शिशु

शिशु का चेहरा अच्छी तरह से कैसे साफ करें

बच्चे की हाइजीन को लेकर अक्सर पहली बार माँ बनने वाली महिलाएं कंफ्यूज हो जाती हैं। जैसे बेबी को कितनी बार स्नान कराएं और उसके नाजुक और सेंसिटिव फेस को कैसे साफ करें आदी। बच्चों को हर दिन नहलाने की जरूरत नहीं होती है, वरना उनकी त्वचा ड्राई हो जाएगी। अगर मौसम ठंडा हो तो बच्चे को हफ्ते में तीन दिन नहलाना पर्याप्त होता है, लेकिन आपको हर दिन उसके चेहरे, गर्दन और प्राइवेट पार्ट को साफ करने की आवश्यकता होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शिशु का चेहरा सबसे अधिक एक्सपोज होता है और दूध पिलाने के दौरान भी गंदा हो जाता है, इसलिए आपको उसे फीड कराने के बाद चेहरा साफ करने की आदत डालनी होगी। यहाँ तक ​​कि बच्चे की गर्दन को भी साफ करना जरूरी है, क्योंकि उसका थूक या लार अक्सर गर्दन तक चला जाता है।  

आपको अपने बेबी का चेहरा कैसे साफ करना चाहिए

छोटे बच्चे के चेहरे की सफाई सही तरीके से की जानी चाहिए क्योंकि वह अभी बहुत सेंसिटिव होता है, साथ ही क्लीनिंग के दौरान उसकी आँखों और कानों के आसपास बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। अगर आपको सही तरीका नहीं मालूम है, तो हम आपको कुछ पॉइंट बता रहे हैं, जो ये सीखने में मदद करेंगे कि आप अपने बच्चे चेहरे को सही तरीके से कैसे क्लीन करें।

बेबी के चेहरे की सफाई के लिए आवश्यक चीजें

अपने बच्चे के चेहरे को साफ करने के लिए, बेहतर होगा कि वे सभी चीजों को रेडी करके रखें जो आपके काम आने वाली हैं। यहाँ बताया गया है कि किन चीजों की जरूरत आपको पड़ने वाली है:

बेबी का चेहरा साफ करने के स्टेप्स

आपके बच्चे के चेहरे को कैसे साफ करना है, इसके लिए आपको हर स्टेप के बारे में नीचे गाइड किया गया है:

  1. कॉटन बॉल्स को गुनगुने पानी में भिगोएं और फिर धीरे से एक्स्ट्रा पानी निचोड़ दें।
  2. बच्चे की ऑंख को सावधानी बरतते हुए अंदर से बाहर सौम्यता के साथ साफ करें।
  3. दूसरी तरफ की आँख को साफ करने के लिए दूसरी कॉटन बॉल का उपयोग करें और पहले वाले तरीके का ही पालन करें।
  4. वॉशक्लॉथ को गुनगुने पानी में डुबोएं और एक्स्ट्रा पानी निचोड़ लें।
  5. बच्चे का चेहरा धीरे से पोछें। जब तक आपके डॉक्टर साबुन इस्तेमाल करने के लिए न कहें तब तक आप इसका उपयोग बेबी के लिए न करें। कभी-कभी बेबी के चेहरे पर दाने या एक्ने होने पर डॉक्टर साबुन इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं।

