गर्भावस्था

सी-सेक्शन डिलीवरी का निशान

सी-सेक्शन डिलीवरी एक बच्चे की डिलीवरी का एक जाना-पहचाना तरीका जिसे दुनिया भर की महिलाएं विभिन्न कारणों से चुनती हैं या उन्हें चुनना पड़ता है। वेजाइनल यानी नॉर्मल डिलीवरी की तुलना में सी-सेक्शन के कई फायदे और नुकसान हैं, लेकिन सी-सेक्शन की सबसे बड़ी खराबी यह है कि इसका निशान बाकी रह जाता है। यहाँ बताई गई गाइड की मदद से आप सी-सेक्शन के कारण पेट पर पड़ने वाले निशान और कॉम्प्लिकेशन, उपचार आदि के बारे जान सकती हैं और इससे जल्दी उबर सकती हैं, तो आइए विस्तार से सभी जानकारी प्राप्त करते हैं।

सी-सेक्शन चीरा क्या है?

सी-सेक्शन डिलीवरी के दौरान आपके बच्चे को सुरक्षित रूप से इस दुनिया में लाने के लिए आपके शरीर के पेट पर एक चीरा लगाया जाता है, जिसे सी-सेक्शन इंसीजन के रूप में जाना जाता है। सिजेरियन सेक्शन या सी-सेक्शन का ऑप्शन आमतौर पर डॉक्टर द्वारा चुना जाता है, जब बच्चा ब्रीच पोजीशन में होता है और नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं होती है।

सी-सेक्शन चीरे के प्रकार

सी-सेक्शन करते समय, डॉक्टर दो तरह से चीरा लगाते हैं – एक पेट के निचले हिस्से पर और दूसरा यूट्रस में। इन दोनों ही प्रकारों में कट लगाने तरीका अलग होगा:

1. लो ट्रांसवर्स इंसीजन

इसमें यूट्रस के सबसे निचले हिस्से में आड़ा कट लगाया जाता है और ज्यादातर सी-सेक्शन डिलीवरी के लिए डॉक्टर इस तरीके को चुनना पसंद करते हैं। इस प्रक्रिया में चीरा वहां लगाया जाता है जहां की त्वचा सबसे पतली होती है और ब्लीडिंग भी कम होती है। अगर इसके बाद आपकी वेजाइनल डिलीवरी होती है तो इस कट के खुलने की संभावना कम होते हैं।

2. क्लासिकल इंसीजन

इसमें खड़ा कट लगाया जाता है जो नाभि से प्यूबिक हेयरलाइन तक होता है। इस तरीके का उपयोग तब किया जाता है जब पिछली सर्जरी भी वहीं से की गई हो या अगर यदि आपका बच्चा असामान्य पोजीशन में हो या यूट्रस में नीचे की ओर हो। इस तरह के चीरे से माँ को दर्द हो सकता है और इस घाव को ठीक होने में भी ज्यादा समय लगता है।

सिजेरियन सेक्शन के चीरे को कैसे बंद किया जाता है?

जहां यूट्रस पर लगाए जाने वाला कट में डिसॉल्व होने वाले टांके लगाकर इसे बंद कर दिया जाता है, वहीं सिजेरियन सेक्शन सर्जरी के दौरान पेट के निचले हिस्से पर लगाया गया चीरा नीचे बताए गए तीन तरीकों का उपयोग करके बंद किया जा सकता है:

1. सर्जिकल ग्लू

सर्जिकल ग्लू एक तेजी से ठीक करने वाला तरीका है जो चीरे को जल्दी से सील कर देता है और त्वचा पर गहरा निशान नहीं छोड़ता है। गोंद लगाने के बाद, गोंद के सूखने तक त्वचा को एक साथ रखने के लिए इस पर ट्रांसपेरेंट ड्रेसिंग के साथ कवर किया जाता है। सी-सेक्शन के बाद डॉक्टर आपके पेट की चर्बी और त्वचा की स्थिरता के आधार पर ग्लू का उपयोग करेंगे।

2. स्टेपल

डॉक्टर चीरा बंद करने के लिए स्किन स्टेपलर का उपयोग करना पसंद करते हैं, क्योंकि यह जल्दी और आसानी से किया जा सकता है। त्वचा के स्टेपलर में मेटल स्टेपल होते हैं और यह एक बहुत ही लोकप्रय तरीका है।

3. टांके

डॉक्टर सर्जिकल नीडल से और डिस्लॉव होने वाले थ्रेड से कट वाली जगह पर टांके लगा देते हैं। हालांकि ऊपर बताए गए सभी तरीकों में ज्यादा समय नहीं लगता है, लेकिन स्टेपलर मेथड की तुलना में इसमें कम कॉम्प्लिकेशन होते हैं।

सिजेरियन स्कार्स क्या है?

