गर्भधारण

सर्वाइकल म्यूकस की फर्टिलिटी कैसे बढ़ाएं

सर्वाइकल म्यूकस स्पर्म सेल्स को गर्भाशय की ओर आजादी से तैरने में मदद करता है। इसलिए इस तरल पदार्थ की सही मात्रा इस बात का निर्धारण करती है, कि आपके शरीर में प्रवेश करने वाले स्पर्म सेल्स गर्भाशय तक की अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे या नहीं। अगर इस पदार्थ की गुणवत्ता और मात्रा खराब हों, तो स्पर्म सेल्स गर्भाशय की ओर तैरने में सक्षम नहीं होंगे। वहीं अगर इसकी मात्रा बहुत अधिक हो, तो भी यह अधिक मोटा हो जाएगा और स्पर्म सेल्स इसमें पेनिट्रेट नहीं कर पाएंगे। 

सर्वाइकल म्यूकस का सेपरेशन हर महिला में अलग होता है। इसलिए, अगर आप उन महिलाओं में से एक हैं, जिनका शरीर सर्वाइकल म्यूकस की कम मात्रा का उत्पादन करता है, तो आपको परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसकी गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ाने के कई तरीके होते हैं, जिससे इसे कम प्रतिकूल बनाया जा सकता है। 

अपने सर्वाइकल म्यूकस के द्वारा ओवुलेशन को कैसे पहचानें?

आपका सर्वाइकल म्यूकस आपकी फर्टिलिटी के स्तर का एक सूचक होता है। आपके पीरियड्स के ठीक बाद आपको थोड़ा सूखापन अनुभव हो सकता है और आप धुंधला, चिपचिपा या पीले रंग का डिस्चार्ज नोटिस कर सकते हैं। आपके ओवुलेशन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती है, आप देखते हैं कि म्यूकस का रंग और अधिक क्रीमी हो जाता है और इसकी मात्रा और गीलापन भी बढ़ जाता है। ओवुलेशन की शुरुआत होने पर आपके सर्वाइकल म्यूकस का रंग और टेक्सचर कच्चे अंडे की सफेदी की तरह हो जाता है, जो कि इस बात का संकेत होता है, कि आप अपने सबसे फर्टाइल दिनों से गुजर रहे हैं। फर्टाइल विंडो बीतने के बाद एक बार फिर म्यूकस का गाढ़ापन बढ़ जाता है और इसकी मात्रा भी कम हो जाती है। 

जब आप अपने सर्वाइकल म्यूकस में आने वाले बदलावों को ट्रैक करना शुरू करते हैं, तब आपको एहसास होता है, कि आपका फर्टाइल विंडो वास्तव में काफी छोटा होता है। इसलिए, अगर आप गर्भधारण का प्रयास कर रहे हैं, तो सर्वाइकल म्यूकस की प्रतिकूलता को कम करना, यानी कि स्पर्म के गर्भाशय तक की यात्रा को पूरा करने के लिए इसकी मात्रा और गुणवत्ता को बेहतर बनाना बहुत ज्यादा जरूरी है। 

सर्वाइकल म्यूकस को अधिक फर्टाइल बनाने के 11 तरीके

यहां पर कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने सर्वाइकल म्यूकस की फर्टिलिटी को बढ़ा सकते हैं: 

1. हाइड्रेटेड रहें

क्या आप जानते हैं, सर्वाइकल म्यूकस का 96% हिस्सा पानी होता है? इसलिए पर्याप्त पानी पी कर खुद को हाइड्रेटेड रखना सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है। 

2. न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट्स का उपयोग

हॉर्मोंन्स को रेगुलेट करने में, गर्भाशय में ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाने में, सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा को बढ़ाने में और ऐसे ही कई जरूरी फंक्शन में एसेंशियल फैटी एसिड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आपका रोज का भोजन ओमेगा 3, 6 और 9 जैसे एसेंशियल एसिड से भरपूर नहीं है, तो आपको अपने भोजन में न्यूट्रीशनल सप्लीमेंट को शामिल करना चाहिए, जैसे इवनिंग प्रिमरोज ऑयल, बोरेज सीड ऑयल और एल-आर्जिनाइन। 

3. निकोटीन को कहें ना

निकोटीन शरीर के तरल पदार्थों को कम करने के लिए जाना जाता है, जिसमें सर्वाइकल म्यूकस भी शामिल है। इसलिए अगर आप गर्भधारण करने का प्रयास कर रहे हैं, तो धूम्रपान के लालच को छोड़ देना सबसे अच्छा है। 

4. ग्रेप फ्रूट का जूस पिएं

ग्रेपफ्रूट सर्वाइकल म्यूकस को अधिक फर्टाइल बनाने में जादुई रूप से काम करता है। यह न केवल सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा को बढ़ाता है, बल्कि यह उसके टेक्सचर को भी बेहतर बनाता है। आमतौर पर ओवुलेशन पीरियड के ठीक पहले एक सप्ताह तक ग्रेपफ्रूट का रस पिया जाए, तो इसके जादुई गुणों का पर्याप्त फायदा लिया जा सकता है। 

