बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

भारत में लड़कों के लिए पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम

अपने बेटे के भविष्य के लिए सेविंग करना एक समझदारी भरा कदम है, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम तो मानों जैसे सबसे पुराने व सबसे सुरक्षित पैसे बचाने के तरीकों में से एक है। अपने बच्चे के लिए सेविंग करने का सबसे अच्छा समय अभी ही है!

लड़कों के लिए पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम के कौन से ऑप्शन उपलब्ध हैं?

ऐसी कई पोस्टल स्कीम हैं जिसमें आप इन्वेस्ट कर सकते हैं, उनमें से कुछ हैं पोंमगन पोधुवाईपु निधि योजना, पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम, किसान विकास पत्र, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) आदि। इनमें से अधिकांश योजनाएं न्यूनतम रु 500 में खोली जा सकती है, जो स्टैण्डर्ड रेट ऑफ इंटरेस्ट के साथ होती है और हर साल मार्किट वैल्यू के अनुसार यह इंटरेस्ट बदलता रहता है। पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम अकाउंट खोलने का एक सबसे अच्छा फायदा यह है कि पोस्ट ऑफिस लगभग सभी जगह होता है। इसके अलावा, यह पूरा सिस्टम डिजिटल होने जा रहा है, तो अब आप घर बैठे अपने सभी ट्रांसैक्शन के बारे में जान सकते हैं।

पोंमगन पोधुवाईपु निधि योजना क्या है

पोस्ट ऑफिस में बालिकाओं के लिए कई योजनाएं हैं, लेकिन लड़कों के लिए इतने विकल्प नहीं हैं। हालांकि, हाल ही में, तमिलनाडु सरकार हमारे देश के लड़कों के लिए पोस्ट ऑफिस स्कीम के लिए एक उदाहरण पेश करता है। इस योजना को पोंमगन पोधुवाईपु निधि योजना कहा जाता है। पोंमगन पोधुवाईपु निधि योजना के तहत, माता-पिता अपने 10 साल से कम उम्र के बेटे का अकाउंट खोल सकते हैं। इस खाते को खोलने के  लिए आवश्यक न्यूनतम राशि रु 500 है और अधिकतम राशि रु 1.5 लाख है। एक डिपॉजिटर (जमाकर्ता) के रूप में, आप एक वर्ष में केवल बारह बार इस खाते में पैसा जमा कर सकते हैं। जहाँ तक ​​इंटरेस्ट रेट (ब्याज दर) की बात है,  तो यह 7.8% है। हालांकि, यह विभिन्न गवर्मेंट पॉलिसी और मार्किट की स्थिति के अनुसार सालाना बदलती है। इनकम टैक्स एक्ट (आयकर अधिनियम धारा 80सी) के अनुसार, आप टैक्स लाभ के लिए क्लेम कर सकते हैं और सालाना लगभग 1.5 लाख का इंवेस्टमेंट कर सकते हैं। इस स्कीम के तहत माता-पिता को जमाकर्ता के रूप में लोन के लिए आवेदन करने की अनुमति भी जाती है। हालांकि, माता-पिता को ऐसा करने की अनुमति केवल तभी होती है, जब अकाउंट खोले हुए चार साल हो गए हों।

क्या यह योजना पूरे भारत में लागू है?

नहीं, यह योजना केवल तमिलनाडु राज्य में लागू है।

नाबालिग लड़कों (माइनर मेल चाइल्ड) के लिए पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम

जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, कि बालिकाओं के लिए कई योजनाएं (स्कीम) हैं, लेकिन लड़कों के लिए सीमित विकल्प है। हालांकि, पोस्ट ऑफिस ने लड़कों के लिए भी कुछ सेविंग स्कीम उपलब्ध की हैं, जो आप अपने नाबालिग लड़के के नाम से खोल सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित हैं –

1. पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट

पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम 1950 के दशक में हमारे देश के नागरिकों के विकास के लिए और धन की बढ़ोत्तरी के उद्देश्य से लाई गई थी। 1950 में यह एक फंड जनरेटिंग इन्वेस्टमेंट स्कीम थी जो अभी बदल कर सेविंग स्कीम में तबदील हो गई है। इसके लिए कम से कम आपको रु 100 की राशि जमा करनी होती है। एनएससी के तहत जमा की गई राशि पर आपको सरकार की तरफ से लगभग 7.8% इंटरेस्ट मिलता है, यह इंटरेस्ट ऐन्यूअली कंपाउंड के आधार पर जुड़ता है, लेकिन आप इस राशि को 5 साल पूरा हो जाने के बाद ही प्राप्त कर सकते हैं। एनएससी की जमा रकम पर इनकम टैक्स एक्ट धारा 80C के तहत आपको इसमें टैक्स की छूट भी मिलती है।  जरूरत पड़ने पर आप यह सेविंग अकाउंट किसी दूसरे के नाम पर भी ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन अकाउंट जिस तारीख को खोला गया था उस दिन से लेकर इसके मैच्योर होने तक केवल एक बार ही इसे किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है। 

2. पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट

अन्य बैंकों की तरह, भारत पोस्ट ऑफिस ने भी अब  रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट का ऑफर देना शुरू कर दिया है। इसमें खाताधारक (अकाउंट होल्डर) या जमाकर्ता (डिपॉजिटर) के द्वारा आपको  पाँच साल तक हर महीने कुछ निश्चित राशि जमा करनी होती है। कोई भी व्यक्ति कम से कम 10 रुपए या उससे अधिक रकम जमा कर के ये। अपने जिस भी तरीक को यह अकाउंट खोला होगा, अगले महीने की उसी तारीख में आपको अपनी किस्त की रकम जमा करना होगा। यदि आप किस्त जमा करने में देर करते हैं तो 1% राशि आपको देर से किस्त जमा करने के लिए देना पड़ता है। अगर आप लगातार चार किस्तों की रकम नहीं जमा करते हैं तो अकाउंट को बंद कर दिया जाता है हालंकि आप दो महीने की अपनी लेट फीस के साथ किस्त  जमा कर के अकाउंट दोबारा चालू कर सकते हैं । इसमें आपको सालाना 7.1% के हिसाब से जमा की गई राशि पर इंटरेस्ट मिलता है। एक साल पूरा हो जाने के बाद आप जमा हुई रकम का 50% निकाल सकते हैं। 

3.पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम

इस योजना को देश की सबसे सुरक्षित योजनाओं (सफेस्ट स्कीम) में से एक माना जाता है, क्योंकि इसमें रिटर्न और इन्वेस्टमेंट गवर्मेंट के रडार के तहत होती है। इसमें एकमुश्त में रकम जमा की जाती है और हर महीने इस पर इंटरेस्ट मिलता है, जो बहुत से लोगों के लिए उनकी रेगुलर इनकम के तौर पर काम आता है। यह स्कीम के तहत पाँच साल के लिए पैसे जमा किए जाते हैं, जिस पर आपको इंटरेस्ट आपको हर महीने मिलता रहेगा। इसे अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस ट्रांसफर किया जा सकता है, यह अकाउंट 10 साल या उस अधिक उम्र के बच्चे द्वारा भी खोला जा सकता है, इसके अलावा दो या तीन लोगों के जॉइंट अकाउंट भी खोला जा सकता है जिसमें सबको बराबर से शेयर्स मिलेगा।  इसमें आपको कम से कम रु 1500 तक की रकम कम करना होता है, जिस पर आपको 7.5% का इंटरेस्ट मिलता है। 

4. किसान विकास पत्र

यह  स्कीम 1988 में पहली बार लाई गई थी। यह स्कीम हमारे देश के निम्न और मध्यम-आय वाले परिवारों (लोवर और मिडिल इनकम फैमिलीज) के लिए विशेष रूप से है, इस योजना को वर्ष 2011 में कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन इस स्कीम की मांग के चलते इसे फिर से वापस ले आया गया। किसान विकास पत्र उन लोगों के लिए एक बेहतरीन सेविंग स्कीम है जो सालाना बड़ी मात्रा में सेविंग करने की योजना बनाते हैं, जिससे उनको पूर्व निर्धारित दर पर ब्याज मिलता है। गवर्मेंट इन्वेस्टमेंट स्कीम, ‘’किसान विकास पत्र’’ को कानूनी अभिभावक, माता-पिता द्वारा या खुद नाबालिग लड़के द्वारा खोला जा सकता है। इसमें कम से कम 1000 तक की राशि जमा करना पड़ता है जो डेढ़ से दो साल के बाद मैच्योर होती है, जिस पर आपको सालाना 7.5% का इंटरेस्ट मिलता है। आप इस अकाउंट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में भी ट्रांसफर कर सकते हैं।  

5. पब्लिक प्रोविडेंट फंड

पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट स्कीम है जिसे पहली बार 1968 में पेश किया गया था। एक इन्वेस्टर के रूप में, आप इस स्कीम में 15 साल तक किस्तों में पैसे जमा कर सकते हैं, इस स्कीम के अंतर्गत आपको टैक्स छूट का फायदा मिलता है और साथ इसका इंटरेस्ट रेट भी अच्छा होता है। इस अकाउंट को केवल एक आदमी के नाम पर खोला जा सकता, इसमें जॉइंट अकाउंट का बिकल्प नहीं होता है इसलिए, माता-पिता या कानूनी अभिभावक नाबालिग बालक के नाम से एक पब्लिक प्रोविडेंट फंड खोल सकते हैं। आपको इसमें कम से कम 100 रूपए तक की राशि जमा करनी होती है । आपको जमा राशि पर सालाना 7.9 के हिसाब से इंटरेस्ट मिलता है और इनकम टैक्स एक्ट धारा 80 C के तहत  टैक्स छूट भी मिलती हैं

लोग अपने बच्चों के लिए शादी, स्वास्थ्य, शिक्षा, या करियर जैसे विभिन्न कारणों से उनके लिए पैसे बचाते हैं – कारण जो भी हो, अपने  बेटे के लिए पैसे सेव करने के कई फायदे हैं, जो आगे चलकर उनकी जरूरत के समय काम आएंगे। इन सभी स्कीम में से जो भी आपके बेटे के लिए बेहतर हो उसे चुने और उसके लिए अभी से सेविंग करना शुरू कर दें

यह भी पढ़ें : भारत में बालिकाओं के लिए सरकारी योजनाओं की सूची

समर नक़वी

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