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घर पर बच्चे का होना बेहद खुशी के साथ–साथ कुछ चिंताएं भी लेकर आता है और जब वे बीमार पड़ते हैं और उसे बुखार आता है तब यह आपके और आपके बच्चे के लिए शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो जाता है। कभी–कभी, संक्रमण से लड़ने की ताकत बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका आपके बच्चे को ऐसा आहार देना है जो शरीर की सुरक्षा को बढ़ाता है।
बुखार के अनेक लक्षणों में से एक भूख न लगना है। आपका बच्चा भी कुछ अलग नहीं है और वह उस तरीके से खाना खाने से इंकार भी कर सकता है जैसा वह सामान्य रूप से खाता है। ऐसे में आप अपने बच्चे को ऐसी चीजें खिलाने की कोशिश करें जो उसे पसंद है और साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि वह आहार स्वस्थ और पौष्टिक है। आपका शिशु इस दौरान स्तनपान या फार्मूला दूध ही पीना पसंद कर सकता है। इस बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि माँ का दूध बच्चे को उसकी बीमारी के दौरान सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। बच्चे को नियमित अंतराल पर भोजन खिलाते रहें ताकि उसे ज्यादा भोजन करने के लिए मजबूर किए बिना, उसके शरीर में बीमारी से लड़ने की ऊर्जा बनी रहे।
यह जानना कि आपके बच्चे को बुखार होने पर क्या खिलाएं, आधी लड़ाई जीतने के बराबर है। शिशु को बुखार से बचाने के लिए संतुलित और ऊर्जा से भरपूर आहार ही दें। यहाँ कुछ खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिन्हें आप बुखार के दौरान अपने बच्चे को दे सकती हैं।
यह मूल व्यंजन आपके बच्चे को बीमारी से लड़ने के लिए ताकत हासिल करने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन है जो सरलता से पच जाता है और अत्यधिक ऊर्जा भी प्रदान करता है। इस व्यंजन को बिना मसाले और नमक के साथ तैयार करें और अपने बच्चे को अधिक स्वादिष्ट भोजन देने के लिए इसमें किसी भी तीखे स्वाद की सामग्री न डालें। खिचड़ी को बिलकुल सादा बनाएं व गरमागर्म परोसें, और आपका बच्चा जितना भी खा सके, उसे खाने दें।
बच्चे को एक कटोरी गर्म सूप देना यह सुनिश्चित करता है कि उसे जितने पोषण की आवश्यकता है उतना मिलने के साथ–साथ यह उसके पाचनतंत्र के लिए भी हल्का है। इसे बनाना बहुत आसान है और इसमें सभी आवश्यक विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में होते हैं। बस थोड़े से साफ या फिल्टर किए हुए पानी में अपनी पसंद की कटी हुई सब्जियां अच्छी तरह से उबाल लें। आप अपने बच्चे को सिर्फ सूप का शोरबा दे सकती हैं या उबली हुई सब्जियों को बारीक पीस कर भी दे सकती हैं।
आप धुले हुए दलिए या टूटे हुए गेहूँ को पानी के साथ प्रेशर कुकर में डालकर इस व्यंजन को बना सकती हैं। याद रखें, दलिया पकाते समय उतनी ही मात्रा में पानी डालें कि यह गाढ़ा हो जाए। दलिया प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है जो आपके बच्चे की ऊर्जा को बढ़ावा देता है। इसमें एक चुटकी हल्दी भी डालें, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने में बेहतरीन है।
बुखार होने पर सबसे आसान चीजों में से एक है सब्जी या फल की प्यूरी, जो आप अपने बच्चे को दे सकती हैं।आप अपनी पसंद के अनुसार चुन सकती हैं कि आप अपने बच्चे को किस फल या सब्जी की प्यूरी बनाकर देना चाहती हैं। बुखार के दौरान प्यूरी के रूप में सेब, मटर और गाजर सभी आपके बच्चे के लिए अच्छे हैं।
कभी–कभी, आपका बच्चा पूरी तरह से माँ का दूध या फार्मूला दूध दोबारा लेना शुरू कर सकता है। चूंकि माँ के दूध और फार्मूला में उच्च पोषण होता है जो यह सुनिश्चित करता है कि आपका बच्चा बुखार के दौरान हाईडट्रेटेड रहे, आप उसे यह देने में संकोच न करें। विशेष रूप से माँ के दूध में एंटीबॉडी होते हैं जो आपके बच्चे की प्रतिरक्षा का सुधार करने में मदद करते हैं जिससे उसे संक्रमण से बचाव करने में मदद मिलती है।