5. अपने भोजन में गहरे हरे रंग की सब्जियां शामिल करें

कहा जाता है, कि स्पर्म सेल्स के फलने-फूलने के लिए अलकालाइन वातावरण बहुत जरूरी होता है। एक महिला के शरीर की अलकालाइनीटी उसके सर्वाइकल म्यूकस की अलकालाइनीटी से परस्पर संबंधित होती है। यही कारण है, कि पालक और ब्रोकली जैसी गहरे हरे रंग की सब्जियां आपके लिए फायदेमंद होती हैं। इस बात का ध्यान रखें, कि आप अपने पुरुष साथी को भी ये हरी पत्तेदार सब्जियां खिलाएं, क्योंकि इससे स्पर्म की क्वालिटी को भी बढ़ावा मिलता है। 

6. विटामिन ‘सी’ की पर्याप्त मात्रा का सेवन

विटामिन ‘सी’ को इसके कई स्वास्थ्य संबंधी फायदों के लिए जाना जाता है। पर क्या आपको पता है, कि यह आपके सर्वाइकल म्यूकस पर भी प्रभाव डालता है। यह तरल सर्वाइकल म्यूकस के उत्पादन में मदद करता है, जो कि स्पर्म सेल्स के तैरने के लिए एक आदर्श वातावरण के रूप में काम करते हैं। विटामिन ‘सी’ के कई स्रोत मौजूद हैं, जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें कई तरह के सिट्रस फल शामिल हैं। यह सर्वाइकल म्यूकस को बेहतर बनाने का एक बेहतरीन तरीका है। 

7. स्पर्म फ्रेंडली लुब्रिकेंट्स का चुनाव

सेक्स के दौरान दर्द को कम करने में लुब्रिकेंट्स काफी मददगार होते हैं, जो कि महिला के सुखद सेक्सुअल अनुभव के लिए बहुत जरूरी हैं। लेकिन ऐसे लुब्रिकेंट्स में मौजूद पेट्रोलियम, लेटेक्स और मिनरल ऑयल स्पर्म सेल्स को हानि पहुंचा सकते हैं और आपके वेजाइनल टिशूज को भी इरिटेट कर सकते हैं। फिक्र ना करें, आपको लुब्रिकेंट का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय आपको केवल प्राकृतिक वॉटर बेस्ड लुब्रिकेंट का इस्तेमाल शुरू करने की जरूरत है। 

8. कैफीन अवॉइड करें

कॉफी, चॉकलेट, आइसक्रीम और ऐसे ही कई अन्य स्वादिष्ट खाद्य और पेय पदार्थ कैफीन से भरे होते हैं। लेकिन कैफीन आपके सर्वाइकल म्यूकस के लिए अच्छा नहीं होता है, क्योंकि यह आपके शरीर को डिहाइड्रेट करता है, जिसके कारण अच्छी गुणवत्ता वाले तरल पदार्थ उत्पन्न करने की आपकी शारीरिक क्षमता बाधित होती है। 

9. केमिकल बेस्ड फेमिनिन प्रोडक्ट के इस्तेमाल से बचें

क्या आप सेंटेड टॉयलेट पेपर या ऐसे ही अन्य प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर हां, तो आपको इनका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए, क्योंकि ऐसे प्रोडक्ट्स में केमिकल मौजूद होते हैं, जो आपके वेजाइना को इरिटेट कर सकते हैं और इसके नेचुरल बैलेंस को खराब कर सकते हैं, जो कि सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा और गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। हेल्दी सर्वाइकल म्यूकस को मेंटेन करने के लिए केमिकल फ्री प्रोडक्ट्स का चुनाव करें। 

10. अपने भोजन में गाजर को शामिल करें

ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जो सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा को बढ़ा सकते हैं और गाजर इनमें से एक है। गाजर बीटा कैरोटीन से भरपूर होते हैं, जो कि मानव शरीर में विटामिन ‘ए’ के उत्पादन में मदद करते हैं। विटामिन ‘ए’ से भरपूर खाद्य पदार्थ ना केवल सर्वाइकल म्यूकस की मात्रा को बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि उसकी गुणवत्ता को भी बेहतर बनाते हैं। 

11. फर्टिलिटी को बढ़ावा देने वाले और हर्ब्स का इस्तेमाल करें

कुछ हर्ब्स जेनिटल्स तक खून के बहाव को बेहतर बनाने के लिए जाने जाते हैं। इनमें से कुछ शरीर में हॉर्मोन को बैलेंस करने में भी मदद करते हैं, जैसे कि डंडेलियन के पत्ते और जड़, शतावरी की जड़, लिकोराइस की जड़ आदि।

गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के लिए जहां फर्टाइल सर्वाइकल म्यूकस की सही मात्रा जरूरी है, वहीं जब ऐसी रेमेडीज की बात आती है, तब विशेषज्ञ की सलाह लेना हमेशा रेकमेंड किया जाता है। बेहतर और सुरक्षित नतीजों के लिए इनकी सलाह को फॉलो करें। 

स्रोत: हेल्थलाइन

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पूजा ठाकुर

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