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ठोस आहार शुरू करने पर ज्यादातर पेरेंट्स बच्चे को सबसे पहला खाना कोई नर्म फल, जैसे केले के रूप में ही देते हैं। छोटे बच्चों को इस मीठा स्वाद बहुत पसंद होता है। यह फल विटामिन और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है। हालांकि, कभी-कभी कुछ बच्चे केले नहीं खा पाते हैं क्योंकि उन्हें इससे एलर्जी हो जाती है। केले से एलर्जी होने के कारण क्या हैं और इसके लक्षण व इलाज के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।
केले में मौजूद न्यूट्रिएंट्स की वजह से इससे एलर्जी होती है। यदि बेबी का इम्युनिटी सिस्टम केले में मौजूद विभिन्न प्रकार के प्रोटीन के प्रति हाइपरसेंसिटिव है तो इससे एलर्जी हो सकती है। यदि बच्चे को केले से एलर्जी है तो इसका अर्थ है कि एक बार यह फल खाने के बाद उसका शरीर वाइट ब्लड सेल्स की मदद से पाचन तंत्र को सुरक्षित रखने के लिए अटैक करेगा। इससे बच्चे को बाहर से भी एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं। इस एलर्जी के लक्षण रैश, डायरिया, उल्टी और गंभीर मामलों में एनाफिलेक्सिस है। ज्यादातर पेरेंट्स पूछते हैं कि क्या छोटे बच्चों में केले से एलर्जी होना आम है। इसका जवाब बच्चे के इम्युनिटी सिस्टम पर निर्भर करता है। हालांकि छोटे बच्चों में भोजन से एलर्जी होना आम है।
यदि आपको केला खाने के तुरंत बाद बच्चे के चेहरे पर लाल रंग के रैश दिखाई देते हैं या उसे उल्टी होती है तो यह केले से एलर्जी होने की वजह से हो सकता है। इसके कुछ कारण निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
केले में कुछ प्रोटीन होते हैं जिन्हें काइटिनेस कहते हैं। बच्चे का इम्यून सिस्टम इस प्रोटीन के प्रति इन्टॉलरेंट हो सकता है और इस वजह से संवेदनशीलता बढ़ने से केले से एलर्जिक रिएक्शन होने लगते हैं।
केले में कुछ तत्व होते हैं जिन्हें वैसोएक्टिव एमीन्स कहा जाता है। वैसोएक्टिव एमीन्स हिस्टामाइन के जैसे होते हैं और ये प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होते हैं। यदि बच्चे का मेटाबॉलिक सिस्टम एन्जाइम्स को ऑक्सीडाइज नहीं कर पाता है तो वैसोएक्टिव एमीन्स के कारण बच्चे को केले से एलर्जी हो सकती है।
बच्चे को पहली बार मैश किया हुआ केला खिलाने के बाद आप उसमें एलर्जी के निम्नलिखित लक्षणों को चेक करें। ये लक्षण केला खाने के बाद तुरंत या कुछ घंटों के बाद भी हो सकते हैं।
केले से एलर्जी होने पर बच्चे को गैस होने के कारण उल्टी हो सकती है। इसके अन्य लक्षण निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
यदि बच्चे को केले से एलर्जी है तो उसे सांस से संबंधित निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं, जैसे;
केले से एलर्जी होने पर अक्सर बच्चों की त्वचा में कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जैसे;
केले से एलर्जी होने पर बच्चे को डायपर रैशेस और एक्जिमा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं इसलिए ध्यान देना जरूरी है।
यदि बच्चे को भोजन से एलर्जी होती है तो जाहिर है पेरेंट्स होने के नाते आपको चिंता होगी, पर आप परेशान न हों। बेबी में केले की एलर्जी से बचाव के लिए आप निम्नलिखित तरीके जरूर अपनाएं, जैसे;
बच्चे को एक बार केला या कोई भी सॉलिड फूड खिलाने के बाद आप लगभग 3 दिन तक इंतजार करके एलर्जी के लक्षणों को चेक करें। इससे आपको पता लगेगा कि बच्चे के लिए क्या खाना सुरक्षित है और उसे कौन सा खाद्य पदार्थ नहीं खिलाना चाहिए। बच्चे को कोई भी नया पदार्थ खिलाना शुरू करने से पहले आप डॉक्टर से भी चर्चा करें ताकि वे एलर्जिक रिएक्शन का डायग्नोसिस प्रभावी रूप से कर सकें।
यदि बच्चे को केले से एलर्जी है तो इसे खत्म करने के लिए कुछ टिप्स हैं, आइए जानें;
यदि आपको बच्चे के चेहरे पर हाइव्स या रैशेस के हल्के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे केला खिलाना बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें। यदि बच्चे को गंभीर रूप से डायरिया या उल्टी, सांस लेने में दिक्क्त, गंभीर रूप से घरघराहट या चेहरे व होंठों पर सूजन होती है तो उसे लेकर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। बच्चे को केले से एलर्जी होने जैसी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
यदि माँ को केले से एलर्जी है तो ब्रेस्टफीडिंग करने वाले बच्चे को भी कभी-कभी केले से एलर्जी हो सकती है। इसलिए आप सभी एलर्जी को ध्यान में रखें ताकि डॉक्टर बच्चे का डायग्नोसिस अच्छी तरह से कर सकें।
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