डिलीवरी के दौरान सी-सेक्शन चीरे के कारण जो निशान रह जाते हैं, उन्हें सीजेरियन स्कार्स के रूप में जाना जाता है। ज्यादातर मामलों में, ये निशान ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर आप एक यंग मदर हैं और आपकी उम्र 30 साल से कम है, साथ ही आपकी डार्क स्किन भी है, तो आपको ज्यादा स्कार्स होने की समस्या हो सकती है। मगर अच्छी बात यह है कि सी-सेक्शन के निशान अच्छी तरह से हील हो जाते हैं और फाइन लाइन छोड़ जाते हैं जो समय के साथ गायब हो जाते हैं बस आपको थोड़ा एक्स्ट्रा देखभाल की जरूरत होती है।

सिजेरियन डिलीवरी निशान के प्रकार

दो कॉमन टाइप के निशान या घाव इसमें देखे जाते हैं:

1. केलोइड्स

इस प्रकार के निशान में, स्कार टिश्यू को सिजेरियन डिलीवरी के लिए लगाए जाने वाले कट के बॉर्डर के आगे देखा जाता है। इसके कारण आप घाव के आसपास यह स्कार टिश्यू देखती हैं।

2. हाइपरट्रॉफिक निशान

इस प्रकार के निशान गहरे और जिद्दी होते हैं और नॉर्मल स्कार की तुलना में जल्दी नहीं जाते हैं। हालांकि, यह केलोइड्स की तरह घाव से आगे नहीं बढ़ते हैं।

सी-सेक्शन निशान से होने वाले कॉम्प्लिकेशन

आपको यहाँ बताए गए सी-सेक्शन स्कार्स से जुड़े कॉम्प्लिकेशन के बारे में पता होना चाहिए:

  • सी-सेक्शन के लगभग 99% निशान ठीक हो जाते हैं और यूटराइन टिश्यू को एक साथ होल्ड करके रखते हैं। दुर्लभ मामलों में, संकुचन या प्रेगनेंसी के दौरान निशान फटने लगते हैं, खासकर जब डिलीवरी में वर्टीकल कट लगाया जाता है ।
  • यूट्रस के फटने से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है और यह जानलेवा भी हो सकता है।
  • सी-सेक्शन स्कार वाली महिलाओं में प्लेसेंटा प्रीविया डेवलप हो सकता है, जहाँ प्लेसेंटा सर्विक्स ओपनिंग के ऊपर बढ़ने लगता  है। इससे हैवी ब्लीडिंग हो सकती और शॉक लग सकता है।
  • दुर्लभ मामले में, सी-सेक्शन के घाव के कारण आपको दर्द का अनुभव भी हो सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी निशान का इलाज

यदि आपको अपना सी-सेक्शन डिलीवरी निशान पसंद नहीं है या आपने जैसा सोचा था वैसे यह ठीक नहीं हो रहा है, तो आप नीचे बताए गए उपाय आजमा सकती हैं:

1. नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया

इनमें लेजर थेरेपी और स्टेरॉयड इंजेक्शन शामिल हैं। लेजर थेरेपी स्कार के टेक्सचर हल्का करता है और अगर आपको स्किन डिस्कलरेशन की समस्या हो तो उसे भी इस प्रोसीजर से ठीक किया जा सकता है। जैसे ही टांके हटा दिए जाते हैं या डिसॉल्व हो जाते हैं, उसके बाद ही इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाता है। स्टेरॉयड इंजेक्शन ज्यादातर तब उपयोग किए जाते हैं जब केलोइड्स बनते हैं या यदि स्कार्स इपरट्रॉफिक हो जाते हैं। यह स्कार्स को फ्लैट कर देता है, जिससे यह बाहर से कम दिखाई देता है।

