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एक माँ के लिए अपने बच्चे की समस्या को समझना अधिक चुनौतीपूर्ण तब हो जाता है जब वे अपनी समस्याओं को व्यक्त नहीं कर पाते है, क्योंकि वह अभी बहुत छोटे हैं। टॉडलर या बच्चों की अनेक समस्याओं में से ‘पेट दर्द’ एक समस्या है जिसका पता लगाना ज्यादातर मांओं के लिए अधिक मुश्किल होता है। हालांकि, पेट में दर्द एक आम समस्या है और यह किसी को भी हो सकती है किंतु बच्चों में यह बहुत जल्दी हो जाती है। बच्चों में पेट दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि इसका उपचार कुछ घरेलू उपायों की मदद से तुरंत किया जा सकता है। पेट दर्द के लिए कई प्रभावी व प्राकृतिक उपचार हैं जो आपके बच्चे को जल्द ही राहत दे सकते हैं।
बच्चों को पेट में दर्द की शिकायत किसी भी समय हो सकती है और यदि इसके कारण आपकी और आपके बच्चे की नींद खराब होती है तो निश्चिंत रहें। हमारे पास आपके बच्चे के पेट दर्द की समस्या को दूर करने के लिए कुछ प्राकृतिक उपाय हैं जिनकी मदद से उसे काफी आराम मिल सकता है, वे उपाय कुछ इस प्रकार हैं;
पानी के अलावा बच्चों को कोई भी बिना चीनी वाला घर का बना पेय दें जैसे पुदीने या अदरक की चाय। बस पुदीने या अदरक को उबालकर उसका पानी निकालें और बिना चीनी के अपने बच्चे को पिलाएं। यह पेय उसके पेट के दर्द से प्रभावित नसों को शांत करता है और दर्द को कम करने में मदद करता है। बच्चे को डेयरी उत्पाद या तले हुए तैलीय खाद्य पदार्थ तब तक न दें जब तक वह बेहतर महसूस न करे। भूख लगने पर आप बच्चे को टोस्ट या ओट्स दे सकती हैं। यदि शिशु को पेट दर्द के साथ उल्टी हो रही है, तो उसे कोई ठोस आहार न दें और दर्द कम होने तक, सिर्फ तरल पेय ही दें।
पेट दर्द के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी उपायों में से एक सिकाई (वार्म कंप्रेस) है। सिकाई के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है और यह तुरंत राहत देने में मदद करता है। यदि आप अपने बच्चे के पेट दर्द को दूर करने के लिए हीटिंग पैड का उपयोग कर रही हैं, तो बहुत हल्की गर्माहट के साथ इसे अपने बच्चे के पेट पर रखें। लेकिन यदि आपके पास हीटिंग पैड नहीं है तो एक बोतल में हल्का गर्म पानी भर के उसे एक कपड़े से लपेट लें और वार्म कंप्रेस के रूप में उपयोग करें। खयाल रहे, बोतल को सीधे बच्चे के पेट पर न रखें। सुनिश्चित करें कि जिस भी हीटिंग पैड या बोतल का उपयोग आप कर रही हैं वह बहुत हल्का गर्म होना चाहिए, यह आपके बच्चे को तकलीफ नहीं देगा। वार्म कंप्रेस बहुत असरदार होता है, इसकी गर्माहट बच्चे की मांसपेशियों को आराम देती है और उसे पेट दर्द से राहत प्रदान करती है।
टॉडलर्स में पेट दर्द के लिए हींग एक प्रभावी उपाय है। यह बच्चे के पेट की गैस को निकालकर दर्द कम करता है। इसके उपयोग के लिए थोड़े सेहींग के पाउडर में 2-3 बूंद पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने बच्चे के पेट और नाभि के चारों ओर लगाएं। पेस्ट लगाते समय यह सुनिश्चित करें कि बच्चा सीधा (पीठ के बल) लेटा हो ताकि हींग उसकी नाभि में न जाए।हींग के पाउडर को जैतून के तेल के साथ मिलाकर, कुछ समय के लिए बच्चे के पेट पर इससे मालिश करने से भी राहत मिलती है।
प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ पेट दर्द के लिए फायदेमंद होते हैं, जैसे दही एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ है जिससे दस्त और पेट की ऐंठन में आराम मिलता है। दही में मौजूद बैक्टीरिया पेट के लिए फायदेमंद होते हैं जो आंतों में स्वास्थ्यकर माइक्रोब (रोगाणुओं) को नष्ट होने से रोकते हैं। बच्चों के पेट दर्द के लिए मेथी के बीज भी अधिक प्रभावी होते हैं। इसके उपयोग के लिए एक मुट्ठी मेथी के दानों को पीसकर दही में मिलाएं और पेट दर्द की समस्या होने पर बच्चे को दें। इस दौरान अपने बच्चे को हल्का भोजन दें, जैसे सादा चावल या खिचड़ी। यह पेट के लिए काफी हल्का होता है और बच्चों में पेट दर्द को रोकता है।
