अपने बेबी को कप से पानी पीना सिखाना भी उसके डेवलपमेंट के माइलस्टोन का हिस्सा है, जब आपका बच्चा दो साल का हो जाए तो आप उसे कप में पानी पीने की ट्रेनिंग दे सकती हैं। आप उसे यह ट्रेनिंग कैसे दें, इसके लिए आपको कुछ टिप्स दी गई हैं, जिसके बाद आप अपने बच्चे को उसका पसंदीदा ड्रिंक अपने कप में पीते हुए देखेंगी!
जो समय बीत जाता है वो लौट कर नहीं आता है। क्या आपने कभी सोचा है कि आपका बच्चा आपकी गोद से उतर कर अपने पांवों पर खड़ा हो गया है, वो भी इतने कम समय में? चलना, बात करना, इधर-उधर भागना और कभी-कभी खुद से खाना, ये सभी डेवलपमेंट माइलस्टोन वो अपने जीवन में पहले ही पार कर चुका है । और अब बच्चे के इस एटीट्यूड को कि ‘मैं खुद से करुंगा’ सही मायनो में उपयोग करने का समय आ गया है, जिसमें आप आप बेबी को बॉटल के बजाय कप में कोई भी लिक्विड चीज पीने के लिए देना शुरू करेंगी।
अगर बच्चा लगभग 2 साल का हो गया है, तो आप बॉटल के बजाय कप इस्तेमाल करने के इस ट्रांजीशन को धीरे-धीरे स्टार्ट कर सकती है, वो भी नीचे बताई गई इन टिप्स के साथ। तो आइए जानते हैं!
जब बच्चे के डेवलपमेंट की बात आती है तो टाइमिंग बहुत मायने रखती है। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि 24-महीने की उम्र से बच्चे को फीडिंग बॉटल के बजाय कप का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। हालांकि बोतल का उपयोग करना अभी भी ज्यादा आसान होता है, क्योंकि इससे बच्चा जो भी पीता है उसे ज्यादा गिराता नहीं है, लेकिन बच्चे को बोतल से फीड कराने का मतलब है दूध या जूस का लंबे समय तक उसके दांतों में मौजूद रहना जिससे बच्चे को कैविटी होने का खतरा होता है।
बच्चे की कप से कुछ भी पीने का आदत को आप उसमें जल्दी डेवलप करना शुरू कर दें, ताकि बच्चे को बोतल से कप में ट्रांजीशन के दौरान ज्यादा परेशानी न हो। ऐसा करने से बच्चे को जल्द ही कप से पीने की आदत हो जाएगी।
अपने बच्चे को कप से कुछ भी पिलाने से पहले उसे इसके प्रति लुभाने की जरूरत होती है, ताकि वह खुद ही इसमें पीने के लिए आपसे जिद करें, तो आपको इसके लिए फैंसी सिपी कप या स्ट्रॉ वाली बोतल लेनी चाहिए। फैंसी सिपर और कप आपके इस ट्रांजीशन प्रोसेस को आसान बना देता है। फिर, कुछ समय बाद आप धीरे-धीरे ओपन कप का इस्तेमाल करना शुरू कर सकती हैं।
टिप: आप बच्चे को सिपी कप में सबसे पहले दूध या जूस देने शुरू करें या उसकी पसंदीदा बॉटल में पानी दें ।
अपने बच्चे के लिए एक रोल मॉडल बनें। जब आपका बच्चा आपको कप से अपनी चाय को एन्जॉय करते हुए देखेगा, तो आपको देखकर वह भी उत्सुक हो जाएगा और आपकी नकल करने का प्रयास करेगा। तो आप इसकी शुरुआत बहुत ही कम मात्रा में लिक्विड देने के साथ शुरू करें। एक बार जब बच्चा इसका थोड़ा आदी हो जाए, तो आप बड़े कप या गिलास का उपयोग कर सकती हैं।
चूसने से सिप करने तक का ट्रांजीशन आपके बच्चे के जीवन में विकास एक अहम पड़ाव है। यह उसके जबड़े के लिए एक मिनी वर्कआउट जैसा है। इस प्रक्रिया को कम स्ट्रेसफुल बनाने के लिए, बच्चों के लिए बहुत सारी वैरायटी में ये ट्रेनिंग कप आते हैं, जिसमें ब्रेकर, स्पॉट और स्ट्रॉ साथ में होते। इससे बच्चा अपनी ड्रिंक को बिना गिराए कप से अच्छी तरह से पी सकता है। हैंडल वाले कप बच्चों के इस्तेमाल करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन हैं, जिससे उनकी ग्रिप मजबूत होने में मदद मिलती है।
बच्चा जब 24 महीने का हो जाता, तब तक उसकी आंखों और हाथों के बीच का कोऑर्डिनेशन काफी बेहतर हो जाता है, जिससे वो कप को अपने मुँह तक ले जाने में सक्षम होता है और कप से सिप लेने में एन्जॉय करता है। तो अब आप किस चीज का इंतजार कर रही हैं? अपने बेबी के लिए हैंडल वाला एक बहुत ही फैंसी सा कप खरीद कर लाएं और फिर देखें कि कैसे वो अपने कप से दूध या जूस को पीने को एन्जॉय करता है!
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