  6. ध्यान रहे कि बेबी की त्वचा को स्क्रब न करें, बल्कि माथे, गाल, नाक और ठुड्डी को अच्छी तरह हल्के हाथों से पोंछ लें।
  7. अगर आँख, नाक या मुँह के आसपास कोई सूखा पदार्थ रह जाता है तो उसे स्क्रब न करें। इसके बजाय, इसे धीरे से थपथपाकर गीला करें और जब ये सॉफ्ट पड़ जाए तो अच्छे से साफ कर दें।
  8. बच्चे के कानों के पीछे और बाहर की सफाई करने के लिए वॉशक्लॉथ का उपयोग करें। सफाई करते समय बच्चे के कानों के अंदर कुछ भी डालने का प्रयास न करें क्योंकि इससे कान में इन्फेक्शन हो सकता है।
  9. बच्चे की गर्दन को साफ करने के लिए, उसकी गर्दन को धीरे से ऊपर उठाएं और जिस तरह हल्के हाथों से चेहरे को साफ किया था वैसे ही गर्दन की भी सफाई करें। यह जरूरी है कि त्वचा की सभी परतों को अच्छे से साफ करें, ताकि बच्चे की लार, थूक यहाँ तक कि दूध, कुछ भी लगा न रह जाए।
  10. एक बार जब आप बच्चे का चेहरा और गर्दन साफ कर लेती हैं, तो एक साफ और मुलायम बेबी टॉवल से उस जगह को अच्छे से सुखा दें। स्किन इर्रिटेशन से बचने के लिए बच्चे की स्किन को रगड़ने के बजाय थपथपाएं।

आपको क्या सावधानियां बरतने की जरूरत है

अपने बच्चे को नहलाना एक आम लेकिन नाजुक काम है, इसलिए आपको इस दौरान बहुत चौकस और सावधान रहने की जरूरत है। यहाँ कुछ सावधानियां बताई गई हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए:

  • गुनगुने पानी में भिगोए गए कॉटन बॉल्स का और वॉशक्लॉथ का टेम्प्रेचर चेक कर लें है, ताकि ये बेबी के लिए बहुत गर्म न हो। आप इसका टेम्प्रेचर टेस्ट करने के लिए कलाई के अंदर वाले हिस्से की तरफ पानी की बूंद डालें।
  • ज्यादातर डायपर बैग में बेबी वाइप्स होते हैं, क्योंकि वे आपके बच्चे के प्राइवेट पार्ट को साफ करने से लेकर उसके मुँह, हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों की सफाई के काम आते हैं। ये बहुत सुविधाजनक होता है। हालांकि, कुछ बेबी वाइप्स में मिथाइलिसोथियाजोलिन नामक एक हानिकारक केमिकल होता है, जो एक प्रेजर्वेटिव के रूप में उपयोग किया जाता है। स्टडीज में कई बच्चों पर इस केमिकल के प्रति एलर्जिक रिएक्शन देखे गए हैं। किसी भी तरह के रिएक्शन जैसे रैशेज से बचने के लिए रोजाना वेट वाइप्स का उपयोग न करें। आप वेट वाइप्स के पैकेट पर इंग्रीडिएंट लिस्ट चेक करके ही इसे बच्चे के लिए खरीदें।

  • कुछ शिशुओं के चेहरे पर बेबी एक्ने हो जाते हैं, वहीं कुछ बच्चों में जन्म से ही इसे देखा जा सकता है। यह बच्चों में होने वाली आम समस्या है और लगभग 20% बच्चे इस स्थिति का सामना करते हैं। हालांकि यह एक टेम्परेरी समस्या है जो समय के साथ ठीक हो जाती है, बेहतर यह है कि आप अपने बच्चे की त्वचा की देखभाल करें, ताकि मुँहासे से उसकी त्वचा में जलन, सूजन या इन्फेक्शन जैसी समस्या पैदा न हो। हालांकि, अच्छा यही है कि आप रेगुलर साबुन का इस्तेमाल न करें, लेकिन अगर बच्चे को मुँहासे की दिक्कत है, तो साबुन का उपयोग करना आवश्यक हो जाता है। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए कि कौन सा साबुन बच्चे के लिए बेस्ट रहेगा, बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चे के चेहरे के लिए अपने हिसाब से कोई भी साबुन इस्तेमाल न कर लें। ओवर द काउंटर साबुन अक्सर फायदा पहुँचाने से ज्यादा नुकसान पहुँचा सकते हैं।
  • जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव होती है वह अपने चेहरे को बेबी शैम्पू से साफ करते हैं, क्योंकि यह बच्चे की स्किन के लिए जेंटल होता है और इससे रोम छिद्र बंद नहीं होते हैं। चूंकि इसे बच्चों के सेंसिटिव सिर पर उपयोग करने के मकसद से तैयार किया जाता है, इसलिए शैम्पू आँखों में लगता नहीं है। हालांकि, भले ही यह आपके बच्चे की आँखों में न लगे, मगर उसके चेहरे को साफ करने का सोच रही हैं, तो बेहतर होगा कि पहले डॉक्टर से परामर्श करें। डॉक्टर से बात करना विशेष रूप से तब बहुत आवश्यक है जब बच्चे को मुँहासे भी हों।
  • ध्यान रखें कि बच्चे की त्वचा को बहुत जोर से रगड़ें या स्क्रब न करें, क्योंकि उसकी स्किन बहुत नाजुक होती है और आसानी से डैमेज हो जाती है।
  • बच्चे के कान के अंदर की सफाई करने के लिए कभी भी अपनी अंगुली या ईयरबड का उपयोग न करें, इससे बच्चे को चोट पहुँच सकती है या इन्फेक्शन हो सकता है।

