गर्भावस्था

प्रसव के बाद बाल झड़ना – कारण, लक्षण और उपचार

प्रसव के बाद बाल झड़ना एक परेशान कर देने वाली समस्या है जिसे आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं को सामना कर पड़ सकता है। प्रसव के बाद बालों का झड़ना महिलाओं की सबसे बड़ी शिकायतों में से एक है, किंतु इस तथ्य पर भी ध्यान देना आवश्यक है कि प्रसव के बाद बालों का झड़ना एक सामान्य समस्या है और कुछ प्रभावी तरीकों की मदद से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। 

प्रसवोत्तर बालों का झड़ना क्या है

प्रसवोत्तर बालों का झड़ना या प्रसव के बाद बालों का झड़ना एक अस्थाई समस्या है। गर्भावस्था के बाद यह समस्या पहले कुछ महीनों तक रहती है और थोड़ी सी देखभाल से आपकी यह चिंता भी अगले 1 वर्ष में कम हो जाती है। इसलिए घबराएं नहीं, बस आराम करें और अपने बच्चे के साथ इन कीमती पलों का आनंद उठाएं। 

क्या प्रसव के बाद बालों का झड़ना सामान्य है

गर्भावस्था के बाद बालों का झड़ना काफी सामान्य है, इसलिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हमारे लगभग 85% बाल सक्रिय रूप से बढ़ते हैं, जबकि 15% बाल निष्क्रिय स्थिति में होते हैं – ये 15% आमतौर पर बाल धोते या कंघी करते समय गिरते हैं जिसे ‘बाल झड़ने की अवधि’ कहा जाता है और इन बालों के झड़ने से नए बालों के लिए जगह बनती है।

गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन का उच्च स्तर बालों को बढ़ने में मदद करता है। यह हार्मोन रक्त के प्रवाह और परिसंचरण को बढ़ाता है, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। इस दौरान बहुत कम बाल निष्क्रिय स्थिति में होते हैं जिससे बालों का झड़ना कम होता है। जिसके परिणामस्वरूप गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के बाल घने और मजबूत होते हैं।

हालांकि प्रसव के बाद चीजों में बदलाव आता है, इस दौरान शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है और बाल निष्क्रिय स्थिति में होते हैं जिससे उनका झड़ना शुरू हो जाता है। इस प्रकार हॉर्मोनल परिवर्तन के कारण प्रसव के बाद बाल गिरने लगते हैं लेकिन यह स्थाई नहीं है। गर्भावस्था के बाद महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या आमतौर पर सिर्फ 6 से 8 महीनों तक रहती है इसलिए यह परिवर्तन सिर्फ कुछ दिनों के लिए होता है।

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गर्भावस्था के बाद हर महिला में बाल गिरने की तीव्रता और मात्रा अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए, जिन महिलाओं के बाल अधिक लंबे होते हैं, उनके बाल ज्यादा झड़ने लगते हैं। यदि आपको लगता है कि आपके बालों का झड़ना प्रतिदिन बढ़ रहा है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

प्रसव के बाद बाल झड़ने के लक्षण

सामान्य रूप से गर्भावस्था से पहले ज्यादातर महिलाओं के लगभग 100 बाल रोजाना टूटते हैं। लेकिन प्रसव के लगभग 4 से 6 महीने बाद, आप अपने बालों के गुच्छे कंघी में फंसे या नाली में बहते हुए देख सकती हैं। यह प्रसव के बाद बालों के झड़ने का पहला और एकमात्र संकेत है और अगले 1 वर्ष तक आपके बाल धीरे-धीरे झड़ना कम हो जाएंगे। 

यदि आपके बाल निरंतर झड़ रहे हैं तो उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। 

प्रसव के बाद बाल झड़ने के कारण

गर्भावस्था के बाद बाल गिरने का सबसे आम कारण एस्ट्रोजन का स्तर कम होना है।इससे ज्यादातर बाल निष्क्रिय स्थिति में चले जाते हैं और प्रसव के लगभग 4 महीने बाद गिरने लगते हैं। महिलाओं में यह समस्या लगभग 6 से 8 महीने तक रहती है और यह पूरी तरह से सामान्य भी है। लेकिन यदि आपके बाल निरंतर गिरते हैं तो यह एनीमिया या प्रसवोत्तर थायरॉयडिटिस के कारण हो सकता है – गर्भावस्था शरीर में फेरिटिन के स्तर को बदल सकती है और आपके थायरॉयड के स्तर को बदल सकती है। दोनों समस्याओं का इलाज किया जा सकता है और इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता होती है।

प्रसव के बाद बाल झड़ने के उपाय

प्रसव के बाद बालों का झड़ना हार्मोनल परिवर्तन के कारण होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया होती है जिसे पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है। इसलिए, प्रसव के बाद झड़ते हुए बालों को पूरी तरह से रोकने के लिए कोई उपचार नहीं है। किन्तु आप अपने प्रयास से बालों का झड़ना कम जरूर कर सकती हैं। निम्नलिखित कुछ सुझाव दिए हुए हैं जिनकी मदद से प्रसव के बाद आप अपने बालों का झड़ना नियंत्रित कर सकती हैं।