2. सर्जिकल प्रक्रिया

यदि निशान 6 से 12 महीनों के भीतर हल्का नहीं होता है, तो ऐसे में सर्जिकल प्रोसीजर का ऑप्शन संभव है। स्कार्स रिवीजन एक सर्जिकल प्रोसीजर है जहाँ स्कार के आसपास की स्किन को रिमूव कर दिया जाता है, जो शायद ही दिखाई देने वाले निशान छोड़ता हो। इसमें लोकल एनेस्थीसिया या बेहोश करने की प्रोसेस की आवश्यकता हो सकती है। एब्डोमिनोप्लास्टी भी एक अन्य ऑप्शन है जहाँ पेट की ढीली त्वचा और एक्स्ट्रा फैट को हटा दिया जाता है।

सी-सेक्शन घाव को ठीक करने के टिप्स

यहाँ आपको कुछ ऐसी टिप्स बताई गई हैं, जो आपको सी-सेक्शन निशान की समस्या को ठीक करने में मदद करता है:

  • उस भाग को साबुन और पानी से साफ रखें लेकिन इसे स्क्रब न करें। इसे साफ तौलिये से धीरे-धीरे सुखाएं।
  • यदि डॉक्टर अनुमति देते हैं तो आप मरहम लगा सकती हैं और जल्दी ठीक होने के लिए इसे खुला छोड़ दें।
  • कोशिश करें कि आप ढीले कपड़े या गाउन पहनें ताकि स्कार्स को पर्याप्त रूप से हवा मिल सके।
  • जब स्कार्स ठीक हो रहे हों, तब एक्सरसाइज न करें और भारी वजन वाली कोई भी चीज उठाने से बचें।
  • टांके हटाने में देरी न करें क्योंकि इससे गहरा निशान बाकी रह सकता है।
  • एक्टिव रहें क्योंकि ब्लड फ्लो बढ़ने से घाव जल्दी ठीक होता है।

निशान को कम करने के टिप्स

निशान को कम करने और उसके दिखने को बेहतर करने के लिए, यहाँ आपको कुछ जरूरी टिप्स बताई गई हैं:

  • धूप के संपर्क में ज्यादा न आए, क्योंकि इससे निशान और गहरे हो सकते हैं। एक साल सीधी धूप के संपर्क से दूर रहें और बाद में रेगुलर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
  • सिलिकॉन शीट निशान को हल्का करने के लिए भी उपयोग किए जाता है। टांके हटा दिए जाने या डिसॉल्व हो जाने के बाद उनका उपयोग करें।
  • सिलिकॉन जेल और क्रीम निशान को कम करने में प्रभावी होते हैं लेकिन इसका उपयोग करने पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

डॉक्टर से कब परामर्श करें

यदि आपको यहाँ बताए गए कोई भी लक्षण दिखाई दें तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें:

  • घाव या आसपास की त्वचा में सूजन या लाली होना
  • बदबू आना
  • तेज बुखार
  • मवाद या खून बहना
  • घाव के आसपास दर्द
  • किसी स्पॉट में दर्द या टेंडरनेस महसूस होना
  • चीरे का खुल जाना

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. सी-सेक्शन का निशान कैसा दिखता है?

यह निशान आड़ा या खड़ा होता है, जो नाभि के नीचे होता है। कुछ मामलों में, यह बहुत गहरा और उभरा हुआ दिखाई देता है।

2. निशान कितना बड़ा होता है और इसे ठीक होने में कितना समय लगता है?

स्कार चार से छह इंच से ज्यादा लंबा नहीं होता है और इसे ठीक होने में लगभग चार से छह सप्ताह लगते हैं।

3. ठीक होने के बाद निशान कैसे दिखते हैं?

जैसे-जैसे स्कार ठीक होने लगता है, यह हल्का होना शुरू हो जाता है और फिर बहुत ही कम दिखता है। समय के साथ यह निशान शायद ही दिखे, क्योंकि कुछ समय के बाद त्वचा और स्कार का रंग मेल खाने लगता है।

4. क्या सी-सेक्शन निशान आपकी अगली डिलीवरी के दौरान वेजाइनल बर्थ से रोकता है?