आपका बच्चा आपके लिए अनमोल है और कोई भी माँ यह नहीं चाहती कि उसके बच्चे को किसी तरह से कोई नुकसान पहुँचे। लेकिन बच्चे की साफ-सफाई तो आपकी ही जिम्मेदारी है इसलिए बहुत सावधानी से इसे करें ताकि उसे किसी प्रकार का इन्फेक्शन, रैशेज और दूसरी प्रॉब्लम न हो, अन्यथा बच्चे को काफी परेशानी हो सकती है। ध्यान रखें कि हर रोज बच्चे का चेहरा और गर्दन का हिस्सा अच्छे से साफ करें। बेबी के चेहरे पर साबुन या किसी अन्य प्रोडक्ट का उपयोग करने की चिंता न करें। जब तक आपके बच्चे के डॉक्टर कुछ और  नहीं बताते जब तक आप सिर्फ गुनगुने पानी से बच्चे को साफ कर सकती हैं, बहुत रेयर केस में ऐसा होता है जब डॉक्टर बच्चे की साफ-सफाई के लिए किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने को कहते हैं, जो ज्यादातर मुँहासे या अन्य स्किन प्रॉब्लम के मामले में हो सकता है।

यह भी पढ़ें:

बच्चे के कान कैसे साफ करें
बच्चे की जीभ कैसे साफ करें
अपने बच्चे के नाक की सफाई कैसे करें

समर नक़वी

Recent Posts

जल संरक्षण पर निबंध (Essay On Save Water In Hindi)

जल हमारे जीवन का एक आवश्यक भाग है। बिना जल के धरती पर जीवन संभव…

1 day ago

दोस्ती पर निबंध (Essay On Friendship In Hindi)

दोस्ती एक अनमोल रिश्ता है, जो जीवन को खुशियों से भर देता है। यह एक…

1 day ago

बाल दिवस पर निबंध (Essay On Children’s Day In Hindi)

बाल दिवस एक ऐसा अवसर है, जो कि हम में से ज्यादातर लोगों के लिए…

1 day ago

जवाहरलाल नेहरू पर निबंध (Jawaharlal Nehru Essay in Hindi)

निबंध लिखना बच्चों और विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अभ्यास है। जब विषय ‘पंडित जवाहरलाल…

2 days ago

भाई दूज पर निबंध (Essay On Bhai Dooj in Hindi)

भाई दूज हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध त्यौहार है जो दिवाली के…

3 weeks ago

पति के लिए 120 धन्यवाद संदेश और कोट्स

हम अक्सर जिंदगी की भागदौड़ में उन लोगों को नजरअंदाज कर देते हैं जो हमारे…

3 weeks ago