  • गर्भावस्था के दौरान विटामिन का सेवन करने से प्रसव के बाद बालों का झड़ना नियंत्रित हो सकता है। प्रसव से पहले विटामिन की खुराक के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
  • गर्भावस्था के बाद स्वस्थ भोजन करना बहुत महत्वपूर्ण है और इससे आपके बाल भी स्वस्थ रहते हैं।
  • बालों को धीरे-धीरे धोएं या धीरे-धीरे कंघी करें। ऐसे शैंपू का उपयोग करें जो आपके बालों को घना करे और जब आवश्यकता हो तभी बालों को धोएं। इसके अलावा बालों के लिए बड़े दाँतों वाली कंघी का उपयोग करें।
  • बालों में सीधे गर्माहट का उपयोग न करें क्योंकि इससे बालों को क्षति हो सकती है। ब्लो ड्रायर या लोहे के कर्लर का उपयोग करना बिलकुल बंद करना बेहतर है।
  • बालों को कसकर न बांधें क्योंकि इससे आपके बाल खिंच कर टूट सकते हैं।
  • तनाव से बचें व शांत रहें और इस समय आप अपने बच्चे के साथ समय का आनंद लें।
  • आप घने व छोटे बालों का हेयरस्टाइल बनाने का प्रयास करें।

प्रसव के बाद बाल झड़ने के घरेलू उपचार

बालों का झड़ना कम करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपचार बताए गए हैं, आइए जानते हैं;

  • आयरन, जिंक और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • अंडे का सफेद भाग और जैतून के तेल से घर पर बना हेयर पैक बनाकर अपने सिर में लगाएं, यह प्रसव के बाद बालों का झड़ना कम करने का एक अच्छा उपाय है।
  • मेथी के दानों को रात भर के लिए भिगोएं और इसके छने हुए पानी को सीधे अपने सिर में लगाएं।अब एक या दो घंटे के लिए इसे ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें और फिर बाल धो लें।
  • अपने आहार में दही शामिल करें और आप इसे हेयर मास्क के रूप में भी उपयोग कर सकती हैं – दही को थोड़े से नारियल तेल में मिलाएं और बालों पर लगाएं।
  • सिर के रक्त परिसंचरण में सुधार व बालों की वृद्धि के लिए, बाल धोने से पहले अपने सिर पर गुनगुने तेल से मालिश करें।
  • बालों को मजबूत बनाने के लिए आंवले का रस पिएं या शुद्ध आंवले का तेल लगाएं।
  • सिर में सीधे नारियल का दूध लगाने से भी बालों का झड़ना कम होता है।
  • अपने आहार में सूखे मेवे और अलसी के बीज शामिल करें। यह ओमेगा-3 से भरपूर होते हैं और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

ऊपर दिए हुए उपायों व घरेलू उपचारों की मदद से आप प्रसव के बाद अपने बालों का झड़ना नियंत्रित कर सकती हैं और अपने बच्चे के आगमन का आनंद उठा सकती हैं।

संसाधन और संदर्भ: 

स्रोत १ 
स्रोत २

यह भी पढ़ें:

डिलीवरी के बाद पेट में दर्द
प्रसवोत्तर आहार: प्रसव के बाद खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

मिट्टी के खिलौने की कहानी | Clay Toys Story In Hindi

इस कहानी में एक कुम्हार के बारे में बताया गया है, जो गांव में मिट्टी…

2 days ago

अकबर-बीरबल की कहानी: हरा घोड़ा | Akbar And Birbal Story: The Green Horse Story In Hindi

हमेशा की तरह बादशाह अकबर और बीरबल की यह कहानी भी मनोरंजन से भरी हुई…

2 days ago

ब्यूटी और बीस्ट की कहानी l The Story Of Beauty And The Beast In Hindi

ब्यूटी और बीस्ट एक फ्रेंच परी कथा है जो 18वीं शताब्दी में गैब्रिएल-सुजैन बारबोट डी…

2 days ago

गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी | The Story Of Sparrow And Proud Elephant In Hindi

यह कहानी एक गौरैया चिड़िया और उसके पति की है, जो शांति से अपना जीवन…

1 week ago

गर्मी के मौसम पर निबंध (Essay On Summer Season In Hindi)

गर्मी का मौसम साल का सबसे गर्म मौसम होता है। बच्चों को ये मौसम बेहद…

1 week ago

दो लालची बिल्ली और बंदर की कहानी | The Two Cats And A Monkey Story In Hindi

दो लालची बिल्ली और एक बंदर की कहानी इस बारे में है कि दो लोगों…

2 weeks ago