनमें…
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बेटा जिंदगी में खूब तरक्की करे और ऐसा नाम…