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जब आप अपने बच्चे को सॉलिड फूड देने की प्लानिंग कर रही हैं, तो आप आपको उन्हें हेल्दी और न्यूट्रिशन खाना ही देना चाहिए, जैसे फल या सब्जी की प्यूरी, ताकि वो आसानी से खा सकें। लेकिन क्या आपने अपने बच्चे दी डाइट में दाल शामिल करने के बारे में सोचा है? बहुत से लोग सुझाव देते हैं कि मूंग की दाल बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। यह आसानी से तैयार हो जाती है और इससे बच्चे को पोषण भी मिलता है इसलिए माता-पिता के बीच ये बहुत लोकप्रिय विकल्प है। लेकिन क्या सच में आपको अपने बच्चे को दाल देनी चाहिए? पता लगाने के लिए लेख को पूरा पढ़ें!
बच्चों को दाल देने की सही उम्र 9 से 11 महीने के बीच मानी जाती है। कुछ पैरेंट इसे 6 महीने की उम्र से ही देना शुरू कर देते हैं, लेकिन इससे बच्चों को असहज महसूस हो सकता है। दाल में बहुत सारा प्रोटीन और फाइबर मौजूद होता है, जिसे पचाने के लिए बच्चे का डाइजेस्टिव सिस्टम पूरी तैयार नहीं हुआ होता है। अगर आप बच्चे को एक ही समय में एक ही सॉलिड फूड दे तो ये उनके लिए अच्छा रहेगा, ताकि बहुत सारे अलग-अलग स्वाद पेश किए जाने पर वो उसका अंतर समझ सकें और आप इस बात पर ध्यान कि बच्चे इसे खाने के बाद कैसा रिएक्शन देता है।
अन्य दाल के साथ बच्चों को मसूर दाल देना उसके के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आधा कप दाल जिसे उबाल कर पकाया गया है, उससे बच्चे को कितने प्रतिशत न्यूट्रिशन प्राप्त होता है आपको नीचे बताया गया है।
न्यूट्रिशन | मात्र (प्रति 100 ग्राम) |
प्रोटीन | 25.8 ग्राम |
शुगर | 2 ग्राम |
फाइबर | 30.5 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 60 ग्राम |
सोडियम | 6 मि.ग्रा |
एनर्जी | 353 कैलोरी |
फोलेट | 479 माइक्रोग्राम |
आयरन | 7.5 मि.ग्रा |
स्रोत: https://nutritiondata.self.com/facts/legumes-and-legume-products/4337/2
अपने बच्चे को दाल खिलाने के कई फायदे होते हैं, जो बच्चे के फिजिकल सपोर्ट को डेवलप करने के साथ बाकि तरीकों से भी लाभ प्रदान करता है।
फोलेट गर्भवती माओं के लिए बहुत अहम न्यूट्रिएंट में से एक है, इसलिए इसे माँ की डाइट में शामिल किए जाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे फीटस को न्यूरोलॉजिकल डेवलपमेंट में मदद मिलती है। दाल फोलेट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। डिलेवरी के बाद भी, फोलेट बच्चे के विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है, क्योंकि यह नए सेल्स को बनाने और विभिन्न क्षेत्रों के अंदरूनी विकास को बढ़ावा देने का काम करती है।
एक मजबूत इम्यून सिस्टम बच्चों को खतरनाक इन्फेक्शन से बचा सकती है और उसके हेल्दी डेवलपमेंट में मदद करती है। आप बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए उसकी डाइट में दाल शामिल कर सकती हैं। दाल जिंक का भी एक अच्छा स्रोत है, जो बच्चे की इम्युनिटी में सुधार करती है।
आधा कप दाल लगभग 120 कैलोरी प्रदान करती है। इसके साथ आयरन भी प्राप्त होता है। जैसा बच्चा 6 महीने पार करता है, उसके शरीर में बहुत सारा आयरन रिजर्व हो जाता है और उसके डेवलपमेंट में मदद करता है और इसके इसके लिए एक्सटर्नल आयरन सोर्स का सेवन करना जरूरी होता है। इस संबंध में दाल अद्भुत काम करती है, शरीर में एनर्जी लाने का काम करती है जिससे बॉडी एक्टिव रहती है।
यह तय करना मुश्किल हो सकता है कि बच्चों के लिए कौन सी दाल ज्यादा अच्छी है क्योंकि दाल बहुत सारी वैरायटी में आती है। लेकिन बच्चों के लिए कौन सी दाल चूज करें, ये हम नीचे जानेंगे।
जब आप दाल खरीद लें, तो सुनिश्चित करें कि इसमें किसी प्रकार का पत्थर या गंदगी मौजूद न हो। इसके बाद, आपको जितनी दाल बनानी है, इसे बर्तन में डालकर अच्छी तरह पानी के नीचे धो लें।
बच्चे के लिए दाल तैयार करना एक सरल प्रक्रिया है और इसमें बहुत कम समय लगता है।
दाल में काम्प्लेक्स शुगर होती है जिसे बच्चों के लिए पचाना मुश्किल हो सकता है और इसके कारण उनमें गैस की समस्या हो सकती हैं। हालांकि, कुछ बच्चे उन्हें अच्छी तरह से डाइजेस्ट कर हैं और उन्हें कोई परेशानी नहीं होती है।
कुछ दाल से बनी यहाँ स्वादिष्ट खाने की रेसिपीज आपको बताई गई हैं जिन्हें आप भी तैयार कर सकती हैं, जो बच्चे को पसंद भी आएगी और उसके लिए फायदेमंद भी रहेगी।
बच्चों के लिए दाल और खुबानी सूप सबसे बेहतरीन दाल की सूप रेसिपी में से एक है। यहाँ आप इसे कैसे बना सकते हैं, इसका तरीका बताया गया है, तो आइए जानते हैं!
इंग्रीडिएंट
विधि
जैसे-जैसे आपका बच्चा दाल के सॉलिड टेक्सचर और टेस्ट को एन्जॉय करने लगेगा, तब आप उसे इस बेहतरीन करी रेसिपी से परिचित करा सकती हैं।
इंग्रीडिएंट
विधि
शकरकंद के स्वाद के कारण आपका बच्चा आसानी से दाल खा लेता है और खाने के लिए खुद से मांगता है, ऐसे में ये रेसिपी आपके बहुत काम आने वाली है।
इंग्रीडिएंट
विधि
बच्चे दाल और सब्जी की प्यूरी को आसानी से निगल सकते हैं और यह उनके पेट पर भी हल्का होगा, इसलिए आप यह रेसिपी उनके लिए ट्राई कर सकती हैं।
इंग्रीडिएंट
विधि
बच्चे के लिए दाल बनाना उतना ही आसान है जितना कि उसके लिए इसे डाइजेस्ट करना। बच्चे को पहली बार सॉलिड फूड देना उनके पेट के लिए मैनेज करना आसान नहीं होता है, लेकिन आप अपने बच्चे को बिना किसी चिंता के दाल दे सकती हैं, जब वो 9 महीने या उससे अधिक उम्र का हो जाता है। कुछ ही समय में, आपका बच्चा बाकि की चीजें भी खाने लगेगा।
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