सी-सेक्शन के निशान सही से ठीक हो जाते हैं और स्वस्थ और स्ट्रांग टिश्यू बनाते हैं। ये टिश्यू यूटराइन टिश्यू को एक साथ थामे रखते हैं, जो अगली प्रेगनेंसी के दौरान पड़ने वाले प्रेशर और संकुचन को सहने में मदद करते हैं। हालांकि, डॉक्टर जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, वे अगली प्रेगनेंसी में भी सी-सेक्शन डिलीवरी कराने की सलाह देते हैं। यह हर महिला की गर्भावस्था के मामले पर भी निर्भर करता है, इसलिए अपने पिछले अनुभव के आधार पर अपने डॉक्टर से सिजेरियन (वीबीएसी) के बाद वेजाइनल बर्थ की संभावना के बारे में पूछें।

5. यदि गर्भाशय फटना इतना दुर्लभ है, तो कई डॉक्टर और हॉस्पिटल वीबीएसी क्यों नहीं करते हैं?

डॉक्टर और हॉस्पिटल यह जोखिम लेने से कतराते हैं, हालांकि यूट्रस का फटना बहुत ही दुर्लभ मामले में होता है। यही कारण है कि डॉक्टर सुरक्षित होने पर भी वीबीएसी की सलाह नहीं देते हैं।

6. क्या डॉक्टर अगले सिजेरियन सेक्शन के लिए उसी निशान का इस्तेमाल करते हैं?

डॉक्टर आपके अगले बच्चे के जन्म के लिए उसी स्कार का उपयोग करेंगे क्योंकि यह बेहतर रूप ठीक होने में मदद करता है और एक और नया निशान भी नहीं बनता है। लेकिन अब यह पहले घाव के मुकाबले ज्यादा चौड़ा हो सकता है, जबकि यूट्रस में लगने वाला चीरा अलग होता है।

7. क्या चीरे में खुजली होना नॉर्मल है?

चूंकि उस हिस्से की नसें थोड़ी खिच जाती हैं, इसलिए जहां चीरा लगा होता या उसके आसपास के क्षेत्र में खुजली होना काफी आम है। ज्यादातर मामलों में उस क्षेत्र के चारों ओर पाँच से दस मिनट के लिए एक आइसपैक रखने से मदद मिलती है। इसे स्क्रैचिंग करने से भी बचना जरूरी है, क्योंकि इससे घाव फट सकता है।

8. क्या स्कार वाली जगह पर गंध आना या सुन्न महसूस होना नॉर्मल है?

यदि स्कार को साफ रखा गया है, तो उसमें से बदबू नहीं आनी चाहिए। यदि ऐसा होता है तो यह इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है और इसे तुरंत डॉक्टर के पास भेजा जाना चाहिए। हो सकता है आपको उस हिस्से में थोड़ी देर के लिए झुनझुनी या सुन्न पड़ने जैसा भी महसूस हो, जो सामान्य है। यह सेंसेशन समय के साथ दूर हो सकती है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो आप अपने डॉक्टर से बात करें।

यदि आप उन महिलाओं में से हैं, जिनका सी-सेक्शन हुआ है, तो चिंता न करें सही तरह से देखभाल करने पर और इलाज किए जाने पर ये निशान समय के साथ हल्के हो जाएंगे। इस तरह ऐसी बहुत सारी महिलाएं हैं जिन्हे  सिजेरियन सेक्शन की वजह से निशान हैं, जो समय के साथ ठीक भी हुए हैं।

यह भी पढ़ें:

सी-सेक्शन डिलीवरी से उबरना
सी-सेक्शन प्रसव – इसके लाभ और जोखिम क्या हैं?
सिजेरियन के घाव में इन्फेक्शन – कारण, लक्षण और उपचार

समर नक़वी

Recent Posts

जादुई हथौड़े की कहानी | Magical Hammer Story In Hindi

ये कहानी एक लोहार और जादुई हथौड़े की है। इसमें ये बताया गया है कि…

1 week ago

श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l The Story Of Shri Krishna And Arishtasura Vadh In Hindi

भगवान कृष्ण ने जन्म के बाद ही अपने अवतार के चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए…

1 week ago

शेर और भालू की कहानी | Lion And Bear Story In Hindi

शेर और भालू की ये एक बहुत ही मजेदार कहानी है। इसमें बताया गया है…

1 week ago

भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | The Hungry King And Poor Farmer Story In Hindi

भूखा राजा और गरीब किसान की इस कहानी में बताया गया कि कैसे एक राजा…

1 week ago

मातृ दिवस पर भाषण (Mother’s Day Speech in Hindi)

मदर्स डे वो दिन है जो हर बच्चे के लिए खास होता है। यह आपको…

1 week ago

मोगली की कहानी | Mowgli Story In Hindi

मोगली की कहानी सालों से बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय रही है। सभी ने इस…

1 week ago