हर्बल टी टॉडलर की पेट की समस्याओं को खत्म करने में भी मदद करती है । यह टी बनाने के लिए थोड़ी सी अदरक पीसकर कुछ समय के लिए गर्म पानी में भिगो दें और थोड़ा ठंडा होने पर अदरक को पानी में मिला लें। यदि आपका बच्चा 2 वर्ष से अधिक का है तो यह टी अपने बच्चे को पिलाएं। यदि आपका बच्चा 2 वर्ष से कम का है तो आप अदरक के रस को उसकी नाभि के आस-पास लगा सकती हैं। आप अपने बच्चे को एक कप गुनगुने पानी में पुदीने और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर भी दे सकती हैं, यह मिश्रण भी पेट दर्द को कम करने में मदद करता है। पुदीने के गुण, आंतों में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं और नींबू बच्चों में कब्ज की समस्या को खत्म करने में मदद करता है। यद्यपि यह अनिवार्य है कि आप अपने बच्चे को हर्बल टी देने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
शहद कार्बोहाइड्रेट, शर्करा और एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसे बच्चों को हर्बल टी या गर्म पानी में मिलाकर देने से पेट की समस्याएं दूर हो सकती हैं। बच्चों को शहद अधिक पसंद होता है किंतु खयाल रखें कि अपने 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को शहद न दें।
पेट दर्द के दौरान मांसपेशियां और नसें जकड़ जाती हैं, पेट की मांसपेशियों के आस-पास रक्त परिसंचरण बढ़ने से बच्चों को राहत मिल सकती है।बच्चों में पेट दर्द दूर करने के लिए उनके पेट की मालिश करें।अपनी हथेली व उंगलियों को बच्चे की नाभि के आस-पास गोलाई में चारों ओर धीरे-धीरे मालिश करें, ठोड़ी से पेट के निचले हिस्से तक मालिश करने से भी राहत मिल सकती है।
हमारे हाथों और पैरों में बहुत सी नसें होती हैं जिन पर हल्का दबाव डालने से शरीर के विशिष्ट क्षेत्रों पर चिकित्सीय प्रभाव पड़ सकता है। अपने दाहिने हाथ से बच्चे के बाएं पैर को पकड़ें। उसके पैर के तलवे में अपने बाएं हाथ के अंगूठे से स्थिर दबाव दें। एक मिनट के लिए उसके बाएं पैर के तलवे के बीचों बीच हल्का दबाव दें और इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराएं। रिफ्लेक्सोलॉजी के तुरंत प्रभाव के लिए इसे अपने बच्चे को भोजन खिलाने से पहले करें।
यद्यपि यह कोई घरेलू उपचार नहीं है, लेकिन यह मदद कर सकता है। यदि आपके बच्चे को पेट में दर्द की शिकायत हो, तो गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट (जठरांत्र संबंधी मार्ग) को उत्तेजित करने में मदद करने वाली किसी भी शारिरिक गतिविधि करने की सलाह दी जाती है। किसी भी प्रकार की सरल गतिविधि, जैसे बिना मुड़े दौड़ने या चलने से बच्चे को पेट के दर्द से राहत मिल सकती है।
एक बच्चे के माता-पिता होने के नाते आपको ब्रैट (BRAT) डाइट के बारे में पता होना चाहिए, यदि आपको इस डाइट के बारे में नहीं पता है तो खोजें असल में यह BRAT डाइट क्या है। BRAT डाइट आपके बच्चे को पेट दर्द से राहत देने में अत्यधिक मदद करता है। BRAT (Banana, Rice, Applesauce, Toast) डाइट में शामिल केले, चावल, सेब की प्यूरी और टोस्ट आपके बच्चे की दस्त जैसी समस्याओं को ठीक कर सकते हैं और क्योंकि इस आहार में कोई मसाला नहीं होता है इसलिए यह बच्चे के पेट दर्द को भी नहीं बढ़ाएगा। यह डाइट बच्चों को बीमारी के दौरान कुछ खाने की तीव्र इच्छा के समय देने का एक अच्छा विकल्प है।
यदि आपका बच्चा लगातार पेट दर्द की शिकायत करता है, तो आप इसे अनदेखा न करें। अक्सर अनजाने में बच्चों के खान-पान में कुछ कमी के कारण यह समस्या उत्पन्न हो सकती है इसलिए जल्द से जल्द इसका उपाय खोजें। निम्नलिखित दिए हुए सुझाव की मदद से आप अपने बच्चे के पेट की समस्याएं दूर कर सकती हैं।
बच्चों में पेट दर्द एक आम समस्या है, यदि आपके बच्चे के पेट में दर्द हो रहा है तो उसे बिस्तर पर पेट के बल आरामदायक स्थिति में लिटा दें और उसके साथ खुद भी लेट कर कहानियां सुनाएं। ऐसा करने से आपके बच्चे का ध्यान दर्द से हटेगा और यदि गैस के कारण उसके पेट में तकलीफ है तो वह भी ठीक हो जाएगी। यदि आपके बच्चे को पेट में अत्यधिक दर्द हो रहा है तो उसे ठीक करने के लिए ऊपर दिए हुए उपचारों को आजमाएं। यदि इससे भी आराम न मिले और आपके बच्चे को हिलने-डुलने में भी तकलीफ होती है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।
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