यह आपके बच्चे को पौष्टिक आहार खिलाने का एक अनूठा तरीका है। बस यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि इसे आप अपने आप घर पर सुरक्षित सामग्रियों से ही बनाएं। कुछ फलों का रस लें और उन्हें एक कुल्फी के सांचे में डालें। आप फलों के कुछ छोटे कटे टुकड़ों को भी इसमें डाल सकती हैं। फिर कुछ घंटों के लिए इसे फ्रिज में बर्फ जमाने के लिए रखें और थोड़ी देर बाद अपने शिशु को विटामिन से भरपूर इस ठंडे व्यंजन का आनंद लेने दें। यह आपके बच्चे को हाइड्रेटेड रखने में भी मदद करता है।
यह साधारण पेय आपके बच्चे की प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है। अदरक में उच्च एंटी–ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह छाती के जमाव को साफ करने में भी मदद करता है। कुछ मिनट तक एक कप पानी में थोड़ा अदरक उबालें, फिर इसे छान लें और गुनगुना होने तक ठंडा होने दें। इसमें नींबू का रस और शहद की कुछ बूंदें मिलाकर अपने बच्चे को दें, नींबू का रस और शहद बीमारियों से बचाव करने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।
जब बात बीमारियों के इलाज की हो, अजवाइन वास्तव में सर्वोत्तम पदार्थ है। एक कप पानी में रातभर थोड़ी से अजवाइन के बीज भिगोएं या बस कुछ मिनटों तक पानी में उबालें और अपने बच्चे को हर घंटे में एक–दो चम्मच दें।
बुखार के समय आपके बच्चे की भूख सामान्य नहीं रहती है, यह महत्वपूर्ण हैकि उसे विटामिन से भरपूर पौष्टिक भोजन मिले जो उसे हाइड्रेटेड रहने में मदद करता है। बुखार के दौरान बच्चे के व्याकुल होने के कारण आप चिंतित हो सकती हैं कि उसे कौन सा खाद्य पदार्थ या आहार दें, यहाँ कुछ ऐसे आहार के बारे में बताया गया है जिन्हें बुखार के दौरान आप अपने बच्चे को दे सकती हैं:
“बी.आर.ए.टी.” का मतलब है केला, चावल, सेब का सॉस और टोस्ट है। आप इस आहार को घर पर आसानी से बना सकती हैं। केले को ऐसे ही दिया जा सकता है, सेब के सॉस के लिए आप कुछ सेब छीलकर काट लें और थोड़े पानी में तब तक उबालें जब तक यह हल्का गाढ़ा न हो जाए। अधिक पोषण और स्वाद के लिए इसमें आप दालचीनी और चक्र फूल डाल सकती हैं। यदि टोस्ट बहुत सूखा है तो उसमें यह चटनी लगाकर बच्चे को दें, खिलाने से पहले चटनी से मसाले को हटाना न भूलें।
सी.आर.ए.एम. का मतलब है अनाज, चावल, सेब का सॉस और दूध। आपके बच्चे को क्या पसंद है, इसके आधार पर आप इन दोनों में से किसी भी आहार को चुन कर यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि आपके बच्चे के विकास के लिए उसे हर जरुरी पोषण मिले।
लगभग हर कोई आपको बीमारी के दौरान चिकन सूप के गुण बताएगा । यह पचाने में आसान है और प्रोटीन व अन्य पोषक तत्वों से भरपूर भी होता है। चिकन सूप के साथ पकाई हुई कुछ सब्जियां आपके बच्चे को संतुलित आहार और अत्यधिक पोषण प्रदान करता है।
भोजन को बेक करना या उबालना यह सुनिश्चित करता है कि भोजन में पोषण बरकरार रहे, साथ ही उन खाद्य पदार्थों का उपयोग न करें जो आपके बच्चे के शरीर में तनाव पैदा कर सकते हैं, जैसे तेल या बटर। आप विभिन्न प्रकार के भोजन को बेक कर सकती या भाप में पका सकती हैं। इसके लिए मटर, गाजर और शकरकंद जैसी सब्जियां बेहतरीन विकल्प हैं। यदि आपका बच्चा चाहे, तो आप उसे बेक की हुई या उबली हुई मछली भी दे सकती हैं।
हल्दी के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बहुत कुछ कहा और लिखा गया है। अगर आप खाना बनाते समय अपने बच्चे के भोजन में हल्दी डालती हैं, तो हम यह सलाह देंगे कि आप एक गिलास गर्म दूध में चुटकी–भर हल्दी भी डालें और यह पेय को अपने बच्चे को दिन में एक बार दें। हल्दी में औषधीय और एंटी–इंफ्लेमटरी गुण होते हैं जो आपके बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं।
अगर आपका बच्चा बुखार के अलावा अन्य समस्याओं से ग्रसित है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना एक बेहतरीन विकल्प है। ध्यान देने वाले कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:
यह महत्वपूर्ण है कि बुखार से पीड़ित बच्चे को ऐसा भोजन दें जो पौष्टिक होने के साथ–साथ ऊर्जा देने वाला हो। धीरज रखें और कम मात्रा में नियमित अंतराल पर कई बार भोजन दें। यदि आपका बच्चा बिलकुल नहीं खा रहा है तो आपको डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए क्योंकि भूख की कमी बुखार से अधिक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
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